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________________ ३६० पण्णवणासुत्ते बावीसइमे किरियापए [सु. १६४२[सुत्ताई १६४२-४९. पावट्ठाणविरएमु जीवाईसु कम्मपगडिबंधपरूवणं] १६४२. पाणाइवायविरए णं भंते ! जीवे कति कम्मपगडीओ बंधति ? गोयमा ! सत्तविहबंधए वा अट्ठविहबंधगे वा छबिहबंधिए वा एगविहबंधगे वा अबंधए वा। एवं मणूसे वि भाणियव्वे । १६४३. पाणाइवायविरया णं भंते ! जीवा कति कम्मपगडीओ बंधंति ? गोयमा ! सव्वे वि ताव होजा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य १ । अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य अट्ठविहबंधगे य १ अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य अट्ठविहंबधगा य २ अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य छव्विहबंधगे य ३ अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य छविहबंधगा य ४ अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य अबंधगे य ५ अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य अबंधगा य ६। ____ अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य अट्ठविहबंधगे य छविहबंधगे य १ अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य अट्ठविहबंधगे य छविहबंधगा य २ अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य अट्ठविहबंधगा य छविहबंधगे १५ य ३ अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य अट्ठविहबंधगा य छविहबंधगा य ४, अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य अट्ठविहबंधगे य अबंधए य १ अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य अडविहबंधगे य अबंधगा य २ अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य अट्ठविहबंधगा य अबंधगे य ३ अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य अट्ठविहबंधगा य अबंधगा य ४, २० अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य छव्विहबंधगे य अबंधगे य १ अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य छव्विहबंधगे य अबंधगा य २ अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य छविहबंधगा य अबंधए य ३ अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य छव्विहबंधगा य अबंधगा य ४ । __अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य अट्ठविहबंधगे य छविहबंधगे २५ य अबंधगे य १ अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य अट्ठविहबंधगे य छविहबंधगे य अबंधगा य २ अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य अट्ठविहबंधगे य छविहबंधगा य अबंधगे य ३ अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य अट्ठविहबंधगे य छविहबंधगा य अबंधगा य ४ अहवा सत्तविहबंधगा य एगविहबंधगा य अट्ठविहबंधगा य छविहबंधगे य अबंधगे य ५ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001063
Book TitleAgam 15 Upang 04 Pragnapana Sutra Part 01
Original Sutra AuthorShyamacharya
AuthorPunyavijay, Dalsukh Malvania, Amrutlal Bhojak
PublisherMahavir Jain Vidyalay
Publication Year1969
Total Pages506
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, Metaphysics, & agam_pragyapana
File Size9 MB
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