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________________ Jain Education International करुणा-स्रोतः आचरण में अहिंसा यदि कोई हमसे पूछे कि "आप क्या खाते हैं ?" ऐसा हम विचार भी नहीं कर सकते क्योंकि यह व्यक्तिगत बात है । फिर भी आपका आहार पर्यावरण को कैसे प्रभावित करता है यह तुम्हें जानना चाहिए। • आप माने या न माने परंतु गाय-भैंस ग्रीन हाउस इफेक्ट उत्पन्न करने में महत्त्वपूर्ण योगदान देती हैं। एक अंदाज के अनुसार विश्व की १३ करोड गाय-भैंस वार्षिक तकरीबन १० करोड टन मिथेन वायु उत्पन्न करती हैं जो ग्रीन हाउस इफेक्ट के लिए सर्वाधिक शक्तिशाली है एवं जिसका प्रत्येक कण कार्बन डायोक्साइड के कण से २५ गुनी से अधिक गरमी का संग्रह करता है । • अमरीका में पशु गाय-भैंस, बछड़े, सुअर आदि पशुओं के पालने में पूरे अमरीका की पूर्ण खतर से आधे से भी अधिक पानी का उपयोग होता है । • उत्तर अमरीका की एक तिहाई से भी अधिक भूमि मात्र घास उत्पन्न करने के लिए गोचरभूमि के रूप में उपयोग में ली जाती है। अमरीका की अन्न उत्पन्न करने वाली भूमि में आधी से अधिक भूमि में सिर्फ उन पशुओं के लिए ही अनाज उगाया जाता है जिन पशुओं का माँस तथा डेयरी उत्पादनों में उपयोग किया जाता है। १४. हमारा आहार और पर्यावरण • . २२ करोड़ एकड़ जमीन पर से जंगल सिर्फ पशुपालन हेतु नष्य किए गये हैं। ब्राझिल में ऑस्ट्रिया देश के बराबर अर्थात् २५० लाख एकड़ जमीन एवं मध्य अमरीका में आधी से अधिक जमीन के जंगल सिर्फ माँस उत्पादन हेतु सफाचट कर दिए गये हैं । पशुओं में से प्राप्त आहार के कच्चे माल का मूल्य पूरे अमरीका में उपयोग में लिए जाने वाले खनीज तेल, गैस एवं कोयले के मूल्य से अधिक है। मॉस एवं डेयरी उत्पादनों में कच्चे माल के रूप में जितने धान्य, सब्जियां, फलो का उपयोग होता है उससे ५% कम धायन, शाक-सब्जी, फलों का खुराक के रूप में उपयोग होता है। • 'डायट फॉर ए न्यू अमेरीका पुस्तक के अनुसार यदि अमरीकन प्रजा अपने भोजन में सिर्फ १०% मॉस की कमी कर दें तो समग्र विश्व में भोजन बिना मरने वाले ६ करोड लोगों के लिए सरलता से पोषण युक्त धान्य एवं सोयाबीन की बचत की जा सकती है। 83 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.000225
Book Title$JES 921H Karuna me Srot Acharan me Ahimsa Reference Book
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPramoda Chitrabhanu, Pravin K Shah
PublisherJAINA Education Committee
Publication Year2006
Total Pages90
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Jaina_Education, 0_Jaina_education, D000, & D005
File Size657 KB
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