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नवमं परिशिष्टम् - चित्राणि जम्बूद्वीपत: नन्दीश्वरपर्यन्तानां द्वीप-समुद्राणां स्वरूपम्
[सू० ३०७]
जंबूद्वीप से नंदीश्वर
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शाश्वत चैत्य =
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Gतिकर
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नंदीश्वर द्वीप
जिन मंदिर
काका
समर
घृतवर समुद्र
घी जैसा स्वाद
जावर समुद्र
निखार स्व
करवरसमुह
मा स्वा
लाध समुद्र
लक्षण समत
वार
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द्वीप
१लाख योजन
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यातकी खंडीयन THESE के पुष्करवर द्वीप
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४ वारुणीवर नव
बावन
(१) ऋषमानन (२) चंद्रानन (३) वर्धमान
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शाश्वत चैत्य
४ अंजन गिरि
(४) वारिषेण
१६ दधि मुख
३२ रतिकर
बाप-८
नंदीश्वर शिव समुद्र बाद में असंख्य द्वीप समुद है।
जंबू द्वीप से
उत्तरोत्तर समुद्र और द्वीप द्विगुण माप से जानना।
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