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( १५ ) (अ) इन्द्रियप्रत्यक्ष
(आ) नोइन्द्रियप्रत्यक्ष (३) अनुमानचर्चा
(अ) अनुमान के भेद (आ) पूर्ववत् (इ) शेषवत् १. कार्येण २. कारणेन ३. गुणेन ४. अवयवेन ५. आश्रयेण (ई) दृष्टसाधर्म्यवत् (उ) कालभेद से त्रैविध्य (ऊ) अवयव चर्चा
(ऋ) हेतुचर्चा (४) औपम्यचर्चा १. साधोपनीत
(अ) किञ्चित्साधोपनीत (आ) प्रायः साधोपनीत
(इ) सर्वसाधोपनीत २. वैधोपनीत
(अ) किञ्चिधर्म्य (बा) प्रायोवधयं
(इ) सर्ववैधयं (५) आगमचर्चा
(अ) लौकिक आगम
(आ) लोकोत्तर आगम [४] जन प्रागमों में बाद और वादविद्या १-वाद का महत्त्व २-कथा . ३-विवाद ४-वाददोष .
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