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वियाहपण्णत्तिसुतंतग्गयाणं सहाणमणुक्कमो सद्दो पिट्ठ-पंतीए
पिट्ठ-पंतीए छत्तपलास+° य ७६-२४, ७९-२, ८८-३ छम्मास [भत्त]
१४०-८ छत्तय
छम्मासिय ,
१०६१-१२ छत्ता-वनस्पतिविशेष ९०२-११ छलंस=षडस्र
२५१-१३ छत्तादिय-छत्रादिक ७५९-२४ छवि = शरीरत्वम्
२९५-१ छत्ति छत्रिन् ४०५-९ छविकर
१०६५-११ छत्तीस ५००-७,८६२-१०,८६६-७ छविच्छेद
१९६-१७, ३५३-२१, छत्तीसतिम ११५८-११
५३२-२, ७०१-९, ७०२-५, छत्तीसतिमसय ११५७-२१
७२०-५, ७३४-१८ छत्तोयवण पृ० १४ टि. १७ छविच्छेय
६८२-९, ७१९-२६ छत्तोववण १४-१८ छविध
१०६१-३ छत्तोह
८९८-१४ छविह २६३-१, ४८७-९, ५२८-२, छत्तोहवण पृ० १४ टि०१८
६७५-१३, ७६८-५, ८४८-६, छद्दिसि ८-१५, १९४-७, ३७८-४,
९८९-५, १०१६-१५ ५१२-२०, ७८४-७, ८३६- छविहउदीरय १०३५-२, १०५३-१९ १३, ९७४-१, ११४४-२४ छव्विहबंधग-धय २६७-२०, ३७६-१२, १०६०-४
१०३४-९, ११६२-१६ छन्नाम=षण्णाम ७१-१ छव्विहसंघयणि
९१२-४ छन्नालय ७९-८ छव्विहसंठिय
९१२-८ छप्पएसिय[संठाण] ९७९-१६, ९८०-१३ छन्वीस ३७३-७, ५१०-२, ५११-५, ५७६-५, ५७७-८,
५१४-८, ७७६-१७, ८६५६१४-२१, ८६३-८, ८६४
२५, ८९१-४, ८९४-२२ ८, १००२-४, १००४-१३ छन्वीसतिम [भत्त]
९०-४ छप्पएसोगाढ ९७९-१६, ९८०-१३ छहा%षड्धा
५७४-३, ५७५-१, छप्पण्ण ८७०-३, ९५८-१६
५७६-२१,५७८-४ छप्पदा
७००-१२ छंद छन्दःशास्त्र छप्पदेसिय [खंघ] ५७४-२, ५७६-६,
छन्द - अभिप्राय ५६३-२४, १००१-१०
७१९-१० छप्पन्न ४०६-१३ छंदणा
१०६०-१६ छप्पिषडपि
छाअ-शाव
८२२-१८ छब्भंग २४३-१८, २४४-२, २४५-१, छाउमत्थिय [समुग्घाय]
६५७-३ ८६७-२४, ८६८-१५ छाउमत्यियसमुग्धाय छ[मासिया पडिमा]
छाण = छादन
३६४-१६, ३६५-१ छम्मास ९५-१६, १२७-२२, २२३- छायंत= छायान्त
४४-४ __२४, ३७८-२२, ५९७-११, छाया
६८५-१५, ७१५-१५, ७२१-१०, ९३६-९, १०३९
७१६-१३, ७१७-२ छारिन्भूय
१३६-२२ छम्मासपरियाय ६८६-१ । छारिय=क्षारक-भस्म
१९१-१३
,
(खंध]
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