SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 457
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ बाहु م. ه م सिर ه م अंगुट्ठ ه م GGC News م ओह مه बाहुसीस به له له م م م م . م م س ३४४ अंगविजानवमाध्याये विभागशो निर्दिष्टानामङ्गनाम्नां यथाविभागं सङ्ग्रहः अङ्गसंख्या अङ्गनाम सर्वसंख्या अङ्गसंख्या अङ्गनाम सर्वसंख्या अङ्गसंख्या अङ्गनाम सर्वसंख्या अधर २ व्यस्त्र अंग पृ० ११७ थविका वस्थि हत्यपाद [वत्थि ] सीस युक्तोपचय अंग पृ. ११४ अधर ५काय अंग पृ०११७ जिउभा कायवंत अंगुट्ट अंगुलि मज्झिमकाय लोम णिडाल मज्झिमाणतरकाय पाणिलेहा चिबुक जधण्णकाय १० परिमंडल अंग पृ० ११५ । जधण्णतरकाय मत्थग . णासा २७ तनु अंग पृ० ११७ २७ कृश अंग पृ. ११४ जाणुसीस पादतल गोष्फ थण पाणितल जण्णुगसंधि णामि . कण्ण मणिबंध फिया जिब्भा उवत्थग १४ करणमंडल अंग पृ० ११६ णह [कण्ण] संधि दक्खिणबाहुमंडल २१ परमतनु अंग पृ० ११७ भुमसंधि वामबाहुमंडल २ अग्गणह संख बाहुसंघातमंडल अग्गकेस पट्टि सस्थिसंघातमंडल २ अणु अंग पृ० ११७ कुक्कुडा १५ ८ अंगुलिमंडल केसलोमणह अवडु अंगुटुंगुलिमंडल ११ परंपरकृश अंग पृ. ११४ १ संघायमंडल ५ हृदय अंग पृ० ११८ खलुक २० वृत्त अंग पृ० ११६ २ . जाणुक हत्थंगुलिपच पादतलहितय ढेल्लिक पाणितलहितय पादंगुलिपव्व कोप्पर हितय १२ पृथु अंग पृ० ११६ ५ ग्रहण अंग पृ० ११८ उर ललाड हण (णह) पट्टि २६ दीर्घ अंग पृ० ११४ पादतल अधोमंसु ... बाहु पाणितल कक्खा पबाहु कण्णपीढ ५ उपग्रहण अंग पृ० ११८ जंघा गंड भुम ऊरु जिब्भा १२ २ अक्खिपम्ह अंगुलि ४१ चतुरस अंग पृ० ११७ लोमवासी केस णिडाल ५६ रमणीय अंग पृ० २१८ पट्टि पस्स ओट्ट युक्तप्रमाण दीर्घ अंग पृ० ११५ पादतल दंत भुम २ २ पाणितल २ .अक्खि ४ २ पण्हितल पादतल णासा.. . ६ कडितल पाणितल पन्वंतरंगुल उर . مرو م مه به मंसु ००००० و . م केस به मंसु س م و م م م م له س نه م له و णिडालू م م ه ه ه Jain Education Intemational For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001065
Book TitleAngavijja
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPunyavijay, Vasudev S Agarwal, Dalsukh Malvania
PublisherPrakrit Granth Parishad
Publication Year1957
Total Pages487
LanguagePrakrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, Jyotish, & agam_anykaalin
File Size15 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy