SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 473
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ८६८ विवाहपण्णत्तिसुतं [स० २० उ०५ निद्धे, देसे लुक्खे; एत्थ वि सोलस भंगा । सव्वे मउए, सव्वे गरुए, देसे सीए, देसे उसिणे, देसे निद्धे, देसे लुक्खे, एत्थ वि सोलस भंगा । सव्वे मउए, सव्वे लहुए, देसे सीए, देसे उँसिणे, देसे निद्धे, देसे लुक्खे; एत्थ वि सोलस भंगा १६। एए चउसट्ठि भंगा। सव्वे कक्खडे, सव्वे सीए, देसे गरुए, देसे लहुए, देसे निद्धे, देसे लुक्खे; एत्थ वि चउसट्ठि भंगा । सव्वे कक्खडे, सत्रे निद्धे, देसे गरुए, देसे लहुए, देसे सीए, देसे उंसिणे जाव सव्वे मउए, सव्वे लुक्खे, देसा गरुया, देसा लहुया, देसा सीया, देसा उसिणा १६; एए चउसट्ठि भंगा । सव्वे गरुए, सव्वे सीए, देसे कक्खडे, देसे मउए, देसे निद्धे, देसे लुक्खे; एवं जाव सव्वे लहुए, सव्वे उसिणे, देसा कक्खडा, देसा मउया, देसा निद्धा, देसा १० लुक्खा; एए चउसद्धिं भंगा । सव्वे गरुए, सव्वे निद्धे, देसे कक्खडे, देसे मउए, देसे सीए, देसे उँसिणे; जाव सव्वे लहुए, सव्वे लुक्खे, देसा कक्खडा, देसा मउया, देसा सीता, देसा उसिणा, एए चउसट्ठि भंगा। सव्वे सीए, सव्वे निद्धे, देसे कक्खडे, देसे मउए, देसे गरुए, देसे लहुए; जाव सव्वे उँसिणे, सव्वे लुक्खे, देसा कक्खडा, देसा मउया, देसा गरुया, देसा लहुया; एए चउ१५ सट्ठि भंगा । सव्वेते छफासे तिन्नि चउरासीया भंगसता भवंति ३८४ । जति सत्तफासे—सव्वे कक्खडे, देसे गरुए, देसे लहुए, देसे सीए, देसे उसिणे, देसे निद्धे, देसे लुक्खे १; सव्वे कक्खडे, देसे गरुए, देसे लहुए, देसे सीए, देसे उसिणे, देसे निद्धे, देसा लुक्खा ४; सव्वे कक्खडे, देसे गरुए, देसे लहुए, देसे सीते, देसा उसिणा, देसे निद्धे, देसे लुक्खे ४, सव्वे कक्खडे, देसे गरुए, २० देसे लहुए, देसा सीता, देसे उँसिणे, देसे निद्धे, देसे लुक्खे ४, सव्वे कक्खडे, देसे गरुए, देसे लहुए, देसा सीता, देसा उसिणा, देसे निद्धे, देसे लुक्खे ४; सव्वेते सोलस भंगा। सव्वे कक्खडे, देसे गरुए, देसा लहुया, देसे सीए, देसे उँसिणे, देसे निद्धे, देसे लुक्खे, एवं गरुएणं एगत्तएणं, लहुएणं पुहत्तणं एए वि सोलस भंगा। सव्वे कक्खडे, देसा गरुया, देसे लहुए, देसे सीए, देसे उँसिणे, २५ देसे निद्धे, देसे लक्खे, एए वि सोलस भंगा भाणियव्वा । सव्वे कक्खडे, देसा गरुया, देसा लहुया, देसे सीए, देसे उसिणे, देसे निद्धे, देसे लुक्खे; एए वि सोलस भंगा भाणियव्वा । एवमेए चउसट्ठि भंगा कक्खडेण समं । सव्वे मउए, देसे गरुए, देसे लहुए, देसे सीए, देसे उँसिणे, देसे निद्धे, देसे १. उसुणे जं० ॥ २. उसुणे जे० जं० ॥ ३. उसुणा जे० जं० ॥ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001019
Book TitleAgam 05 Ang 05 Bhagvati Vyakhya Prajnapti Sutra Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBechardas Doshi, Amrutlal Bhojak
PublisherMahavir Jain Vidyalay
Publication Year1978
Total Pages679
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, Philosophy, & agam_bhagwati
File Size11 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy