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१३४]
मणुसपण्णवणा ।
बुद्धबोहियछउमत्थखीणकसाय वीतरागचरितारिया दुविहा पण्णत्ता । तं जहा - पढमसमयबुद्धबोहियछउमत्थखीणकसायवीतरागचरितारिया य अपढमसमयबुद्धबोहियछउमत्थखीणकसायवीतरागचरित्तारिया य, अहवा चरिमसमयबुद्धबोहियछउमत्थखीणकसायवीतरागचरितारिया य अचरिमसमयबुद्धबोहियछउमत्थखीणकसायवीयरायचरित्तारिया य । से त्तं बुद्धबोहियछउमत्थखीणकसायवीयराय - ५ चरितारिया । से तं छउमत्थखीणकसायवीतरागचरित्तारिया ।
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१३०. से किं तं केवलिखीणकसायवीतरागचरित्तारिया १ केवलिखीणकसायत्रीतरागचरितारिया दुविहा पण्णत्ता । तं जहा - सजोगिकेवलिखीणकसायवीरागचरितारिया य अजोगिकेवलिखीणकसायवीयरागचरितारिया य ।
१३१. से किं तं सजोगिकेवलिखीणकसायवीयरागचरितारिया ? १० सजोगिकेवलिखीणकसायवीयरागचरितारिया दुविहा पण्णत्ता । तं जहा - पढमसमयसजोगिकेवलिखीणकसायवीयरायचरितारिया य अपढमसमयसजोगिकेवलिखीणकसायवीयरायचरित्तारिया य, अहवा चरिमसमयसजोगिकेवलिखीणकसायवीतरागचरित्तारिया य अचरिमसमयसजोगिकेवलिखीणकसायवीयरायचरितारिया य । से तं सजोगिकेवलिखीणकसायवीयरागचरित्तारिया ।
१३२. से किं तं अजोगिकेवलिखीणकसायवीय रागचरितारिया १ अजोगिकेत्रलिखीणकसायवीयरागचरितारिया दुविहा पन्नत्ता । तं जहा— पढमसमयअजोगिकेवलिखीणकसायवीयरागचरितारिया य अपढमसमयअजोगिके लिखीणकसायवीयरागचरितारिया य, अहवा चरिमसमयअजोगिकेवलिखीणकसायवीयरागचरितारिया य अचरिमसमयअजोगिकेवलिखीणकसायवीतराग- २० चरितारिया य । से त्तं अजोगिकेवलिखीणकसायवीयरागचरितारिया । से तं केवलिखाण कसाय वीतरागचरितारिया । से तं खीणकसायवीतरागचरितारिया । से तं वीयरागचरितारिया ।
१३३. अहवा चरितारिया पंचविहा पन्नत्ता । तं जहा - सामाइयचरित्ता - रिया १ छेदोवट्ठावणियचरितारिया २ परिहारविसुद्धियचरितारिया ३ सुहुम- २५ संपरायचरितारिया ४ अहक्खायचरित्तारिया ५ ।
१३४. से किं तं सामाइयचरित्तारिया ? सामाइयचरितारिया दुविहा पण्णत्ता । तं जहा - इत्तरियसामाइयचरित्तारिया य आवकहिय सामाइयचरितारिया य । से त्तं सामाइयचरित्तारिया ।
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