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करुणा-स्रोतः आचरण में अहिंसा किया था। थोडे समय में ही उसका द्वितीय संस्करण अक्टूबर-2000 में प्रकाशित किया एवं लोकभावना का सन्मान करते हुए उस का गुजराती अनुवाद एवं प्रकाशन का कार्य अनेक सहयोगियों के सहयोग से पूर्ण कर प्रकाशित किया, और अब हिन्दी अनुवाद को भी प्रकाशित करने का कार्य सम्पन्न हो रहा है। इस पुस्तक की छपाई करने में अमृत प्रिन्टर्स के श्री हेमंतभाई परीख के विशेष सहयोग के लिए हम अत्यंत आभारी हैं। प्रमोदा चित्रभानु Jain Meditation International Centre, New York, U.S.A.
प्रविण के. शाह Jain Study Centre of North Cerolina, Raleigh, U.S.A., Chairman, Education Committee, Federation of JAINA, U.S.A.
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