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१३९६
सो
पदेसिणी
देसू पदेसोगाढ
पदेसो गाह
पदोस = प्रद्वेष
पधारे माण
पधीण =
= प्रहीण
पन्नगद्धरूव पन्नगद्धसंठाणसंठिय
पन्नगभूय
पन्न
पन्नत्त
पन्नत्तथ
पनरस
पनर सतिभाग पनरसपएसिय पनर सपएसो गाढ पन्नरसम
६२०-५, ६२२-१८, ६२५–६ १७३-१२, ५९४-९, ६१९–१४, ८६४ -१०, ८७६–७, ९४६१५, ११०५ - १६, ११४५२२, ११७५-१
५९४-७
९८० - १२
पन्नर समुहुत्त [ दिवस] पन्नरसमुहुत्ता [राई] पन्नरसविध
पनवणा [सुत्त]
* पन्ना
- पन्नायति
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पिट्ठ - पंतीए
१४८-१
११४-१९, ११५-४
८३-५, ८४-८
= पञ्चदशभाग
बिइयं परिसि
१८१-६
६४-९, १०५९-९
पृ० २६ टि० ६
पृ० ७५ टि० १७
७०६-१३
७०६-१४
७३१-१५
६४०-१५
६२३-१७
* पनव
- पन्नवइत्ता
२१०-३
- पन्नवइंसु
३७०-९
- पन्नवेइ
८१८-१४
- पन्नवेति ३१३-१, ७२१–११, ७२४ -७,
در
९०-५, ५९४-९, ८६५-१४,
९४३ - २१, ११७०-९ १८४ - १३, ५३५ - १४
१८४-१३, ५३५-१५
९७१-७
८,
७६४-१
७५१-११, ७६७-८,
८३३–१०, ८३४-२१, ८३६
८४४–२,
८५४-३,
८५८-१४
७८०-२२
सो
- पन्नायंति
पन्ना = प्रज्ञा
पन्नास
पप्फुयलोयण
पप्फुसिय
* पफोड
- पफोडेइ पफोडेमाण
पब्भट्ठ
पब्भार = प्राग्भार - अग्रतोमुखमवनतत्वम्
""
पभंकरा
""
पभंजण
,,, –,,— ईषदवनत गिरिदेश
पभ = प्रभ- - विद्युत्कुमार देवविशेष १७६ - १९ पभंकर = प्रभङ्कर
- लोकान्तिकविमान
= प्रभङ्करा - सूर्याग्रमहिषी
- चन्द्राग्रमहिषी
पभा
पभाय
* पभाव
- पभावेंति
पिटू-पंतीए
५६-१७
८३५-४, ८५३-१८
६४०-१२, १०५६-१६
४५३-६
६९९ - १९
""
* पभास
- पभासंति
- पभासिस्संति
- पभासिसु
- पभासेति
- पभार्सेति
पभासेमाण
७०३-२०
७२०-१५
४६०-६
""
T = प्रभञ्जन – वायुकुमारदेव विशेष
पभिइ
पभितयो = प्रभृतयः
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१४५-१०
२१७-२
"
२५४-३
५०२-२०
५०२-१९
६८४-६
पभाव
१३६-२२, १५०-२०, १५३-१३ पभावती = प्रभावती -- बलनृपराज्ञी ५३७ तः ५४५ पृष्ठेषु, ५४७-४
- उदायिनृपराज्ञी ६४२-३, ६४६-२
१७७-४
६८५-१४
९१-१७
४०७-१०
४०७-४
४०७-३
४२-१९, ४३-१
३१७-२१, ४०७-३, ६८४-५
९७-३, १२९ - १३, १४६-२
४५७-१ ७३३-२३, ७३४-९
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