Book Title: Samkitsar Granth
Author(s): 
Publisher: Unknown
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Page #1 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्रीरामहितरासमेग्रंथ. तेमांमयमतोररोटरसुपनायरउत्तराठनपोषा -मांही । प्रत्मातेलनास्वामीपधारया. तेगेपरमारना मायत्या. तेमुरमागध. तेनुंजर्य गुजरातीमागएप्वर्ण यशहीत तथा मनहररहन्नरगाथानोत्रनथापनगएपठाएानोरंछ शेजानुदृष्टांततांछगंधानुष्टांततांशंशारनाशुजनुंट अष्टांततांशीहपोतापलुसोतेचगरेननु प्रमरगीरलेची तेमांराजाधिरशुत्रनी साथीरताजवतारेखाछे. मुंजामधे . शापायारीमा गरानतांशावीरललघर नेप्रशिधरो सते.नारायणपमानामाछा. . शांपना चैत्रशुटरवारयेना यशेतपटनपरेटटर शन पुनेगशीतां यापशीलारानी धनप्रेथीयो पडीमो मारेन्टर सीपरपोताना परभर. Page #2 -------------------------------------------------------------------------- ________________ (१) रजनुक्रमागिर. नधिर१ च्यापर्म पार्योलशमणिरोतेलोवीगार शुत्रांनो०००य १/ रानोलशमगोतयानुष्यपुत्र तथागपटानीपिसानोबनेगर घानेनरोनर००० परीगुघरेजाची एमप्रगटथ सोतेनार माताहंशाघरमीनाग्रंथ धीटप्पाछे रहरने ... अवारजनेनीमरल-लेमांरपरेशरपनप्तेनीराम हीरंपायगरेगंगारामनारपयोगेनोनी वापरतेपरप्तजनार यशानी नोवालम्पयगरेगएरापिरो प्रतिमाशंप्रेश्वरनीछछेरप्योलनीनोणतर:- 22 शिनमांशप्नेनातो पारतमरीतुरतेपरातरहेनतेनी शुन्न शान माना ४ खाघापुरमीसेवावालाने सन्हंशाघरमी हेण्टेवगरिन्य १० एनेमाघापुरमीटनेतेपोनालालेगावाशतेने शुत्रमानोमाछाप्रतारा ५ मुरुपतीजाधेयोगानएएम्रतेनोग्नपीटरस्प रनी मी हे मोपलीतापुरातनीयाशातनानथारमनेटलावाशन उग्रत पुनरागीता रेणग्याडे मोटेलरोते नाणपरशुशार थीरनामीपाछेतेयोपडीचारोग्याधीमानमः-- न्रतीरयाहाछेथुप्रमातेनाप्नुवारशूनथी- - शेत्रंन्नेशाचतोहेछेतेनालीतर-अनजु पनातीथोष्ठोग्नारोजेशतानीगंगा शोधुनेवर्धनगढ एरयतरेछे जाणियोशेकशेल्तेमाशेलुब्नेगानातिना यनलीमाशमनोजर्थराधी पुनर-प्रतमानी १८ राते नथीजार -सीधारन्तनशनोजर्थनमाश्रुडे-नेबालीमाट-२५ श्री श्रुणिलरामर्थपुरेदेनेणतर Page #3 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रहिरहरररररररररररररररर22222222222222222222222222222222222222 DON k Vint .. "ul.1 22222222222222222222222ररटर - - ATTERNKS (dumrritirinaamanna M 4HIMIR AmUDAI जररररररररररररररररर भेण्या हायीनुशेग्नेनंगटेनीने माहोमगहेनोखेछ.येष्ठम्हेगेहाथीभुपनेवाणे.हेछेहाथी लाशनाथान | साव्यायाधी उन्नुशनुष्ट साउछे. हेनवाचालो मील्यो तेरो अगंगनवोछे.सर्वतोमयागरी|| - र का रिटरररररररररररररररररररररररररस्टरका - - Page #4 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ગાયછે વાઘ છે IMROKLX 1 . TDIAS XXD गाय यावेयापासिंहलवने नारेमा परमेश्वरलनेनारे नेमारजणीनुजनायेप घोगे होय तेरडया प्लेसयामा मनसावे.नेम साहाययीत्रामाला तेथीपए लुजनलागे । तेम इप्टनी घातुनी,परमेश्वरनी पूरीमा तारेनही. ivah OLODIOCOCOCCOLD...DOOOOOOOOG.GOOOOOO । सिंहमापागीणयाने नुवाभाटेप्पीनेजापाशीणयानेन्नऐजीनेसिंहले जेम् | नारीवा जीन्न सिहसायेखारिया लाग्यो तेमनप्पणेमाप |५७ स्थ३५नुदान लो Page #5 -------------------------------------------------------------------------- ________________ AITATION सारााााILIMILLLLLLIMILAIMI IIIIIIIIIIM - FENCES - - आ कहे जलदी सी0-DEDIA Dili - नित NRANI PLEASEXY NOR-0-0-0-0 ___ संसारना सुरव मधविंदवा। जेवाजागवा.N trehindu 41-44100 - NLIMILAIMILLTURALLIRITALILHILLIHIIIIII कामरूप हाथी TWITTITTITITIMIMITMMIIIIIIIIIIIMOTuzi - उभोछे। - "SEE - / 6 + - USHER TAIIALISANILILLIAMMARITAMATTuuNTIATIMMUNITA RITAMILINITIATRAITAMILAIMIMALAIMILIOLINI - - - - - - - - -- - - - - - - Page #6 -------------------------------------------------------------------------- ________________ E । - - - -- -- - -- - - सु - Doww w mummxuxMILMMIma माम मावाना परिणाम लगानाणे पएभेतो मृणथी आउने पीनाप्नेपले. नीनो भोटी खरा. श्रीने छोटी डालापेछ । योथोडामा पाडामामलोउछे. पायो पारामतो छे. मनेरमेन मीनारिखमपञ्या ते उपाठी भावछे. - Page #7 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जनुक्रमणिष्ठा . (३) नधिपुर पाना. श्रीगोतमलजष्टापायढेलापुडेछेतेनेगतर -30 नमोथुएंझुन्नतीशामते पिरात-उष्टपतिनानीलोरा सोडीनेनरमाये टेनीयेतवएपीन्नुस्रोश्रुत्रशान १२ यारननेपानोन्नगपएरोवीशलारहीत-३५ १७ नमुनीनीनामशांनापतेनोगतर १४ नमोनलीमेलीवीरोछेदेनोणितरलगायत्तीमापाठ ४५ छेते शायोछेतेनएनर्थपुरेछेतेनीचीगत १५ घायारएगवाध्यायारएनोणितरी -१७ १७नाएगाय पुनोसघिठरतेमाप्रतमापुलनधी- ५२८ १७रसंशाव.नेमरिश्रूयाऽथीनान-५४ १८ शातजेन्द्र धनरढयोपुछेतेनोणितरलेशुटनोज्य० ५.५ १९ घुपतीप्रतीमापुलरेछेतेनेपित ५५ २० अरीमालतथावनेपालीमेप्रतमापुलनेमा . २०ढरपुलेहेछेतेनोगतर अत्रीप्जतावोछे--03 यीत्रामएनीपुतालीब्नेबाधीागजिपले तेमप्रतमाशीयरगड़े ०१. राप्रवमापुरायेप्याशएशनानारपीथीमा १०० शाघुप्रतिमानीवनावंयरेठेछे तेजतर - १०५. नहीश्रुत्रमाश्वश्रुत्रचंनोपन याप्रगनोचीरिध-१०७ अमांश्चयपुरमायामानेमामानिमाहोरिने पुलमयी १२६ शवघधर्मपुरएमांनिमारमानधी पुरवावारानी (२५ शरणोपवण्वेमाछेतेनीचीगतपोपडीमा घवनीपावीशेनेरेटाप्रवनीनेपाथीदरेमाः---- १२७ याएनानिपावीशे - ------१२७ मनपराधीने मोरेाल छेते शिरोणितर-~~१२८ वीशहरमांनानिनना नामवीरे १२८ Page #8 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनुक्रमाणि घिर पाना २८यैत्यशन अन्नमायुरूपछेते रमनाप्टेनाडे-13 घरमरगीना भूत्रमापुलउहाछेतेचीशेन्तेनीरा-tay होते माराप्रतमानी नाडेप्लेपारोमा "महीनाजोसायीपुलवामा होछे-तेने ३५ शुनधीनताले देगाशा गावान्दोग्नेछे घुटने सोनई याशतेप्रवपून तेन मनेलप्वपूनतेन ७५-छारसनोमाननीध्यारोगालाबोनापारंगी ५ वीररेनीशाजापाडीमा धर्मघ्रढराप्रयो लंबानाशादिशा'नोटुलोरे हे तेवशेषतर-130 ७ यानाने धर्मभानही जेम.फुहेछेतेरोजुला नामस्तीरयंठरलवे पप्पनीरघुवनेश्रुत्रथीनलायो पुन्नतेचाहेछेणघीमतीथीत नेणतर -४". उपरयननाप्रतनीपुनेहगतोषनाहीछेतेनरन्तर निपानिमारिनतारनीठ हे छेते विशेयस्याः -१४ गरिमहाव्रतीने सेवाग्मतीनोलाएगपए. -१४५ "२-हंसाधरमीमने गोशालामतीनोमपतोयेबार-१४ मुंहपती शासराजवावीशे -देवताप्रतमापरेनेलोधीपुनाते तेवीशे----------१५१ -श्रावनेगगोलगपगु खोनटेची शेतिर ५१ । लेनएपएण्यातोशाधर्मनेमानेनायिले प्रथम जनाएरवतानची १५० Page #9 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्रीसोलसुपनखिरव्यते ॥ ॥काले तेतेशेअलेपाथमोप्रारो' असतां तेरांसमए ॥ तेण्तेरोसमतेपायमालारानेसमें पाडसीपुरे पापपाउलापुर गामंगाना एगपरेएएनगरे होहोहोतो वरान। वण्वर्णववायोग्य जहांगणम चंपा तहाययंपानगरीत तिम भालियच्चालाभावीरुषीची चवीतलावंततिहां पाडलीपुरे रायरेपाण्पाउदीपुरनगरनेमाहीरेशान पाडले पापाऽपामंगाए -नामें वसंडे वग्वनषंड होणा होण्हुतो वपाउं रण्वएववायोज्यले तम्बाततिहा.पाडसीपुरे पापाउसापुरनेविषे.गपरे । रानगाने विषे चंदगुत्तेयंण्यं गुप्तनामें एामपाण्इस्पेनारामारारायफुनो. होचा।होतो. महयांभोग्मोटो हिमवंत । हिम हिमवंतपर्यनसरीमो न्मयो नस्सनपनेनेचंदगुत्तस्सन्चो । यंण्यंगुनगलनेपिय दंसगापामं पिण्पियदृर्शनगामेहलोदीमाप्रियषषलभारिपाहोचालाण्यार्या पस्यपीहूतीन्सुफुमालपुण्सुकुमालछेहनापाणीपायापारुण्यपगनातलांमृऊ जावसु | स्वारब्बयनलकूपयंतचपछरासरीषा तस्सराचंदगुधस्सस्नोलपनेरूनोयंगुर प्लशन्ननथंद्रगुप्तयन्मनोपुत्र.पियदंसगाऐदेवीएअत्तए पिपप्रियरंसशानामें राएगीनोअजंगलतरन्मेल. पियदंसणेशा पिण् प्रियांसाएर चनामें कुमारेहोला मारठूतो सुकुभाष मुसुरुमालपालापायापाणहापगलांतसांभृऐ. जावसुरूषालम्बवत जसुमन जहा सिवभननिमसिचलाभारनोवलीपतमन्नाबो हेयकुमारसमा नछे. तहेव तप्तेमर पच्चवेषमारो विहरई पंपांयारना संसारमा उमभोगल्लोगयतोथसेवीयरेछेहये चंदयुत्तरत्तो यंण्यंगुप्तनामेरा नछेतें समयोवासएसपश्रमपोशसाप्राव मु हे मापणारेहवो सैनदेऋद्धियंत. दित्ते शिपति बिविणेविण विस्तार विन सभवण विविपुसतेपालयन मासपाछे.सयासरा ससे, रमाण जासन.जागवाहला दलाल बनवानप्रमुमचा प्रयुरसीबहुधराधानहले पंगा धन पानाने बहुजायरू । रयमवगाबहुतसोनारपारन हीरावप्रभुजण्ह नें ग्राउग Page #10 -------------------------------------------------------------------------- ________________ C जाण्पैंनजाब्यानां पउग पण्यलेग संपत्ता संपतेोस्रीसहीत छे विधिमीय विनाषीतांघोसां विपुल विविपुलत्रचुरघमत्त पाएाप्पनूया मा नपाणी मलून हेचाएछेने हनेपरे धनारगुएाछे व्यभिगयजीवाजीचे एयार्छनेहुनेलवजलवनालेह सर्वनिसंम्पले ज्वलद्ध उपसाधा लेहनें. पुणपावें पुण्पुनपापनांकूल ग्रासव्व जाण्यासवरसंवर संण्संवर निसर निरनिरा. किश्या डिडिया हिगरणंअपप्रधीरबंध जंण्लंघ मोरक् मोण्मोष्प कसला ॥ सहेझउएनसापहार्यने विषेश सछौं। अण्देवनानीसाहननवाछे. देवसुरनागस्रुवण रेण्देवजसुरना गस्रुवणकुंभारनीन्प्रतिनाद्देवता. जरक उपनक्षररकस्स रणराक्षसना न्नतीना. किन्नर डिपुन्तरन्नविना किंपुरिस्सरिपनीती गंधव गंधर्वनीन्नति महोरग भण्महोरगनीन्नति देवगणेहिं हेण्एतसाहेब तानांसमोहमीष्याथ संपण निग्गंथान निपनिग्रंथप्रपयनसिद्धांतथ. पावयसानु || पाण्प्रवयनधर्मथडी. आणाइकम्पाल झापरी सह हेवेकरीपापैर्मथकीयसावीनसडे निग्गंथे। निर्णनियधनाधर्मवडी-पाबघणे पाण्प्रवयन सिद्धानमा निसकिए । निपसंकारहितछे निस्किए । निजासंवाछारहितछें निवितिगिछा ॥ निण वितिगिछा इसानांसह रहिनछे. सडा / सपसापाछें सिद्धांत नांग्जर्य गहिया । ग्राथा छे. सिद्धांतनांउर्थ पुबिया ॥ पुण्पुछीनेनिया यधिः यति गयठा। जण्सन्मुजस्ग्रह्मा सर्व विशिविया ॥ विविशेषे पुछी २ नेपार्यां क्रेनि संस्पार्ध. हिमझा। जण्डवानांप्रद्देशतेनीमिल . पेमायुरागरत्ता । पेप्रेमते धर्मनांप्रेमनेविषे रंगसागी रह्योछे यग्जण्जे माहेश्ारमा मानुसो मा देखायुष्मान्: निग्गंथे। नियनियंयनोधर्म पावयणे पाण्प्रचयनसिद्धांतछेते. अठे ॥ जण्जे हलधर्मनो सर्पछ सेसेपण्डे । सेण्मोन्स नोजर्य सेषछेते सर्व जनर्थछे संसार नसीह फसीह मेसी छे कुमाउनी लुगस लेने यदुवारा ज जवगुप्तछेडाछे हर पाल ले नां हातार गुरामा चीयं तेथी०मतीतपोछें अंनेजर / जंगसंतेरि मुनने विषैः परधर पबेसा । प्रदेशक Page #11 -------------------------------------------------------------------------- ________________ तोपण पापश्यरन्नतांपए प्रतीपएपछे रेनों बहहिंजण्पएर सीजर यासीसीलवृतप्रभुज गुण गुणगुणस्त वेरमरा । वेण्येरमरावृत्त पञ्च रवाए।पापयपरायोनीमा पोसहो पोप्पोपधरन उववासेहिं पिपियासेरिसहितछ चानदसहयाण्यासन्पक्षसंबंधी.... मुगदिडा। अमाहमहीनेण्जमायास्पा-पुलामासी । पुण्पुरीमा सीनेजेत भासनां तथा पोषधरे पडिपुरा पण्प्रतिपूरसिपूर्ण १२. पोहरनो पोसीहसमं पोण्पोषयरतसाये भनें. अएपासेमाएगां मण्त्रीएन्नेगेरीयुद्धपासनायाम विहरइ। विवियरेछे.समरोसण समाने निग्गये निनियंथनें. फासुए। सुपरहित एसणि छ। मेण्मेषीनिषि असरांजण्मसनमाहार. पाए। पाण पापी रखाइमं । नापजाहिमने सुजडी. साइमं। साण्साहिमतेमुण वास पठावण्वस्त्र पमिग्गहं । पण्पात्रां कंबपरांजस्ये पायपु बरावा । पापायपुरुपो. पीठ पीण्याब्लेट फलग पाटीए सेझासं थारए । सेग्मेन्मसंयारोप्रभुज उसह पिपिपन्भेससग । लेणलेष रतेघीयक लेखी पमिसानेमाणे पपप्रतीलालतायोप्रसरना धान विहरई। विनायवियरेछे. तसे न तिवारेनें चंदगुत्तेगया। यंगुप्तशन श्रन्नयाकयाइ। जसप्रस्वार्थ जैरोच पनि हाउने पोसहसाला। पोण्पोषयसारा तेरोच तेनिहारने नवागछ इस्ता। पिभावेजाची नेयंद्रगुप्तराम. पोसदसावंपोणपोषधसालामा है. अणुपपिस्सन्ता । मण्पेसेपेसीने मांगाचीने पोसहसाला पोप पोषसासानेयषुष्टीपीसैहें पमझ इश्ता। पण्पुरेपुल शुद्धजयीतें परवीयपोसहं । परपक्षसंजपीपांषीनेरिने पोषधसेनेपमिजागर मास्स ॥पण्प्रतिन्नगतोपोसुषुन्नगरजग्नगतोथोरीयरे. तइ याए तपतेऐजयसरेशी-पोरसीए पोपोरसीनेसमे.सुहपसुए ।सुण स्रषेसुनांपने नहीरमारो। सुतानेन्मगताने नहीरमागस्स ॥सुनेजगतेयोनेजसरेनिर्मलपिन्सोलस्ससोण्सोल. सुमिएगासुपसुपनने पासना ।पारेषेषीने नयानगीने चिंत्ता Page #12 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पिंगत्यंतापसोगसोपसोगरपसागरसाण्समुहनेवसेपविधा। पण्पेण जावपडिवुहानमयत्नम्पानगीनेवियारे, चिंतासमुन्ना।। थिणपियारतायडांथितापनारेएस्यूमरस्य अहकम्मरां। मजनु कोरोमवशरें नदए । दिवायरे। रणग्योर्ड हिनिउर सहसपुरसप्रेरस्मीथो पोसहंपोण्पोषमा पारेइपारित्ता पाप पालेपालीने तेकाले। तेण्नेगारे ते सपएणं । नेप तेरोसमें संभूयं संप मंलूत विजयस्स विणविग्यस्वामीना सीसे । सी सीष्यः जुगुप्प हाणेनगनुगप्रधान प्रथ्वीना घशी. भद्दबाहुनाम ललप्रमाहुनामें अपगारे सण नएएम्पार रत्न धाश जाव बहुस्सुए॥ न मयत्जप बहुश्रुत ना घशए कारभद्दबाहुनाम ललप्रमानामे गोहपूर्वना पारी अणगारे नए गएरार. पंचहिंपण्यायः अपागारमय सागर सरहिंसद्धि । सम्पायसो सापु संघाने. संपरिबुडे संपतेने साथै परीवस्या पुच्चागुपुच्चिं पुण्पुर्यानुपुबै जनुक्रमे च. रमारो.पण्यापताय वीपरस्पायड गामाणु गाण्यामानुगामप्रत्ते दुधमारो दुण्वीयतां लन्य कचनेप्रतिमोघता या सुहंसुहेरा सुण्मुजेसुजे. विहरमाणे पिण् विधरतां यहां जेणेव रेहां.. पाडसीपुरे पापाऽस्टीपुरनगरणे निहांजेवलेपषिका पाडस पापा 'उपन्यमें वासंडे यप वनजंउछे लिहाते व ते तीमा उवागई। ता। णिनिहां पधारे पकारीने पाडलीपुरे पापा ऽसीपुरनणरने बहि या जपमाहीरवी पाडसपापाडखनामे पसंडे। वयनमंडने चिने अह्मपडिरूवं मण् यथान्य सापनेन्पेनेंबी उग्गहंण्मि वग्रह आज्ञा गिन्हगिन्हित्ता गिरमागेमागाने उत्तरे संजमेरो संग -लेसंगमेरी तवस्सा तपरले तपे रोने अप्पाएन जात्मा नेभावमाणेला भावतां वासतांथांविहरहा पिपियरे नएसे रगतिवानं पाउलीपुरेपाणपाइस्तीपुरपायरेणग्नगरनेयिषे. सिंघाडगसिमिघोसनेमामारेनिगमित्रनवाठपातिांचउकयण्यारवाट कचरापण्यारनेरिषे पहेसुपण्पंधरय मापहेसु ॥ मग मोटा Page #13 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पंथनेविषेलोउमसीजोछेलप्रवासामीपधारपाछेयायोयनाने जावपरिसापागासहान्यानेमरेता यशपांडेयी नेसापेमाथीने घना उलएसेतपतिवारतेचंदगुत्तराया।। यण्यध्यप्तरान इमासे ने एग्री काएउ पावार्ता सहसमारोपण्णायकेलनासा मीपपास्यासालषी रहनुहाहण्हर्षसंतोषटाम्योरेलखूथयु कोडंबिय शेणसेवापुषनें पुरीसे पुण्याज्ञाकारीपुरष सद्दावेइरना।। सातेडावेने गचीने एवंचयासी॥णनेमाहे माज्ञाहीमोरिवप्पामेव जिसीम त्तिावला. भोदेषाणुप्पिया।लोण्जोयापीयाऐवतांना चालला पाडसीपुरंनयरे पाण्माऽसीपुरनगरने सभिंतर सण्नेमाहेजनेवाहिरयं · व्याण्ाहिरपीडोरेयासमयंसमजाया। सायराययो सुगंधछ रायो निर्मपरो जहांकोशिनु गलैमरोएशन्नवांच्या श्रीमहावीर मेगयातेमोचवमर्षया सुत्रमा तिमहांसनायो दोपिोप नीळवार कोडंबियं। पुरिसे मेरंजाते सेवापुषने. सदावडर त्ता । समतेशयेतेडावीने एपंचयासी । मेण्नेमा खियामेव जिशिप्रमेयः भोदेवाएंपिया। लोप महोदेवाणुंपामे अभिसेक हनी जण अलिषेऽन्येहस्तीसरशः चनरंगिपिसेपा। न्यायरिंगीसेएपहस्ती घोडारथपाय: समधिय सतर्थयारी पञ्चप्पिराहा पण ज्यजापाजी सुपो एवंयुत्तासमारणा जेण्ओमपयन्न फोडबियोण्मेवा. - पुरिसे।पुण्पुक्षः हजहा। हण्हर्षसंतोषपाम्याथमा जावपञ्चपिरगति मण्मयतयतुरंजीसेन्यातैयार उरीमानाम्यापेनियारं चंदगुत्तेराया। यण्यप्रगुप्तशन्ना एहाय मेहरा नाही. कयबलीकम्मे। उपरिधान - पीधर्मलप्रावधेत कयकोकुयीपाडोतु 3. मंगलमयमंग सीमतीलाप्रमुजापायछित्ते । पापाछत्तीमलस्पायलाने जायसरीर।। न्मन्नवतसरीरनी शोलारी. विभूसीय विपरिभूषाउरी पस्यलषशादी दी. अभिसेकहती। नए नमीषेनोपार हाथी परे दुरुहइला । दुण्यठेयठीनेयंहगुप्तरान्नः बहुपरिवाराणघणोपरिवाश्यतुरंगारे लामहीत संपरिबुडा संपवतोयको पाइसीयुम्नअरिं । पापा Page #14 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ५. डलीपुरनगरनेसोत्मावतोय. मझंमझे एां मण्मध्योमध्यथर्धने. निगछ इश्ता ।। निपनिङलेनिङसीने जेणेव पनिहां पाडसवारामडे । पा पाऽसनामेवनजंऽछेतिहां. जेरो ने मद्दवाहुनामं ललजाहु नामें. एणगारे । जपजएगारछे लिहा. तेरोव नेपतहांः नुवागछइश् न्ता। उण्जावेजाचीने पंचविहेां । पण्पायमारने अभिगमे ॥ जजलिगम करेइन्ता । इसायवेसायची. सचिताएं सम्सयि न. दवाएं ण्द्रव्यने. बीहुसरणाए । १ । चीण्चोसरावेबोसरायीनेंमांड सांजा मेले चित्ताां जण्जयिनः दवाएं द्रव्यनेः श्रवीह सरणाए२। जण्नमोसरावेलेसाससेर्यने २ एगसाडीय जेण्जर पनानोवस्त्रसेर्घतेनो. उत्तरासांकरेइत्ता । ३ । उण्मुजजाडोस राएाम्रेलेवालेवालीनंश् अंजलिकट्टु नलीले जेहुहायले डी.मञ्चयंकरे इ२न्ता | ४ | मणमस्तडेंसठावेथढावीनेपांयभंगनमा येनेदीन्यणजे हाथनेमस्तउपाय चरकू एण्डष्टी. फासे जाने एगादिहिए। जेजेम्मे कुइष्टी करें गुइसादमीप बंद पायांम सान्यवीनेबांहे नमसइता । नण्नमस्कारङरीने तिचिहाए लितिन प्रङारनी मनवयनङाया पकवासलाए। पण्पर्युपासनाडरीने. प युवासेइ २ ता । पण्पर्युपासनाम्रेडरीनेन्याले ग्यस्थानडेजेसेजेसीनें धम्मंसुएरोड्२त्ता | धण्धर्मसालले गुनेंसन्मुजजेसीने धम्महाभ शियचा । घण्धर्मस्यात्मजा हुस्वामी है मोटे विस्तारेडरीडहीहेजा डीते सालजी नेयं द्रगुप्सरान्यत्पारपछी त पढा ततिचारपछीगुईने नमी. सोसस्स सोसोल सुभिएास्स । सुप्सुपननो डोपुछइ । जज गुरनीक्ति कुरीविनयछें भय वां लहे लगयंत अय रयणी ॥ जन्जातश्णनीनेसमें. ममं मण्मुक्रने धम्मंचिंताएं पणधर्म नीतिवनानेबिसें वट्टमाएास्स | बण्वर्त्ततांयां सोलस्स सोन्सोससुमिणादिठा । सुप्सुपनगिंने नानांमसालसोहेमलू. तच्च नपतिहां सढमं पण्प्रथमंः सुमो सुप्सुपने. कप्पर व कुण्डष्पवृक्षनीः साहा गा ॥१॥ साण्साणामार्गीपडी बीए जीजीले सुमिरो सुसुपने: Page #15 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अकालए।जण्जमले. सुरिए सुण्सूर्यसहसऊरशोरस्मि अचमीए जजायमतो. दीठो।२। ॥ होण्डी शेर तइए तण्त्रीले सुमिरो सुण सुपने. चंदसबंदभून गण्यम्नेसप्रियालगीसरीजो. दीडो ॥३॥ घेण्यइ चनले यप योयें सुमिणे सुण्सुपनेभूयाभूयनचंतिलूण 'लूतनायतानुसरतांथेनडरतां दीठा ४ा दीपीका पंचम एपंपांयमे सुमिरो। सुण्सुपने दुवासस्सफो। पुण्जारो.. कएहसप्पो कृष्णतेमसोसर्पदीगे।पाण्डीगम्प हेसुमिरो छपछडेसुपने यागयंविमा भाण्मावजूंयक्तुं विमानदेयतानुतथा वीद्याधरनु. वलयंदिछो।६। वण्वसतूंअपवीयेयी हुं सत्तमिए सण्सानमे मुमिरोसुण्सुपनें नक्वरडियाए। पिराउिपरे कमवं उमलभहासभुजगेने पसंहायं संगतोपो दिहो॥७॥ हिपछि अठमएसुमिणे मणमाम्मे रवजूयंजसूर्यटातीण योत.नयोयंकरेइ पयोतउरतांप्रशसउरतां.दिहो।॥हिहिहोत गावमे एपनवभे सुमिणे सुणसुपने महासरोवरसुके । भणभोटोसरो परतेतला वपावडीसहिततेसुगरोयमेंदाहिरोदिसाए। घायतेमां त्रिपरि सेसुगमनेटक्षराहिसे बोवंडलंनविसइजेण्यो डोगसतेपराधेलोमतीनलजेहयोथोंदीहीण्डीहोल्दसमे एएसमे सुमिरो सुण्सुपने सुराहो सुण्स्यांननेतूतरो. सोवणपत्ते। सोपसोनाना पाश्रमासोनानांथासमाहें पायंसंमरवेइ पाण्पायसलोल नतेक्षीरलोतनतेक्षीरलोतनजातां दीठो।१०॥ दीडीहोल्गारसमे Mग्यारमे सुमिरो।सुण्सुपने हबीय हाहस्तीपरे सूढोण्यायो वानरोदीहो॥११॥ वाण्यानरीडांगणेघरस्तीपरययोछे दुवा लस्समएसुमिरो दुबारसमेसुपने सायरोमाण्सागरसमुद्र मझाया मण्मर्यापमानः मुचीमहामुप मुस्तोतेछांडतो. दीघो।१२ दीपदी १२ तेरसमए नेण्तेरमे.सुमिणे। मुण्मुपने महारबा मण्मोगरयनेविषेमोरे रथमांचछा यण्याण्डा जुन्तामुन्नेत र्या दिछ।१३। पिण्डी चन्दसपए यण्यसिमे सुभिरोसुण्सुपने महमणमोटा रयर न Page #16 -------------------------------------------------------------------------- ________________ तेयंहीणतेप्तेन्हीप भोलरहित दीड १४। हीदीगन्नर समएपण्पंन्नरमे सुमिरो।सुण्सुपने रायाकुमारो रारान्मनाकुमारमाहर सुजयानपाम्यादीप्ता वसह वक्षलतेपोरीयापिरेंगारुढोदीठोपप माण्चयो धीमे प. सोलसमएसोपसोजसमें सुमिरो। सुण्सुपने गय सपहस्तीतेहाथी. कएहाउ कृष्णात मला जुयतानण्मुगलने ले माहो माहे झुमनादीठा । १६. मूण्वटताऋभूगरतांघीय एएएनेण्ने एवारने सुमिणा सुण्सोखसुपनने सारेपा। मजनुसारेउरीनेभयचं, लण् लगयंत जिसंसासरो लग्निसासनलिनमार्गमा पंथमजार 'माहे. फिभविस्सई। मिस्यूिचामेस्यूत्पाताष्टिउपासेतेउलो.इय चंदगुत्तस्स रायास्स जेरुया ययगुप्तरामन्यमुजनापयनराण राजनां. वयणं वण्ययन सोच्चा। सोण्साललीने भद्दवाहु लन रानामे, अशगारे ।म अरागार. जुग्पाहारो। मुण्मुगप्रधान पपीनांघी चनधिहसंघ य य तुपिघसंघ ने समरव ससमक्ष पणे भागलराजाने भणियं । लपलपाकालागा उहवालाप. चंदगुतेरायाण्यगुप्तरानोपयमरलेसुपननांइलयासें सुहेरोसुण्सालये अबो। अमेसोलसुपनमाउथ पढम सुमरो। तपतेभाप्रथम सुण सुपने कप्परचे उपमुत्पवृक्षनी साहाभागा। माणसासामोरीहतीते लागातस्सफखंततेमाटेतेनो इसमेहोसे. अद्यपभीए । मण्ञापसी पंचमनारामाहें. कोधिरायाण रोशनसाधापत्तासन पाजडी.संजम नगिएहइ । १।। संघसंख्पवृत्तने नयनहीलेसीमानहीं खेलेप्रथम. वीय जीजीले सुमिणेसुण्सुपनें. अकाले अण्याखेरेभध्यान सुरि एअचमेग। ग्रुपसूर्यसहस्रउरएोरमीजापमलों घडो तस्मफलंतप तेहनोइसनेहवो होसे फेवसंना उपवलज्ञान पायोउंयंजायम ॥२॥ योगमनपर्यवज्ञानवापी ज्ञानयाधिनिर्मलज्ञानपिछेहन्दसेतीएरीश्री. सुमिरो।सुण्सुपने चंदसछंदभूए एण्याधिसो यालएर सरीमोधी तस्सफलतण्तेसुपननोभेहयोसपासे.एगेधम्मे जेण्जेओडेरलीना धर्मसभागारगोभविस्सई ॥३॥सण्मनेट Page #17 -------------------------------------------------------------------------- ________________ > कुमार्गथासेंपोतपोतानी सर्घ प्रमाणे मत्थापसं सीपरेधर्मनेारस्यै धर्मम्पर्गयां जनेऽध्यासस्यें जापणा मन जास्ये एमीनसुपननोइस छेउ चनचे पण्यये सुमिरो सुसुपने भूयाभूयं ग्लून जाडाश विषे नच्चति नण्नायनांहीठा तम्मफल तप्ते सुपननो इस जेहपोछे. असंऊयापूया जण्नमंतिजवृतिलेषधारी लिंगपारीनीपूर्ण भविस्सई । ५। लप्पांयमांजारामांयास्येष पंचमे. पंचपागमे सुमिरो सु सुपने दुबालस्सफगो दुण्जारएणो अलोसर्पविषधर वुडरे संजुत्तो संण्संयुक्तोविषसहीत हीदीठो । असर्पीडो तस्सफसंतनेसुर ननोइस दुवासस्सवासाईं । दुष आरवरसनों दुकासोभविस्सई | पुण् दुरासमहारजङराङरसाएशेषावान मोहवो दुसथास्यें तेांकासी 'यसुयपमुहा ॥ तेनेोकुरी रसिकसूत्रमभुजसर्वविछेद जाडीरे सेते पण सुयामविस्मई । सुण्यल्पसूत्र रेसेते परानीपपियाजे ते. वानहीरहें.चेडदन्वच्प्राहारिलो येण चैत्यनी थापनामुर्त्तिनी उजाड वारस्ये. मुशिभविस्सई ॥ मुण्जेहवा मुवी माय धरावीलिंगधारी रेसे. सोनेां सोप्सोलेरीने मासारोवेसी माण्मासारोपला. उद्यमण माइ । उपउन्न्भणाहिंसाने. बहवे जपला. नवभावा पूयाइंसंति । तपतप नापलाव हेजा डी नें पूरा स्थापनापशी पून्नडरा वसेतथा पेय्राक्टिस्यें खेड़ वालिंगधारीयासे तवजेसाहूधम्मंकंखियो । नतिहास बुद्धा होस्ये घण्धर्मनी यांछासहीत जाक्षापीवासासहीत. नेबहवे नेण्ने घणांते उमग्गनवदंसेति ॥ ५॥ निमार्गेयासनांजनेनिमार्गपश्यतांवीयरेप बडे सुमिरो छप छठे सुपने व्यागयंविमावल्लियं । खापनावतोथो स्पषियोंथीपि मानवस्पोद्देवतानुंतयाविद्याधरनुं तस्सफलं तपते सुपननो इल चारणममदेवे यानं धायाश्एाविद्याया राजेजेजुची पंतसाधु मरहेएखएल पायलरतक्षेत्र पायजेश्वत क्षेत्रनेविषे. नत्र्याग मिसेई हुन पांथभांजायमान ही होर्घ से सुपननो सन्तमे सुमि ऐऐ । ससानभेसुपने कमण्उषसह सपत्रजयालक्षपत्र. 4. J Page #18 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ૧૦ करमीयाए महासमुङ नदयं दिहं । उपगतोयको दिए दीने तस्सफस तपतेसुपननो इससेधे चंन्त्रारिवणा ।। यग्यारव वपन्नता पर तंजहां तण्डहेछे. ब्राह्मण जाण्ब्राह्मण वस्सय । बपवालीया खन्ती । जण्जत्री. सुद्र। सुण्डलंजी चन्नारिवणमझे । यन्ते , प्यारवर्णने परमादेवी वस्सहते धम्मो । बण्वांगीयाने हायैश्रीलनेस्व नेधिर्मनोनिनमार्ग पन्नन्ते । पण् डह्योतेनावसेते रसे श्री निनधर्मते वाया नेकुसेावस्येरेसें तेांवालियगा । अगमगागिएहस्संति तेतेवा एरीयापएरा चलीसाम्पाङरीसहित जथीरथडगं जण्जनेडइंटमार्गेप उस्येतेयस्येतेलेस्ये. सून्तरूइ । सूष्सूत्रनीसूयी अप्पज जप सत्यलु ननेंतेथोडा मनुष्यनेणारांभविस्स, ७ मण्तेसलिलवानीयास्पे उमेसुमिणे । मेसुपनने खजूनउजोयं करेड् । अपसूर्यनही जजद्योततेण्यात उण्डरें तस्सफलं तप्तेनोइल. समगा सश्रम एनिग्रंथ रायमगंमलूएं। राज्य मार्गन्तयलने स्वरनोमार्गभुडी ने खजोड्नूयानीपरे. नोयं करिस्मंति। उपद्यांतर इंदहेजीनेसोस्नलरमाचस्य तेांसमाएगा तेप्ते समंश्रमण निग्गंथाएं । निप्रनिग्रंयनो प्रयास करमाएंगे। पूर्ण पूलसतारसन्मानआह रावगुणामयूं छोवानविस्संति ।। छोपथोडातें जस्पा स्पेषानां सोतीपवे नाव नवमे सुमिरो नम्नयमे सुपने महा सरोवर सुकं । मण्महासरोवर भिएाहिसेंसूडों दीठो दक्षि पाहिसेमसिनन बात सफलते सुपननोरंजेंड इसभरहेवासें लण्लरनक्षेत्र नंविषे ति दिसंधम्मपिछेदं । निभिरादि से धर्मधिछेहन्यस्येंरजने एगंदा हिादिसं जेण्डर क्षिराहिलें धर्मरहस्ते पायोडो थोवधम्मंनथिस्सई || यो रेस्येंते पानी डोलतांतथा विगरीत था कुलेशतथालयातथासंाजा सहीनरेसेड दसमेमुमिए ।समें सुपने सुराहो सुस्थानने उतरो सुव एथासे सुसोनानांपात्रमांत या सोनानां यालयां पायसं भरई। संलग्न ते क्षीर लोग्न लक्ष कुरता हीडो तस्सफलं तपते सुपननोइल. उत्तमसीत्तमनी परालक्ष्मीते मझिम यरेगभिसंति । मण्पध्य Page #19 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मनेतथामजमनेघर नसेयन्तीनीयघरेन्नसेकुलकम्ममगामानूए । नत्तमा । नीयमग्गंपविस्मई।। १०॥ उपनयासमार्गनीमर्या सत्ताधर्मनीमर्याघात्तिमन्नतेंभुडीने उपत्तिमातेपत्तमान तिम भाषांसतेनीयमार्गप्रयेशरस्यतयागुनीमर्याघनुस्थे र इगारसमे ग्यारमें सुमिरो।सुण्सुपने गयारुढ गणगन्नेहलीउपरयल्यो यो धानरोदीहो। वाण्वानराधडांमाथेयडी तस्सफवं ततेसुप ननोसहयो,सुहियारिसुपरसोयात यायन्ननाधान मित्र तिस मा तिण्रान्मापस्य हीधा तेंदुजएगा। दुहीचा दुण्पुर्ब नरानन्य टुण्दुजीयानेसुप्नीयासीधा अवमागाभण्मपम्मानीयज्यमल्योगः पयछाया। पण्तेरामप्रतिष्टा तेरापुरसभेतसे सेवारिसे सजणाइ रफाग।सामनेलेसनसमानराज्यब्नेग्याजागसीनिमापन पिना हरिवंसजायव। हण्हरियंसन्उपना रनम्यानमात्रीमतिबंत. पमुहााकुलेपण्प्रमुजार्यनेनेच्या प्रमोहम्खनन ज्यहीभविसई शरपरारहीनतेराग्ल्यष्टयास्यो मतेंभरीपेटलरत्येजनेगोलायल्गरस्ये. वारसमे सुमिणे । नारनेसुग्नुपने सायवरोभाणसागरसमुद्रतम झायामण्भर्यापतेनीति मुचसई। मुण्मुस्तो हीडो तस्सफर्णनातेसुपनालये छरे रायअमुगाचारियो । वत्तीयाधिसभरवायंकरइनविसई ।। १२॥ राण्यन्नतथाप्रधानतयाझेटवालस्थानगरसेवशरमापुछायतेपायीयाथास्ये पोतानाडुलनीताधर्मनीमधभुसें खन्यायनोपदारस्येजन्याप सामष स्थे जपानीतेनेहवादस्य चिणजे घरपद्यमांसयारभ हाचिगय नामदरा हरीतिमार्गमुन्स्येलपस्नेहयावास्ये पयमेनारे पर तेरसमेत रसमेभिरो। सुपसुपने महारहे वाजुत्तादीठा। भण्महारथतमा रयतेमारमुक्ततेने वण्वाणायामपनसनानुताधी तस्मफलंततेसंपन्दोगेपछेवैगगना , वे।थैण्दैराग्यमाचेफरीदृग्नावस्थानणपणासहिवळचारित्तनगिएसई१३ यापशास्त्रिनहीपरागकुटी छलांसुजल्योगछांतीक्ष्यानहीतरीय जैवभावे गिएहसइलेवरमायतेंदुषधारीनापरालयातून पुजनाने पहात धूपएक्षिाम सेंपछेपए गुज्नेिलाहीम्पनेनापतिथईनेयालसेनेमने धर्म ग्रहस्येनेपासहि Page #20 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १२ ) तनहीलेचनुदृसमेगण्यदृसमे. सुमिरो सुसुपने बहुग्धरयणंजण्नतिमोर त्नछेपणातेहीणदिहं । तण्तेलेहीनतेने‍हीत मोलरहित टीठा तस्सफलं तपसु पननोइसनेहुवीछे· मरहेलण्पायलरथमो एरवा ॥ जेायजेरवतमा समा एा । सन्समा होसेते कलहकरा इण्डसह नां कुराहारममरकरा डण्डमरजोरा तेनाकुरनारान्प्रसमाहिकरा जण्ञसमाधिनां दाहारमाहोमाहेश्मनिययक रा। जाजनिवृत्तिनाम्राहारउपशमरहित. डोक्सने हामविस्सई | १४ | बीमा होमाहंसने योग्येने पाते पाहतयोडोरस नसंघाते सनेहुनण्थास्येपयमा पपन्नरसमे पण्पन्नसमे सुमिए । सुसुपने रायकुमारो रापालनाकुमरने वस हारूढोदीठो । वण्षमतेजसह परे ज्या तस्सफसं । तप्तेसुपननोक्सनेहुरो वत्तीय कुमारा । क्षत्रीतेरन्पूतनांडुकुमाश्ने रायमामविस्सई रा नष्टथास्येपछेपोटीयाजेडीपेटलाई स्पे. जुनास इंगिएहस्सई । १५ पुण्यम मार्गतेमिथ्यातनीमार्गग्रहस्येंरान्नसर्वमिध्यानीहोमें धर्मनिहोस सोससमे सोन्सोसमे. सुमि। सुसुपने. गयकएहा गन्ने हस्ती पणाला जूयता । नूनूगसतेछे फफकरता दीठा कुरता बढनाहीडां तस्म फल ।। तप्तेसुपननोइसग्नेर्छ. अप्पमेहा जण्लरतक्षेत्रमाजस्यमे अल्पका संचासिणोमेहा। जयायालय रससेमाग्यानही था असेनहीथार्पन्न रेनेस्पे तारेनहीथार्थ पुत्ताय पुण्पुत्रतथा सीसायसीन्सीष्य प्रकास । मासिलोजा डासनांजोसनारजोरानांजोसनारगुइनांछिद्रगवेषी देवगुरू ।। हेण्हेवतया गुर्अम्माषियरो।।जण्मातानथापीलारेपपास्यापोसानेनां सूसूस गान भविस्स ई ॥ ९६ ॥ सूपसुश्रूषानहीं+रेत्लक्लिनपुरे अवनीतपणामारे १५ दुसमय दुदुजमच्या रानुजायपायमोजारो महादृहदायगो मामहादुनाथले मासुजनोछारोनथी मणीने सोय सोलोडोत्तर पक्षनां पुरुषछेते जे सिद्धपरकमाते । सिंहनी परे सुरवीर थमाक्रमोरचस्येते भवसमुदतरीकृष्णं ॥ ललसमुद्रतरी नेर्सग्मतपविनययेय्यबथम्रसे ते तरसे के इ देवलोगंगमिसाईडेण्डीर्यत्तिम पुरषलसीरीतें हे वगुः धर्मर्समा पार ही ताराधी है वसोम्नस्ये तसोचा सोननोज चंद्रगुत्तेरायायंद्रगुप्तनामे राज्यमनमांदिया रीने कामभोगा अपलोडाम लोगथी मनवास्यो, ति इतए । तिपत्तीचाली Page #21 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पुत्रंरजेठवेनगपुर पुत्रने रानयापै. संजमंगहिनाप-शंशन मसे अगसरांकाक्तगत्या नगशएकरी देवसोगंगन दे० ऐवताधरजातात.शपनाशमारः- - जगारीमाजापरावालारोडीजाजोनानाम रजेः - ३१-रोगन पुत्रनेराननेपाशी मधुगर टोरी. शेतजमीनपुगपुष्पमरावी तांशिरलष्ठ पर २५.-शेममासंपवावीरल-५. शहाणलाई २१ शेडयापशीलपरानी - शाहीरयराडांभीपुर २० शमोनलहंशरारपसगा पल्लाघरमशीरामं रणे. १५ रेठालात ठपएर ५ हातपंशुतनानलती लाला हर घर-५ शयेरळमोरारोगारीनोटा १७ शैउनथुनेतरीकंठमांडवी रेप वापरण्येर११. रोहमायतशनलतांना/५ पानेमयंगुलायंट पपंतपयशभियं -नागमशनेरालयंट शागेराल्लासमोर-५ रनमश्कीरह७ टेन परमेशजराएलग ५ मा मोतीपंशनोऽयं७ रामामशीपुरपार ---14 शरयंब्लुमनाम१२शावीरलमिळ५. शान्यतुशाहेपारारा--, १. परप्रयोलपा-शामसुलाहिर १० शेहलगरप्नलनाउएल/शा गएपनहंशरार तान्नेमहरिशनल-शरामलांगल... घुगरशी टेवा पामारपालमुशनल ५ नमाजगरनारयावाफप्नुपरशापानायंन्नायल - गंमुष्टतानाहांकरीनल- मपरायल Page #22 -------------------------------------------------------------------------- ________________ > प्रत नाम. प्रत બ १ शा.रतनशी हंशरा ४ शा·यापशी पाशु ५. शा. शोमराहमीडाबेरावसला १ शा. पेशी जास ५. शी. तारा संहाনल ५. शा.पुनिल बन ५. शासनशी 4 १ शम्बीशनल मांडवीन. १ मारवाडीहा 12 लवराजानगं ૧. यूं ान २. शा. लोन्नतां लाधारिक २ . २ शालतांनेएश्रु १ शावीर विध हेप्नुवरी शाः पुरम राहतो. पानायंट मार्च २ लोहागछनानीगोरधनळ ५ सुनाएछलुगांनंतर नाथालाई राशी ५ शागो बहलुलारमलयुक्त १ शा. ५. शाजा खुलासे २ शा. ७ शालारममरवानाधा 4 शेवल रंगवल ५ शागोबाळशाग़ए ५. शा. वीन्पारलारम ५. शा.नाराएलने ५. शा. मेघवीरल 3 शारनाशारीसाहेबुं ७ शाई पराजीतही मार्गल कुछवागगांजेला ५ शाधनल नागधु ५ शा.मोशी हाल ५ - शास्नाशारीसाहेबशी ५ शा. हरीरातलम हेवन्संहक २ शाहेरसंघा रान्कुरायसंध गोल तानपुर ७ शा.पाना वेरम वाहना ४ शेडजीमव्यं वेचावा. ५. शेठ मसीहको जमशः शेठ नगीनलाई ३६सुरत ५ शेड शोलागरांत पाट . नाडीजल शेठनगनहारी तारापाशुरत ५ गार्धाणिकानांमोती ५ शान गाजल १ शान्नागशिलाजोलसेल ५ शेडगुलाजहतापाह Page #23 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रतनरामप्रतनामा ५ शेफप्रेमय वीमालशी-मारवाडीहरजयल५-शाहररावय-२ मोएपिताधारी ४-शा पाल्पा शुला मारवाडी पुलटनवालाल ५. प्रागल सगळ मुनराना थानलशजल५ लगवानलमधीमंन्तरन लाघिरमीगोपीना ४ोशलिगमनलगिडे डा.-१ मोतीयंग्याएर ४ शालालयानेगार-१कामेगल- - ५ शाटो पुरशीनतशी५ रामनवीरल ५ शामराग--- १. शरटेन्टरटेवरा ५ शाम्मरलमानग- शान्जारीलाधर ५ शाहीराष्टयर -४ शामालुमेपा ५. टेकनपशु २. शान्टरनलवावीर २ मारवाडगिडेडशनर पारर-१शशरारोपवल एगाम र शावरन्जगतापहमारपिटर' २. वागमाहातमा २. नलग्रेशर .. २.लेनिवारजाहीर- शात पुनाहंशारा २.उनीबासरी-१ शापाशीलाघा२. शाडे शिवललाएर-१ बलोलामा २. निरशिशिराब----२ शाहीराम्सशी २. सोलाजारोल- पहजारमसळलंढारीले २. शम्नथुलपाईगोरी- पूर२ लावता-- मारवाडीज्नुपयवाघ र उदरनिराक मणलहंशरारलता पर ५ शानलजोडीपाशा - वसरल ५. पानायनाएगच्छन्नुरंज्या ५. शेअरपटगस्टयंच्यामध्ये ५. भारवाडीसीरामरतनार परजपजतगंजुरटयं. Page #24 -------------------------------------------------------------------------- ________________ -- प्रतनाम-प्रतनाम हवीरमगाम -१ पाएप्लोल्लगमन ५. गोश्रीमानथुगांयूएल नेमपंछपरम . प्लीबहराए- - शगेलाठेशव५ समीरगंगेला वीरमगाम ५ शरमाप्रशीटरशी. २. शिवरसगुलामयारतन्यर/ रागवलयल २. मारवाडीजसध्ययोहमार/५ शन्देवरान नटेरीने पुरना_-14 रेरार१ शासुरल विश्राम -14 मारवाडीहेमराजनांपेमरान २.शा प्रधमानमा - नीमाएरोटीनए. ७ शतशयरान ५. सरसपंहहरनयंह शारएरिपशिर ५. भान्छाशनारगनाथ २. शारगळवन- | सुपलतापमम्तीजमी १ शेशरएमोघवल -/५. शादराशुलोराया २. मोतीयंठपुरपंच भरारमोरिपर१ मोतीयवयं- ५ शामरालयं ५ पनिांवरमोनल ५. शालरानल्युशनरंक १ मुरलहरमपंच -शवरेष्ठप्रजंन्तरन ५ रोगछनानतरपीरयं ५ र मोयिंठपुरयंट लतेन्शंगलमापी शहरायतारा १. लगानलबल-4 पानगळयन १ शम्मेगळसरगम ५ लाखमरियंहलालय १ शादेपलाजारातस्राब नीमरान १ शारशी गालोनने-५ मारवालोरपिटरसनाव १-शायरल रीनल यंहीरा १. शायराएलका- शाहीरप्चरलग१. शालवएवेरी- शानिरीवरलग Page #25 -------------------------------------------------------------------------- ________________ समतिसार. १. श्री दआ धर्म प्रसर्यो भस्म गृह उत्तर्यो तेनो विस्तार. डेटासे हीस्थापर भी कुछे छे से तुमेतो हमएा थयाछो तमने यथ यारसे वरस ययांछे जे हवी हे हे छे ते हनो वित्तर हीरने छीने. · जरयचिणं समो भगवं माहावीरे जाय सव्व दुख प्यही तरयणी - चणं खुदाए भासरासी नाम महग्गहे दोषासस हस्सठि एवं समास्स भगव माहावीरस्स जम्मा नखत्ते संकते तप्पभचणं समझाएं निम्याएं निगीय नो उदीए२ पुया सकारे पवत्तइ जया से खुदाए जाव जम्मा नरखलाई पिकतार्ड भविस्इ तयाएं समझाएं निग्गथाएं निग्गथीय उदीए २ पुया सकारे भविस्सइ अर्थः .जेएसी रात्री. स. अमएा. ल. लगवंत मा. श्रीमहावीरन्न, न्লवन. स. सर्व पु. राजमो.पै. जंत डीधी. तं. तेएसी राभीरने. जु. क्षुद्र स्वत्लावछे. ल. लरम रासी. न.नामे, म. माहाग्रह. हो. जेहन्दर परसती स्थीतीजे स श्रमपु. ललगवंत. मा. श्रीमहावीरने. म. मन्नम. न. नक्षत्रे तं. सम्योजा व्यो.त. ते घीवसथी स. भ्रमण. नी निग्रंथ. नि. निययीने. नो. डी. प.पु. पुन्न. स. सतारे. प. नहीं प्रवर्ते न कुवारे से. ते जु. क्षुद्र. जलप जन्म.न. नक्षत्र षडी.वी. जती मवो. ल. पाशे. गितरशे.त. तीषारे. स. श्रमण. नि. निग्रंय. नि. नियंथीने. डी. मध्य. पु. पुल. स. सतकार. ल. हुस्पे. जेम्स्यरूपसूत्रयांहीं ही स्यापरमी. मानेछे ते मध्ये पाठ उत्पोछे ले बेल श्रमा लगवंत श्रीमहावीर स्वामी मुक्त गया ते वेजने लस्मग्रह भीसमो बेहतर बरती स्थीतीनो लगवंतने जन्म नक्षत्रे जे हो ते एसे हरी जेहन् बरश लगे कनमारगनी साधु सापवीनी गियर पुल सतहार न थ्यो तें जेहन्दर बरस पुरां थी या डेडेलिनमारगनी साधुनी सापवीनी पुन्नखतहार थीयो, हवे ते जेहन्दर वरस हुपारे पुरां पर्या तेनो पी धार- श्रीवर्धमामस्था मी मुक्ते गया तीवार पछी भए। वरसने साडा जाढ़ मासतों या थोरजारो हतो पछे पांयमानाशना यारसे सीतेर बरश सगे संबंत चीनायास्यो पछे चीकुमाते नवो संवत ज्यौ तेहने ने हन्तर परशतो संवत पंधर Page #26 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जेम्मीश यर्पगीया तीएासमे श्रीसीद्धांत हैजीने घ्या मारण प्रवर्तीौतीह थी घ्या मारणे हीमती थीरजो. जेसुघनो न्याय लेता था तो श्रीसुंडाशाने साधुनो मारंग सत्य शोर्पाजोछे होहरो ।। लेगुलाम सतपेढीजोपतोही नराजेनाम ॥ पुत्रपछे पाननमीतोही पीताने हामः ॥ १ ॥ ..तथालस्मग्रह परततां पडा कुमारपाजरान्न. चिमनसाह बस्सपान तेनपान, खाटीङ धीया तेो धागा भैख उराव्या. पानिनमारग दीपतोन उत्यो साहमा मी ध्यात्व वधार्थी ते माडे हुमएगा पैचा उहेसो घ्या परमी मते तोपए। सत्यछे, सींद्धात तो संतला डालना याच्या रजावे छे. ते अनुसारे जे मारण सत्यछे, नेम जोशपाल पाएगी जा पहीला तो मंस खाहारी दक्षश्री हता. पछे ध्याधरमी माहाळून श्रीया तो ते से सुं जोटा अर्थ दीघो के लसो डार्य डीपो ? तीम हींस्था पर भी मी ध्यात्व यत मुकी घ्याधर्म आह यौ, ते सा छे ते पीसारी लेले. 1. लेपारे हीस्याधरमी उड़े तुमे कुपतुच नयी मानतातोखेलत्मग्रहनो प्रस्ताव डीम मान्योर ते उत्तर तुमने तुम्हारा ग्रंथनी साज हेजाड़वा माटे उ . घोछे. लेम श्रीमहारीरे सोमलने तथा पाचर्या पुत्रे सुम्देषने उ‌द्घो ने तु मारा म्हाना मतने मानो ते थी ते हवे तेहने ते हनान्मतनीसाज हैप्जाडी. तीम रजमारे पग उपसूत्र मानवा न मानवानो तो हां अम नथी, तुमने सामहेोजाडी छे मे तुमारा मतना सारा मध्ये पहा जेम उद्यो छे तथा संघपटाना करछुहार तुमारे छुप गयाछे. कनवम्पल जरतर तेले पए। संपपरा मध्ये लक्ष्मयम् + ह्योछे. तेसींधपरानी अव्यसजीछे. ॥ मालीः ॥ इह किस किस कालः व्यास वक्रासरास || स्थिति विगत तत्वेप्रीति नीति प्रचारे ॥ प्रसरद नवबोधः प्रस्पुरत्का पयोधा * स्थिगिति सुगतिसर्गेः संप्रतिप्राण वर्येः ॥ ३ ॥ जेसंघपटानी भील डाव्य म्ही हवे तेनो अर्थ उहेछ. हि उसी डालपां यमो रजारो ब्यासह बोले सर्पना मुजना जांतराने हुना मुजमाही रहेबुंते करने डीस्पो सुन जाचो स्थिति पांयमां अलना मानचीने मीतीतुच्छ Page #27 -------------------------------------------------------------------------- ________________ हुस्ये नेलगी तत्व देव गुड्नेपर्म घ्यादीसुद्धपंथते धर्ममार्गखोपासे नयनयामतपंथप्रगटथाशे मायन्य हुएपने धर्म पपसेने हवा पंयना सेयर हुसे मोक्षमार्ग हाधर्म सोपाशे गाउा . सगधराः।। प्रोशर्ष भस्मरासीः महसरवदसमाश्चर्य सामाज्यपुपद ।। मिथ्यात्वंध्यांत रुद्दे जगतिविरलतायातिजैनेंद्रमार्ग।संक्लीष्टंद्रष्टि मुढा प्रवल जडजनाम्नायरक्तै र्जिनोक्ति ।। प्रत्ययीसाधुवेषेः विषयभिरभि तःसोयपार्थिसपंथाः॥४॥ जेसंघपयनी योथी गव्य उही रुवेतेनोमर्थ रहेछ. प्रो. उत्सर समानलस्मरासीयाल्मो डीपस्य तथासमानछेरालए महातमा मोटोमायर्य तेजन्ती योयीसीपेनगर मीथ्यात्वीना मार्गथोपिया जो नायर्यले मार्ग स्थापरमीनुरा लसुरमंत्र पारीली धपती हवीनवपंगाना प्रजम हयानगगुरीनरांगे उरी पुन्नयम लक्ष्मीना संथय याये उसीखीयाटप्नेलनमा उहाये सुद्ध घ्यामागतेजस्य पतंगपत संसीष्टधीष्ट मुंढकीस्यापर ध्याधर्म नानीमज्ञानी उसीसीमा घणुजम दुर्जननासो रहे जेएसएरी गेनिनग्रामसायछे उतीर्थसाधु वेष धारीछे पीए बीयरीनारीमासंगनारगुहार सोहयासमार्या यनयुनेसुंगपे उरी अयिततेषती मुस्त पंथवांछेछे पीअर्पितुतेरुनेन होर्या ॥सार्दुष॥ किंदिग्मोहमिताकिमंधवधिराः किंयोगजुर्णरुता ॥ किं दैवोपहताकिमंगठगिताकिंवायहीवेशिता ॥ कृत्वामूभिपदंश्रुतस्पयदमीद ष्टोसदोषामपि ॥यारत्तिकुपथाजड़ानदधतेसूर्यनिचैतकतेः ॥१७॥ - मेसंघपटानी सतरमी सन्य ही, हयेतेनोमर्थ रहेछ. िाि सीसीलुख्याछे रिचारमाधष्प, रिचारागाशियोगतंत्राीयार हीयुर्ण लुझे वासजेप, माथे पालीने सोचस्य वर्तिया उरोणे. चिंघा हएयाणे ने मंजुधी येशुमी भावरी से पिागारानी परे ग्याशेजापा मुग्घ मुरजगुरचना वाहयाजरायपनेरुशीने हीस्याने धर्म उहेछ.या ग्रहवासी रीमा मेरो वेषपारीओपीना वेषपूर्णने पाराधीनी परेमा वेषले चलायाने ऐतरेणे.ने Page #28 -------------------------------------------------------------------------- ________________ (. ) सुनवाली दांडीने कुपपत्र हेजी अरए। थापी लक्ष्मग्रह पीउनाउने लोजवेछे से यैत्य पोसाल कुनाची संपीमार्गे घासेछे डीहां सुत्रमध्ये हे उराव्यां नयी उत्ह्यां ॥१७८ जिनगृह जैनबीच जिन पुजनं जिनयात्रादिविधिरुतं ॥ दानं तपो व्रतादि गुरुभक्ति श्रुतपठनादि चादतं ॥ स्यादिह कुमत कुगुरुकुप्राह कुबो ध. कुदेशनाशन॥ स्फाटमनभिमत कारि वर भोजन मिवविषस वनिवेशत: २० जे संघपटनी चौसमी काव्य उड़ी, हवेतेनो अर्थ उहेछ . ने हरसीजे 'नैननारेनिन जीजपश्पी लराज्यांते हनी पुन्न जटमर्छन उनी उरावें छअयनो कुटो स्राची धर्म्म पोताने रजर्थे पायेंडी पोजवानेडाने शिय गच्छ योरासीनीपना पएाजे सर्वे लक्ष्मग्रह जसंतीनी पुन्यनुं जछेराने लेगे याज्याछे में डामररस्वेतांजर वा हिगांजर वा जोधाना प्रासादेहरा नीपनाछे. तेस्वेतांजर तीहांयी लेर्य भावी ने सोकुने पीश तारीने साल हे जाडीने उत्तराष, मारवाड, गुन्रात, प्रमुजे मासाह स्रावी जटमनप र्मपरपी यासतो ङीपो छे छेड़राना इव्यतथा गुद्द नवांगे पुन्नबीने द्रव्यलंग रत्नराव्या जे ग्य्जवधी मार्ग डीपो ने हान, तप, इताही, गुड्लक्ति, सृति, ल एगवानी पुन्न, पोथी, पुन्नएगा जे नाही हेर्य कुमती कुगुई हुयाह कुजोपीडहेसना सतप्रमरे पर पी यही ने परे रहे सोहुया समार्यासंगर संहन घरश्यालम प्रपान लोग्नमध्ये विजनासवाघाण्यातीमवीज दुगुना गृह हवासुरी गुर उध्या डेवल नईगामी नवा पायंडा न्यावा. पारना ॥ श्रग्धरा ॥ त्र्याकृष्टं मग्ध मीना विडशपिशितवः बिंबमादर्श्यजैनं ॥ तंत्रांना रम्य रूपानपवर कमठा सिष्ठसिध्योविधाप्य ॥ यात्रास्नात्राद्युपायैर्नमशितक निशाजागरादि स्थलैश्य ॥ श्रधालु र्नामजैनोस्थिजितइव श ठैर्वच्यतोहाजिनोयं ॥ २१।। जेसंघपरानी ग्नेस्वीशमी सव्य उही हुवे तेनोग्जर्थ म्हेछे. नाकुष्टं कम जाडमीने मांछसांने गली नाजी सोढा ने संकुडे मांसनी पेसी बसगाडी ने मांछसाने पाणीमाथी डाढीने मार्या. श्रीमती वेषे माछी समान प्रकरएाश्प गसीनी घेरी, सोखना, अंडुडा ते माउजर मांस पेसी तेनिन प्रतिमानी पुन्न देजारी ने कम या छसां Page #29 -------------------------------------------------------------------------- ________________ शंटेपाड्यांतीम श्राबस्ने जटमर्द्दन धर्म जींज पुन्न उरावीने खतुरगतीसं सारमां नाज्या. नाम श्षी घराची धुर्त विद्याने ही इर्थता मांडी छे. नेत्रभासेल गीरनाराही ङ स्नाया वीपी पुनहीङ पीपाय वीषे राती रंगों उरी. छस मांग्याछे जातोयएगी युवतीने जे अंते तेथेने दुसीलडसे वेछे जेहुवास धुर्त चिद्यारजे उरी वंये छे हो नैन पेषधारी हाड़ा सेहवा हुई डीम स्रोछो ते जेएंगे इषी वेषे न्गय सर्व वंश्यो छे. सोङमाहीभगत्र गुरपरावे छे. शा ॥ श्रग्धरा ॥ सेषाहुंडावसप्पिण्यनु समयरुसन्भव्यभावा मुभावा ॥ त्रिंशय होयं खरचन खमितिवर्षस्थिति र्भस्मरासी ॥ श्रत्यंचापर्य जनमतहतयेतत्स मादुःखमाच्ये ॥ त्वेवंपुष्टे पुदुष्टेदनुकिस मधुना दुवभेोजैनमार्य ॥ ३० ॥ जेसंघटानी श्रीशमी अन्य उही, हुवे ने नो अर्थ उहेछे. सेषा जे सुरीनामत योरासी यास्यान्ते कुंडासर्पणीने लेगे पायमो जारो दुसम समय जीन्ने लक्ष्मग्रह, भीन्नने लेगे योयुं जसलती पुन्ननुं जछेरं हसमाने लेंगे पायमुवामनेनड से पायन्त्रेणे उरीने लव्य बना लाव ही या पग्या येर्यो उहीरने पांथे सा श्रवमांही हींस्थामार्ग हेजाज्यो ते पशुं ग्जोगएरात्री शमो लस्मग्रह व्याप्यो श्रीमाहावीर हेवने जन्म नजेत्रे खेडो तेरे उरी जीन मार्ग प्रगट यास्योछे सुद्धमार्गसौधर्मसाजा ढंडाएगी डीपरांठा मार्ग यास्या से मोरा साश्चर्य हीसे छे, ले श्रीनिनेंहनी पाएंगी डेवल से! घ्यामय यासी जावे छे. जायारंगप्रमुजे साज्य ने सच्चेजीवा सज्वेभूषा सव्वेसना नहतज्या घनीवयनातः मार्गसुपो नित्य यास्यो जावे छे. अनंत योची सीनी वाणी ने मार्ग हुएएयो सोड़ने छ: जी डीवा ने जटमईन दुराने ते दुष्टे पांथेडीना पोषणे धर्म यसाच्यो. अहो ! लाई निनमार्ग पामतां होंहीसो डी. पी. के सोझेनर मिथ्यात्वेपिश्ववापर्यो यायें हनीं परे लमाडी मुझ्याछे सृत मार्ग सोपाणो पर्णनी इसी मंडाली. इना जेसंघपटाने उरएाहारे पए। पंथमान हुडासर्पणी जसन्य पुन्य नामे हसमो जछेरे। मान्योछे. त्रीसमा लरमग्रहनो वरतन पीएए मान्यो Page #30 -------------------------------------------------------------------------- ________________ नीम पासरांहसूरी टजाने कुरएाहार पए। हुंडासर्पिणी हसमो जछेरो लरमग्रह मान्योछे. ते भरमगृह बीतरे श्री घ्यामारग घीपतो थीयो. संपत पंदरसे जेस्मीसें श्रीगुजरात देशे सहीमहाबाह नगरने वीशे जोशवालवं सी साहसको वेशे तेनाएगाबटनो व्यापारउरे, खेडछा खेड बुवान जान्यो तेरो महमुदी रोकना होडडा सीधा. ते संडेसाहे हीया तेऐोते हीन होउजनी पीडीमार पाशेषी थोडी जिवेयाती सांघी ने हएावाने मारे घेरमर्धथाल्यो. जेहेब व्यापार अमर्थनो मुसन्नएसी जेवात प्रतक्ष हेजी वैरागीपनो संवेगलाव माझी नारगाना व्यापारनो सम उरी पोताने घेर रखाव्यापछीसीद्धांतसजवा बोधमाय ॥घोपा || सर्वतपना मेउतीसो गयो । जे कुसुमेत मततीहां ययो ॥ए जही महाघाट नगर मोजार या संकोसाह पसे सुविचार ॥। १८८ नेने हेजे इषी खायार ॥। ते गाधानोडरे बीधार ।। ग्रंथ सरथ मेसे तेंह घएयो । विधम मांडे लजबातो शा तेथे तने मल्यो सजमसी ॥ तेणे जीहु बात बीमारी ईसी ॥। सुत्रे खोल्यो ने खायाशते से पासे नहीं लगा। आप लोग्रंथने राजे बेस । थापे नीत डुडोजियरेशा सोड बाहे लए नहीं ।। गूर लगी पाहेछे सही ॥ मा सुभेतोगुने लांजीन यादरा साथी ने पांजे पृषी डीया ।। साधुतगोतो नामनीग्रंथा खेतो हे = जीता सर्व साधुलांज्याछे निरबद्ध परनेतोजोले छे सावद्ध ए मेतीष निमीत महाशे परा ।। बैह डरे पाप दुर्मता । पुपनवरूपी नपी उरे बिहार ।। जमासमणे बोहोरे खाहार ।। जाधार्मि ले खवी 'पार॥ पापथडी नवटले सीगार ॥ जा लोड लोजवेलोले पज्या रागद्देज जहंडारे यग्पा। खेह ने बांहे जागे पाप । खेहवो सुमति डरे ताप पा ॥ यत ॥ संजयन बंदीजा ॥ मायर पीयरं गुरु ।। सेलावइ पसथारो ॥ रायाणं देवयायि ॥ १ ॥ पासर्थवंद माणस्य || नैव कितिन निर्जरा होइ ॥ जायकाय किलेशो || बंधइ कम्पस्न आइ ॥ २ ।। अर्थ ससकती देतां नेने घृत पयजाए। नथी तने वाहवा नहीं तेयाससार Page #31 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ว बेहेबारमा मात पीता मोटेरा शेनापति, शेठ, राल, दुसहेव, तेजे पगेलागवु पड़े तो ते संसार बेहेचार छे ॥१॥ पराधिन सींगी छे ने पास्याजेटले लष्ट थीया लेने चांहतो बड़झे डीरती न पामे. तेम नीर्नरा पान होतोसु याय के कुलेश जेट से दुज पार्य हरमने जांघे. पशा ॥ योपा || जे सुझे हजाडे सोडने ।। सोङ घटा संआएगा मने । डा ह्यांतेो विचार्यो घएटो छोड्यो संग म उपत्तियों पस्ता पुछेमठपतिरे वाएगी जा । डार्थ डरो डोजां प्राएी जा ।। दुसना गुर अं चाधे नहीं सजमेलाच्या तमने सही ॥ १०॥ा प्रती जोधीने आवङ र्या॥वडेत मारे, जमने जाय ॥ जान्तमे सुं समले धर्म ।। तनो जमने लांजो मर्म ॥ १॥ सतुं वित्तर तुझे उहे ।। तुम हीडे जम मन नवी रहे !! तमे उहाषो सहगुरे साथ ॥ घ।। सगाडो छ। अपराध ॥ १२ ॥ गुछश्रीश गुणे परीपर्या !! ते गुएातमे नवी जंगी उर्जा ।। तो गुइली डेम पंहीजे तक विकार ही थे। सींगी मे ॥। १॥ गुसा जबगुएानी वात्मती दुरा ॥ बेस ले मन निश्चल इशानि नन्नुरने उह्यो बांध्चो बेसा गुड़ा हो वो महोचो लव लेश ॥१४॥ बेस वाहता समझीत तहे गु नहीं पंयमखारे उहे । खेह कात मुंडे सांलजी ए तेहने मित्तर जाये वजी ॥१५॥ बेसतोछे कुंए पीसेस ! मेनउरे सुपों छपिदेशा ॥ गाथा | वेसोचि पप्पामा || संजय परसूवट्ट मास्स ॥ पर तीत वसेसं । विषन मारेई बजतो. 11911 | थोपा ॥ तज पुंडाने इहे मातमा ।। अर्थ कुरो डोलो जातमा वेस तपोछे महीमाललो ।। शाजी तेड़ पर सालसो ।। १५८ ॥ गाथा || धम्म रखइवेसी । संकइ वेसेा दिखिउ त्र्यहं । उम 'गोए पडतो ॥ रखइ राय जरावश्र्व ॥ १ ॥ अर्थ. बेस झरीने धर्म रहेंनेवेसने हेजीने मारास जीओ ने बेसले होय तो जीन मारगमा पडे नहीं मेरिजेड राज्यने दृष्टांते नएवु.. ॥ योपाई ॥ बुझेउ न मनार्थ खेम ॥ वेस जेम्सो तारे जेम ।। सत्धु गुणे वंहासे वेस !! खबर नथी कननो उपदेश . रा ५७ Page #32 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उचल देसने यांनी न्नएरोले पिपराष्टांत सानप्यो मधरून महिसाउरजांधीने मोथलीपप्परसानो नाम लज्यो.पछेतेमाथी साऽर उटीने उलयो जंधापरसाउनो नामछे तेजघराछोडीने जायतो स्चा साउरनोभावे नोभावेर तीमधन सरजो तेजपरलोवेशनने साउरसरजा तेसाघुना गुएरामरावा. वीनासम वेसते पराजघनमरीजोछे. जंपननो गुण भेटलो वस्तुने राजे तीम वेसनो गुए संत्मना गुरानेराजेपीए गुराचीना सबनीनहीं. योपा। सुझे उहे जमे परज्योधर्मपतुमेनरोतेहनो मर्मपा गुरमापारी गुरावंत हेचप समे उशतेनी सेच पप तुमेवाली मुमो मन विमास राजीमहीन रहीची उगुइपास पललोसेवको चीजघरसापप गुरसेव्यानोजहुपापा टावनीनेहीएटा यारी फोय पोरापासे पंघये सोय पते पए होवे डुठो पांगों दुर्ललनांधी मसाललो पा गाथा॥ जेबंभचेर पठा॥पाय पाउंति बंचयारीणं ॥ तेहुनी टुंट मुढा॥ बोही परा दुल्लहा तेसिं. ॥१॥ मर्य. ज्वायर्य पी लरथे भने ब्रह्मचर्यचंतने पगेलगाडेतेहुंडा,मुंगाथा नेतेहने पर्मनीमा ती पीएलवांतरे होहेली होई.. योपार्य। लएया गुण्याना गुए तस मायाालोयरे मसुधारो पायातो पण पासयादी पंया संगतदेहनी वरपरंपरा यंपमापनसुयीमां पीनेणतमने शीर नवी यडीस तीम पास्था उरएपउरा पित्तम तासन यंहनउरे पररवारगयो हवीयानोभायंगलीसंगनरत्यो जाएगा तेपामेनीयाजती घएगी पशील संगती मेरुपी गएरी पर नेहची रीत चीयारी घएगी गुरसंगनमा भारी पसुपो पर्म जमेनापर उगुर डेव संगन परीहार पर नुमेतो निर्गम गुरोजायापदेवना पणे पाये घऽयाप तेनिलस्तिनपाएपपिराउयोरीए. Page #33 -------------------------------------------------------------------------- ________________ तो पपाए लहाजालनो डामनलगतीहां समीतनोगुएरा दि पा घ्याधर्मलाज्यो वितराग ॥ जमे रत्या गवथनेवागराएप नागारंग योथे नळे गएगाधरतीर्थ रनोएर पपरंपरा हो सुन धर्मतमा एविघरे जोस तुमारे घरापरणार ... . केरलाग्ने रहेछेसुधर्मस्वामीना जमेरेडायत लेनी परंपराजम पासेछे तेरुनेनीपखण्याजोस पुछवा. जोल. पपेलावेयाथाल्यो र नानाराने मायारत्मएया वीना दीक्षा दीयोछा. उ मुलगा नाम इश्वी नवा नवा नाम मापोजर मलइझावोणे. पणमासमणे चोहोरोछो. ५ घोडायथेष ओलीने जेल शोछो. ग्रहस्थने घेरेजेसी बोहोरोणे.ट घेरेगने उपप्रधान योछोरनीतप्रत्ये तेहीर पेरेवोहोरोछो. प० नंघोप्पीउरोजन्योतीषनीमतप्रचंनेणे. पर उसयाएी उरी होणे.१उ मंभर. झाडो जोजघ उणे. पर नगरमध्ये भारतां न्नता सामेला सोने फलाहुप्रतिष्टायोणे. एसात जेबेधन उठायोछो. पोपी पन्न चोणे. संप पुन्न उराकोणे पर हेय प्रतिष्टा उराचो. रुपनुरा एल्पोथीभापीरातल्गायोछो, २५ पुस्तक पात्रा योणे. माग राबोणे रउजापाउरमी पोसारहोछार मांडवी उरायोछोरपरीपएी जजाची इपीमाल्यो र गोतम पउपो उरायोणे.संसार तारएलेसोरायोणे. यंहन जालाना तप उरायोछोर तपस्या मुराची पेसाष्योछो. उसाना इपानी नीसरशी ल्योो. उपसाजापऽये रायोो. उरमिरा टोचशयोछो.उड पुत्रढोवरायोो श्राप पाशे मुझेखपाची उंगरैयोछो उपमालारोपएसयोणे.उपजसो वृक्षलरायोणे. उप महोतरीरानात्र उरावोछोउट नया नराधान प्रतिमाने ठोयराबोणे.उह आपउने माये वासजेप पालोजो ना भंडावोछो. पीयाजापोथेरपंचराघोलोओनेमाथे मोधोरेरायोजेर गाडेअथराजोपमोरपीछनाउंगसएा राजो छोन्पु स्त्रीनर संघटाउरोणे.४७ पगालगे नीमी पछेी झोटोछोद Page #34 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( १० ) सुरमंत्रस्योछो. ४८ स्पडणं घोतरावो छो. प. सांजेसनी खोली दुराबोछणे. परनती मुचाकडे साडुनासोड़ो छो. पर कती मुवाडेंडयुल क्ययोछो सेवा जाएगायारीना झंम करीने वसी लगवंतनी परंपरा पर पो छो जेघधुं मन्युक्त उरोछणे. साहमुंडे नेड़वार जोस पुछपातीबारे लीगीया नवाज हेषा असमर्थ थीया. पछे साहुमा कोषवंत यीया खेड़वो लगी साहसुडे ते इन्यसांगी मी य्या दृष्टी सोनी संगत मुडी वेगला रही पोते सी 'डांत पाणी पणा व मते समङ्गीत पमाउता हुचा. ते हवे समे पाटा मध्ये साह उबक तथा सुरतमध्ये साहु इपक जे जाती है छत्याही वैरागी पष हुलाते हो जने सक्षोगमे घननी रासी मुडी सीद्धांत मार्ग प्रमाणे संम जाहर्या डामर सीद्धांत साजे धर्म पश्या उरी धर्म नेपदेश देष ध्यामार्ग ही पाव्या. हस्पा परमी उठेछे मे तुमे साए उहेनी परंपरा मध्येछो- डेहेमाडेडा मांछोतेीितर सुगडांग सुत्रे पेहेले सुतजं पे जीले अध्यने भी े. रिहेदे गाया २० - २१ - २२ मां छे. भवि सूपुरावि भिखुवों ॥ श्रासावि भवंति सुब्वया ॥ एमाई गुणाई आहुते ॥ काशवस्स अशुधम्म चारीएगो ॥ २० ॥ तिविहे वि पाएामाह ॥ प्रायहिए शियाण संबुडे ॥ एवं सिद्दा त सो ॥ संपइजे प्राग यावरे ॥ २१ ॥ एवं से उदाहु प्रयुत्तरनाणी ॥ तरदंसी प्रयुत्तर नाएादसाधरे रहा नाय पुते भगवं वैसालिए षिपाहिए तिवेमि. ।। २२ ।। जर्थ - अ. हुपाते. ली. हे साधु यारीत्रीया. पु. पूर्वे के निहुयाते. जा. • जगमीरने डाले हुएथे ले. (ल. वर्तमान काले ले छे. सु. तीर्थकर पूर्वे उत्पाते. गु. उपदेशने उहीता हवा. ते सर्व निन. उ. रीजल हेवनापर प्या. ज. पपने. या प्रचतविशहारा न्यासाहारा ते गुण उपदेशम्हे छे. ति. त्रीपीपर. पा. प्राणीने न हए. सा. जात्माना हेतु जी. जा. नीयाएगा रहीत . सं. संपरी साधु. जे. जेशीरीने नेहवा सापु. सी. सीड यया. ज. घरा जनता सं. वर्तमान सीखे छे. जे. वेछे. ज. जागले पासे ज. Page #35 -------------------------------------------------------------------------- ________________ बीमते पएसीझरो.जे. प्रेम त्रएणद्देशे शे.तेले माहीता हुदा. जन्मपान झानना घाएगी.जापान जिना पपी.जभयानानाः ज्ञान प्रसाना परएर हार माशाहोऊना पुरजी ना.सीधारथरान्न नापुत्रम ज्ञानपंतावे.प्रधान पिस्तीर्ण जानना घरी. वि. कीताचा. प्र.मि हुं छणं. २ जेरुपे मायारे प्रपते ते श्रीमाहावीरना उडायन भएरधान .. . २ आर्य क्षेत्रनी मर्यादा. .. .. ... टपाले हांस्या परमी छे. क्षीरा से नया तिर पसेतारात मोल जस्तोस नामे नगरले. तीहां रामनमा सोमपर्ये लीथे तीहां परालैनना हेहेरांनी पुन्नप्रमुज होय मपोतानो मन थापवामारे साजरेजाणे.तेरातसुरवीर उरे तेीमश्रीरतिरस्पर सुनमध्ये ज्योछेले. कप्पई निग्गंयाणं वा निग्गायी वा पुरथिमेणं जाव अगमगहा ई चिसयार्ड एतए दाही रोग जाव कोसंबीयाई विमपाई एनए पञ्च थिमे जाव थुगाई विस्थाई एनए उत्तर जाव कुणाला यिस्याई एतए एतावताव आयरिए वित्ते एतावताव कप्पइ नौ से कप्पई एतो बाहिं तेरांपरं जय नारा दसरा चरीताई उपम्सप्पंतिए१ अदेसे.. मियोनेपुर्वीसे जंगस मगपंससगेसायनित्र ते रुमुसुधीराग्रहीयंपानीनीसानी पूर्वधीसेछेन्क्षी उसजीनगरीतेतो क्षीराधसेसमुहनलाछे मागेसमुनगतीसगेले. तीपारेमगीनो स्यो उपरपरा रह्योर पश्चिमीशे युनएनगरी उहीने पर उग्छोशलगे मार्यमेत्रमागेसमुद्रलगतीसोछे. पित्तरशेडएपसरशसावीनगरीते डरमेनारसासर नामे शेहेरछे.पहीलातोभायजेर पए हलो पापयशीशमार्य शितो रित्तम पुषनी उनपतिलुमीम पारे गएयापरधर्ममार्ग तो विद्यापरली श्रेएरीमा पएएनो पछे सप्रमा ये पटतोर श्रीमाहावीरने यास्नेरखान मार्यजेत्रनी मरन्नधानपाएटिछतेमरम्मघनाजेनलगेगहरेग्यारतीर्यवते तथा रेस्पो . Page #36 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( ૧૨. 2 नगरना नामठाम दूरीगयाछे ते जोोत्तर यही भतीजे छीरने कम पां उसीपुर ते पटणे हेसारएापुर ते महसोर हथलापुर ते हल्ली सोरी पुर 'ते नाया. जमीगाम तेवढयाश. चली डाएलांगसुत्रे पांयमे गाणे जी के पी देशे उत्पोछेले नोकपपई निगांथाचा निग्गंथीण वा इमाउ अदीठाई गणि याऊ वियंजियाऊ पंच महारावार्ड महाराइ अंतोमास्स दुषोतोवा तिरखुतोबा ऊत्तरीतएवा संतरितएवा तंजहा ॥ अर्थ- नो नःस्ये. नि. साधु वा जथवा. नि. सापचीने. छ. जे जागत उहीस्पे. ग.गणी पांच संज्याने. वि. प्रगट डी.पी. पं. पांय. म. महा व घएटपाएगी माटे. म. मोढी नही जो. जं. ते महीनामाही दुजेार ति. त्रिएावार. डी. पीतरवी उही. सं. तरवी.तं. ते हे छे. गंगार ग्मना, उ सरन्तु खेरावती. पम्ही लें जार्यक्षेत्र नीम होतो ती साधुनो बीहार डरे. तोतीहांनीए नहीं डीमन कुहीर सुनो मेस नेता न ही सारजान जननी बताबी गंगा कमना हील्सी नागरापासेछे. सरन्तु ज ने ध्या पासे छे ते पूर्व हीसे छे जेरायती लाहोर पासेछे. मही गुजरातमांछे से ले जे पण येतां जार्य क्षेत्र रखे हील भराये तथा घड़ा जार्यक्षेत्र न होवेतो भारतीर्थ पण जेनहीं नेयार तीर्थ से नहीं तो सीद्धांत पानहीं मी स्यात्वी सोड जने जनार्य क्षेत्र जे होतो सुभ हांजीहांकी होवे खे से जे तारा तंजोस प्रमुज जार्य जेत्र कुछे ते सुत्र बीइड मुंहेछे. ने तारा तंबोस जार्यक्षेत्र होबेतो नही पातीहांनीळ गएरातपए। ते तो नथी । ह्यो बजी बबहार सुमनी खुलहा मध्ये यंद्रगुप्त रालना सोल स्वपना उद्या तेहना अर्थल जाह स्वामीर उद्या ते मध्ये पशुर्णम ह्यो ने पेहेले स्वमे दुस्प एक्षनी डाल लांगी ठी. तेहनोइलखेले जानपीरान संनमनहीं जाहरे बाली सातमे स्वामे लोग कुर. डा. दिपर हमल डीग्यो पीडो तेड़नो इसके. चाउला वणारा मके वइस हथे धम्मजविसई, पारदर्शमां बाशीरताने घरे परम रहेशे जेसे जेतारा तंजोल Page #37 -------------------------------------------------------------------------- ________________ तेजार्यक्षेत्र परानही अनेरान्नारिनमारगी पएनहीं रजेवातसुत्र भमानराचीननेऊद्यापीत डोदेशमांजोधमती बैनीहायछ. ततोमंसम्भाहारीर्छ मंसनोनाहार रेछेचने समये समयेनयो पिपन्तोमानेमेहनी अधाजनेडीयाजेहुचीपरीतछतेमाटेनेहीन मायटेश जनेनेहीन सीद्धांत प्रमारोछ. जय जय जिएरा कलाए तय नय देसे धम्म हामी भविस्सई.॥ जेषयनपएर पुतीजनोछेतथा हीस्याघरमीनातीर्य पाहपजाजु, गीरनार शेत्रंब्बे गौडीयोसमेतसीजर तथा शीयमतना तर्थ गंगाराम नां सरस्वति, यंलागा, ल्वालामुनी, हेमाटो, नटरीघर,नगनाय, हारीन, गीरनार,हींगाला त्याची उत्तीर्यते पाहीपुमतना पालेभागल ओर्थ नाजरेताये नमरातीर्थ पायसात हजर गाल गिपरेछ. तो तमारातीर्थ नन्गर्यक्षेत्रमध्ये हाथी होस्येने । अर्यतीरयते स माहीतोसुत्रमध्ये नाम उत्यो होतो ते जाणे ३ पनिमानी स्थितिना अधीकार. हीच्या घरमी हे संजेश्वरा पार्श्वनाथनी प्रतिमामाइमायंत्र प्रत्मवादिननावारानीछे जेमहेछे तेजेमंत सुत्रवीरहरणेलगवती सत झामे जसे नवमे पाह उह्योछेले. सेकिंतं समययंबंधेर जरा अगड तमाग नदी दह वावी पुष्करणी दीहियारा गुंजालीयारां सराए सरपंति या बीसापति यारां देवकुर सना पव्वाय थुन पाइयाएरा फरीया पागार हासग चरिय दार . .. गोपुर तोरणाशं पासाय घर सरश सेए आवणारा सिंघाडगनिय चउक चचर चउमुह महामापहइरां छुहा चिषिल सिसेश समुचएवं बंधे समुपजइ जहोणं अंतो मुहुत्तं उक्कोसेरा संषेजकावं. मर्थ- हवे सुंतेसमुयय अंघहीजे. समुययमंघले जघात सरोवरार पाएीसहीत सरोवर. नदी. ह. वाय. पुस्पारसी. सीर्घि शगुन्नतीसरासर.सरप्रांती. जी. पीलपस्ति रेवस सल्ला पर्व युल.ना. सीमापार गठनोट.मरालऊ गरायोपुर Page #38 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १४ तोरण. प्रासाद घर सरएा सेरा जे पर वीसेज कुणी. सींघाने नाङ्गारे त्रीवरो. सोवटरो घएटीगली. चतुर मुजरान मार्ग नाही हे जे हुनो ग्जर्य पुर्वे सज्यो छे छोड़ सुनी थी जलो, गही बनलेप विशेषजे राजरी जंघ अपने जंघ लेडे ते न धन्य तो अंतर मुकुरत रहे ने जीतहष्ट बडी संख्यातो डाल रहे. जे सेजे जनम (क्री) वस्तु संख्यातो अस रहे पीपरांत न रहे. बसी लर पना कराया जापघ्ना कुरा माहावीरना बारासगे जसंख्यातो डाल डीम रह्याए गौतम स्वामी ने ने जीजी हांथी बांध्या। संजेश्वरानी प्रतिमा जसंज्यालो डाल कीम रही?न्ले हेव अलावे रहीखे धर्म म्हेतो पण लुहुँ सागें डेमड़े देवता शेर्पा वस्तुनी स्थीति रधारा समर्थ नयी पृथ्वी अपनी स्थिती जावीस हमर परसनीचे तेणिपरांत रहे नहीं तीयारे ही स्वाधर्मि उद्देशे ने सेंभन्ने गीरनार, जाजु समेतसीजर गीतोड प्रमुजना पाहाड साजो परशनां जान सुपीडीमर यार तेीतर जे पाहाडो तो पृथ्वी थंडी साग्या रह्याछे. पृथ्वि बडी जा हार नस पुहगल पोहोरो छै तेऐऐ डरी रह्या छे. पए। कटको सदी बुहोडीघों ते जावीस कृम्भर वरश डीपगंत रहे नहीं. कम मनुष्यना शरीर बड़ी लाग्या यानज केशबपे पए। अपीने लुहा डीघा पछे वर्षे नहीं, तेरीले भाले ते मारे जसंज्याता असनां देहरा प्रतीमा रहेछ ते सुबीरहेछ. धाकरमी सेवावासाने फळ. हांस्यापरमी उहेछ ? हेचगुइ धर्मने डाने रसापाङरमी जाहार हीने तेहनो साल ते सुध पिश्द्ध उच्छे. श्री गणांगने त्रीने गएरो ; घोघे. ने भए प्रकारे उपजत्य जाणजो जांघे ? कंचनी हंसा करतो थोर जोजोलतोयडो. उ श्रमएा नीग्रंथने समा सुस्ताने जशी जाघाडरमी । जन पाएगी सुजडी मुजयास देतो धड़ो, खापा उरमी जाहार जोपध्य गपाश्रय हैलो जाल डीहायडी होस्ये १ बसी लगवती सत पांयमे आहेसे छठे उत्पोछेने. अह्मकम्पं प्रसव जेतिमापहारेसा भवइ सेतस्म गएास्य णा सोइ अपडीते कालंकरेति नयी तस्य च्याराहणा ॥ Page #39 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( १५ ) रनर्य-मामाघारमीतह प्रेते निशिस्नेहयो मनमाही स्थापरहार हुसे.तेह ततेह स्थानाने ना जालोयापीनामाप्रतिक्रमापीना.म. अस मरणप्रतेरेना नहीं तैहने लन यथनेचीजे नारायः नपाउरमीझाहारने निरोश वएपने लोगव तेहनेनची माश पनामाह्यो.वसी लगवतीसतहले पदेशेनरमे ज्योले श्रमएनि ग्रंपजायाश्मी माहारलोगयेनेभात उश्मनी गांड गटांघेलांनी धीतीयपारे पए प्रदेश वधारतीरनुल्लागारेजनंतोलसंसारमा । ध्ये लेतो हेपाहारनेरीपालीहस्थीर जप जाणोजांधतोउलो. मांसलोपने मांसनो धातारले नरगामी होये तेहनीपेरे जे पान पदरोजे जालावानरा पाठ सुत्रपतीन्नेले. . . . ५ मुहपति बांधे पायुका अनहगाअते पाह. हीस्या परमी उफेले मुरुडे मुहपनि पीते पुस्लडनेन्सनषागेतहनी मतमा भाटे घेरेछे पायायुमयना करभारे चीनपीही. मुहपतिथीपैपायुशयनी हीस्याटसतीनयी. मेहयो ज्छ तेजेअंतसुत्रवीरह लगवती सतसोपमेणसे जीने ज्यो. . गोयमा जाहेरा सकेदेविंदे देवराया सुहमकायं अपिजेहिताएं मासंभासई ताहेए सक्केदेविंदे देवराया सावज भास भासई. . अस्याथैटीका: यांजदासकेंद्र सूक्ष्मकायं वस्त्र बांयाटन मुष स्प मास मानस्यजीवसंक्षरांतो निषिद्योभाषा भवति ॥ . अर्थ- हेगौतम म्यारे सद्रदेवरान.सु.हस्ताघरे यस्तुजेमद्ध सेंजनेरासु-स्त्रनेमते.जरा धीमा जेरसे मुजनेवीषे हस्ताड पायानालानाजोले.त्तीपारे सोडायरान्नसुकु-हसतमा यस्या कि मुजारीपाजोले.. . ... . . लगारे साहायपत्तेरी मुजोडीनेजोलेषापुना पचनी रक्षाउरतो निरबद्धलाजाजोललो उहीमे.पिप्यारे मुजेजोसेतो बायुम सनापरुपतोजोखेतीपारेस्यपद्धलानाजोलतोहीने देणे मुहपतिनतमा पीजोलतांचापुरपना पनी हीस्याटातीजे Page #40 -------------------------------------------------------------------------- ________________ साजनएवी सने नाठांज्योतीहार्य योनपी.जने तुमे होणे पुस्मना, मासातनायलयामाटे मुजपति पीतेजोये उहोणे मरे पुस्तम तो श्रीमाहागीर नीराथिया पणजीजागाछे भने मुहपति तो श्रीगौतमस्वामीने शमशाहीछे तुंगीजा नगरीनाभासायाधीमांही तथा त्तिराध्यनछपीसमे गायात्रेयीसमीना पेहेलाजे पध्माउहोने मुहपतिय पडीसेहिता पडीसहिज गुग॥ . मर्थ-मु.पहिj मोहपति.प.पडीहीने.प.पछे पडीलेहे-गु-गुच्छानेते पियारीनेने. ईजात्रा तीरथ कस्माते सुत्रसारपाना आसावा. हीस्याधरमी रुछनेसेनेगीरनाराजाजुः जष्टापट समेतसीजर. प्रत्याधिपर्वतनी नत्राऊरवी.संघाख्यातेहनोमोहोटोलालनेम छेतेनोत्तर.जेपर्वतपिरतीपरसापुसीप्यातेतोवंनी ह्याछे.पग पर्वत तोपंनी नथी. लमओयवहारीयो गेम्हारे सीनाएावरोउरे तीवारेषोऊपीपहारीयानहाटे मारी थापण मुरी बय पर्छ मलातरे वीवहारीजेतेहारसुडी घएशि शररेरे पीयो तेहाटतो तेहील्छपएसोचीपहारीयानो हारन्मएीने पापरान मुनाम मे पर्वतोहाट समानछे दीवहारीया समानसाधुसीध्याते. हवे तेपाहाडतोसुनाहारसमान रह्यांतीहां हुंडीनो साराहरोईनही तेमाटेजवनीरू पीया तथालगपली मतामटारमे पिसेसमे सोमलवाह्मएने श्रीमहावीर नोखेमप्राउरवीउहीने . -- सौमिला जमे नव नियम संजम सआय झापावसगमादिएसु जए मासेतंजतानप१२ नियमअनेक अभियह संयम१७ सझाय५ध्यानधरमश्रु क्ल॥ मर्थ-सोमीले पुण्यँतमारे भगवंत मत्रातिप्रस्तः त्यारे लगवंत गित्तरहेछ. हे सोमीलोभाहरे हा तप जारेलेनीयमत मलीग्रह बिसेस संमते सतरलेसकायस्वाध्याय यैयाए त्यादी मे जवस्ये रात्री धवसनेचीपेस्रयोत्याही पटते जायस्या । जेल सामायाहरुलेगतेने वीजेगतनाममृत्तितेन्मत्राहीजे. Page #41 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मेटली उरए उरची रेसमारे नत्रामज्यो. २मत्रा श्रीम 'हावीरेसोमीसने उही ममाहावीर टीम जलध्यसर्प तीर्यऊरनु ज्ञान हसनसमठीत मेसरजूंछे.लीवारे रीजनपने पाजेही न्मत्रानरावी. पुरवे नवाएंवार जलदेवसेनलेसाव्याउहेछन्नत्राउरीसेसर्व सुत्रविरद्ध उछे.न्ने जलदेवनेलावेलामानछे तोलरयनेहरा राज्यानो रिपोशीम धीरने सर्व पोलेनउरेते अार्यनीमाज्ञा जनेराने जीमहे? तेवीयारीन्नेले. पचली लगयतीरान चीसमे से माहमे स्पोछेले. तिथं भंते तिथंकरे तिथं गोयमा अरहा नाव नियमं तिथंकरे तिथं पुएरा चाउवगाइयो श्रमरा संघे पनंते तंजहा संमया समणी साक्य सापियाई ।। मर्य:- तिर्थप्ररछावधीन रहेछ तीर्थयतुर विध नहीजेाजयवां तीर्यरतेतीर्थ रहीमेर तिप्रस्न.रुपेलगवंतीतर उहेछे.हेगोतममरीतन्नयर पहीला तीर्थर तीर्थप्रवरताचण. हारछे पए तीर्थनहीं तोतीर्थ वली ग्यारवर्णलतेयातुर पा रही नेतेहक्षमाध{ऐरी व्याप.साधुसाधवी श्राव: श्रावड़ा. । तीर्यार तोतीर्यना माय उहीने जने तीर्थयार उहीने सम्पुसापपी. श्रावः आयमानेर पराजीहार्य तीर्यजनेन्ना पर्वतरलमयोत पासपाटयोतेनालाप सीद्धांत मध्ये उह्यानमी. _ सेत्रंजो सास्वत्तो कहेछेतेनो उत्तर. हास्यापरमी उहेछ ने सेनन्ने पर्पत सास्यतोछे.तेचात सुत्र पीछ उछे.ते उमले लगपतीसतासातमे से होछे. तयानाहि प पन्नंती मध्ये उह्योछे छे छहोजारोजेससे तीपारेलरतजेन मध्ये गं गर सीधु नदी जने वैसाढ पर्वत रहेसे.सेज सर्वपर्वत पीछेान्नसे तेपातमाछे. पव्वय गिरिडुंगरुथसमठी माइयवेयह गिरि वजे विरावेहेति॥ मर्ष- प. जीरापर्यंत वैलारा घिउ तरीहपिपरपाएपोप उंगर सीमाना वृतरेनना यस पर्वत समीप लूमीने प्रत्यापीऊ पैत्यादय पर्वत Page #42 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( १८ .. • परम्ने सर्व क्षयलसे नीचरण. वि.नीमरणाचीन नाम्.. . मेपासुत्रमध्येछे. तीहासेत्रने सास्वतोरहेस्य मनधी त्यो. तीचारे हीस्या घरमी उहेस्येलेइजत्लॉट नेपाळमध्ये नाव्यो. ते माटे रत्नकुर पीछेरसेर तेत्तरमतो जलकुट रेहस्ये.गंगासी घुउररहेस्ये. जोहोतेर नीदरहेस्ये.पीए पर्वत मध्ये तो पैत्याढय हील रहेस्ये. तुमेसेत्रन्नने उट मानोछोले पर्यंत भानोोरमनेने नल उट रहेस्ये.ते तो वो तेहबोल रहेस्येने सेत्रनेतो तमे उहोछोले हायपियो ने साथ हाथ खाजो रहेस्ये. साम्यतो होतोन्युनापी उनीम होवोरतीचारे हींस्याघरमी उहेस्ये ने गंगा सीधुनही पटी नसे पएसार स्वती गएीछे.तेमसेत्रोपए बरावो तेणित्तरगंगा सीधुने जेपासे. पध्मवरीमा उहीछे. ते वीये साडीज्यानहन्नेलननो बीस्वारगंगा सीधुनोजेन यो तेतोसईसास्वतो. असमलावे पाएनोत्रवाह घट शे पानीनोक्षेत्र घटस्यर्थमनथीयो.गंगानो दृष्टांत सेत्रम सायेनामीयो.सेत्रंन्नने पर्वत उहेछो पराकुटतो नयी सहेता.तेमाटे सेत्रने असास्यतो दैत्याढ्य वर सर्व पर्वत वीराससे तेमध्ये गएब्ने.साधु स्त्रीच्या माटे तीर्य सीद्धमानोतोजठी हीपतोसर्वतीर्थलोम जने सीड़ नेत्रहीनछे मसाएर पिउराशनी लूमीमतीहा पर अनंता सीध्याछे. ते साजणववार्य पन्भवएगा सुत्रे पट्टे उहीछे, तेमांणयवाई सुत्रमा छेरट रनपी गरमागाया जावीसनेमांनी गाया नवमीसनीछे. जथय एगोसिद्धो॥तथ अशंता भव रवयविमुक्का ॥ अपोए समोगा ढा । पुठाब्वे यसोगंते ॥ ९॥ .. सर्य- न लेने स्थानहे सिद्ध मेछ. तत्तीहां ज. जनतासीद्ध . ब्बावालक संसारना क्षय वि. ते मुमाएछेसमाहोमा.स.लपी रमो.पुःसी रह्योछेसघनाजोनाजसने चीजेष्ट खेसाजीरोजेतो सेयनेसास्वतो रहेछेने सुत्र विरह उहेछे. . ८. कपवलीकम्मा शब्दनोअर्थ. १ हांच्याघश्मी रहेछ ने सुत्रमायनसीसम्मासने देवपुन्नरवी Page #43 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( १८ ) उहेछे. ते वातसुत्रसाथे भलतीतथी. लेमने ज्ञातासुत्रे जीवेजध्यने. घनसार्थवाहनीजस्त्रीला सार्यवाही पुत्रवंग्छाने भरथे नागसुनबर क्षने पुन्मयानगर जाहीरगतीहामहोछे ले । जेणेव पोखरिणी तेरोव उवागछई २ तापुरथरिणीए. तीरैसु बहुपु फ जाव मल्लाखकारकरी ठवेई २ ता पुष्करिणी उग्गहइ २ ताजसमझ करेइ२ ता जसं क्रीडं करेइ २ तान्हाया कय बसीकम्मा उल्लपडिसाडिगा जाइं तथरां उप्पलाइं जाव सहस्स पताई ताई गिन्हाइ२ ता पुरषरिशिड पच्चोरुहइ तातं सुबहु पुफवयगंध मल्लाजं कारंगिन्हइ २ ता जेरोव नागपरएयं जाव बेसमरा घरएयं तेरोष उवागछई २ ता॥ मर्यनले. हां.पो.पोजरीवावते.ती. जिजाये मापीने.पु. पुजरणीवाव तेहने.ती. आहे. बाघपा.पु.उस, न्न नवतःमारा समसार. ह. सर्व मुरे मुहीने. पु. पुजरपीवार मध्ये..परो पर्ण सीने.स.पाएनो.म.महनारे रीने.न.पाएगीनी. जी.डीडाऊ. रेरीने. न्हा. न्हाऊतीपाजाजवीधर्म ससे गरार्थासुगंधी वस्तु पीलेपनहरीनाम्ते ने साडी पेहेरी नाही तीतेहनीलीनी.पा साडीसहीत.न लेताती.. उमस मानवतास सहसा पापत्र कुसम्मस.ता.. गिल ग्रहेग्राहीने.पु. ते याचीयरी. प. पाछी नीशरेनी शरीनेत ते.सु.पएप. पु.ई. प. यन.ग.गंध.मामालारजजहार गी. सेनेने लहा. नानागपर. बलवतन्क्षना. देवेसमराना. परणे.ते. तीहां.. आरे भावीने... हिां वावडी मध्ये जपीरीयो तोयाबडी मध्ये रेहेनी प्रतिमा पुठी. नागनुत तो चावीथीनीऽस्याने पुन्योरे. रचतीसाता रमप्यन जाहमे पसीनाथस्वामी पीताने पगेला वा जाप्यातीहां हो न्हाया जाच बहुहिं खुजाहिं परचुडा जेरोव कुंभएराया तेरोव उवागछई ता॥ रनर्य-न्हा.न्हार्यन्नन्नवतःजधाजुजुबघसीजें प.परीवरीलहाकुं उलरानते.तीहा.प.सावेगाचीने. Page #44 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( २० ว हां नव सृष्ट मध्ये नाया स्यजती मा. कय कोउय मंगल पायछीता सुद्ध प्पदेसाई मंगसाई व थाई पवर परिहियाई ॥ जर्थः ऊ. तङ मंगलीङ पाणीनी जंळसीलरी डोगराजीधाः पाजा लए पेड़ेरी तीलउ मस ङरी. सु. मेसरहीत. पं. पवीत्र. मं. मंगलीङ मार थोडोने मुस पो. व. जेहवां वस्त्र. प. प्रधान. प. पहीर्या मेरो पाठ व सम्हमध्ये जाव्यो. उ. पती ज्ञाता अध्यायन साम्मे मसीनाथ स्वामी छ रान्नने प्रतिमोघवा मोहनघर मध्ये जाव्या ती हां पड़ा उद्योछे ने. तएां सामली विदेहा न्हाया जाय पायछीता सव्वासंकार विसीया बहुहिं खुजाहिं जाव परिखिता जेणेव जासंघरए जेणेव करागमइ पडिमा तेणेच उबागछ‍ ता. अर्थः- त. तीयारे.सा. तै. म. मस्सी. वि. विटेड़. न्हाकाल. लवत. पो. जाला पेहेरी तील मसकुरी. स. सर्व सोलता जलंडा रयुक्त. वि. पेहेर्या सर्व बिल्लूषण डीघां. ज. घएपी. जु. जुन अघसी. ल. न्यचत. प. परीवारे परीवारी. ले. कहां. ल. लसीनुं पर... उनसुबनी पं.पडीया. ते. तीहां. डी. जावे जापीने. शिंन्नपशब्द मध्ये उपजली कुम्मा कयकोउय मंगल पायछीता. अर्थ. - ङ. तुङ मंगली पासीनी जंन्सी लरी मेगजा डीधा. पा. जात्रा पेहेरीने तीस मसकरी: जेटलो पाउछे जसीम्म्माशब्दे हेरपुन ऐतो तीर्थडे रेडीयाहेवने पुन्योते हो. ४ वसी ज्ञाता सोसमे जध्यायने उह्योछे ले. एसा दोवइ रायवरकंन्या जेणेव मझेराघरे तेच वागछ ईश्ता मंझणघरं श्रणुप्पविसंई २ तान्हाया कय बसी कम्मा कप को मंगल पायछीता सुद्ध प्यावेसाई मंगलाई बधाई पश्वर परि हिया मझा घराउं पडीनिस्वमई २ ताजेशव जिए घरे तेोष उवागछ ईश्ला F Page #45 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( २१ . .. जयततीवारेसा.ते..मुरची रारान्यवर उन्या.गो.नाम. मंरान धरते.तीहीमावेजावीने.म.मंग्न घरमांजाप्रसारे. अयेसउरीने.न्हा.नाही. दीपांजणवीऊ पीठी प्रमुन चीलेपनीघा. अ.तुऊ.मं. मंगलीरूपाएंी जंगली मरीजेगानाडीया.पा.मालाएापेहरीनेतील मसउरी.सु.सुद्धा निर्मप्न पापित्तम.मं. मंगरी.प.वरून. पानपान.प.पेहेयाःमानाहयाना घरयडी नीऊदीदीप्लीनेनुः छपक्षानुं धरते. तीहाजावेस्पचीने जेटला पामध्ये पहीपानात्यो उह्यो पछे जीम्मा उह्यो पछे वस्त्र पेरुयो उत्यो तोवोत्रीमती स्थललावेनगन नापामतीहांडीया देवने पुल्योराहधानाघरमध्ये जीयो ऐचहतो १ . पावलीमगपतीशतनवमेशे तेत्रीसमे देयानं ब्राह्मएमिनाया हयाना घरमध्ये जातीधर्म डीपोत्तोनाहयानाघरमांजीयो रेव पुन्योर ए.मगवतीशतमनवमेतेत्रीरामे देशे ग्माखीनेजघीउपरे यो तएएसेजमासी रवतीयकुमारे जेरोद मझराधरे तेरोव उवागछई नान्हायाकयवतीकम्मे जहाउचाईए परिषावन्नई तहामाशियचं जाव चंदगो खितगायसरीरे सवासंकारे विनुसिए मझगाधराउपडिजिखमईता __सन्ततीयारे तेलमाषी क्षमीपतमारोह:मंगजनो घर.ने. तीहा. ज. जायेजाचीने हास्नान ीपोडीपांजलीर्मोन्लम पिचाई परपांगने वीजे परीघा वयोतीमह पएर उहीकोन नवतासंध्न संघातेलीण्योछेगान गरीरहनोएत्यर्यसत्सर्व स्मरेपिनुषीत यनिममग्न घरपी नीरसेनीतीने गजेरो नालापानापरमध्ये भयो हेच पुल्पोर. ... रसीलगयती सतासातमेसेनयमेवरानागननुयो मंग घरमध्ये ज्यषीउम्पा घो. पछे मंरा परयीनीस्यो उह्यो.. रोमानना परमध्ये डीयो हेयपुन्योर .. र यली. रायपसेएगी मध्ये उभीयारे वनमांस्नानडीयोलली. पराउलो. तेरोडीयो ध्यपुल्यो Page #46 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( २२. स. याप्ती उसी अमरोऽत्योहा प्रदेसी राना नभलनधारमान्हाई जीतीर्म उरी पछेदेवपुरयान्नयवीयमानंगीयोसेनजान्यांना देतोतुंन्नयर तोन्मेवोरोनाहयानाघरमासुजसी रीपोरय पुरषातो पछेयाप्यो ते पाहतो द्यो छे.तेवीचारीले रूवारी जेएरीरान्नलगचंतनो परमलम्ति चल निरंतर जेमताज : नेछन्नर पानापोलगवंतनी वधार्थमाथेनेहीयशेत्रीलगतलयंपाये पधारे तीराघवशेसाडीजार को आनाए वधाई नोवे तेने प्रतिमा पुल्टोमन म्योरमने श्रीलगवंतल बांध्यागयो तीराव शेरुनानयीस्तारसहीत पराव्योतीहांड्यनलीमा राज मुखगोलनधी उह्यो तेसुई ते नाहचानोरासमपुर्ण खाने छे. ___ जेणेव मजपा घरे रोव उवागछई २ तामझराध अणुप्पयेतईश्ता समुत्तजासाउलाभिरामे विचित्त मणि रयरा कुटिमतखेरमशिजे न्हारा मंडपंसि नाना मणि त्या मति चितंसि न्हारा पीटंसी सुह निसन्ने सुद्धोदरहिं गंधोदरहिं पुफोटाहिं सुनोदहिं पुशो २ क. लोगगा पवर मजंग विहाए मजिए तथ कोउय सरहिं बहु विहेहिं कल्लाग पवर मजणा वसाणे पम्हस सुकुमास गंध कसाइय हियंगे सरस सुरहिं गोसिस चंदणाणूसित गते ग्रहय सुमहग्ध दुसरयरा सुसंबुए सूइसाला वराग विखेवणे आविध मणि सुवणे कपिय हारदहार निसरय पाबंब पसंचमारा कडिं सुत्तसुकथ सोने पिपाद्रगेविविजे अंगुखेजग सिषियं गय सखिय कया भरणा वर कडग तुडीयर्थनीयभूए अहिए सव सस्सिरीये मुदिया पिंगूष गुप्लीए मुडस उद्योषियागणे मरन दिसिरए हारीय सुकयरड्य बछे पासंब पब मागपंड सुकय उत्तरिजे नागा मशी कण रयरा विमल महरिह निउगोवय मिशिभिसंत विरड्य सूसिखित विसिठ पठ अघिद्ध वीरवल एकिंबहुगा कप्प रुख एचेष अखंकिय पिनृसिये नवा सकोस्ट मल दामेणं छत्ते परिजमाएं चाउचामर बालवीजायंगे मंगल जनपद कया लोए मजरा पराई फ डीनिरचमई २ ला. . Page #47 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सर्य- तीवारेने गोपीकराम. के. लहा. मन्नान वानो..घरछे. ते.ती.ए.सावे साधीने.म.स्मान उरयाना.घ.घश्माहि.स.पेशे पेशीने स.मोतीनी नसीया सहीत.ज. गोसालाही जीर्णव्यापते पोज मनोहर छे.वि.नानाप्रभारना. म.मी. र. रतन तेरो कुलूभीमानुनमुंमांगj जांच्युछेर भएछ.न्हा स्नान करवानोभमंउपयोछे. ना.नानाप्रमानाम.मी.ररतनने.मलाती थी.यीत्राछेनेहपान्हा स्नान कर वाना पी. ज्याने ने वीजे.सु.सुमे.नि.जेहोई.सु.सुद्धस्थलावे.. पाएीमे उरीगं.सुगंधी पाएपसेउरी.पु. सयासीन-पाएगीने मी सुत्तीर्थनो ड. पापीनेउरीपु.वारंवार उल्पाएसरी प्रस्नान उरवानी विचीपेरी-मनाया-तन्ती डोडोतीउ रक्षाघनोत्सा गोतम.न.पएप.वि.प्रकारले ल्याएसरी प्राप्रधान मानाननाः मा. छेहराने चीजे.प. पुल.सु.सुहासाले मेहनान्गसुगंधा ऊ गतीसाठी तेरी पुत्पुणेरने जंग शरीरहनु.सु.सुगंप.गो. जावना.यं. यंदना रजालीज्युके.रज मात्र शरीरलेहबुज जडपीराधी उहया नदी.सुमनीमा रुपाना मुल्यां पुरस्कार रतन.सुत्मसी परे.स. पहिरीपुरू.सु.भीभाभा.सन तीनी माताशेवा दी जजीराधी वि.विपन. धानापही मामीना.सु. शोलताखाल्ल एउपहार्या जनकार सराहाररसन्नबसाहार तिमीसराहा र पर अभएरोपालाजो नाली पाडतो एधेरोलेरो.सु.ल्ती की घोछेसोशोमा-पि. पहिर्याचे.गोटनेचीजेभाल्लएररोज . मांगुलीने बीजे वेढवीटी जाना पहीच लि.मनोहरगसरीर ने बीजे. शोल्पती पाऊसीधाछे थाप्पाछे.जानालापासनेरा वाप्रपानां तुजहीरनातेरोन्य.यंजीतछेनारेबलू मरुनीमारमधीम.इ.प.सशोलायमान सेणेमु मुद्रिका पेहे रीजेपी. पीलीय.ज.चंगुलीव्हनी सननाउंडसतेऐ.. योतीपोंछेमा मुजरेहनेम. मुगटे उरी ही घपमान.हा हारेकरी ढिांउपा.सु.लj.ऊजीपुंछे सरपोछे. काहीहनु.पा. अमएरो.पर Page #48 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पांनोपाजे पटनो चस्पतरोउरी.सु.ल.जीपु.उ.त्रिासपणे. नानानाप्रमारनामा भएी. उन्सुवर्ण र.रतने.वि.निर्ममाभन्मोय ने ग्यानि.नीपुरा विमाननोडिया'मिपमान.पि.नीपम्म छे. सुसी परे.सी.समाधीब्रेडीछे विधानाला मनोहरजापहीय. सरक्षनीपरे.ये.जीस्ये जसरकारीणं मुगराधी वि.सी एगार्योई पस्वाधीन. मनुष्यनोज.सामीनानासोरटेनाम्या रक्षा मन्सनी घ.मालासहीत.छ.मेघाउंजर. प.धरावतो धो मरतपयल्या सासनऊजीपांछे.सो.सोन्हने.मानाबाना.ध.घरपी पानी उले नीऊलीने. . . जेरसे स्नाननोवरन घोतेमध्ये ज्यनीऽम्मा शक मुफ्थीन नथी भने श्रीवीरवांचा भयानो अवशरणेत्ये जलीऊम्मा शतप्रति मानीमहोयतोहारनवस्यमेव नेईजे. . . रवली श्रीजुद्धिपपन्नती मध्ये उत्यो श्रीलरपेयर नाहाया त्यांनाहवानो वीस्तार होगीनी परेछेतो त्यांपएषषीउमा राष्ट मुम्न थीकानथी.तमे सोचमटापटरपरनीष उराण्या पातो पतिमानाशगीर्छतोज सीमा शुंनहीं उरसा होयर प्रतिभा नहीं पुल्ताहोयी पारमन्नान्ने रेल्या विस्तारसहित स्नान वरप्यात्या शेप डामे जम्मा राष्डल बीउयो. मने ही मेरी तथालरयेसरनेनार वानामधीपर संक्षेपे उद्योयनाया इयजलीमा हाम र योणे.तो मेमन्मएनेने जेनतीमा शब्द नावानोर वाशेषछे.पहाटेच पुज्वानो भरथरतोनथी. नाहता था ल्लंबली कुरयाकुसमुसाटमर्थ देवाना हामसेवा मनगरए प्रभुजश्वयानेहीत विशेषलएपर्छ बसीसम्माशम्टे बिनशरनी प्रतिभा पुल छे.तेमेअंतामिथ्यात्य मोहनीमे ीध्ये उछे. .. पर थप्नी डेटलाम्मे उहेछेने तुंगीयानगरीमा श्रापयार थीयरने वाध्यागीया तीरीजमा नेोज मेघोछेले कय वतीकम्मे तीस्व यह देवता अस्पार्थ पोताना धरना मनी पुम्म डीपी तेनो जायजेनेभोत्पन्य Page #49 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( २५ । संसारनेभरथेग्पेशयाधीउछे तेहपुल्या. तीवार प्रतिमामाती हे लेप्रायने घरना ध्यते छिनप्रतिभालीन प्रध्वने प्रावकसभ्यः । पृष्टी वाटे पुने नही जेमब्रावरीया उरी रिनप्रतिमा हरा पाएर मु . रोजजेटपुंनथी माताले तीर्थर रेहना घरनावहोरजेपोत्रीन लोमाटेपछे.जनेछेने समष्टीभाव जान देवने उपपरंपरा पएामाने नहीं तेनुज्हेछ.सुत्रमध्ये मुवी.. श्रीलरयेशरे समष्टीपर्यनेयउरतनीभन्योर रवतीसान्तिनाय,उंयुन्यप,जरायसेत्रानिपजीतातोय तन पुल्यो रे नपुन्योरत्नरतजेप्रसाधतातेर महमलोरीजाले लेसी । यजीवति रेछेते डीधा उनीधार उयती ज्ञातामध्येसुठीपावतामे श्रीकृष्णासमप्रष्टीयनेजारच्योरेन । माराध्योर र यपीयउँपति मागपाधवने साधवाने जाए। मुझे तेजारामध्येस जेणेसर मर्याघमाहीला बतातेमाहारासेवरधानो. हंदी सुएरा तुभवंतु ॥ बाहीरउरवसुसरस्सजे देवा ॥नागा सुरा सुवना तेसिं पुनमो पणिवयामि ॥१॥ अर्थ- कुंडीतीसत्ये. तुत्सालज्योतुहोला.सरताजाहीरपीलागे त्वयार्थ जघीष्टाय ऐचताछेतेनीस्ये..ले.हे. हेचता.ना. नागकुमार रामसुरकुमार-सु-सुषमाराटेषताते. ते देवताने..नमसार एसो.पा प्रणांम नमस्सारण. प . जेपयामाउलोररममेलीहाथीपेहेलेपासेनेवताहोयतेहनेभा " हरोनमस्कार थाजोजेथीतीछेतेसान्यवयाभाटेसान्तिनाथ युनाय. नरनाथानेपोपएजंसापतानारामानतांडेयतानेनमसारीयो. पथपीजलपगारेमेहभोटोपुरवामाटेनहमपोसोहीयोतीही। हेवतानोसाहान्यजीमायो... - एचपाखापावानेजपीडारे पासगपेहेलेनध्ययनेखागार छोराण्याजन्यतीथिनेपांयोतयाध्वोपरेत्यतेमध्यर. देवाभी उंगणाचा Page #50 -------------------------------------------------------------------------- ________________ (ऐचता रायडी) २ गएाभी ईगेरावा (न्यातीसमुघयनेमाशे) 3 रायाभी ईगेवा. (रान्ननेजपसारे रूपितो कतार एणं (पुर्मिक्षनेन्नेगेग्मयीने मेगे) ५. गरूनी गहेणं एगुइने परवस्यपणे) ५. बसाभी ई गेसं (जनसारेगमे सरग संसारनीवीधीसायधुंपणतेमध्ये परमनबसूर्यममयो. वतीनेसाजतोसुत्रमध्येछेनें गार्यवीशेजेलोडी पक्षेसमष्टीने श्राप नेजन्यध्वमानवापरेछ । जनेतेहेशेरे असइजावडेवताने सामनवांतोतमेजलेछोयोवी सतीर्थरायोवीसक्षयोवीसग्क्षीरक्षाबनीसासनषतासाहाय · हरेछेन्तेहनीयुमोपीमामांतमेहेछौछारतीर्थसाहायनवांतोजेनक्ष लक्षीहनीरक्षारताछोसेरवानी परयडेशरीमातानेहीमपुर तथागतीयांगोरा रासाःनेत्रपाबलैरवतयाम्पाएगीलाटीदानेरजा राधेपोतानी तथापर नीरक्षामारे सजेतीदेवतानीसाहाययछीमाटे तमारतेनेपासमष्टीनथीनएतातेवीयारी भन्ने. परु चसी दुपटीनेनारहनेनयांध्यासमदृष्टीमाटे.तोश्री सभप्रष्टीयने नारघ्नीलस्तिरीमरी रतेसाजज्ञाता सोलमेमध्यायनेछेतेलजीछे, तएशंसे पंडुराया कछुल्ल नारयं एजमाए पासई २ता पंचहिं पंडवेहि कुंतीए देवीए सद्धिं आसगार्ड अझुठेई २ ता कछुस नारयं सतठ पयाई पचुगछइ २ ता तिखुतो आयाहिरां पयाहि करेतिर ता वंदइ नमसइरता महरीहे आसरोणं उर्वनिमंतेइ. तएरा से कछुपए नारए उदग परिफासियाये दझोवरि पत्थयाये मिसियाए निसियइरता पंड्रायं रजेय जाव अंतेउरिय कुसलो दंतं पुछइ. मर्य-ततीवारे सेन्ते.प.पंगमा उन्धुपानानारप्ने. ने-मायतो थो. पाजे जीने. पं.पाय.प. पाऽयती पी.सासाये. आभासनथरी मणीने..छुस. ना.नाराने.स.सातजाठ. पापापासाहमोन्नीलने ति त्रीनगर.मा.नात्मानमाडी.प्र.प्रक्ष एगा. उरेरीने वं.यांघे.नानमसार ऊरेरीने.म.मोटाने योग्य,जा. नासन सिामंन्तात्तीवारेसेते..पुसाना नारळपाएगीनापा Page #51 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( २५ > छग नाजीने डाल परे.प. पायरीने.ली. पारती मुहीनेनी-जेसे जेसीने पं. पंडुयन्नने.र.राननेचीजेमलताजेन्जंतःपुरनेवीजे. उशसनोसमायार.पु. पुर्छ. मेचीरीतेनारनीलस्तीतीधी द्रोपटीनेघांच्योनहीं तेसमयेसमदृष्टीएी होतीतेमाटे,मेरमइडोमियो तेहीरनार श्रीकृष्णपासेमाच्यो.. टीहाश्रीकृष्णपगन्नवशमध्ये पंडुरामनीपरेलस्तिजीपी,बांध्योते पाहमन्छ.. - इमंच कछुसानारए जाव समोवयई जाय निसिइश्ता कन्हें वासुदेवं कुशसोदंतं पुछई. मर्य-जावशरे. ऊ. उछुपनारा मानवतजासथी.सणतो.न. मयतानिजेसेजेसीने स्न. वा. वासुदेव-उशप्न.समायार.पु.पुछे. सेमवशमध्ये पंडरान्मनी परेमस्तिसायवीहीमेपोभीथ्यात्वी नीलस्तिसोसीशते धीरे नहीधीर ज्ञाताअध्ययनजामेभसीनायस्थामीले __ न्हाया जाव बहुहिं रखुजाहिं परिवुडा जेरोव कुंभएराया तेणेव उवागछई २ ता कुंभ यस्स पायग्गहरा करेतिः । मर्थ हाहा. नन्नवतनधएगी.णु-मुन्नघासीजे.प.परीवरी.. लहउँ उलयन्नतेतीहां..जावेजाचीने उंलयन्नने.पा.पगे सागयो रे. ... . . - नुयो तीर्थरहेषमीथ्यात्वीजस्तीपीतानेपगेसाग्याछेरेनहीं? सोसमीथ्यात्वजातेन्नपी.नेमातापीतातोपायपऐमसीनायस्वामीजेसंगमसीघोतेवारेखायोछे.जेरखी राजकुखयोडीभीथ्यात्वसमदृष्टीनेखागेछतेप्पर रही.समदृष्टी धर्महंतेमीथ्यात्वीना हेच गुग्नेभने नहीं षोडीीतनोनीहह्मोनहीं. .... सीधा अतन सन्दनाअर्थ.अत्तर. हीस्यांधरमीमहेछेले.सुत्रमध्येडेशनोनामसीद्दापतनहेछेनेसीइनोघरम्मएयोन्जनेप्रत्पमालेसीडब्नाची तेयातसुत्रपिरहने Page #52 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सहायतननामगुरानी परमानोशेतो. रलगयतीनयमसत चालत्तघ्राह्मराउहोतेइजलोचनोनामधीपो थयोमानशोर.. र तथापत्तराध्मयनमारमेऊरमजसंतीनाऊरया मृण भारचा मारे । गीयोनेहनोनापसन्नतीरामह्यो तोतेसुसंनतीथयो उ तथालवालीगममध्येउयो.सातमीनरहेगयातेहपंपमाहापुवाइयाछे, सोलोमोनश्पक्षनाभाहापुषामहेवासेर र पीन्यावीन्यंत,न्यतजपालत नामेमनुतश्विमानतानामयां, जनेने"हील्यारनामेनसंख्याताहिपसमुद्रनायार पारद्वारनामामरयातेमाटेज सुत्तर विमानस्योसंजय थीयोर पअनुन्भेगहारमध्येनोगुएन्रामनालेस्ह्यातीहा.अमु दोये. निर्गुणानाम रह्योतीमारजननरसंरतीयन्मउगमहापार मणुनरविमानता नामजेसर्यनोगुएरानामतीमारी डायवनपीएनोगुणानामन्नएयो. पुत्लर याघिसोसी तेरवीन्यमांजेऊरक्षेत्रएर तीर्थसह्या भाग रवरघम, उप्रयास, ते तीर्थ या भाटे समद्रशनेमानचानानयी.तीमो सीडायतनरापरामरायो प्रेगुएरानीपननामसीद्धायतनमानोतोहो.मेहेहरामध्ये जीयोसाडछे नेहो तयाते सीनेघरहोवेरप्रयमऊतोहीगाहो. टहिपासमुद्र यसोथारर लनपीमाहीछ तेहनायारनामसरचे हामहीर रहेछ.रजलाननाश्चर्घमाना, उडानना र यारीजेएप, सेतीर्थकरनेनाभेनामउदा.तेमाटे गजेथारविननीप्रतिमानथी.तेरीम् मेजेथारनामतोमनंतरामनायाख्यानावेछेश्मनेरजल,वर्षमान, यंत्र नना,पारीओएजेन्यारगिनतोलायोवीसीमध्येयायाछेभेसांपोडेमसागे. प्रतिमासिनने भनिमानोपरसिद्धायननयोजश्योछोतो समाधीशनोद्रुपद्यनीप्रतिमानोपारनेहनसीहायतन मनोरतीहानो एघारे त्योछे अनिमानापासमोरमीडापत नरहीमेतोपपना घेरा . मध्ये प्रतिमा तीनतारने मनिभानातीलोपुल्योसुंजनेमनिभाती . ९ Page #53 -------------------------------------------------------------------------- ________________ तेसीहायतनीमनह्योरतेहो.सनेसुयल्लिाटीचतानादेहेरांछनेहने सीडापतनमहीनेोषाध्याछेतेसुहामतिमानापासमाटेसीडायतननथी त्यो परमार्थतो छेले जसास्वताहरालेहनेतोनागपरेमुला परेन तपरेप्समरापरेपी ज्ञातामध्ययनप्नीले सापछजनेले जनताएर नारांछेतेहनेस्थितीमअयनेसीद्धायतनसंज्ञानोलाच्याछेमनंतर पस्थिती पस्नुहोवेतेहनेसीद्धहीयेतेहनी साप्नश्रीजनुन्नेगद्वारमध्येछे तेलजीर्छ. सोकिंतं दसनामे २ दसधिहे पम्नंते तंजहागोणे १ नोगणे २ श . याणपएणं ३ पडिचरवपए ४ पहागपएरा ५ पारगादीसिद्धेनामेणं ७ अवयवे ८ संजोए ९ पमाणे १० मर्थ-से सोएले. सानामर हा इस प्रकारे पापयात.तेहेछ.गो.गुरानीपन नाम नो अगुएनीपन नाम र मानी पारी नाम नीपले ते उ. प.प्रतिपक्ष परागे रहेछ. ४ पत्रधान वस्तुने लाने संवेगेनामनीपने पर जाननाधी शलभासी सास्वतान्मते नमा सीह नाम ए.ना.पीधारनामेनाममा मध्यपने संगे - नाम रहेगायत्संव्यसंन्नेगेनामाईचाप.प.अमापनाम थापः । नाथारमारनामना पर तेमध्ये मनाहीसी नामतेसुंतसजेछ. सेकिंतं अगादिएसिद्धे २ धम्मथिकाए अनमिथिकाए श्रा, गासथिकाए जीवथिकाए पुग्गलथिकाए अडाममए, . नर्थ- से. शेगते. मा अनाधसीडून नाम. प. धर्मास्थि मायामा मधर्मस्थिमयरमासागास्थिय लालवपु.पगलास्थिगन पुरज जसं,जेजटरो) प्रव्य. - जेछयस्तुनेभानादीहीजे,नेतमारेमतेलोपवस्तुनेशनासीद्दाही तेमाटे यानीऽयतीहासीद्ध प्रतिमानोजायतनघरतेशीद्धापनम भाभो तोह शस.पुगतव.धर्मास्थि नपर्मास्थि. श.परमाराव्यजन नमसीजघतेएनेसीड या मारेने पलायसेसीडूना घरनेवांस Page #54 -------------------------------------------------------------------------- ________________ तोसिद्धनेहीमनहीं बांधेरपएाहांतोसुत्रपरमार्थभेहीमछलेमनतापनीस्थितीछेजने स्वयंसीद्धजराघातयामाटेसीद्धायतन उहीजे. तीचारहीस्याघरमी इहेसेले वेताट्याचपर्चतर्छतेने नवजुटणे.तेनव कुटजनतालनाछेतोते, नवने सीतापतन र नम्वा.सीडापत्तनदुर में डीम म्योरप्रतिमावालालेमपुछतेनेतर.मनुब्नेगद्वारमाउत्युछे ने महया सेयेती महीरक महीताले पृथ्वी परसुवेछेतेमाटे लेसानेमहीज हीयेतोपृथ्वी परसर्वमनुष्याधी पशुसुवेर्छ, ऐजे तोसर्वमहीज हीजे.पएचीवेजराचीन्यालेसानैमहीनयोत्तया कंजरेजतीती कुंजर कुं. ज कहीए. बनतेहनेवीषेरती पामेछेतेशताहायी होतोवननेपीजे मनु ष्यसुंरतीनयीपामतारपाउपरनामतेहाथाने हातामनवटनंत जालसीछे. नड्पी विध्वीजघीष्टीतछेतेहनेटेवयीनेमामेट उत्पाज नेहांविटेवीनेोचीसेसरानथीतीहाँसीहायतनट उद्योजनेप्रतिमाना पासमारेसीहायतनहीजे नहीं. श्रीगएराघरघषलुखेनहींतेषीयारीनेन्ने. . १० गोतम अष्टपद पढयो कहेडे तेहनो नजर. . १. हीस्याघरमी उहेछेनेलगवंतश्रीमहावीरे गोतमने उधो. तुमेग्नष्टपर पर्वतममोनेलरयतनामराव्याजी जन्नुहारालमतुमनेपालज्ञानपिने. मेवातसुत्रविड उहेछ.शुद्दीपपन्नंतीमध्येऊयो.श्रीजलदेघने रेचस झ्यनणपन्नातीयारे प्रथमोसनाऐवतामनुष्यने धीतीहाऊह्यो. धम्मोदेसमारो विहरई जहा पुढवीकाईए भायणागामेणं पंचमहन्वयाई सनावरागाई., मर्य-प.नेहवो धर्म डेजाउतांपरपलायावि.वीयरेछे.तंउछे. पु.पृप्यिायलाठमलावनानेगमेउरीनेज्यारंगसुत्रनाजीन्नसुत संघर्नुलावनामघ्यायन यी पापायभाहावृत.सपयवीशलायन्य सहीतमरावो... पंयमावृत,माररत,छायनीष्टया,सलेजपालेधर्मपरयो मश्रीमहावीरेअपारंगजीने सुतसंघेलावनाअध्यापनमाहेप्रथ मऽपरेसनेमीयो. . Page #55 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ૩૧ , रवासी विवार्थ सुभे होएगी। राज्य जागले पांयमहावृत, जारवृत्त, सतेजएप, छडायनी घ्या, जेधर्म परज्यो पहाडीयांय सीद्धतिमध्येन्मत्रा पुन्न, संघडावा, पाहाडपर्वते लमयो, प्रतिभा घडावी, हेहांकुरायचा, खेडपदेशःतीर्थकुरे, गएाधरे, डीहाई ही घो न थी. लोगोतमने खष्टाप हन्ययोडीहांथी उ‌द्योङ उ वालीङयामध्ये हुछे ने. श्रेणीङरायने नरडे भवं रासवाने यार जोस वताव्या. १ डाली सुरीयो लेंसानमारे. २ छुपी साहासी साधुने धन हेये. उपुीयो श्राव सामाय दुखापे - तंमे नोडारसी मात्र पथजाए। कुरेतोनरडेनन्मर्ध सेम. पए। जाष्टापह, सेन्यनी व्ययाश्वनवतावी. तथासालील संगमसी पोपए। डेरसाधनना हेरांकुरावर्या संघङढाववारजेपिटेशनवताच्यो. प प्रदेसीरान्यजे घनशा जाभंडावी (पोता ने छांहे) पंएा डेसी कुंभार हेहरा प्रतिमा रापपा संघ डाढवानो अपरेशनहीघो. 1 डोटी कुरान्यने पराजे उपदेश श्रीमाहावीरे नहीघो. द्वारा जलवाना प्रस्ताव मणीने नेमनाये कृष्ण ने देहरा प्रतिमापुनबानो जपदेश ही धोनथी; तोगौतम ने न्यत्रान्यवानोडीमहेस्पेर त्राध्ययनग्ज。दृशमे गाया जावीसभीभांडत्युछे, ने. वोछि दं सिणेह मष्पणो ॥ कुमुयं सारइयंच पांणीयं ॥ से सव सिणेहवजिए ॥ समयं गोयम मापमायाए. ॥ २८ ॥ 7 अर्थ, पो. छेटे टाले. सी. स्नेह रागने. अ. रजात्माने.. उमललेले लैप.सा.सज्रतुनो. पा. पालीने छांडीने कुमल योरहे तेम तुंपण. से. तेह. स. सर्व. सी. स्नेहे उरी रहीत योग. स. समयमात्र पा. गो. हेगीतम. मा.भथा प्रभाही र प्रमादनकु2.) २. जेमांडले जापोस्ने घए। डलनो छे. तेतुंनिवार उमडेवल उपले हमिङह्यो, पान्या न्नयो नथी उद्यो. ८. वसीलंगवतीसतङ रामध्ये हेसे सात्मे उत्पोले रायगिहे जाव परीसा पडीगया गोयमादिश्रमणे नगवं महावीरे भगवं गोयम एवं चयासी चिरसं - Page #56 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सिठासि मे गायमा चिरसंमु औसि मे गीयमा चिरपरी चयोसी मे गोयमा धिरजूसि तोसि मे गोयमा चिराणु गतीसि मे गोयमा अतरं, देवलोए अरांतरं माएरासे भवे किपरं मरकायस्स मैद्याइतौ चुयादो वितुला एगठा अपिसेस नणाणता मविसाप्रो. अर्थ-य-रागृहनग. रने चीजेतीलगवंत श्रीमहावीरस्यामी गौतमनेडेपल ज्ञाननी म पातीजे री स्वध्यामी गौतमने जारवासन नीमीते भामंत्री तेरीने मापनेजने गौतमने हुएहार तुल्यताप्रतडेवानेजरथेने रहेछे.हेगोन मजामंत्रणे श्रमरा लगवंत श्रीभाहावीरगौतमप्रतक्षामंत्रीनेमके जतीतालगीरनेरु यही मुंग्सुसंजंघसंथोष्टछ हातमा उपललगी मुलभतेमसंसा गोतमगारलताशीयसीयसीडेप्नवेमुझ नेसोपरीययर्छ-हे गौतमगुंथीरंडाललगीसेव्यामतीतीनपात्रछेहेगी समीर गलनोभारे पुडेयापाछे हेगौतमघरोलेजनुकुतिल्लाचय हीमनुगामीछेहेगोतमजंतर रीतोपलापनेपीजेतीहांधीपास नंतरोमनुष्यलयनेविजेजेटषेत्रीवासुदृचनेलवेगोतमन्ो व्वसारथी हतो.पंगुसुउहीजे.मरायी रायकायनालेहेतुथहीजेहप्रत्यक्षम : नुप्पनालय पीप्लेफुगवीने घेचीलीनापोन्युनुतुत्यसरीजाशेलीयो गनीकांतुल्यसामान्य रूपच्यनामेहीमर्थउहांप्रयोल्नई. नहुनेजनंतसुजप्रयोननपाथहीनथवानाहा उहीतांजेक्षेत्रमा श्रीतनेछुसीद्धक्षेत्रनीजपेक्षारनेचीसेजरहीतलमहुचेतीमजनान्यत्सक नानापपरहीतजेहुनालस्यज्ञानाही पर्यायहस्ये प्रत्यर्थ.' महीघोडे हेगोतमताहारे मुझसीएलवनोस्नेहछे-म्हांथीयं व्यांजे स्तिन्नसुंतीहां हुतुल्य थासुपएसुत्रपाठे अष्टापालयोध्म नथीउखोजेएनीरी मामध्येजष्टापरन्मयोज्योछे, तीवारेहीमेलेरीम त्रैमुषसुभपाउनोजरपछेजेम्मानयोजताव्योतेड्या मुलपाडण परतेपाडेजाडो.नेपाहमानत्रालयानोनामनथीतोयसमांडीहाथी ज्यव्यो. हीस्माधरमीछेले सुर्वी रापतीनचीखंत्री ने याव्या लेचांत Page #57 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( 33 ) जोटीछे कीरानापुगस्तोवीस्सा म्याछे. त्रिाध्ययनसन्जडावीसमेगाया जारमीरहीछेतेलजेणे. सदग्धयार उजोउ। पहा छायात हेइवा ॥वन्न गंध रस फासा ॥ पुग्गलागंतुलखरां ॥१२॥ मर्थः सासूमसहजहजार.योत रतनानोपन्मलातीयतानी.णछायासीतली. सा.जातपसुपतिशमशेरसनतावडा.न्युनेसमुन्ये.व.वर्ण परगंगंध टाररसाउस..पु.पुष्पलास्थिगयनो वलीलारप्रजोपपलक्षण भएायोलेष्यनागुएलक्षराउया. पर .. सीरपातापनापुगलने ओटेयतासरजोपरापरुडवानेसमर्थनही.लम् पाएगीनी धारापमडीने मेयडीनं सोतीमः .... १०. वलीसमवायंगसुत्रेयोनेजधान्यारएरासापुरतनप्रलाथी सतस्स जायए। सहस्साई उठं गतातउ पछा तिरियं गइ पव्वतइ. सर्थ-सतरहन्नरन्ननर्षियातिपतिने पछेतीरछीगती रेपरालयाचारा सरजापरसुर्यमीडीररावासमर्थ नहीं तोजीरा पडीने ययाऽहेछेतेनेत नुपुंजोसेछे. ', पाबंसीजहावीसलपीनानामहेछ.. . - रामोसही र पिपोसही.उजेलोसही लपोसही पसब्बोसहीए संलिन्त सोताया.७ अन्वघीनाएगी. इन्नुमती.. विपुखमति पन्यारा जासीविप परवस. 3. गाघर पर पुर्वघर पपामशहुंतापपुल्यमव पिछप्नलव..पत् वासुदेव परूजीरासवा महुयासवासपीयासया मनीपासवारुजीनजुघी सोप्नुधीरर.पा धनुंसारी रउतेले. स्यारसीतसपेस्या.रपनाहररम.रएबैडीयाज.अजीएएमाएरसीरकपुर जायीसखजंघीऊहीमध्येसुर्यरएएपडे तेहीलनधीयहर परलगयतीमध्येसो,साजाजसंवऽ जागार लपंथी शेरये नेहने प्रायश्चितम्यो प्रायश्चितदीपावीन्यालरेतोपीराइयो. घप्पीसतम्चीसमेफोसेतधावीन्नपरस्परोममेसनधीशेरवतांप्रायश्चित उलो. वातविराद्विग्थायणपदेशलगवंतगोतमने हीमहेयर Page #58 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( 37 घरी हीरापयाविनायूठा नहींतो,पंनर तापसनेसीसमरह्या एलान्तथागौतमनासाघुवीरीतेगब्यारसर्वतोलनधीधारीहुतानहीं. पउवष्यीहीस्याघश्मीरले.पंनरसेतापसवयीयया,परासुत्र विइडई.सीद्धांतमाल गवतीसतपायमे उसेयोये होने.. रातमाटेवलोऽनावतामेलगवंतनीपासेमावीमे पुण्योलगपत तभारारषासापुरेचवपामीने भुस्तिन्नताबारेलगवंतेज्यो. मम सत्तंतेवासीसयाई सीझीस्मंति.. __ भारासामसेवप्नी मुहितन्नशेपानपीसनयीउस्यायनीज्यसुत्र मापरालगवतनेसातसेचप्पीनीसंपघाउही. उघयीतहीस्याघरमीहले पंटरशेडेचप्पीतोगोतमनीसंपघमा हुतातेमाडेसातसेमानगएया.जेपएर मुटुंगोलमनेशिष्यतोहामामसीहानमध्येपन्यसेहउपार्छ.अनेऽष्पसुप्रमापापायसेंसाधुगौतमनेननेसुघस्वामीने उपार्छ. पपतथा तमवस्तुनी स्थितिसंध्याताऊरखनी सुत्रपालगवतीमध्ये उहीछे.तो लरथनापुराव्यांनीजश्रीमाहाचीरनावारालगेडीमर हेरेजने गौतमीपवार.तेवायाशन्नेले. एएनमोयुरानो पासुननी सारपेहीस्याघरमीनमोथुएऽहेछेतेने जि यभयाणं ॥ जेन्याईआसिद्धा ॥ जेभविस्संतागएकाले ॥ संपइन वमापा ॥ सव्वेतिविहेवंदामी॥१॥ . मर्य.- सातारना लय रहीत.ले.लेझतीलाखेती परपणे सीपर्यायपहुंपाम्या.ने.तेजनागत रखेतीर्थरपर्यायपामीसीद्ध पणुंपामशे.से.संप्रतीतेरुमणवर्तमानमालेले सीए पायजे.जेटनेवर्तमानेमाहाचीहमाछा मस्थपणेबीयरेछेते.तसर्वतीर्थ रमते. लिमनचयनने ऊरयानेत्रीची घेरी हुंचांदुर.. .. - जेटलोअपीडो पाउछतेचातसुत्रविमर्श मापतारसना तीर्थरहन्मुसुधीजबतानपयजाएथ्यारेगतीमध्येहोतेडीमघरमेरपानेमन्नदोगुएरहितयाचना रासनातीर्थर व्यतीजेपछ. Page #59 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( . ३५. । तेषांषामान्तीयेतोगुएरहीलयापनानापोवांताशेहेलया,पपार्थ मनथी. समरसीद्धांतमध्येनमोथुरांचीघोंत्तयाण्ववार्थमध्येरान्न ओएटी निघांनउनेसीष्येतीचा.शयपसेएीमध्येसुरीयालेसीयाराम्प सेएसीमध्येरानपरदेशीयसीधा लगयतीमध्येनंघम्भुमीजेडीपांशाता मध्येजराज्यावतीघां,ममनेटरमेनमोथुरांउह्याछ,तीहां सीखने नमोथुउद्योतीहांछेसो पठारांसपत्ता उरोजनेजरीइतननमोयु पंज्योतीहांछेडे ठाणं संपाचीयो काम्मसन्मेरलालगेग्यो,सेजपर्य सुत्रमानयोग्यांगतेमाटेप्रजेपी नेवधायोछे. - यांनीहीस्याएरमीहेने नमोधुए तो प्रोग्योधीयोरेन्सीद्धासतो गएरापरनाभुजबीनारायनहीं.इजलदेवगर्लमांउिपनातीबारे पोत्ताना मनथीन्नेयोनी पुर्वलवनासमदृष्टीसाधुहतातेपंडीतभर राउरीप ऐपिनातेसुनमोयुएरामधंगापार्थनातानहतार तथामाहावीह जेनेसास्वतानमाथुगाछेउँनथीतन्नेचा. लहाजनमानन्निछतीहांडणे - वारासंपावीओ कामस्स जेजंतपच्छेसेजपटनयीजेटलांपघ्नयांमन्याछेर ९२ च्यार निरपानो जापगो हीस्यापरमीहेर्छनेण्यारनिजेपासुत्रम ध्ये ह्याई पनामनीजेपो स्थापना उग्रव्यनीजेपो उमापनीजेपो.ते माटेस्थापनानीजेपोमानी छोजेजेमतंगातसुत्रचीरहेछ. श्रीमनुलेगद्वारमध्येसुनेथ्यारनीजेपाऽत्याछतेसत्यछेपराण्यारनीजेपी वंदनीमतोम्यानचीजेलावनीजेपोचंडनीयोछ. नामजिगाजिरा नामा ॥ ठवशानिक्षेपोजिशंदपडीमाऊ।। दब्वजिशा जिसरीर॥मावजिगाजियअरिहंता.॥१॥ . मेपारनीप्नोप्पनोस्वसउसो, हवेय्यारनीजेपानोर्थवीलारीनेसुत्र . अर्थपछे मनुन्नेगद्वारमध्ये प्रथमय्यारनीजेपामारस्यापिरहेजा प्रयापर्छने लेवस्तुमगतमध्ये परतेतं ते वस्तुण्परप्तारवाहीमुन योग्तेमनुसारे.. रनरीहंत शष्टनायारजीनपामुहेर्छ. - नियममीत रथापनाबरीमंतरव्यरीतलायमरीत. Page #60 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - इतीहाभामग्रीहंततेमातापीलाये पुत्रनोनामाइजमो,सतो,नेमा,वीरो, घमान,लमत्त, लनरक्षा, नपासा, मेहबाजरीतनेन्मेनामीधा भयरहरानेसमपोवामनेत्याी नाम नरीहंत नामशरीनपाएर भारेनामजरीइंत,पराजीतना गुरारहीतपणाभाटेरजवंधनीरा वान्नेगनयी. स्थापनानरीहंततेखरीतना शरीरसरजोमारतीपोष्टमादार माटी, पीत्रामान्युपरा, पीतल, धातु, प्रमुजनोतेहनेवीशेजरीमतनोमाघ झारोज्यो पीएनरीहंतनागुरानथीतेमाटेजवहनीलममल्लीनाथस्था मीमेपोपानी मुरतीरावी.तयार इजल्यानमार वर्षमाना उयननना हत्यारीजेएम.पर्वत, देवलोरे,सास्वती हीपीएागुएरारहीलपरामारे यांच्या ग्यनची. उम्रव्यमरीतना पायले मए गसरीर प्रव्यजीत रलवीय सरीर प्रव्यमरीत. उसोरीयनरीहंस. कुमारयनीच्यभरी रुतापलामोत्तर ग्रेव्यजीहंत.नाम,स्थापनामहंतनो अर्थशुगम्य... श्रीमहंतदेव मुहितगयातेहमुंशशरपाम्रो शरीरमरागसरीर अव्यजरीतीयेलम धृतोघरोहता ताम.. रत्याग्रहया सेपसताभीतरून्नुसुधीगरील नागुएनागमीराले साधरोहन्नुसुधीसामान थी, तेलवीयसरीरप्रयजरीत. मजेघृत नोघडोहोस्ये पाहक धोणे नाताम.. उतथालोडीग्रेभ्यजीततेसत्रुमेवासीने ळतोनेयी,चासुद्देवरान्नधड. तयाप्रापयनीस्व्यपसीनरीहंसतेयोत्रीशरलीजयवीनाघम्हावे, हरी हरवस्तारिते. पलथापोडोत्तर प्रष्यसरी हुँत, तेगोसालाप्रमुजालिनसासनभाही व लज्ञानथी मानी एंतचाए,तेलोकोत्तर प्रव्यमरीहंत पायलेष्य व्यरचरीतनीक्षेपनाउया. मारपरीततेषोोत्तरपद्येवलज्ञानादीमई गुरासहीतवरनेछेते शंभीयांधानेग्य.अगरीरुंतपघमासारनीक्षेपाऊह्मा. Page #61 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रहबेगुनाचार्य पटनाग्यारनीजेपाउहेछ. मामरायार्प रथापनानाथार्य:उध्रव्यम्पयार्य,रत्नावाचार्य. १न्यमायामोऽष्यतयानलवनोन्यामायार्य टीघुतेन्यममाथार्यः २ थापनामायार्यले गष्ट पाजारा.पीतमयीत्रामयुथरानोमरीजाचार्य पणेभान्यो,तेथापनापयार्य अनामनेथापनामायार्यगुणरहीतरंगा मारे जानीउपमनायायना पायले नागशरीरघ्रच्यभायार्यरत्मवायशरी: २ व्याथार्य उलोहीमन्यायार्यभाययनी,प्रव्याथार्यप. रोोत्तर नव्यायार्यपायलेहबेतेनीसमगरहेछे.. १ तीहगुएवंतगुश्येमातीधो,तेहबो शरीरपऽपोणे. तेशरीरनामम एगशरीरघ्रव्यमाचार्य,मजेघृतनोपो पुरै हतोतेम २ शरीरनोघपीसलांतरेजण्यार्यपगोपामशे.पएहलपाम्योनथी.ते लवीयशरीरघ्रव्यमायार्य. मरनेधृतनाघडोचासेतेमः उ.बोसने जेहोतर माशीमावेतेलोमीप्रमायायः-.-.. ४. एशेत्रेसहपाजीनापुरतेनावन्यनीयजायार्य. मानिनमारगमध्येहीएटाप्यारी,जायनीच्याहीत,पायनाहावतरहीन, जाधारमीमाटी शोषरजातापिय उपाश्रयशेवतेलोडोत्तर ध्रव्य जापार्य नेमायवेवमायार्यऊह्या,पीगगुराचीना स्वस्नी... ४.लावण्याच्यार्य तेलोमेत्तरपक्षनासाघुसतावीशगुरासहीनः उसी,गौतमसुधर्माजप्नुप्रमुजतेलावग्नाचार्यगुरावंत,बंनी.से गुआयार्यना प्यारनीप्पा ह्या.. - अरुवे धर्म राष्टनायरनीजेपाहेछ. रामधर्मर थापना धर्म उघव्यधर्मलाब पर्म लेनोचीतारः १ज्याम्मपर्म तेजोमय सब्वनोनाम धर्म,धर्मघर धर्मयोधर्मसी, नामीपोतेनामपर्मजयंनी. . . ।, २ थापनाधर्मतेधर्मचंतनो.मामरगानेज्योष्ट पोजाए, धातु, यीत्राम, युथराधेडनोलेथापनाधर्म-शुशीनामवनी. Page #62 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( १८) उग्रंष्यपर्मनापायले. पन्नागशरीर,व्यधर्मश्लवीरारीर प्रन्यधर्म उसोडीग्रंन्यधर्म. उपराचयी प्रव्यधर्मपखेओत्तरप्रव्यधर्म. . १ धर्मबंननोशरीर ववीनापज्योहोयतेनागशरीरभ्रव्य धर्मन्रेम बै पृतनोपोहतोतेम.. २ मेरोसरीरेज्याप्तीकालेजेएने धर्मनागुएज्यावशेपएरुजाव्या मथी लेमपीपशरीरच्यधर्म.मजे घृतनो घओयारोपए हल्ललगेथीयो नयीतेम अलाही व्यधर्म तेगाम,नगर, देश,न्यात,न्नत उसनो, तयार पाखेतेलोजीमेव्यधर्म. परावयनीप्रिव्यधर्मतेत्रएशेत्रेसहपाजीनामतघनधर्म,सुपीधर्ममत्रास्नान प्राधान्नगाहोमाटेवडेचानादेशप्साधीपरावयनी अच्यधर्म. ५ खोरेत्तरप्रव्यपर्मतंगोसालामत,लमपीमततेहनोज्ञान, र्शन, यारीत्र,पर्वममुजनेछसयनोयधनीधर्ममानेते. ४ लायधर्मनानेलेहासुतधर्मज्ञानदर्शनपरियारीत्र धर्मवीरती तपरपसाधुनेत्रावरुनोजस्यायमारलपरीयहरहीतचीजयाजाय रहीतजेलायधर्म लोमेसरनेचंहनी. .. ... सेय,गुराधर्मनायारनीक्षेपाज्ह्याछे,मन्नन्नवराषस्यप्रमु जएपद्यर्थनाथारनीक्षेपाचनुन्नेगद्वारेसुत्रमांम्ह्याछ,तेमध्ये लावनीक्षेयोसोमेत्तरपक्षनोवंहनीसेजलेमवहनीमन्नावा.... १हवेोहीस्याघरमीशेतीर्थरनायारनीजेपीचंनी.ते नर्मबांधनेकीर्तनोत्तर.ब्लेतीर्थरनोन्यमानाक्षेपाबाचोतोती भउरनेनामेजनेऽपुष.रजलो,सांतो,नमो चीरोबर्यमान,जेहने तारनानामनाशरीज़पायामाटेबाप्पडेमन यीरतेचारेहींस्थापरमीडरो नेयोगशामध्लेयोचीशदीर्थरानामतीरेछेन्तेनामनाजेपोवापिने फोटेन्मलोलेशतर लोगशमध्येयोपीशतीर्थरनामामतीरेतेतोनाम सेताछेतेनामनीप्लेयोनयीअनुन्नेगद्वारमध्ये मार्छने Page #63 -------------------------------------------------------------------------- ________________ नामागीजाशि कालिय।।दव्वाशय पजषाया ॥तेसिंव्याग मनिहस ।।नामतिपरुपियासन्ता. ॥१॥ . हर्ष-नामांमन्नामे लव मलय प्रव्यना.गु-झानाधक मनेउपाधीश गुएानापान रजीनारनेऊ, मनुष्यपरापीउनामबनान्यमवरतुंमात्मा पाएगीर्थयाधीऊ सासरानामगाउासतारा पथव्योमजनरर्थयारी गुएन्प्रमज्ञान बुछिलोपतथा पारस,गंध, स्पर्शीर्थयारी तथा पर्यायनामन्यारीत्रीयंय नरदेवस्थानेगुएराख्न त्यादी.यामागम झानइपएपीनेसोटीनेवीजेनामपच्चीसंहारपीछमसोनु, उसोटीमेपरजेतीमसोनारपासणालयपरार्थपरजीनेरी लेनामाडीउनुज्ञानतौउसोरी. ___ सोगसमध्येन्नामछे.तेतो मुक्तिगयालायसीद्धनीजेपामध्येचरते जे. . जेन्टमनीजेपोनही तीर्थरनानामनेरी वस्तु मध्ये पामीरजे,तेवस्तु. नरामद्वारेतीर्थरनामयसीमीलेतेवस्तुनेनामनोजेपोरहीमेतमाटेतुमारे मते लननामेलेपुषहोयतेसर्वतुमारेबंदनीम्नेयनेते एनेर्गमनपीवार तारलवारेयोवीस रिनवर यश्तता हुतातीवारेनामतोहील्हता. पीएानामनीजेपोनरहीमेसात लायनीजेपोहतोत्साउनोनाम इजलादीमत्रोतेनामनीजेपोनहीं तेनामसंज्ञाहीजेजनेरानुनाम. इजलाधीपाव्यतेएषःस्तुनुनामनीजेपोटहीमे,तेतंमेघांप्तानयी - २ तेथीनगर पापानीजेोत्तेतोतमेमानो.तेहनीयरयाभागले उहवाशे,हेलाघ्रन्यनीजेपानीमछे... - १ तमेम्होछोनेसरथेरारे श्रीडीमने परमती उर पातोन्मएरीने . वांध्यो. प्रव्यरिनवंदनीथयो,पराजेधावतोसीद्धांनमध्येकीहांया होनथी.सीडांतमध्ये जंतगउसुत्रपांयमेव श्रीशनेनेमनायस्वामी जे उरोले. एवं खलु तुमं देवाणुप्पिया तच्चाउँ पुढब्बार्ड उजलीयाई नरगार्ड अतरं उबट्टित्ता इहेच जंबुद्दीवे २ भारहेचासे पुडेमुझगवएफु. सतदुवारनयरे बारसमो अमम्मो नाम अर्हामविस्सह तथ तुम्मं Page #64 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४० ( बहुरं वासाई केवली परियागं पाउलिता सिझिहिति एवं से कन्हे वासुदेवे अरहर्ड अरिठनेमी अंतिए एयमरं सोचा निग्रम्म हठ तुठे फोडे २ ता तिवइछेदिई २ता सीहनायें करेई २ ता. अर्थ: जे. जे. ज. नीश्चे. तु. तमे. हे. हे हेवानुमीय. त.भील पु. प्रथवी. एनसी सुष. न. नरडु थडी, ञ. जांत मुरहात. उ. नीदुखीने. घ. हीन.नं. लंबुद्विपे र.लर. लस्य जेत्रे. पु. जुड. नं. देशनेवीजे. ससंय-द्वारन नगरनेरी जे. जा. जारमे।. ञ. अम्मम. ना. नामे. जं. तीर्थंकर. ल.याशि. त. तीचं तु. तमे. ज. पंगा. बा. वरशनी. डे.डेवसीनी. प. पर्याय.पापासी जैसि सर्वकार्यसीद्ध थाशे मुक्ति न्नशे. त. तीवारे. से. ते. ङ. कृष्ण वाचासु हेच. ज. जरीत. ज. जरी एनेमीने. खं. समीपे. जे. जे अर्थ. सो.साल 'सीजे.नि. विमाशी..हर्ज. तु. संतोष पामे. ज. खस्शेरकर्यो, हर्जरीने. ति. हुडाजे छडयो छडी ने. सी. सींह नाउरेडरीने. हे दृष्ण तुं जारमोति न पार्यशजेम उद्घो. ते सांलसी ने श्री कृष्ण रुरज्या, नारया. दुह्या, भी पट्टी छेही, सींह नाह डीघो, पोताना मन थडी जानंहपा म्या, परालिन प्रव्यंन्शीने कोर्यणाघरे, साधुखे, आवडे, देवता, बांध्या वंध बेजायमागियोन हीं, तो प्रव्य नीजेपो डेम वंदनीङहोवेर २ बसी डांएगागसुत्र नवमे गये श्री माहावीरे सलामध्ये धो ले. श्रेली रान्तमुनशरीजोविनप्रथम थी धारो जाजो, जोग्राहाणा, परीवार, पपणा, मुल सरजी उरशे खेम उसो पाते समये साधु, भाबडे, गएरा देवताने, मेखेबांध्या.उ.नहीं तो अन्य नीजेपो बंहनी + डीम होवेद 3 बसी ज्ञाता जध्यायन साहमे जरएाड भाबड मी थुसा नगरी रोगया. दुलरान्नने कुंडसनो भेडो जाप्यो, पीड़ा संतेरि मध्ये मस्सीनाथ स्वामीत्रण ज्ञान जायम् समङीतसहीत योसह द्रिनापुननी हता. तेरुनेन्मणे छे. तो धव्यनीजेपाने बांध्वा डीम नगया? तथा औसा थे कंहा पोहोसा डीपीएडीए नहीं? तथा कुंडलिनी ने लेट डेम डीघां नहीं तोमदयनीजेयो वंहनी डीम होवेर.. ४ बसी छरान्य मोहनपरमांजाच्या, त्यां मस्सी नाथ स्वामीनेसाक्षात Page #65 -------------------------------------------------------------------------- ________________ दिनन्नएया.पोतानेन्नतीसमरए पाम्याना, परवाना गरी नया परावंनाडीधीनहीं, तोध्रव्यनीजेपोषंटनीतीमहो? ५ वलीमस्सीनाथस्वामीनीप्रतिमानेस्थापभानीजेपोन्मएरीनेपोसाने नतीसमरपच्तथान्यारीत्रनुंगरपीसन्नएरीनेवाली नहीं.तोस्थापना नीजेपोपहनीमडीमहोवेरा ५ समवायंगमध्ये वर्तमानयोगीशन्निनालावनीजेपानाधएन्निना नामगएराघरेखीघातीहाउयो. उसभ मजीयं च वंदे जिणं च चंदयह वंदे धम्मो संतं च वंदामी वंदे मुनी सुवयं नेमिजिएच वंदामी. सर्य: रीजलदेवस्वामी,मामालतनाथ स्वामी..वांमुथुष्ठराग देषनालतार यावषीयं यंप्रमुस्वामी.वं. बाहुए. ध धर्मनाथस्थामीससांतीनाथस्वामी.य.वसी.चंघांपुषु.वं.यापु९.मु.मुनीसुवृतस्वामी.न. नमीनाथस्वामी.य.यपी.वं. वांदुएं.मे वशडयो,सनेमा वतीयोवीशनानिहोपहारछेगी, शाहीनावर्तनानामही या.पीए चंद्देशष्टन ह्यो. एलुसुधीजवतीपयजाएटी वरतेछ तेमाटे, तोघंन्यनीजेपोचंहनीर डीमहोर. ७ यूपीलगवनीशतनवर्म शेषत्रीशर्मगंगेयम्मए पारे श्रीमहापीरने घंव्यलिनन्नएया. तीसंगेवांध्यानहीं.पछलंग सपुछी निःसंदेहयो.सा. क्षातलापनिजेपे वसीन्मएया,पर्छयांच्यातेपासजे. तप्पभिइंच से गंगेय अागारे समां भगवं माहावीरं पञ्चभि जाराइ सव्वनुका सव्वंदरसी... मर्थः ताले समयनेचीलगवंतमनंतरोउत्तपतपुतेहील्समयमलनिहतांसाहेहेनतेगंगेयजएगारगयंत श्रीमहावीर प्रतेनए. सर्व रस्तुमान्नए,सर्ववस्तुनारेजराहार, तोव्यनीजेपोवंटनीशमहोवे. ८ यसीश्रीतीर्थ सेवघरवासेोके,छपनेसारलेवरनेतीहांलगेसा धुवायां नहीं मरतीमार, तोप्रन्यनीजेपोवनीमधीमोवे? - नुवोले प्रन्पनिजेपामध्ये त्राज्ञानमायासमतिरसानेग्म Page #66 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( १२ तिशय.तेहनेसाघु प्रापर,चांदनहीं तो पापनानिजेपामध्येलान,घरश यारीत्रनोमेडही गुएनहीं ते वंनि महोवेर तथा प्रव्यगुरयव्यनिने पेपरतेछेतेपरासिद्धांतमध्येमनी ह्यार्छ.. १ पिासणसांगमध्ये सातमेमध्ययनेसम्धमलारसमरिनपाम्या पणीसाधुनावशमहीन गोमालानेपोताने घेराव्यो रेज्यो.तोपरा यांयो. माही.षींगसाधुनाई,पएरगुणनहीं तेमार्ट. . . २ तपासीखंगरान उपीनारतिष्पयारमेनबाएंगुइनोमायारसीथल मएीने मुरीगया,पए प्रव्यगुरन्मएरीने पासे न रह्या. 3 तथारमालीनासाघुलमालीने भीथ्यात्वीन्मएनव्यगुइनेमुडीलावगुरीमाहाषीरपाशेजाण्या. तथागोसाषेलगवंततेन्मुलेस्यामुमी.नेदृणीनेगोसालानाशीष्य प्रव्य निमेपानो गुरगोसालोतेहजेमुडीलगवंतपाशेनव्या,तो व्यनिजेपानागुर वघ्नीमहोवे? ' ५ तथासाप्यारीत्रायोसाघुने से होय जने भारंल,परीयह विषय, षापासेवेतेहेने साधु,श्रावक, वांझे नहीं, तोघंव्यनिजेपो बनिरीमहोवो प्रेम भनेर सुनवाजन्नरावी लावनिपाविना यंनीउनहो.लेप्रव्यनीजेपो गुएराविनानी नहीं तोथापनानीजेपोनिर्गुएवंनी डीमोपेड़ मपापारानालार्या, पापनासानीरावी,पीएलुजनलांगेस्पाट नसावे.मनपथ्यानाघोग,नरनारी, वनस्पति,लेटसीयस्तुनीयापना थापतेपोते पस्तुनीगरपानसरे मातानेजलायेमातानी यापना,सरपारने जलारेलर पारनी थापना गधीवाखानेपनीगन्नसरे,स्त्रीनेलोगनी गरगनसरेजेउपप्परनाराजराडीपानीगायरी, मेनो बाघदयो,जेऊनो देवतार्यो शायदुधनवे, वाघमारे नहीं वतारेनहीं तो थापनामिजेपोपनमात्रहील.पागुपारीतमाटेगरन्नसरेनेवीयारले. ११ नथाहीस्यापरमी उहेछन.व्यनिजेपोजवंघनिहोणे, पपासुत्र मध्येन्मुग्गो,गर्लमारह्यातीर्थ रनेलयातीर्यउरनामृता शरीरनेांद्या रोजोमवंदनीमडीमहोयेऽनेनोत्तर:-कषुद्वीप पग्लीमध्येज्पनीमा Page #67 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मारीनन्ममहोग्छ'वश्वासावी.तीहालतमायार उपोछेले पाहजे. उपन्ने वसु भो जंबुद्दीचे २ भगवंतिथयर तंजीयमयं नीत पञ्च्पन्न मरणागपा अहोलोग वथवा अठन्हंदिशाकुमारिए महातारीया भगवर्ड निथयरस्स जम्ममहिमा करित्तए. मर्य::पिनाजानिये. मो.लोऽति,जामंत्र नं.नंषुद्दीपनामाहीपनेविषेललगवंत.नितीर्थर. तं.तेलएटिलतमायारणे.नेह-जमतीत असाथैया पहवरायवर्तमान राख्नेछेसजनागतानेयाशेजाजघालोग्नी या बसनारीज.जापिसा कुमारीमभोटीपीनीधपीमागीलगवंततीर्थस्रनो.ल.लन्म महोय्छ व महीमा.उ. उरवानोमायारछे. . मसीपरावीयायोचिनीनेहीग्सुत्रमध्ये जलदेवस्थामीनानिर्वासमयमधीयाओं के परिनिखुए खलु जंबुद्धीवे २ भरहेवासे उसमे अरहा कोसलीए तंजीयमेयंतीय चुप्पन्न मशागयारां सक दादाएं देवरायातीणं तिथयराणं परिनिवारा महिमंकरित्तए. मर्थः पापरिनीस्तमोक्षपोहोता.जानिये. खुद्दीपनामाद्वीपने निजेलसरतजे.जिलदेवस्वामी.म.नरीहंत डोससी.तंतमारे तन्मायारछे.ज.जेहजतीत पवर्तमान साजनागत माननासासो पमेंटेषतानोदाचतानोनामती.तीर्थरनो पापरीनिर्वाए. भामहीमाउरे मिसर्व प्रेमीया,तोजेपरा व्यवहारमध्ये गएपो. पराप्रष्यनिजेपा नीलसितनिर्जगहेतुनगएी.बेनिश हेतुहोवेतो,लतव्यवहारमध्येडीम रहे मजनार्य शशलक्षाघरमन्मएीनेमुनेहने घरमहोवेजने याएीयापोतानावयारनामीधाभांशलक्षणनथी उश्ता.पातेपर्य घरमजातेनथी. उजनाथारनीरीते मुज्योछे.परावृतनोसालनहीं तथामनुप्यउसीखनोसाग उरे.परमन्नीनेतोतेएन परम थापजनमुन्ये.जपया सपत्यापे. लाल थापापपराजपूतरवासी देवता नेत्रीशहन्नरवरशेगाहर शे.पएतेमारजोगारसीनरोपणपालनथी.मेहनोहबोलतमायारछे. तैमारे छतम्यवहार परममध्यनगएण्यात पायनापारसम दृष्टीने Page #68 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्रीलगवंतनेतथासापुनेबंदशा मेधीतीसंलतव्यवहार नपीउयोत्तयागोहीरलगवंतनेलायेवांवामान्यातीलतव्यवहारनथीऊह्यो.जनेदेवतानमोयुरोहिछतेपालतव्यवहार मध्येन्ले वलोउनीप्रतिमामागप्नेतथागर्ल मरह्यातीर्थ उरने नमायुएउहछ.परासाक्षातलगवतने वाघ्यामाष्यातील लगवंतहन्नुरमेनेनमोथुराउद्येयके सुंपापलागतपराई देवताने ध्यासष्ठत व्यवहारमेचारल्या. तथातीर्थरमुहितगयापछत्रएायुम म्यवे.तेपरानो लतव्यवहारछे. लेथुलराव्ये धर्म होवेतो.मेश्यलगे तथा श्रावतीमनऊराव्यांरपीरामन्नध्यतानीउरणीलतन्यवहार भय्ये.पएमनुष्यप्राय उपायनिजेपो चांद्योनधी उत्यो तेवीयारीनेन्ले.. १२. वप्नीही स्यापरमीरले.थापनानिजेपामध्येतोश्रीवित्तरागनोगुणा नयी,पएरामापोध्यानमुंजरगर्छ.तेमारेबांधीजे.तेनोतिर नेप्रतिमा हेजेग्युलध्यान जावेतःमस्सीनाथस्वामीनोपजीछरान्नमव्याप्तमययार पिसमलावतोमल्लीनाथस्वामीनापशथीपिनोई.मेप्रतिमाहेतो सुलध्यानजावे.तोनेटलानर्थमनुष्यप्रतिमानेजगतरेछ.तेएनेसुलध्यान नण परमारेघ्याथीदेशीवियारश १३. नमुनो देवीने नाम सांभषे कहे ते उत्तर. वानी हींस्याघरमीमहेछेले. नमुन्य जीने लगवतनोनामसांसग्नेछ,नेमार थापनायांधीजेडीजे.तेनोपत्त२.सुज्त्रिाध्यपनजेजकारमेछेतालीरामीगाथामांउद्योछे. करकंड.. कसिंगेसु॥पंचासेसुय दुम्महे नमीराया विदेहेसुगंधारेसुयनग्गई॥४६॥ मर्थ रंगराबाउलीगढेक्षने चीजेप.पंयालशनेबीजे.पु.दुम्मा रानभ्योन नमीयनचीहेहुद्देशने विषे जुन्यो,गंधार देशने बीजे.नानिगर रामसुत्र्यो । १ शयन्नतींगटेशनोशरभुज्यो वृजलोजीजुमो. २ सुजयन्मनेपयापरेशनोराब उपो.धलारेजीनेषुब्यो3 नेमीरान्भने विरेहरेसनोरारमुग्यो-युगजीने शुरूमो. ४ निगरामगंधारोशनोरावं मुझ्योरांनोरक्षरेजीजुळ्यो. ५.यसीमेवीसमेअध्ययने समुपासोरहेजीनजुध्यो । Page #69 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रोपायभरापांयवस्सुटेजीनेजुळ्यापरावृजलीपायनेपोताना नतीसमरापिण्यानातथासम्मषेचानापियारी ऊरएनएपीने ओईजे यजत्नपा 15 यनेवाप्यानहीं, तोरीमजीन्नयांशे वैराग्यपिन्वानोनिस्ये जरगतोपोतानो जयोपसमछे.जने आहायसरातोजनार्छ लरपेशरमारीसालयनमा केवलज्ञानपाम्या,तेमाटेमारीसालवनने बांध्योपुल्यो,नहीं तेमाटेजार यशरएवंहजीऊनहीं.लमछरान्नमोहनघरमध्येमस्तानारीनीप्रतिमा जी. स्पामस्सीनापने टेण्यापोतानासंघमनामतीसमरएगाउरएरोन्मएपने प्रतिमा नेतथामस्पीनाथनेवांद्याद्या नथी.सुत्रसाजन्नरावी.तथाप्रतिमानेध्यानने गरणनीने ग्निमाणीवाटेतोराग्रही,यंपामाजीमा,तुंगीयाहथीएपपुर, द्वारवनीता साधेर नगरीनामेट.जाणेयोहायरलवनवस्या मावर्गलबजाएयावरव्या,त्तोतेनगरीमध्ये घात्राऊनावरहीताता. रानपरालगवंतना परमत्मस्तित हुता. तोते नगरीमांहेशं समनपरण व्यारेब्रक्षनाहरांममममन्या.तोग्निनाराजीमनार तथालगपंतने वीरहेजानंह,संजपोजसी, प्रमुजश्राव यात्रामनीप्रतिभापपुलनयााही. जान्प्रतिमांचाषामाटेसंघालोणेत्तोसाक्षातलगवंतवित्तरागनेवांटदामाटेरोईजेश्रावसंपतीमनसख्यारतेने धननीसीजोटरुतीरतथासुण्यरुमार विपासुत्रमातथापधारान्नलगयतीमांशमलावनालायी केलेलगवंतर्थहासावेतोहुंचांदु,पएमडेगर्छ पीतव्योनीले,संपाठीने वांदृवान्नईने तोप्रतिमावांवीडीहारहीर हेरवानेऊध्यानाडेशीहेछेले प्रतिमालगवंतन्ये नमुनो,तेवातीम भीमेश्यार्थसुत्रमध्येमाल थीवरलगवंतवाछे. अजिणा जिरा संकासा जिलाइव अवित्तहं वागरेमाए।।: मर्षः जापरमामागहे शकसानधी परालयाजेहवानिमित्तयगासासरीजा.लानिषित्तयगनीपरे.मसापाछपाछतरपउत्तर हेताय. . . . . मसाधुने चीरे उसो.पीएनतिमाने अजिएगा जिप संकासा उता . परमगगडेजष्ठत्सानयी पपाडत्यारजेड्या नवित्तरागसरना नेहयोन-: पी उह्यो. : Page #70 -------------------------------------------------------------------------- ________________ लगवंतवानंघाज्याहगीने उह्याने, ममत्र्यम्मगा पीएडीहा मनथी उोळेमम पडिमा तोनमुनो हेनो हुस्येर ' वतीनमुनोलोउरेनो नामछेने. एरीयस्तुपा होवे,तेमांही पीथोडीसी डतेन्मुनोउझने,परावस्तुइरहोईतो नमुनोनही लेमसोनानो नमुनो तेसोनो पापीतल,तोनही जामानोनमुनोतेजाजोपा जाउगेनोनी हापानो, नमुन्ये, तेएवीपरागतोनहीं जलनीनोनमुनोतेजस्त्री पएपुतणीतोनहीं रतननोनमुनोतेतन, परागंरोतोनहीं जेमघरा प्रष्ट तर्छ.तीमज्ञान, दर्शन,यारीत्र,गुरासहीत साक्षात वितरागडेरतेहनोनमुनो तेसाघु,ज्ञान, धर्शन,यारीत्रवंतने,पराज्ञानाीगुएराहीए प्रतिमाने नमुना नहींसाधुनो नमुनोतसाधुन,परागोसला, मातीमती,पासया,वेषधारी, बनवते नमुनोनहीं,गुरारहितमारेगने वेषसरजातथीसमटी,श्रावड़, तेहने वंगारेनही तोश्रीवितरगना गुरावीन्यावितरागनीप्रतिमासीम नीमथायर १४ नमो बंमार सीपीए कहेछ तेनो उत्तर. हीस्पायरमी उहेछेने लगवती ने घुरेनमो बंभीए सीबीए मेहयोपाछे तेहनोमर्थनमस्र होदेनेत्तिर नाटीलीपी नेतीमरहेछनेमारलीपीमातरमीस्थापनातेइजत्न हेचस्वामी पोतानीपुत्रीज्वाह्मीप्रतेशीजावे तेइजलडेचनेलनमसाश्ययो. मेरलेलीपीऽर्मनासीजावाहारतेहीमोपी होमेमजनुन्नेगद्वारे पाथानोन्ना पुषनेलेल्पाथो.तीमधीपीनोन्मपाहारसीजावलाहारने होनसीपीतेहने नमस्टार ययो.भेलाबनयप्रमाइजलदेवनेननम सार शुधर्म स्वामीणेचो. मुलमर्थनोमेहछे रखने उरसाजेडमिउहेर्छ ले.सीपीविधानजठारलेटेस्थापनाक्षरतेहर्ने नमस्मर मेघो.पापना नीजेपो रावपामारमग्न रहेछ, पामेवातशुत्रवीरबछ.तेहीमले, . निनागमसीद्धांतचाएीसुधर्मस्थामी छतांसीद्धांतजारप पापनार्य हां हतारचीरनीर्याएपछेनवसेंएजेंसीवरसे पुस्ताङजान भयोलोमार रुयापनाशुधर्मस्यामीले जी हांथीयारली लाजा,तीजत थापना पेजक्षरमाहार पंनोमानोनामदारलीपीमारांपुस्तासभागा Page #71 -------------------------------------------------------------------------- ________________ तेसमक्षरसज्ञातमारे बंनी ज्याशे. कुराणीतान, पुराण,वेन्तीष, वैविज्या या मंत्रालोसामु धीमनोगएरात्रीशपापसुत्राने मक्षर स्थापनामारेसर्वयंनी यास्ये, पंपानेरुनेतोजीपीतरागेजोगरात्रीरापापसुत्रहीयानातुमारेतोबंनीथासेन्तेहनेवांताराम नथीर पापसुत्रति माहोणेते वीगारीलेने वानीमतोमायसुतग्नि स्थन डासांगीसीहांतछे.सेजमतनाग्रंप सरंचनीछे. . १५ जंपाचारण विद्या चाररानो उत्तर. हीस्याघरमीचनेलगबत्तीसतवीसमे उसेनयमेन्याम्पारण, विद्यायाररासापुजेप्रतिमायाहीछे सेम उहे .तेपास्नेत मुखोलेछे.सीद्धांतमध्ये उह्योने. पायारणासाघुलजपी शेरपीनेपथमभानुजोत्तर पर्वतमय पर्णनंदाशर माम्मे छिपेलय-पछे यहिपपंरमेन्नप,जेयातसायीछे.पएमांग सुत्रेयोपेथोपानुमोत्तर पर्वतेयार घशेयार उत्पाछ.तेलवनपतिना नासायास उत्पाछे,पाप्रतीमाने गले सीद्धायतन उरमुखगोपनी इयोपत्तो प्रतिमामानुजोत्तरपर्वते डीयाथीरमनेवासे यांचीएनेपाल हाएांगसुत्रनायोथापनालीमहेसा पलिज्योछे. मागुषुत्तरस पवयस्स चउदिसिंचत्तारिकुडा पन्नता तंजहारयो। रय[चयर सवरयणे ३ रयणसंचए ४. सर्पः मान्मानुष्योत्तरपर्वतनेत्ययार धीसंन्यन्येर उरसीजरूपम्यान्तं तेउछ र रतनकुटपाररतननो एयर ससर्वरतनपुर उतनसंथयार र. . . • १ सेनामर्षमध्येपर्णमह्योले पजनाजुशीने वीजे रतनपुरगर सवेशुदेवनोवासलुतारमन नैऋत्मणुएाने वीजे स्तननाथयारत्ययांतरे जेफनो नामवेसुजानामनीतीसंवायुमारनोवासणे. उतपातानपुरानेषीजे.सर्वरतनकुटतेथेगुघालीनाभेसुपर्णउमारना मुंगावासलुत उरछत्तयायाव्यषुएराने वीजेरननसंययरमेहनो पीलेनामप्रसंगनकुरषायुकुमारना नोसावास मुतखेलावहिपसागरपन्नंतिमय॑संग्रहपी गापानी अनुसारे उपोहांधाररियारी सीमारे उत्पाछपराजेयंपुर्वी,पश्चिम, उत्तरक्षीप्रसे प्रत्येक Page #72 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्रीपात्रीपर पार्छ. तने स्वतापाष्टीतर्छ. पुवेता तिन्नि कुडा॥ दाहियाउ तिमि २ अवरे । नुतरनं तिन्निभवे ॥ चउदि शि माणुस्स नग्गस्स. ॥१॥ सुत्रपाडे यारउट उह्यातीहांपए। साहायतनहुरन उसोयपी हिपसागर पन्नतिमध्ये संग्रहमान दक्षीण पुन्वेशं रयराकुडं गुरुस स्सवेणु देवस्स सब्ब रक एच पूर्व तरेप तेवेमुदालीस रयरास्स अपर पासे तिन्नि विसभबिउणं कुडाई वेवंब सुहयं सया होई सच्च रयरास्स अवरेणं तिन्नि समय छिउरा कुडाई कुडं पभंजस्मर्ड पभंजण याठियं होइ रत्तो इहवंतु स्कान कानुरोधेन चतारियुक्ता तथा अन्यान्ययि हादससंति पुर्व दक्षिणा परोत्तरासुत्रिणी द्वादशापिचैकैक देवाद्विष्ट तानिति इतिस्छानगं रत्तो. मुषसुत्रे गारपुर उषा वृत्तिभध्ये जारपुर उया. तेमध्येथार वासीन्ययारमध्ये लवनपतिनी घटानारपुर चीधीशन्ना ह्या, ताहां पराउजेहेचतानो यासरहो, परासीहायतनमानुजोत्तरपर्यतन उह्यो, तोसीडायतन कुटमध्ये नोवे रेशुने मानुजोत्तर पर्यते प्रतिमा मुस्थीरनथी तोप्रतिमा बांधी जीहांथनिर . . २ यती या पर्वते पणयाप्पीशऊर दीशाकुमारीना उगाछ.भीहातला छिपपन्नतीमाहेपीरासादायतन र यद्विपेमाद्धांतमहि उह्योनथी.तो याहिपे प्रतिमा डीहाथीवाधार । --वपीनधिशरहिपेप्रतिमाहिछे,तेपएनपशर द्विपनेसमलुतलाने वीषेतोनथी उही. अंगनपशपर्वतयोयसाहन्नर नेल्नणयोर्छ.लेपिर. पारसीहायतनछेतीहातांघायारण, विद्यायारण, गयानपीऊह्या. नेदु मेमेलगोगेले.प्रतिमायाँीछेतही बेइयाइबंदीनए पापिरह्यो छे.पएर मेप्रतिमावांधी पूर्णहोलतोप्रयक्षपणे बंद इ नपंसह पाउने वोशजतोगुण्यामारवामने मभंसह सके नमसार ज्योतेतो मम्म.. सह सहतोछेज नहीं. वली वंदमा रा जाइजा इसवीडासीरपांन्यमेजच्या यनेजी से उपोछेलेगुरुग्राम पुरंतोयडोसाघुरहस्थपातेमसेलही. Page #73 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मेसाणे पंदद सप्टेणुएण्यामउरवानोश्नछेले प्रतिमाने प्रत्यक्षदोजी कोवे तो नमसइ सन्द जीमनयो तथा चै इत्य वंदं ए नमो धुएं डीमनग्युंरजने नमेमयोगेले, ये सटे प्रतीमानयी तो ये शब्हेशुवायोर तेत्तर सा धुनीजे रीतीछेले,आहारनिहार, विहार मर्यउरीसायमापोशाचीजेसे तेहुने समोसरासमोसा उहीमेमनेशयावहीपीछमेते घशयावही पड़ीमतालोगस्सरहे, तेसोगस्समध्ये श्रीवीतशणनागुएछहारतेहीन येय शहे मरीतनेवासेपरमार्य,पएप नेचनाकि नरेवस्ती वाद्यातेमाहु स्यने चे द्याइ बहुवयनेयांद्या हीजे.हायोगसउहीताप्रतिमा विना घंपा सरीतपयै सवंगारक्षेमध्ये त्यो सहरु रह्योर वनी.मानुजोतरपतेसीद्धायतनकुटनयी प्रतिमापानची, तीहांपपये या वंभे पाहणे. तीहां ये सज्देशुंवांद्योर तोमन्नाले.ने प्रतिमावीन्या थैत्य श्री वितराग, डेवलाछे तेहारवाद्या.तीमनीशरद्विपे, मने इयमद्विपेपंग मशहंतनन् चांद्या, भानुप्तर, नीशर,श्यउहिपे वंशानाशम्माविश्नथी.. जहां प्रतिमाछेनी हांपण्येयावंर्घषान्छे.भने प्रतिमान्यानात्यांपला. येयाने पाहछे जश्नथी. तोऽमन्नएलेले,त्ररोडामे थैयचंया अते यत्सवांद्या.श्रीवितरांगतोलहारहीने बांधताहां रयाबंद्याने तोन्नयनेसर्वत्रवितरागथैसहीनवाद्याछेले प्रतिमामाटे येत्यांसोतोनंटीशरदिपेमापामीलसेने नीहाँप्रतिमाछेतेमाटे.परामानुजोतरपर्वते समुस्थान प्रतिमानेसीयतन नथीप्ताहांत्येयार्थ पाठीमममसेर मने येत्यशष्टे वितरगवांयार्थतोसर्व हामे मलस्ये.तोमनरालेले, यैसशटेग्रीवितरागी गवाधा. लहासाघुरावे, तीहांसमोसा महीनेछीनने योषीसंस्तयनरेतेयेयवांयाउहीनेवताओघायारणंविद्यायारणाप्रतिमावास्या, भत्राउरवा, गया,मेमरहेछतेने तन्मुडुम्हेछा. तेरेमो नेमारवाण्याहोत्तोल्यापारपश्यादिपथडीपाछावष्या, नीबारे नंधशरहिपेमाच्यातीहाथीपोलाने डामेभाज्याउया,पएमानुजोत्तरनायैत्य डीमनवापार तथा यापंऽगनन्ननेपानध्यातवारना नर्धनजाव्यातीहाथीपोतानेहरममाव्या,तोसोमनसबनेननेला सातवननी Page #74 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रतिमावांचा मनगया५पीएमन्न्नने, प्रतिमानांवानयोगीया पएयारीत्रमोहनीनेहेमसंऽश्मएागार चलषपी शेरवासाजापो मेनमाप्नोथाना मेन्या. बलापोताने हार्भमाच्या ताहापाउयान्हा येयार्थीदे नेमुनीगाम नगर,वन, पर्वतनेवीप्लेकहां हलातीहां पायामाच्यापोतानेकामेतीहांडीयापैत्य हतातिचांयारपीएामना नेपोतानेठामेश्याव्यातीहार्यापंथीपी स्मीतेमध्येयोयीसंस्तक यो तेहीन श्रीवित्लागस,यसवांपादितनागयैलतोहामापीरहीने बांधोतीहांधीवंघमाजनेमतिमाते मनीशरनास्थानमध्ये डीहायार तेचीयारोन्मेषतीजेही पटेशने छेत्याने. तस्स तारास्स अपासोइय अप्पडीकले कासं करेई नया तस्स व्याराहणा. मेस्पानउपनपी शेरवीने गयानेजर्यजाखोयाबीनानायापीन्य मुख रेनोवीराध उपा-पीपाश्री किनप्रतिमानिशरीजीतहने बांबा न्मतांसलउरेतोवीरापरीमहोवेरमने मोहनीनेण्येमसंबडपशानाहाय उरी द्विप,समुह,न्नेवागीयायशुद्रिीनावीजयनाप्रेयोथमातेोमररो वीरामसुजेहोवे याचीहीस्याघरमी हे,प्रायश्चितनोधाम यातेप्रनिमा बारागयातेमाटेतथीन्योन्नतांसावतां जनतनाथर्यहोवेतेमाटेमालोय एजेन्तेत्तरानुमेर होछोने संघाघउने शरणनेयकपर्तिनोन्मयुरेतो पएमाहामाल.घरमसरन उरताहीं स्याछेतेपांप नहीं जागेतोजेसापुर गनयासीने छायमध्येही सपनाहीस्याबागीरजनेमाहारनपराज्यों नेमप्येनेहीस्यानोप्रमानो, पुष्पराश्यानोगएायामेवा तुमेजसत्य महीने प्रनिमावावागायेतोतमारेमनेपिराह्मानने मे.यपी.. लगयतीमध्ये सोछेने सालोयरालेवामुनीथाल्यो,तेयरमांराकरे लोग्नापोयरानालयापरी पायपीमहीन हीप्रेतीमालनप्रतिमायांगने मारेयाष्पोतेनिस्येमारास मुहीमेप्रमा,सल्यानोइनहांस्या मारेगसापर • पपीतस्या परमीशभसिम्समतो यैसउहीरने,पानीलने येत्प Page #75 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ' .. .. .. .' सीहा त्याछेरतेनो पित्तर.लगवती,विवार्थ रायपसेएरीगणांग,प्रमुण घरोधमेसाधुनथैत्य त्यार्छ तपाइलनेछ. निरपुत्तो आपाहीणं पया ही वंदामी नमसामी मामि सम्मारोमि कल्ला मंगषं देवयं वेड्यं पजुवासामा. मर्पती. पवार या. माधन भेटलेनेहाय लेडीनेन्मएरामनयीशमा मनसुधी पक्षीपारीने.वंबापुंछ मेरले पोषागुघुनानमसार इघु मस्ताना -डीने.संसाहार यु.स.सन्मान पीक त्यामराममंगसारी धर्मचसमान.ये-ज्ञानवंतनीप.सेवाणुंमन वपन, या रा. - जेपामध्ये उत्पाहता उल्याराशरीप्रसेमंगसंहतां मंगलाप्रते, यत्तारीमंगसुत्रमध्येसाह मंगवंउमार्छन,ययंना धर्मच प्रत्यये. पंडतां ज्ञानयंत प्रत्यग्न होतीमावित्यस्तिनावपनन्नराया.. -यपीसमवायंगसुत्रमया योवीसरिनने चमत्तानऽपना, वृक्षहई नेवृक्षने पण पैपवृक्षम्या. मानसनी, ने प्राय तेहवेसमवायंगसुननोपाठ गोवीसमसमपाये धीषणे. एरास्सिएरंचविसाए तिथकरारा चोवीसं चेइयरया पन्नता तंजहा निग्गोह सतिबन्नेय सासे पीयर पीयं गुरुत्तो हंसरीसेय नागरुखे सालेपीलरव रुवेप निंदुयं पाडलं जंब आसाथे खलु तहेव दहिवन्ने उदीरुरवे नि.सएप अंबगडखे असोगेय २ चंपग बहुलेय तहा वडसिरु । . तहेब पवरुखे सालेय वडूमारो चैइयरुव जिवरा ३ .. अर्थ-यालीसथैत्पवृक्षवाने वृक्षहे डेवलज्ञानपनो नेवृक्षनेयैत्य रक्षरहीमे.त्यर्थः ते हात्रीमादिनागवेन्यग्रोधतेवरवृक्षहेयनज्ञानपिनोमनमनुक्रमेयोचीशेनरावा. निशेष सत्तवनरप्रीया उ.पीयं गुफछत्रपसरसोऽनागमाप्ततीत.पीयुष्न र प.पाउस. संपर-पीपयोपनीयतेमनः दृधारमनपातीलापाजांनो क्रमशोउपयांपोपल्स ररुतीमतसमतीमा धावली सा सालर.वर्षमानणजे येसरक्षयोरामलिनवरनानाग इंटे उचमज्ञानपनामार. Page #76 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मेझाननीनेायेवृक्षनेयेसऊयान्तोज्ञानवंतनरीहतनेतपासापुने यैत्य । उही नेतेमध्येस्मोसोहरतमाटेलं घायरंपरायैयराटे वितराग तीर्थर मरीकृतथप्नयनी, प्रत्येवांचाई प्रतिमावादी उरुस्योतोभानुजोत्तर पर्वते भति मानपीत्सागुंशोजनेपाहतोप्रोतामेसरणाणे.अधिरोमोजोमपी. संप्रतिमानेव्हांप्रतिमानथीतीहांपाठश्नथा,तेमाटेप्रतिमावांधी हेछेतेसुऋविश्होछे. ९६ श्राद श्रावकना श्राखाधानो अर्थ. हीस्याघरमीनारा व प्रतिमापूछ-बांीछेने तन्नुहुंउहेछे उपागमांगेमध्यायनपहले पा छेतेउहेछ. नोवतु मे भंते कप्पई अजपभिईयअगाउछियापियावा अपाउडियादेवयारावा अाउछियापरीगहियाशिवा श्रीहंत चेइयाई वंदितएवा नमंसित्तएवा पुच्विंागासवते याब वित्तएवा संसवित्तएवा तेसिं असरांचा पारांवा खाइमंवा साइमंवा दाउवा अणुपदाउवा. मर्यःनो नहीं जा निस्ये.भेमुळनेलंलगवंत नोउन्नपेमाजाळ पछी मान्यतिर्थिःश सत्यनिर्मिनादेव.जम न्पतिधिनायबाजायजाजरीतनायैत्यलष्शायारीसापुत्वं वाध्वान नमसारउरवो.जा.जोपाषयो.सा.वारंवारजोसाययोतेतेहने.म.मसन. पा.पाएंगी मानापमसुजी.सा.साधम मुजगासधन्युरोते धर्मनीषु द्विजेपाम,जाशाउरी प्रापये. मलगवंतनामुजसागसेनाएहान सनिग्रहीघा, मालपछी बनेनमुपेजपतीथि साध्याघेडनेरजन्यतिर्थिनाध्यमानेरप्रसारनार्ट रैयराटीने उजन्पतीथियेप्रयागरीकतना येत्यानन्यनिर्थिवी पीलता अघायेहीपासथा वेषधारी,गोसखामती, नमावीमती लिननोसींगतोसा धुनोछे,पराग्निमारगयी प्रधामृष्टालि नमामामाहीरंजेषासापुष येत्यजेत्रगनानेापापुरखोलाष्पापहलाजोसुनहीं उजाला रानापुंनहीं,कोई देवाभि उगेरावा रवितानेपरचम पयत्यादी रोवाध्यापजोराववापडेनासपाघिउखोपडे,तोनागारपणानीराहे तुन्नघूनही तेएडरीसम्पतिसुङलेहवोमलीलीयोवेमुझनेऽस्येसुं. Page #77 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 43) कप्पई मे समला निग्गंथा फासूर्य एसपिजे अस पा खाइमं साइमं वथ पडिग्गई कंबस पायपुछ सेांपाडीहारिय पीढ फसग सिजा संभारएा उसहभेसजेएं पडिसामा विहरीत ए. अर्थ- ङ. स्पे, मे. मुळने स. श्रमला. नि. निग्रंथ. श. सुडखे, रोजएपी सेवान्नेग्य. ज. जन. पा. पाणी, जा, सुजडी मेवाधीस्सा मुजवास.व. "वस्त्र. प. पात्रा. उं. उंजस. पा. जागते मांडयानुं तथा रन्नेहरएानो पुक एणे. पी. जाले. इ. पाटीर्यु.सी. स्थानङ.सं.प्लीसंधारो. उ. खोजपरीरीया ताहीङले वारिषु गोसी. प. ते हुने बिहरावनुं नीत्यमेव जेह्वामननाजलीयह. उपप्यामध्ये तोहेव जरी संतने तो श्रीमहावीरजने गुर साधु, जे जे हुने, वावा, जोसावबा, ने प्रतिसालवा, उसपे तेङत्या. हुवे स्वयमत यहीत प्रतिमा ग्रहची उत्येतो प्रतिमा उहेत. पण ते तो सुत्रमध्येछे नहीं लिया जोस मध्येतो प्रतिमानही, जने वोसरांच्यामध्ये पए प्रतिमान पीडी ग्निमतनाहेव, नेगु,बांध्याराप्याश्ञनेश्जन्यमतनाहेव, गुरं, बोसराव्यानिमननावीटलसाघुतेपात्रोसराव्याश्नेग्नर्थ छे. हवे हीं स्थाघरमी हुहुछेने, वासरान्यामध्येज न्यतिर्थिजे ग्रात्यात्सवां पुनहीं, ते मतिभाजा श्री उद्योछे खेमङछे, जेवान सुत्रविरद्ध उहे छे. तेरेमने, निननी प्रतिमा जेठीय हमासो, जेवसीखायुद्ध, रजवारी, खत्री, रहीत छे. जनेजन्यमतीनी प्रतिमासंनेगी जायुद्ध, जस्त्री अश्यारी, सहीतछे तेरीत जान भुर्जसो छे. ते पानोछे ही मोस जेछे, तो जन्पती र्थिनी प्रतिमाने ढाये जिनमतनी प्रतिमाने की मभांश तथा जला, बिस्तु, महेश १ गणेश, माता, हनुमान, जेत्रपाल, सान्नि ग्निमतिमायामीपडे, नेतोबी यारनाम थी, ते मारेप्रतिमानो अर्थनमी से. बसी प्रतिमानो जर्यकुशोतोनी हामउयोछेटे, रजन्यतिथिने. र जन्यतिथिनाहेब ने उजन्पतिर्थिष्जे प्रत्यायैत्य ने पवादुनहीं जोसावुनहीं घनहीं नहीं क्षेत्र जोस नीजेध्या, तो लुबोयैत्य सन्दे पास था, वेषधारी, नी नपरतोनेत्रराजोस मीले, ने जोसाव्या खोसे, घनदीषु ज्पे, पाथैत्य शब्ने प्रतिमाहोतो, जोसावी डेमजोले, नथा घनडीम लेते उपस्थाय Page #78 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रमीनामनमाओवातनेजन्यमनग्रहीतप्रतिमानीजेधीतोपोतानीयहीन तिमामानवाहीर पराओवातसुनन्यायठहरीनहींतेचीयारीनेन्ने. • वीसींच्यापरसीऽहेसले रिनप्रतिमानोखेनहीं जनसेवेनहींतेमाटपनिमा मर्थनेवीषेनीघोणे,तोअन्यतिर्थिनाघवहांजोखाच्याजोदे,घनघांख्य, तेत्तर.ग्निनावोलेछे, नष्यछे,तोब्रह्मा, विष्णुमहेश गरोशामाता, हनुमान,नार,शाहारसतारेनतारस्वयमेवठवताहतातीयारेजकारलेता, तेचीयारीनेनेजन्यतीर्यिनादृपिरतोसुजेणेत्रएजोलम्हरेछे,पणापतिमा पिरनइहरेतथालेप्रतिमानेपोताना देवीजन्यतिथिमान्यातेहनेतुमे देवीनमानोतपाजन्यतिर्थिनाईहयमारहीन्नप्रतिमातेनमेनमानोहामझेर भाटेतोतुमाशेणापर्यवीशजेण्डासनेधेरैबेहोहोयतेवेसातमारोजापजरो नहीं रन्जेतमारोनापतोतेतमारोदेव. मन्पतिथिबेहेरेगप्रतिमातेण नीज्यमनोसाघुमन्यतिर्थिनामाश्रममाप्तिर्यातेवेसागुरीनेमानोनहीं • नेयंजसनेघेरेजेहानेणापमानो, भामाश्ता साधुनेगुरीमानो,तोजन्यतिपिने हेहेरेगप्रतिमानेवशीमनमानोर _ वतीजन्यतिथियेनत्यायैत्यगनप्रतिमामाना,नोग्रव्यसींगी पसथानिः नववेषधारी,वीटससाघु,यानोलमध्येवोसराव्याइहरावशोजेपराजवनी छम्मेसेजन्यतिथिमांगतातोजोयपडेलगत्तासत पेहेसेपन्नवा पच्चीसमेसे उगी दसरा बावनग समठीतनावमनतरपीएसवलींगीडया, पएाजन्यतिथिमानयोउयाजनेजन्यतिर्पिनाध्यमातोनपीपजन्यतिथिग्रयायैत्यमाल परागपासेतोनहातोयोयोप्नोलसुत्रपाठे हेजाओवषी स्वपमतनाग्रह्मायैत्य, देहा, प्रतिमा,जारांहावऊ,वहितपाइडेजाडो,तेवीच्या रन्ने. १७ अंचक श्रावकना पायावानो अर्थ. नेमसमशितनीवीघजारानावन उहीनेही रीतसर्वश्रावसंज,पोजषी,प्रमुजछे मेवातनाश्नपी तेपियंत उपयासुत्रमाजाऽापनेनधीसरे हवोपाइछेने. ... । अमंडस्सरा परीवापस्स नोकप्पई उछिएवा अगाडियादेव याशिधा अपराउछिय परीग्गहियाशिवा अरीतहरेइपाई वंदितएवा Page #79 -------------------------------------------------------------------------- ________________ . ५५ ) नमंसितएया जावप जुवासिएया गणथअरीहंतेवा अरीहंन चेड्या शिवाः जनज रजनउसन्यासीनेनोनउपेमजन्मतिर्विसाध्या हीउत्सरजन्यतिर्यिनारेवरुरी हाधिक मजन्यनिर्थिये ग्रहयाजी कंतनायेत्यपृष्टसाधुवं.वाघ्या.ना नमस्कारस्यामग्नवतपुन्नरपा मातशष्टमध्ये पिरनामोलसेवा. नेरखोपाउछेहो, नास्प.अन्यतिथि-रजन्यतिर्यिनादेवने. उजन्य लिर्थिये ग्रहयायैत्यने.पव्यंचा ओलावा उघनद्देवाक्षेत्रएखोललो मानीपरेनने पतेमध्ये जीततेतोदेचजनेनरीहंतना शैत्यतैसाघुगुजवाध्यामरीहंसते हेवमनेयैत्यतेज्ञानवंतरीतना सापुर राजेऽस्पनटसम्सप्यामापज्जारानीपरेनहोनीलांप्रमानाथ हीने गुराज्यावीतयेत्यहीनेगुवराज्यानिटलेदेव, गुरनेवावा' राज्याकांहीस्याघमाहोल प्रतिमाराजीयैत्यशदेतेनभीसमले सरीततेपणादेवजनेप्रतिमातेपणदेचतोगुरवांध्वानोत्रीन्नेपानहाछेरे तेतानथी.मेसेजेसजनसाधुगुरछनथीरलयेसरडपतिमातोगुश्वाह पानोत्रीन्नेपाडेजारमनेसंजऽसानेवहेछेजसनाघमापेछेजार नसूत्रोऽरवाछेतुमेनोप्रतिमानेहेऽरीमानातोगुस्साघुनोपाठीही पामाथ्यात्वमोहन उर्मनेण्डियेजाटोमर्पसुन वस्तुश्रावउने उत्पतेना हनीपेरेन्नरावीतेवी यारीन्नेले. पद सान क्षेत्र पंग कंढावे, चवरावे.नेहनो नुत्तर वसीहाँस्याघरमीउहर्छ लेभातत्रयनवादरचोतेरंतसुत्रवीरद्धछे छे.सातवेधनयावर वोनयासुत्रमाउदाछेमपछवोत्तथाभाघटीबायडेवतमाराध्यापडी भामारीसंथारामधानेभर्वसुत्रमाउछपराधन रखोवावयौतथाटले क्षेत्रेयावर्यातसुत्थीहरतोप्रमाए तथासंघडाख्या तीर्थमत्राीधी हरा उराव्यापतिमाप्रतिष्टियाधिमाएंघसंज,पोजलीने मपीडारेउयो होलोसुत्रमध्ये जाउरे.मीभाहावीरस्वामीयगोतमस्वामीजागरस। जेवयानेहो,तुमेसानजेत्रहोणेताह,रप्रतिमा,उपुनहायु पसापरी, श्रावण्यापीरसानांवरहोणे,नेश्रीवित्तसगनापश्यो Page #80 -------------------------------------------------------------------------- ________________ नयी स्यामारेले पुस्तनोदामघोतोश्रीमहावीरस्वामी निर्याउनषसें. जेसीपरशे पयोछेतोजागले पुस्तकनीमतेपनाठयानोस्योभयोल्नरुतो जेपीरहः ... _ घालीसाघु साधवीने,जाले पनजरचीसाहार पथ्य,उपाअयशवे तोतेसाघुसाधवीने.सामनरावेतोसाघु,साधवीने अरेचनस्याने ढेर सपीसतीउसुत्रेछठेजच्यायनेजप्रतालीरामीगाथामांकुयोमे .. पिंड सिजं च वयंच ॥ चउथं पायमे वया। अकपियनछेजा । पडिगाहिंजकपियं.॥४॥ सर्थ-पहेसेजोसे.पी.माहार,जीलेजोलेसीथान पार पाटला संथारो,वीत्रीलजाले,वाचनपछेडी,एलोया मुहपतिःयावसी,प्रते प्रमुज,यवतीयोभेओले,पापात्रा,पीयहगि , प्रमुज.जे.यावपीउत्पनीउ प्रमुजरिमनिर्वाहमापनीउनानवांछनथान नयेप.सीये..पनी मायारंग निसिया पुस्प घऐसुत्रेमुसनासाएयोनाहाराधिक भीजेध्योछेतोसाघुसाधरी,तेवननेस्युंशजेपरात्रविश्छे . श्रावऊयावाने पुन्यरतहोवे पराजेरातनोधनख्येनलं,रा, उंगासीन,जनायने,जंतरायपाउनल.देहरांप्रतिमामागलेहता नहीं.तोतहनेशलेधन बनेम्युरेर तुमारे मोजागोरांप्रतिमा हतांजेममानोछो,तोले जाएंघधेश्रावन्यातलमाडी.परोसीरालये घनसालामाडी,श्रीोसमनीसासीसीधी सेएरीरानपेजमरपो यो,रेपीडशन्न्येयधामणीधघी पीराइटलो धनराठी हेहरांप्रतीमाज्य व्यांनेपामसुत्रमध्ये जागे नहीं तो सातजेत्रनवाउखपीनेमुरेजसोञ्जना धनसुयेणेतेयोऽधनायोश्यानोछोरजेसातजेवनानामसहिजाडे छे. तेनेांतसुत्रविरद्धले. १८ मुपदीए प्रतीमा पुजी कहेछेतेनुत्तरे हाँस्याघरमा रहेणेग्युपरी नेप्रतिमा पुछे तेहनोत्तरसुत्रप्रमाणेमुछेले.घुपधप्रतिमापुन्छ, तरुनोउत्तरसुत्रप्रमाएरोरहेछे.सर्वसुत्रमध्येन्नेता साधु,साघवा,श्राव, Page #81 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ५७. श्रावी, समदृष्टीने, जीहार्घविनरागनी, प्रतिमा पुलहीनची राज्य ग्रही,यंपा, मथुरा, वाशीय्जग्राम, तुंगीया, जालंजीया, सावर्थि, द्वारा, वनीता हुथीगापुर, र्घत्याही नगरीयुने जाहीरे नक्षनाद्देहेशंड ह्या पाश्रीवितराग नाहङह्यांनीयुपधजेपरएावाने जवरे प्रतिमाने पु तोपराजघान बभधे से ज्वारपुल हेर्छ. पमोत्तरन्नने घेरेसाहरण थयोतीहां जांजीसहीन छः छपाराने तपडी घो. पाती हां प्रतिमापुल हीनदी. १. ग्रुपही पूर्वलवे धर्मशीने जो तुजोग्जाप्योजेग्नयुक्त. रुपछेसुङ्कुमासानेलवेली घुम्नेनरतार डीघो रजे जयुक्त. उपछेसंग्मसेर्घनेश्जवनीत पास थी यरिजे जयुक्त. ४. पछी नगरीजाहार, जाज्ञा सोयीने नालापनासी धीरजेजयुक्त. प.पछेपायलरतारनानीयारगोडीघोरजे जयुक्त. उ.पछेसंल्मवीराषी वेस्याहेबांगनापोउपनी रजेजयुक्त. उपछेपायलरताश्वर्यात नीहनी डार्यडीघोतेजयुक्त. हवाजयुक्तनीराहारी, भी व्याघ्रष्टीनीयाणासहीततेोप्रति मापुल.ते पुन्ननेलसामए पीएाजवृती सुरीयाल देवतानी ही घी, पराजा एह, डाम हेव, संज, पोजसी, श्रावसुनीलसामएास्यामाटेनहीघी खा शंाहीम्नीत्नसामएास्याने हेवे? -पहीयेप्रतिमापुलतेचेसा समष्टी नहीं. श्रावङापानहीं. उपहीनाभातापीता पण समष्टी नहीं पहीजे प्रतिमापूल ते प्रतिमातिथ कुश्नीपणनहीं घरमाट्ठेहुशरीर पणनहीं जे यार जोससीद्धांतनीसा बीयरचाते कुछे. प्रथमतोपश्रावानहीं, लेश्रावी डाहोयतोपांयलरतारडीम वरे सर्वसंसारनीरते रजस्त्री ने जेड जेड लरतार होयछे. तीममुपही पाखेलरतार भएरतीकृती, पायजेम लगती नहतीने माहरे पायलरतार थासे.तीबारे पुरवत्लवना नी माशांनी प्रेरणाथेरी पायलरतारवर्या तोबीयशिलेने, पोपटीने श्राबडनावृततीयासारे लरतारहसचीस Page #82 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मोमुताराज्याहतारजनेन्यारेलरतारनीमर्यानथीत्यारे ग्रावाम मुहीजेनेरोन्पायेप्रोपावडानहींत थानालपणामांश्रावग्न्यात . सीधापाडयानयी. रवली पीसमष्टीपएानहीं सासुतनसुत्रनेसमेजध्ययनेनीयान गानामारयातेमध्ये मनुष्यनाउरामलोगनोनीयाएोरेउिन्नमुटारसनानी याएानोश्रजेबेनीयाएानाहरणहारचसीपज्याधर्मनेसालमचो पणनपामेजनेमन्नमरसत्यन्परसमोनीयाएोहोवेतोबंधीतमोगमण्या. पछीसमीतवृतपामेपालहांपगेनीयागानोइसष्यनसावेत्यांपगेस मीतवृतानपामे.वसीनीयाशाप्रश्नाछे जेध्रव्यरत्ययाजीने लवप्रत्ययातेवासुदेवश्यचनिनो,नीमाएगानाध्यन्नवल वसगेसत्तध्यन मायतेलवप्रत्ययनीयाहीजेजनेतीन्नेप्रव्यप्रत्ययनीयाएोतेले प्रव्यवाण्यातमीज्योतीवारतेघ्रव्यप्रत्ययनीयागोपुरोपीयोपछेटेसरती सर्ववतीसुजग्जायतेध्रव्यप्रत्ययनीयागोऽहीजेतेलीमेधुपटीनेघव्यप्रसयनीयागोछे.पायलरत्यारपधन्यभीख्यातीचारे,व्यनीयाएरेपुरो थीयोपएपरपीनहींत्यांलगेनीयाएानोघेतोसयंत्रयमंटुपमध्येस. वश्वब्नने मुडीनेपायपध्यवर्यातीहापामध्येऽह्योछेले. पुव्वकय नियारोणं चोइंजमागी. जयपुपुर्व तपाछपानवनाधानीन्नी नने यो प्रेयफुती,पुर्व इतनीघननीप्रेरीथरीपांन्यपांऽवपारोशाचीजे पाहछे,तोऽमन्नएरोनेनीयापानाउिद्यसहीतलववरते,तीहासगेसमीत तथावृतमीहायीहोस्यत्मघुपटीपरएयापैहेसांनेअंतभीयाष्टीन्नएवी. उवलीयोपधनामातापीता पराभीयात्वीछे.घेरछेहरांछे प्रतिमापुल छे,नेमान्छे तेवात-सुत्रवीरहेछे.तेरीमळे पट्टीनेपीताम्मेश्रीषण प्रभुजसयंजरमंदपमध्येजनेउरानतेशव्यत्तेनेडानेछवाहारनीपन्न व्यान्तेमध्ये मद्याभास,घरगोनीपन्नव्यो.न्नेन्निम्परगीहोतोजनेघेरमा हेरोलोवतोतथापुनन्निनीपरेोवेतालेडागमेत्रसलवारीने भद्य, यंसाडीमनीपन्नवास्निपरीहोवेतोमधाभांसजावेनहींत्रसल बनेहरोनहींहगावेपणनहीं जेनिभाररानोलक्षाछेखने परान्न Page #83 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जेमांसलोनतीपलव्योसुनेरोछेतेपालजेछे.विउस असणं पारां खाईमं सामं मुरंच मजंच महुयंच मसंच सिंपंच पशन्नंच सु बहु पुप्फ वथ गंध मसासंकारं च वासुदेव पामोरयाए रायसहस्सागं आवासेसु साहरह तेविसाहरंति सर्प-बी विस्तीर्ण जानसनपापारीजा.सुजीभेवाधीऊसामुजवास सु.सुरा.म.महीराम-भानोघरममांस-सी.सी.प्रसनजेभीरानीमनी,सु. नतिजपा-पु ईस.वावस्यगंगपमन्मापाजामसंडारयःयासुदेवपाप्रमुजरा रामनासहवागाजावासनेवीसामुनेतेपासा. तीममुरे मेमसेवनेसोग्नने उमसेबडीयो.कहांसमदृष्टीनापरहोचे तीहाभाभांसना,गोरवरीमहोवेरसुत्रमध्येमामांस,घरोषामेनीजेध्याछे. समष्टीने घरेश्यारजाहारहोवे,पएाछाहारहोवेनहीं-जेरोभेसे पहरा नन्ोशीघरभीच्यादृष्टीन्नावो. त्यतीहीस्यायरमीछेले प्रतिमातोश्रीपितरागनीहतीपरी लिनपडी भाउहीमोसायीछेतमारे तेत्तरहेछ. तपसादोबई रायवरकन्ना जेरोष मजराघरे तेरोव उवागढई २ ता न्हाया कयबसीकम्मा कयकोउपमंगल पायनित्ता सुध पावसाई मंगवई वथाइं पवर परि हियामजरापर पडीनिवमई २ ता जेणेव जिगपरे नेणेच उवागत ईश्ता. अर्य-तातियारे.साते. घे घुपटी, राराग्यरउन्या.ले.लहां भस्नाननुंघर.ते.तीहांपशावेशावीनेन्हा न्हाऊ घानसीम पीडीप्रमुजवीखेपनो उतभंगपीरुपाएपनीजन्सीलरीओगलार्यापारमानापेहेरीतीलाभसारी.सु-सुद्धनिर्मस.पा.त्तमभंगलीफ.वाय.प.प्रान पपेहेमिन्मन्ननगहबानां घरची पनीखेनीलीनेनेलहालनचनुंघरातेत्तीहरज.सारे जावीने.... . . । हांतीथयर परनयीस्त्यो लियाशज्देतोसर्वयारन्नतना यता नाव्याजनेतीथयरेमध्येतोऊनी उहीरनाम्यातीर्थरनेपर: Page #84 -------------------------------------------------------------------------- ________________ नहोये तोतीथपरे घरेस्याने रहे. जिराघरं अणुप्पवेसईस्ता जि पापडीमा आलोयं पणामं करेई २ता लोमहथं पम्हजताएवं जहा सुरियाभी जिएापडीमाई अचेई तहेव भाणियध्वं जाव धुवंड हई २ ताचामजाणु अचेई २ ता दाहिरांजाणुं धरणितसं सिनियई ता निरघुतो मुपाए धरणितसं निययेईश्ता इसी पन्चुरामइ २ ता करयल जाय तिकट्ट एपंवयासी नमोथुरा अरीहंता भगवंता जाव संपतागं वंदइ नमसई ता. मर्याग्निनाघरमाहीप्रवेशउरे उरीनेतेप्रतिमानेनेनेप्रएपमरेचांटे नमस्कारउरेनमस्टाररीने भोरपीनीपुंजएीसुपुंने पुछनेभलमसुरीयालवेलभग्निप्रती मानेपुलतीमपुरेतीमसर्वोचुन्नयत घुपजेजेवीनेउजापगाठींगराणयोराजेराजीनेलभएगापगनोदयराघरगीतखेनमाडे सूर्यनमाडीने.ती.त्रएवेला भु-भस्तऊपलूभीतसे.नी.सगाउसगाडी ने.पतलगारेसमाथुर्थनमाडेनमाडीनेउरयसहायब्लेडीन्नवतर्थम उशमरहे.यैत्यवंदनउरेनमसारगारवयनासंगरेजरीएंतप्रते लगवंतज्ञानमयजामाछेव्हनोन्नयतप्राएरमुड़ितपोताईमबांहेनमररेबमस्कारऊरीने. जेटसोपाठ ज्ञातामध्येछेमनेाहांसुरीयानो. , जिरापडीमाई अचेइ तहेवभागियव्वंजाब धुवंडदई.जर्य निरिनमतिमानेन्नयंत घुपरवेजेटबालगेसुरीयालनीलखा मामांपाइछे तेसजेछे. जिरापडीमाणं सोमहथं पमजइ रत्ता जि गपडीमाई सुरही गंधौदए न्हाई सरस गोसीस चंदणणं गायाइं असिप्पईश्ता जिगपडीमाएपहियाई देवदुसा जुयलाई नियंसेई २ ता अग्गोहिं विरहिं गंधेहिं अचेई पुफारुहरामसारुहरां चुनारुहरांवथारुहणं आभरणारुहणं करेईश्ता प्राससोसत्त विपुलपट्ट वग्धारिय भलादाम कलावं करेईश्त्ता जिरापडी माग पुरतो अबहें सएहंहि रपयामरहिं बरसेहिं तंदुसेहिं श्र उठ मंगलए प्रालिहई २ ता तंजहा सोथीय जाव दप्परा तयाणं Page #85 -------------------------------------------------------------------------- ________________ तरंचणं चंदप्पह रयरा विमलमपीरयरा भति चिता कालागुरु पवरकुंदरक नुरुकं धुव मघमघंत गंधु धु अमाराचिठति सर्य-दि ग्निप्रतिमाने.सो.मोरपीछनीपुंगीजेउरीपापुंने घुलनेग्निपतिमा. सुंसुगंधे.गंगधोकेन्हास्नानउशये सजाई गोगोसीन.यंत्यंहनेउरी. गागात्र तेजसपरेलिग्निप्रतिमाने जाभुया..देवपुषःनुन्नुगल वस्वनीपेहेरावेपेहेरावीनेप-पुसशुढावे.भभासायठावेज.युंग्युर्ण वाजपयावे.चवस्त्रयशवेपन्मजांघेतीमारपालगायटावे.ऊरीने सा उपरथंयाबांधेहेहेल्लूभीमलगे.वी-वीसतीवाटपासंजायमानः माझनी घामउरेऊरीने निग्निप्रतिमाने पु-सागसेन्जानिर्मष-से. धनसरिइपामयामाटुडीवस्तुतेमाहेप्रतिष्षीणजेहवे.तं.तंदुलेग्री. सासाथीयोममवतसनेमाहवाहमारीसोतन्तीयारपछी.रं यंप्रमार चैदुर्यरतनमयावि-निर्मलछेभन्मएीरतननीलालांतियी. यीत्रीतछेउाहागुरप.प्रयान उंयीऽगुंतुःसीलारस.यु. युपामन्म घमघापमान गत्तम गंघतेरोमी. - - जेटसोपारापिसेएीमांसुरीयालेप्रतिमापूलतेरीतनेललाग्यो. जेसेसुरीयालनीप्रतिमांजनेमुपधनीप्रतिमाशरजीजनेपुन्नपराजेशरजीन्नएरावी.शुरीयालेपणप्रतिमानेवरूपेहेराव्यामने पी. रोपाप्रतिमानेवस्त्रपेहेरायांसनेमाहीस्याघरमीप्रतिमानेवरूपर नयीपेहेरावतांनेाहेछ,रेतीयउरनीप्रतिमानेवस्यहोवेनहींजेसेजेसुरीयालनी,मुपधनीप्रतिमानेवस्त्रहोवेनहीं लेजेसुरीयानी युपीनी प्रतिभातेहेनीहहरी मेरोतोवस्त्रापहीशव्यांसुत्रपाठेरोछे.. • चप्सीज्ञातामध्ययनजील्लासार्यवाही नागलुत,समएने पुलवायातीतेपुलवीधीखजीछे. जेशामेव नागघरएय जाव के समाघरएयतेोवनुवागढईश्ता तयांनागपडीमारांय " जाव वेसम पडिमाशय आलोएपणामं करेईरता पचुगमईर ता सोमहयगं परामुसईरतानागपडीमाऊ जाव चेसमरा पडीमाजुमलोमहथेरापमजई रतानुदगधाराए प्रमुखईश्ता पम्हल Page #86 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( ५२ सुकमासाए गंधकासाईए गायाइ सुहेई त्ता महरिहंच पुफारुहरांच वथारुहरांच मद्वारहवंच गंधारुहरां चुन्नारुहरां याभरपारुहरां करेई २त्ता जाव धुवडहई २ ता. जर्थकलेलही. ना नागनाघरछेन्नन्नवतन्क्षनावे वेसमरानाघरछतेतीहां. उ.मा.खाचीनेततीहां.नानागनी-पान्ततिमाने.म.नवतावेसमरानी.पा.प्रतिमाने.जा.सनाऊ.प.नमसारउरेरीने.प.योगेस्योरेटनमाडीनमाडीमे.सो.मोरपीछनीपुंनएीजेपर्यखेनेना. नागमतिमानेन्नन्नवतावेवेसमरानी.प.प्रतिमाने.सोमोरनी पुंब एपीजे.प.पुलपुलन.ड.एनीधारामे.वालीषेरेपजालेपजा दीने.प.पछेनिर्मलसुसंहालावरूनगंरातीसुगंधसाडीतेरो.गा. गात्र.सु.सुहेसुहीनेम पछेमुहयांपुईसपहीरावे.वयस्त्रपहीरावे. भमालापहीरावेगंसुगंधयावेन्युन्युयडावेजजीराधी छाटेना. माल्लापहीरावे.ऊउरेरीने.नन्नवत.पु.घुपरिवेजेवीने. मेसर्वपुजनोपाठनमोयुवीनामुपी,सुरीयामन्हवो नरायो..... हवेल्बुद्वीपपग्नंतीमध्येलरतेसरयडीजेयाने पुन्यो तेरिघिसजीछे. भरहेराया जेरोष आनघघरसाला तैरोब नवागबई २ता चलरयएस्स आलोए पशामकरेईश्ता जेऐव चक्करयो तेवनबाग छइश्त्ता लोमहवयं परामुमई २त्ता चक्करयणं पमजईश्त्तादिव्वाएनुदगधाराए अझुरखेई श्ता सरसेणं गोसीस चंदोरा अएसिप्पईश्त्ता अग्रोहिं वरेहिं मलेहिं गंधेहिं अचगिईर ता पुप्फारुहणं मझेरुहरां गंधारूहरां वारुहरा चुनारुहरग वथारुहरां प्राभरपारुहरां करेई त्ता अथेहिं सुन्हेहिं सेएहिं रययामरहिं अथरस . तंदुलेहिं चक्करयसंस्स पुरई अठठ मंगलाइं आखिहईश्नातं सोथिमं सिरिवथ नंदियावत वहमापाग भद्दासा म कसस दप्पराअठ मंगलाइंप्राविहिता कानुराकरेइनुपयारं किंनं पाडल तिलिय चंपक असोग पनाग युयमजरी नवंमालिया बनुख निलय करावीर कुंद कुंजय कोरटे पत्तटमरागवर सुरहि सुगंध गंधियस्स Page #87 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कयगाहथग हियसप्यझठ विप्पमुकस्स दसवरास्स कुसम निगरस्त तथचिंनं जाणुस्सेहपमाएगमित्तं जहिं नियरकरेता चंदयभंहबइर वेरुलिय विमल दंडं कंचरा मणि रयण भतिचित्तं कालागुरु कुदरुक्क धुव गंधु तमगुंविरुधंच धुमवहि वेरुलिय मइ कडु बुयं गहय पयते धुवं दहई २ ता सतठपयाई पचोसकईश्ता वामंजारएं अचेइ जाव पणामं करेईश्तााउपथ रसासार्ड पडीनिखमई २ ना. जयललिरयशन.ले.लहाना. मायघर:सा.सालाछेते.नीहांड.जावेलायीने यायरतनने.मा. 'डायसप.प्रामउरेडरीने. ने.लहाव्यय रतनछे.तेत्तीहां.उजावे स्नायीने.सो.मोरपीछनी नगीपाल सईने यन्यउतनाप घुले लने...व्य..पापीनीधाराओरीजीयेसीबीने.स.सरसरस सहीतगो.गोसीर्षयत्यहने.म.सीपेटीपीनेमसयउत्तम.वप्रधान गं-सुगंधवस्तुमरीमाईपनीमासानेऊरीसमर्यापुन्नरे पुल नामारोपण्यसायी ने मई सनीभालानामारोपण गगंपप्रव्यमा रोपए..वयानानारोपराशुन्युर्ण,गंध.पुतीजारोपरा.व. वस्त्रदंगते. हनुंभारोपरामामालराघरेशानुंझारोपरा- उरे सरीने.म.निर्मल. सुसुषक्षरास मस.से.स्वेतीनखारन्त इपामयजनयंतस्व छछेनीमनी परेवातंतंदुलेरीनेत्यायउरतनने.पु.नागसे मनाऽज्यभमंगरी.मामालीजेउरेतं.तेडीहा-सोसाथीमो.सी. श्रीवर. नं.नवर्तवर्धमान सरावसंपुर ल. मासन नमामछएससण्ापरात्मामाहामं.मंगली. माउरेडीने माउरे शिपयारी.तेस्योऽपन्यार सपाटपावक्षन्य सन्तीतीलऊ यंत्यांपानाखजनशोवृक्षनाप.पु.पुएाग नामन्युःजानीमातरीनन्नयमालतीनगरखजरसीसी नसत्तीतीलऽवृक्षनाइस एयरन व उंम्वृक्षनाकुनः कुल्यांयानाकुमाउरो डोशटवृक्षनाउँन.प.मएयनास.चप्रघा न.सु.सुरली.सुसुगंपगंन्गंधीतयेहयो.उ.सायीग्रहयामाग्यो Page #88 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनेग्रह्यानहींगथयारतसमाहीवीपयाजेहवानेणेमी.वीऊग्यालथीमुरुपयांचीसतार्यातयातीशंयरतनयोजइरेनेप्रययी प्रदेशतेहनेवीजेन्योन्यीत्रसयुंजतन्नएरसेढीयासमानठगीधा. • पायवानासनानीसमोहना. तत्तीहांनापर्यउरी.न्मन्टीयासुपी मेतलेप्रमाएरमात्रे..अवघटीमा हानिनो विस्तार ऊरीने.रं.यांत रतनावचनहीरावे.वैपुर्यरतननो.पि.निर्मलछेलेनोवो सुवर्णमापीररतनेउनी.ल.ल्यातीस्युयोतयोहयोगहना उरतेहनो.घु-धुपगंमहागंधेरी उत्तमतेणेगरी मनुविध व्यापहची केवैपुर्यरतनमपस्नेहबोज्पुपनोउगलने पण्यि मरंत पझे-घुन्धुपपलेहे. परीने.स-सातमाऽपगलां-पापाणे सरेपाणेसरीने वाडाझुंडयाममुरेमन्नयतप भएम उरेमीनेनामाघरमा सादामहीपी पन्नीसेनीसीने. झापायपुग्वान्ीवीधीपरानमोथुरागीन्यापध,सुरीथालनी, पुनरेवीपुन्मन्नएगी. . हवेचीस्तारसहीतीशलये श्रीमाहावीरने देवीयते पांघापुल्यादेवीधारवाई सुत्रयीलजीछे. चंपाए नपरीए मझमझे निग्गबईश्त्ता जेरोव पुगभद्देचेईए तेरोष उवागबईश्ना समरास्मभगवर्ड महाविरस्स अदुरसामंते बनाझिए तिथयराइ सेसे पासाई ताअभिसेकं हथिरएएगाउ पचोरुहईश्ता अवहदु पंचरा इ कुकुहाई तंजहा खगं १ बतं उफे संवाहगाउँ ४ वायवीय, ५ जेरोव समो भगवं महावीरे तेरोपउवागडइरताश्रमशंभग माहावीरं पंचविहां अभीगमेणं अमिग ति तंजहासचित्तारां दव्वाणं विउसरणयाई अचिताएं दवाणं अविउसरणयाई एगसाडियं उत्तरांसंग करणं चरखफासे अंजलिपग्गाहरां मरा . सोएगत भाष करणे श्रमणं भगवं महावीरं तिरयुत्तो पायाहिक संपयाहिरा करेईत्ता दइ नमसईश्त्ता तिविहाए पजुधासा ए पजुवासंति तंजहा काइयाए बाइयाए मारासीयारा तापसं Page #89 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कुइयं गाहथपाए सुस्सुसमारो अभिमुहे विराए पंजलिनुडा प जुवासंति वाइयाए. जंजंभगवं वागरइ एवमयं भंते अपितहमेयं भंते असंदिठमेयं भंते पडीबिमयं भंते इयीयपडा बिमयं भंते सेजहाय तुझेवयह अपडीकुलमारो पजुवासंई मारासीयाए महयांसवेगं जराई२ ता तीवधम्माणु संगरते पजुबासई ॥ इति निर्यः ओपीरानन्यं यंपाननगरीनेममध्यमागत्वीयासजी नीरसेनीम्सीने. लहांपुपुरोमायणे.तेतीहांउमावेजाचीन सश्रमबलत्मगवंत भन्महावीरनामजतीगलानहींमतीढुडानहीं..छत्रजाहेती. तीर्थरनासेमनीसयपाहेजेहेजीने.म.पाटनोरुहाथी रतननेपाहेमेरीनरेगारीने जन्मसगामुपंपायरान्ननायीन्हन्तंतेहेनोजजडी. ७.छत्ररमुगट-उवा-मोलडीरवान्यामर प.ले.छा.स अमएलः लगवंतःभभाहावीरने तीहा-मावेजाचीन सयमराललगवंत-मामाहा वीरध्वनेपं पायमसरसाहमाननवानीवीधीसत्यवीनेसाहमानये. तंतेहेछेसन्सपीत पतंजोपापिन्ध्रव्यवीजमगाभुलेरजजन्पीन ग्रव्यमात्मरणाममनित्यनेपाशेराजे.जेन्मेपनानुंवत्रतेऐणि.. त्तरहीसनेडएजेनेपियारियालगवंतनेघ्रष्टीगोयजेसं हाथोडी नेभमननोगेश्यलालाब उतरवरी सश्रमरात्मलगवंत-भीमाहावीरनेतीतरागारमा भगापासाथीभांडीनेप-प्रक्षरशरेशनेसंस्तुनिसरीनेनमस्कार.रीनेतीवराप्रकारेप-सेवासेवाउछे.नं. छे.जासईयानीवा-वयननीरमा-मजनी उना-प्रथमतोसंमेयाज-मयहायपगनान्सुलषीसेवारतोयममसनमुज साहभोवीचीनय.प.जेहायन्ने डीनेप-शेवाउरेछेवा वाराननी..लेनेलगवंतराडियोल्म नतुंभा रोचयनलंहेपुल्यमान्नुहोनहोर्थ तुमारोवयनलंहेल्पमसंघहरहीन जेनेतुमारोवयनलं हे पुन्यपहेपुल्यवीसेसाघुपुजेतुमाईवयनरू हेपुन्याईपुंषुचीसेजवाधुंधू-जेतुमाश्ययनलंहपुन्यसेतीभननुः तुमेस्रोलेमन्मनपाण्यापतोपन्सेशन्तोमा मनने भाभोरावैरा ग्य नाणपन्न पनवीने तीन्तीजामोधर्मनराश रागलावत रातो Page #90 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( ५५ । प. सेवाइरेछे.. • हिांश्रीवीतरागवांयानीवीपीओएगीयनसायवीपासावन पुनरी नहीं सुरीयालोपछिलप्रसार्थवाही सरतेशरी,पुन्नतीमा संधीसरीजीस्पापथा-प्रथमामोरपीछयीपुष्करन्हक्यवी, उनसीप्योटवस्त्रपहीराल्यापसुगंधद्रव्येजस्यी, एईप, समासा,त्यु,स्वस्त्र खाल्लासेपायवस्तुमुजसागसराहावी. समानावीजरीये योजाना माउभंगीजालेज्याएर पजेन्योलेटसारोससुरीयालीपरेप्रतिमा सागले पधजेतीघांलहाजेनक्षमागीधा,लरयेशरेयमागत मघांतहनीरीतेप्रतीमाजागखेतमेपारोग्निप्रतिमाग्निजीपए महोत्तोतुमयरीतोरान्नालिस्तीवंतघएरोहतोजनेप्रतिभायमीनधी श्रीलगवंतहतातोतेोत्तमारीपरेसाबद्धपुन्नीभासीधीनहीपीएभिन्नएनेलगवंतजनेलगवंतनीप्रतिमानीपुन्नजेउसजीहीकोततोम एजबे, पीजेलगतनी प्रतिभालगवंतनीरीतेपुलतेभाटे प्रतिभा लगवंतनीग्छे,परापुनवीचीलोन्यग,लुतन्क्षवेसमायसनीपरे रीतोमन्नराबेनेने प्रतिभालगवंतपनहोये, खारनपरीग्रहस सतवीजय जायसहीतग्निछेजवीपनाएीतथावीलंगमनागीदेवता रिनाहीजेतेरिननीप्रतिमान्नधान्ने 'तीयरेहीस्यापरभीरहेशेलनीवीपीलगवंतापीथरीबुधपडी परालिएपडीभाउही पानागलुतल्क्षवेसमएरापीमा,नथीऽधजेहनो उत्तर-श्रीपांगठसुत्रनेत्रीघरोज्लोछेले.तउ जिएगा पन्नता वंज हानहिनापजिणा मापजवनाराजिशा केवलनाराजिगातनुफेवसी पता तंजहा महिनाकेवली मरापजपनाए केवली केवलनापा केवली तनुअरहापबंना तंजहा नहिनारा अरहा मरापजवनारा अरहा केवलना अरहा. अर्थतन्त्रालम्निपउत्पातं तेरहेछ.उ. सवपीयनसहीततेमषधीग्निहीजेममनानपशानीग्नि केले बसज्ञानीग्नितत्रीरा.रेचसीप. उत्या-तं.तेहेछ.जिषधीज्ञानस्वती झमनपर्नवज्ञानी वतीने वसवानीचसीन्तत्रानगरी हतपासा. Page #91 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( ५७ ) तं.तेरहेछे,जिवधीज्ञानीग्जरीहंत.म.मननवज्ञानीखरीहत- जेजेवसज्ञा नीजरीत. --लंय्जवधनाएगीने पाग्नि डेवली जरीत ह्याछे, पाडेवसनापीडेचसी, डेवसनाहूणीग्जरीरुंत,स्वसनान्नित्रणेनेतोसचीतवस्तुपुष्प, यघ्नवीलेप न युपीपर्यत्यादीम्पायनालोगडस्पेनही. ले घीवसथडीजागारथीया तेघवसयडीवोसराव्याछेतेहनीलडती डोणीस्राब्नय्जेडीपीतेकरीते याय पएायुपघनीरीतेन थाय.जनेमनपर्न वनाशी डेवली. मनपर्ववनाणीजरीहंत मनपर्ववनापीन्निग्जेत्रातो सर्ववीरती साधु होवे. तेहने पानी वस्तु जारमसहीत्लस्तिनऽल्पे. नेघेनथडीय्जरागारथीयातेीन पडीवोसरा व्याछेःहुवेतीर्थेऽर,साधु, डेवलीनीलति सावद्ध एडीओजेडीपीले घेतोसुत्रमध्येहेजागे नेहवा पुत्रैपत्रेवे ते हवीत्लस्तिपणा होवे. रापसेलीमध्येत्रणमाचार्य ह्या. १ साचार्या, रसीत्यायार्य, उधर्मा यार्य, तेमध्ये सान्यार्य, सीरपायार्यनीलस्तिपोहोचे ही, ती हांस्नान आ ववोलोबनराववो,घलोपनआपको यो अने धर्माचार्यनीतिडरची उही त्यांस्नान, लोक्न, पनखापवोनऽत्यो नेवत वंतनेनपेते माटेते हुनतो बंदइ नर्मसइनेसुळतोय्ञसणाधीङयहिप्रसारन्ये धनहेरोस्यो, तीमत्हुवोपुरषहोवेतीमतेहूनीप्रतिमा पाते हवीन्स्लेवे जनेतेहुनीलस्ति परातेहुवीन होरे.धुपट्टीखेपुब्लडीघीते श्री वितरागनी प्रतिमान होबे वित रागनेसाक्षातपणेोईश्रावडे धुपटीनीपरेपुल्यान हीं सातोलगवंत थडी प्रतिमामोटीडीमब्नणी रस्ते प्रतिमा लगवंतनी नहीं. वसीतमेहमणाप्रतिमापुन्नेछे, ते हुने वस्त्रनयी पहीरावताग्रहेणापही रावोछो,जपुरीमस्तिज्येछो, धगंजर वस्त्रने खालुषएाजेडेहीन पहीरावे लोधनीप्रतिमात्रेगसेन्न्नोर्धन होय छे. माथैसीजाराजेछे. ते मांसाचीरीत तेरेही देवतानेघुपद्येश्जेतोघरैणानेऽपडांनेहु पहीराख्यां, ते ममापोतो - मारीनैतिमान श्रीदीसती प्रतिमा के रीतेऽखी, पुन्नवी, तेरीत सुत्रपाठेोबे तोजावो..तीबारेहींस्याधरमी रहस्ये ने, लिएघरडी मोउत्तर. पन्बुद्वीपपन्नतीमध्ये श्री रेजलहेवस्वामीयेसंक्रमलीपोती हांच्यागा Page #92 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( ५ ) राए अणगारीए पव्वइये उद्योलेखागार उहीतांघरमुनेसएगार थीया. हातामध्येमल्लीनाथस्वामीजेसन्मलीघोतीहाश्रागाराउंगा रीयं पव्वइएमागृहवासमुरीनेज एगारपएजंगीरररेह्यो. उसागारंगमध्योश्रीमाहावीरसन्मलीयोनहापागाराउंअागा रीय पब्बइए रहतांघश्यासमुडीने जागारपणुअंगीकार रेग्नेमड्यो सेमसुत्रमध्ये मामलेरोधीक्षालीपी:श्रीवितराणे,गरापरेशान्नजेरोम सेनापतीजे,गायापतिमेमाहाजलउभारे,सुदर्शनशेडेइज़ मन रानाजे नेवती, मृगावंतीण पार्यरान्न, मुर्तिसेमेघमार थावापुनससरान्न,सुजध्वध्यालिएरोसंनभसीधांतीहाउदो प्रागारानं अरागारीयं पवइएउतांने घरवासमुहीनेजागारंप मंगरउरे.घरभुमीनेनील्याजेसेजे.उचसनाएगीग्निजनेमन रतवन्यागीनिजेनेरिननेतोघरनहोवेनेडेचसीनिननेघर रहेछेतेमाहाभुर्ज मंजुडिल्लारैउर्मिलवर्सलटयोधीभरावा. वतीरानग्रही,यंपातुंगीया,सासन्नीया,सावरपिप्रमुजघरोध मेग्रीवितरामतयामुनीरान्ड पधार्यातीहारानशेठसेनापतिप्रभुज वास्यागयातीहामिहोने,यालोहेडेवागुंभीयागुरासीवपुर्ण मरागमध्येलगततयासाघुसाव्याछेतेहुनेगंवान्नयछेपराईभोजेनम्योरे,यासोन्निघरेनसोजेमन्नएरन्नेने लगवंतवप्नीनेघननहोवे.नेरहेछेतेनेअंतन्नुछुउहेछ... वसीतुत्रमध्येहामछमजागारंग घाएसंगठ,त्तिपमध्येछ। सापुरतेहामनेटवसयाताजपालामाश्रयमाटीपात्र पयोछे.पराज्याग्निघरे,मुनीघरेनेमनयीउह्योसासुतम्यमध्ये पडिमाचारीसापनेपरात्रगन्नतनपाश्रयमाररुउत्युपएराघरनयी मुह्युजेममनेसाजन्नएपीतमाटेग्रुपधेनेजघीडररेग्निघरेउ दारपाठसायोछोरपाचलगामीग्निनन्नलयालेनिननेघरलेले तेरिनन्नवाघरवासीग्निवसनाएगी मनपर्नवनासीग्निन Page #93 -------------------------------------------------------------------------- ________________ . "नारा. ( ५९) होवेग्निघरतेजवदनाएीग्निन्यारणतनालव,यारन्नतनाद्देवता तेहनेघरकोपे.जवधनागीरिजनेसुत्रमध्येघराहामेघरांछतेरहेछे. ज्ञातामध्ययनजी मानेवीन्यथोरशन्ग्ग्रहीनगरीभांबटसाहामन्न ऐछेतेभायीरहेछ. रायगिहस्स नगरस्स बहुणि अभिगमणाणिय निगमशाशिय पाएीगाराणिय वेस्थागाराणिय नकरठापाणिय संघाडगाणिय तियागिय चनकारिणय चच्चराणिय नागधराणिय भूतधरा णियजखटेनुसाणियजये राराल्हीननगरमाजघराजपेसवा नामर्मन्नरो.नीनीशरवानाभर्मन्नरोपा-मद्यपानना घरतेरोममेवेचे स्यानेघरेतयोरनेहामेरयोररहेवानाघर)संजेवारपडे.ती-तीनवाटला - गेल्ययारपाटमेठीभीलेशन्यायरनाहामना.नागदेवनाघरलुत्लुतना घर.न.लक्षनादेहेरां. जेसावधनाएमीनिनक्षलुतनाघर उत्यावीन्योरलक्षाघा वाघरन्नरोछे.त्याधीज्ञातासुत्रुमाघगाममनोचीस्तारछेनेवीन्य योराटवानमन्त्रोछे,तोतीर्यहरना हेरांनहींनरातोहोवेरपराजेम मगन्नेतालेरात्यहीमातीर्थरनादेहेरांनथीन. वसीयताजीनेसध्यायनेलमासार्थवाहीपुत्रवछांभाटेपुन्नरवायीत देछे,तीहापराह्योछेनेजेरोषनागघरेजाव वेसमराघरेनागनाघरछे लक्षना, देसमानाघरछेन्नवशमध्येग्जेलाहोर रहानागपुरनूनघरनक्षधर ट्रिघरजंघघर, घर,सीवघरसदेसमाघर तोर्यमबग ब्लेजवयनाएीग्निनेघरत्याछे.नेहेत्तानेघरतेहनीपतिमानेपण घरजनेयितरागनेघरनयीतोतेनीनतिमानेघरस्यानेहास्य. वली मेहेतीर्थउरवीना जीन्ननेनिसीहोरह्योछे.तेउत्तरपतीर्थरने निबाहीजे.रसामान्यज्वलीनेग्निउहीनेउअवधनारीनेन्निाहीये. ४ मनपरचनागीनेग्निहीजे.पजारमागुण्डाएावासानेब्निहीजे. ज्यणहपूर्विनेग्निहीनेन्नवतशपुर्विखगेग्निहीजण्यारमा गुएलायामानेग्निहीजे.त्मावतीयोवीसनेलिमहीनेपालिमनामे हीपनेनिन हीजेपग्निनामेसमुन्नेग्निमहीनापनेग्निही Page #94 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( ७०) उनारायएषानेल्लिनाहीजेठजधनवंतनेग्निहीजे... निग्नित्योतेडीसाग्रंपनीसा मायार्य त्यहेमीनाममाला जनेसधिमधेसोम्यो.वीतरागोजिनौचैवाजिनसामान्यकेवसी कंदर्पोजिनोस्याताजिननारायणोपर्यजरीहंतघातीऊर्मल त्यातेमाटेरिनरामसायान्यस्वतीपण्यारघातीर्मलत्यातेमाटेरिनर उपसर्वलवनेव्याप्योतेमाटेग्निवासुदेवत्नुबजषेत्रराजंडळत्यातेमाटेलि नपछेनेहवोमवसरप्रस्तावतेहवोजर्थन्मरावो. • वनीपीपररावानेमक्सरेनियापानातीवजष्यमध्येलरतारनीचारछा विषयर्थिीपुलछे.तेवेशायरित्रमोहनीनोहयतिबेछेभीथ्यात्वघटीछेते भीथ्यातास्यश्रीवितरगनिरागीणपरत्नावलम्तिनथीतेमाटेनेनेजवर नापीग्निनीप्रतिमान्नराची तीवारेहीस्याघरमी हेवनाग्निनी प्रतिमाहौवेतोनमोथुरांशमाहेजवधनाएीमयतोनमोयुएनागुरारीहाय शतेनोउत्तर-जवनाएीमध्येतोनमोयुगनागुराडीहाथरी सेवात्सायीछे. परामराजरिहंतनेमुजसोमेजजरिहंतीब्जएयाछेतीर्थरग्रीमान्याछे. जनेनमोयुरोपगाइयाछतेसाजसुत्रमध्येथीसजीछे. - -- लिगवतीसतम्जाठमेटेसपायमेगोसाट्यनाश्रावस्यजाएयातीलु. रोछेने इचेतेदुवासस्स.आजीवियनसग्गा अरिहंदेवतागाअम्मा पीनुसु सुसागा.अर्थ-भजेबारेमालवीयोससानामुज्यत्रा वान्यामा-गोसासानेजरीतनीस्पनालेडीजपिएायरीमातापीता नीसुसुजानानपाहार जरिहंतनील स्तिनापुरमाहारऽह्यामाराध्यंततेहनेमनेगोसाजोजरी हातछे,जेश्रावस्गोसालानेनमोयुम्हेछडेनयोरेहेतापनरिहंतबएया तीहानमोथुएनियमाययो. रवतीसतपरमेसह्युगोसासोभजसीपुत्रसापयिनगरीने अनि पा जिपप्पलावी अगअरहाअरहपसावी अंकेवली केवसीप्पसावी अपजसचनुप्पसावी अजिरो जिपसंद्धप्पगासमाविहरई अर्थ-ग्निनथीतेहयोधीग्निपुंजेहोषसापरे जरिहतनहींगने Page #95 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( १ नयनपुर्णसाप्रमापारीहेचसयननहीं जनेमुज सुरेवानी सर्वपघलोन्लएनहींमने हे सर्व पद्यर्यनोन्नापुलग्नियमग्निपुं. सोराहतोयसोवियरे. मग्निसरामरिहंतमवतीजसर्वज्ञयन्निनरिहंतवसीस वैज्ञम्हेवायछेतेनाभ्पनराहारतिर्थस्सरीमानेछेनमायुराज्हेछे. वलीपरमेसतगोसारानोमयंपुषश्रावस्यीतयेछेनेएवं खषु मम धम्मायरिय पम्मोवएसए गोसाले मखसीपत्ते उपन्ने बाएं दसराघरेजावसच नुसन्धदरसी इहेबसावयीए नयरीए हालाहली इंकुंभकारीए कुंभकारावरांसियाजीवियसंघस परिबुडे आजीविएस मए अप्पाराभावेमाणे विहरइ. मे मे मनिमारोधर्माचार्य, उपदेशघतारगोसासमंजसीपुत्रवि उपनाज्ञान,शानाधरराहार नार्य त्यादी सर्वज्ञःसर्वनाजाराहार-महान.सा.सावरथिनगरी विशेहम हालाहललारीनोउँलारापरानेविषे.भामाष्ठयरसंघालेपरवर योनामावसमर्यशास्रीझापानातभानेलायतोयसेवियरेछ. . तेहनेगलेसुर्यगिताहुल्पनेचाधीश तोगोसाहानेसरितलोछे अनेबमोयुरोपराउहेछ. 'यसी उपासगसातमेअध्यायनेसमधललारनेदेवताहीगयो. - एहितेणं देवाणुपीया क इहमहामाहोउप्पन नारा दसरा परे नीय पडुप्पना मणागयजागये अरहा जिरो केवली सव्वन सयदरसी तिसोगपेहिय महियेए पुईएसदेवमणुस्सासुरस्ससोगस्स अचणिजे वंदशीजे पुयएपीजे सक्कारणीजे सम्मावाणिजे कलाएं मंगपं देवीयंत्रे इयंजाव पजुवाससिजेसचकम्म संपया संपउने नेशं तुभव बंदिजाहि जावपजुवासेजाहिं पाडिहारियेां पीढ फसगसिजा संपारएए उपनिमते आहि-मर्थनेहभाव हे देवानुप्रीया असे. हाममोहोटो माहा नुभावपनाना ज्ञान सामारीत्रनो.प.परणहारतीमतितपः वर्तमानमलजाजनागतसपनो.ममरिहलागिनिजे.डेचसी ससर्वत, नएस.सर्वशन्तिीत्रीसोऊमजसुभारनेलोसोस्नेमामनिपुर Page #96 -------------------------------------------------------------------------- ________________ नियंनीपु.पुरनिस-सत्सरमरवान्नेग्यास-सन्मानमरवान्नेग्य. स्याएऊपरीभमंगली.हेडेवसमान.ये.ज्ञानवंतन्नन्नवत.प.सेवा उपान्लेग्यशर्मनाससत्यउर्तव्यपसंसंपघसंसंयुक्तते.तेहने. तुम्हे.व.वाहनेलान्नवत.प.सेराब्लेग्यसेवाहरन्ने.पा.पाटीमा पी. मान्नेहपारीयु.सी.सील्या.पाटमयवास्थानःसं.संथारोतृाधि.उ.स मीपजावीरजामंत्रले. त्याहिजेचीरीतेवताजेसमधामलारनेऽस्य तीवारे सरसन्मएयुंभाहारा धर्मारार्यगोसानोभजातीपुत्रनेहवागुए। चंतछे.तेसालेखावरोलेमन्नएयुजनेष्टेचतातोश्रीमहावीरस्यामीमा श्रेघुरुतु लेजेगोसासानाश्रावनभोयुराजामरिहतनेअरिहंत न्नएरीनेहेछे.जेयारसाजसुनी. पतयादीसायरनाहिहेगोसासामतिसाघुपडी मयुरेतीवारे । अरिहंतोहेनेन्नएीनेनमाथुराउछेटेगोसासानेत सरितन्मएीनेरहे छेलयागोसासानाश्रावनमोयुएगोसाहानेजरिएंतनगीनेरहेछे. एतथालमालीनासापुत्रावरमगवंतनाप्रतिनिरुजाघस्याउरतांनमो थुएउहेछ,तेरेहेनेरहेछेमातीनेलचसीन्मएीनेउछे...... एनयामनुन्नेगद्दारमध्येसोत्तरच्यासउनाराहारवजाण्याने लगवंतनीग्यज्ञाजारेछेजनेऊनामवस्याउरेछे.नेलगवंतेतेहने मोध्याशीपाछे.तेनमोथुराउहेनेउरेछेतेपाठ जेइमे श्रमरागुरा भुक्क योगी बकायनि रघुकंपा हयाइंवनुद्दामा गयाइव निरकुंसा पठामठा तुप्पोम पंडुरपड पानुवा जिशाशंअगागाए सबद विह रिनाउभनकाल आवस्सयनवठति अर्थ-रेदेओप्रत्यक्ष ससाधुन्य गुराथी मुभुस्याछे.जे.व्यापार बेरोछ.छायनेवीसेगर्छजनुपाने हनीह-घोगनीपर-सन्योजनहीत.गाहस्तीनी परेनीगुग्नीमाज्ञार पसरीन-पघसोछेमाजगन्धलेरोममायुछेसरीरमसतरे नेसामने रोतुयोपग्पालेभानार्थ प.पुर उपसापायोयारस्त्रल. योगतिणेजतीर्थनीजाजाज्ञायें.स.पोतानेणंडेची.वीयरीने. मिलातेसानेमागावस्यउनेजयण-णिः Page #97 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 93) ८ नथाग्नमव्यसार्पुनाचेसमा रह्यो नमो एउहे ते म्हने हे छे९ श्रीवित रागनेतोरेवम्रीनगनोनथीनोनमायुरांनोस्वामीशे एा?मनने सुनसाज़ छे. तेजज्ञान, मुर्ज, मध्यात्वनासीधाय्जन्निने निन्नरोजेनमीयुग हे चितरागपणेखोषज्याचीनानमो धुणंानो साल थी. तथाोग्नेपोनानाकुसवनी पुन्नसाबजारलड रीडीपी, जनेनमो तेनागनेऽह्यांतेार्धनमोथुम्ह्यामाटेने मुस्तहेवनी पुष्नसमस्ति जातेन धैर्य श्री मझ्पीग्जेनमोबुरामहेबा ही रंजन पनापीग्निखागम्पोनोरजेसाव 'डुपुन्ननाचंछरनेतीर्थररेवसनाशीन्ग्निन्नएवान बप्तीग्जेहीबदुपपरण्यापेछीसमस्तिपामी, सन्मपामी, तीवारपछीस्यां प्रतिमापुलहीनथी.बसीप्रतिमातीर्थम्रनहोवैतोलोमहस्ते पुंक्तीप्रति मानेसंघटडीमरे१ब्येतीर्थकुरनीप्रतिमाहोयेतोस्त्रीडीमस्तेर वलीत म्हछोटे ग्निप्रतिमानिनसरजी. तो श्री वितरागेतोश्रीतरा ध्ययनसोस्नमेग्जध्यायनेतथासमवायांण नवमेसमवाये, तथाप्रस्नव्या गोथेसवरद्वारे, ग्जेमजीने पाघरोसुत्रे ब्रह्मयारीनेग्जेटसाजोसवरल्या. परस्त्रीसहीनस्थानङ,रस्त्रीनीङथा. उस्त्रीपेडीमेड ग्नासनेप्रेसनो, ४ स्त्रीनोरजगनिरजवो, परस्त्रीनाशज्यसालजवो प्रस्त्रीनोत्नोगमालवो, स्त्रीनेोइरसवो. जेरसाजोसवरल्पाछे, चसी जायारंग, प्रस्नन्याम्स, सम वायंगेपयवीशभावनामध्येपास्त्री नोइरस वरन्न्यो छे.साधु, साघवी, ज्य यारी,श्रावर,श्राविमने पणजेही करीतपाली शरीरहीछे:तोश्री वितरागयी. पोस्नास्वामी, जगतपीतामणी विश्वभूषराते हुने स्त्रीडीमइरसे ?जेबान नीपरजयुक्तछे. १.श्रीवीरवर्धमानस्वामीनेहेद्यानहाजे पुत्र ने स्नेहसामान्ले यो स्थने दुध जाव्योपणपुत्रनीजुपेलगवंतने इरस्थानहीं. र. धसीहेबङीराणीछ जरागारने पुत्रनेत्रीघणो स्नेहजाग्यो स्थनमादुषणाच्यो;परामुनीने इरस्थानहीं उसी उन्चासत्रेङयो. डीपीम्प्रमुजपुर तोलगवंतनीजागलं ऐसीनेपाली जनेला मुजरा येठीयाचेच पजुवासंतिग Page #98 -------------------------------------------------------------------------- ________________ एनीपडीधर्मथासांनटरीस्त्रीमतल्गवंतने नरपरलेसवोपएन पामे तोइरसवोडीमरंथी। लगवतीसतनवरेटेपानशष्यासपीलगवंतनीमानायडीन मारही धर्मसालप्यो पराजेसापाम्यानहीं। ५. मनारमेसनलेवंती, गातंनी परामना ५. वीगाधरगोतमागिनाइदुरमणासन्लेअतिनगीचनहींग जतिवेगवानही अतिकुडानहीं मिनेट ७ ईमचंद्रचनाएगीपुराना श्रीकृष्णालाएंमध्वारेन्टा पोजनी प्रमुजवायत्तेपणानपुरसमंत रमाये जेठाइरसहस्पोनहीं तथानेवंती,मृगावंतीमेटएपसीवामाप्रमुणश्राविठपुरही पर नदिपुरयाणडीनही मोएपिपराएपिएप्लेरेन्नतांश्रीरीतर नामरममध्ये लीनोसंगयोग्पनहींतोश्रीलिनपनिमातिनसरीनहाने स्त्रीनोरंघोडीमन्नयोगपरेनेनेत नेमनिमानीर्थरनी नहीं वीरश्रीवितरागनेतयाराथुनेरास्वप्गमा श्रीनाथशरीकृष्णा एटिनिहारनारायमपितारोजाएंघममुमभावनगण्य सलीगमस्यायव्यातीहां साचिनाएंदघारगंषिउसरगपाईन । सन्सपीत पानोराम्पियन्धी जातवामुठेतर सन प्रयापुरेष्ठत्यारीततीरमानेसापुरावानी तीनधि उरनी प्रतिमानीरीतन्हीमिपी निनप्रतिमानिनसरीमीत्येनुमे उहोछग्नेयातष्ठिममप्लेीतेमाटेगुपटीनेमधिरेग्नेटलप्परनोनियरो. धीनो पीनामाथ्यारष्टीरपुपरीवष्ठानहीउपरीसमरष्टीनही रगर्नेमातिमापरतार्थ ठरनिहींतेडेमने प्रथमधीतोमोरपीछपाठी पूंलरीने पूनमोगीदेवतानी परेमलोगीस्तानीडीपीछवपीरिन त्योहेमिनरलनेघरहोवेनही रेलमेमधनाएगीग्निनी प्रांत अमोवानीन्नएवीन्नेन्निनेघरको ये लेनिननेत्री रेलिम धापानापाटीपारानाजरेतेगिननीप्रतिमानएवीमेनपाएंगी लिन नागालुनारलवेसमएनेतोयीसुपितेरमिनीसूत्रेहाने Page #99 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रपिारेछेन्रानने पायपीनापुत्यामतेमध्येरागीरेसमारोवताली प्रतिमाने धरसीशमसौलम्पनीमनीलामथडीतेमप्टेहेरान्न तुंदे समगडेवनोपुछेर सबएनाएगरिननेत्रीहरती नेमप्टेमुपटिनेंट पएपेसमग रेस्तानी प्रतिमालगन्नमीपुएंउत्पामाटेरेन्निती र्थपुरनीप्रतिमानगेनेपिरतोनने उस्मानसूनीके "चालीही स्यापरमीकसे मुपटीपरप्रायोगिीनहींतेमाटेसमष्टी उहीजेन्नेनोतिर पीनेएरएपापानीनियाएगोपुरोथयोछेएछेतोसम रत्ननसुनेपामेन्नहनोनयनर्थापरण्यापछीनियाएंगोपुरीथयोछे नीर परमसुप्पामपएगपरस्पापहेसांसमडीनयतहतानहीं रे मोरयेपरएयाप्प टीसमीन वनपामीते डीसेडामडीयापुरते समरेनतोमुरारापमानोगानो परप्पाडेपामीझोपतोएरिनामामानेर नेपग्निायुरनानामहामनोनिर्णयमुरेपछोनोप्रतिमानोनिर्णयहरो पट्टी प्रेमातिमापुतडीपानीर्थ उरनी रेनुराधीश हेनेदारेश्यामनेटपनिरीष्ट उन्मनेसहीतको पीनोगपुणे.जेतोश्रीमानलल्फसमुद्रविन यग्रिसेनामाशिलवीयापुरपाशेसमडीतपणम्यागश्लिोनामाव तोदोगनथारामतीमाारसनीसीनाठयपुसुयापित्तराध्ययनमावीसमे मध्ययनेडहीनेसंज्ञारनायडीडीयागरासेश्रुतीनेगरिनोनामतमेसोमने परिजेनारनोबिनयनलीयोनसतीलएरीनेतेभादेसमाहीती करणेनेंतोलखर्पणरपाश्रीकृष्यसमधी रुतरतेोपडुन राननीएरेनाबानो नियछिरपदर्शनमसम्पाउछेतेनारद दिनपहचाईजेपाइनानामध्ये रोजमेनप्पायनेछन्नेलरोटीमिथ्यात्वसमाष्टीर्यापेटोजेसेतोपरधर्मनन्नए. • ‘बलिनमारगीरीने पारगमनसंथारोलामलीलापसेतयापुरगन्दा परे रेपो पिएपनिनमानियानयालरपेसरेलरतलेत्रण घतानेरहमपीसीधा परमोत्तरसन्नर मुरीने रोजमग्यो पएनपियारसांवतमाहीनगएपाय सवीन निरपरनी होन नोति नतीर्प ठरली प्रतिमानएनपीमानलुजलाम्पेशे पुत्रनोललगाउरे. Page #100 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रोमयुक्तर्मछेमतीर्थरनाछो त्रसमानछठायनाठवतैतीर्थरनी लक्तिमरवानेहरोतेपणासन्मुक्त जेलक्तिविनरागमानेनहीं.. ‘वप्नीहस्याघरमीरहेछ माने.सोधनियुस्तिनीटीगंधहस्तीनाथा र्यनीसीधीतेमध्येउयोछेन पधने पुत्रथमोनीवारपछीसमरीनपामी. पारराज्योछे उपनिर्युक्ताइ पुतं इथीजपासंपट्ट तिविहं निविहे वजएसादु इतिवचनात स्त्रिविपि त्रिविधि नसाघुनां वर्जनीय साघो श्वाकल्पनीय कर्मचरत सम्यक्तान्भावान् द्रोपद्याश्रागमेरपुश्रोयतेसोम हये परामुसई सोमहस्तेनपरामीश्रति परमाजयतीत्यर्थः तत्पाजिनन जिन स्पस्पोजातजिनस्य अस्त्रीजन सपेर्सेत आसाननास्यानासानना सम्य. काभावात् एतए द्रोपरीनसम्यक्तघारपीसनाव्यते पुनाउँघनियुक्त चिरंतनटी कायांगपत्ताचार्यरायुक्तं द्रोपद्यानृपपूत्रीका निदान ततिर्ननसारपंचस्या प्रतनिदानभाजात वाजाएक पुत्र:पुनःपश्यान्साघुसकासमाप्पद्रव्यरंसम कमाएगो परंतो. मेनोपनियुक्तिनोपासनेगंधहस्तीमायार्यस्ततीहाथीउित्तरभेले. २० सुरियाभनयावजेपीयेप्रतिमापुजीकहेछ तेनोउत्तर रेटसार स्यापसी रोते-सुरियामदेवताजेसनेवीन्यपीलीयेप्रतिमापुलछे. मारेगमपणपुल्येशयेतेहनोनिरहेछे.सुरियालजनेचीन्यपोलीयानो अपीगरजेप्सरजोछेतमाटेरियालनोजपीराररायपसेणीसुत्रमध्ययी रहेछ.. १.प्रथमसुरियालध्यताजेश्रीमाहागीरदेव नेजमसम्पानगरीये अंज सालवनमांद्वातीहांसाहमोनमायुएउह्मोनेडागसंपत्यालगेरयो. सेजपाल्पीतछे.र.पछेभयोले. - महाफसं खलु देवाणुप्पियानहारुवाणंअरीहताशंभगवंताएंनामगोयस्मवि मचगाए किमंग पुणप्रनिगमरा बंदरानमसरा पडीपुबण पजुवासणयाए एगसपिअायरीयस्स धम्मीयस्स सुवयस्मसवराया एकिमंग पुरा विउसस्सअठस्स गहगया अर्थ-तंग भोयेनजानिदेवतानेवालोन-तीर्थरनेगुरोमीसहन Page #101 -------------------------------------------------------------------------- ________________ r तेहनो, जसरी हंतनो-ल लगवंत नो. ना. नामगोत्रनुतेागात्रने गुरानिप नते हनुपए.स.सालसव पुरी. डी. ते हनुमुहीवो.पु.सी.साहमुन्नपुं. वं.चांदृषुस्तुती.न.प्रणामनुं खुप प्रस्नाधऽनुवजी पुछ् ध. धर्मसंसंधीने. सुन्सुक्यननो सन्साल सवो.डी. ते हनुं सुहीतुं पु. सी. बी. बीसती.ज.ज. ने.रा.ग्रहीने. घ्याघ्वानो,उपदेशसा॑त्लवानोमो ये सालो. पीएासुरीयाले नाटी नोमोटोजात्मयतव्यो नहीं. वाहवाने उपससात्मवोतेजयोपसमला वछे.गवंतनीयखाज्ञानो कुरतव्यछे जनेनारी पलाछे लगत नी जाज्ञाजहारनो कुरतव्यछे 3 वसीसुरीयाले हेवसोम्मार ही बहारीने मडयो. एवं मे पञ्चाहि याए सुहाए स्मारनिसे साराच्प्राणुगामिन्यनाएन्नविस्मई. जर्थ - जे. रोह भगवंतनुं वंदना मे.मुग्ने पपरलवन न्मांतरे हिहीत लीपथ्यनी परे.सु. सुजली. ज. बेगतालएीरोगनाविनाशदरवाजोषधनीपरे.नि. मोक्षणी जालपनी परंपरा सगेोहसुजनुराडेल. हुस्की पेयातां परलोकनेवीशेहीतारीतथाननुगामीत्युपयशिप राजघासुत्रेम्पोछे. उत्तराध्ययननवमेजध्यायनेरजायनमी गाथामापैसापहमास्त्युछे. .... इहंसि उत्तमो भंते ।। पेच्चाहो हिसिउत्तमो । जर्थः ए. जेलवनेवीषे. उ.प्रधानछो.लं. हेपुल पे परत्नवनेविषे. हो. हो. स. उत्तम. तथाप्रस्नव्यास्रणेसंबरद्वारेपेहेलेग्जध्याय ने पेचाचावियं आगमोसिनदे तापे. परमयने विषे.ला. सुजपन्नवे जा जागमीडाले ल. उल्याएरानोडर एाहारखेहोपाछे.ती मनगवंतनेवाडीघी ते परसोम्नोग्जर्य सीड पोल्यो. उन्तीयारपणीसुरियाले सेवहेवनेनेडीने मस्त्युतुमे लगयंत पासेनसो. वंध्एगाङीन्येयएराप्रमाएोषुन्ने, पाणीछाये, पुष्पवृष्टीम्ये दिव्वं सूखराभिगम जोग कहतप्रधानांचे डीप .सुः देवताने भाववान्नगमंडलो.उ.रो. पीत ताववालोमा करो; पण मनस्त्युब लगवंतने रहेवान्येग Page #102 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ८.७८ ) उरोस्यामाटनेनगनतीनपाएगी घूपीपनालीगीनथीनेभावएप हरनीशोलाछेपछेसेविताये नीमन्छी घोलनेजघिउपरे हरियाघर. मीछरेछेने"जलपायलयानासुरगमसनते उभरनालयानन्मनेटर नलनिकहरने सगीत पुरीष्टीमानेछन्वातीसमरापंगयोत्रीसमें समययेऽत्योपनलयलयगत्तेस.पीत हलमादेतहनीपित्तरवारेसरियात्मनेलेबपष्पनीदृष्टीडीपी निहारने पाएगीनी सृष्टीतीधी निकांमुत्युछे .. अनवलंबिनवईश्ता पुष्पपद्दलं विउदईकत्ता - अर्थ- जब देवतात्पुरतुंबत विवेशीयानो पारेलम नन्ममहोछप उरत्नपचएण्दीपसमुनामुकमारीपाएगीमाएपाहत्यां छातीमहणाएपानपीठंत्यारमनेलहाज्याएयारपणे तिहास पीन हीरनगवा तिहमनयद्दसंपुष्पवर्ष विउधईलहेनानासेवउपनाम: सुख वाटलची रिसुरेनेही पाहमयी त्योमनेष्टहांअभबद्दसंपुष्पवंदन विउचईतासेवाडेवतापुकुलनवानी-विदेष्ठत्युत्यारमीनही नछेनेमाटेग्नपीत एसपापी वीडेवारहरीवरसाव्यांगरने योन्त्रीसमेत्रतीशयमध्ये "रालयलनगउत्थुतेपणनीयमनुष्यचतानाही पालथीया तरत्नगवंतनापुन्यप्रनाथस्वलावे. प्रगयामास्वलारीरस्यपुरा रनो परिणामलगोलमगीयांनांकल्पवत्पनीपरेतयारेनष्ट देवनातहोवे नोपएर नाचिनहोचेन्नेसमोसरगमध्ये सपनि स. एपिहोवेनोरान्नाशेऽसेनापती वसंतरागाहतातीरपपजस्लीयरमा यच्यातेमध्येसरीतव्य परेलिममत्यालेसीननोसंघटोत्तरेतर नरोत्याचप्लील्गरंतने एयरनारपनमणिलाल रारानिरिएका ल्याणहीने तेमध्येने ल्याएलगयंत मरतीमध्ये शयोऐतिहार पीतनपीतप्रव्यहोवे रेनोग्नरवनहल्यामाटेतालावनपारा खाश्रवसहीतरेजनेवालमहोग्छवनेसमेनगवंतवीरतीछेदोन्लयो स्मानाविलेपनावरूनाम्जालुपएण्पुष्यात्यायिस्तुत्नगत संघटर वदीनहीं"वद्दलंपिउवइगउत्युनेसंसारजवस्थानामहोपाधमध्यनपीएं मेरोइरछेवप्नीषकृतवस्तुतोरमपितहोपेन्नेसमीतहोवेटोलीमनसाधुन Page #103 -------------------------------------------------------------------------- ________________ (७ ) नेसपीतसहीतधानीममुम्पेरै रत्तिऽप्यपहनेगरे ऽत्यु धान पापी, जीजकारणोषधानालासहीतथानडे रवानाकीछन्नेमा टेओस्पाएसपीतनहीं तथापी यमुनयांध्यागयातीपाएपदुर नोमारलीयोमार्गछटाव्यापणासमोसरामध्ये छटरव्योनयी त्यो जनेनगररए गाजियारलीधोतेपोतानेछांटेहपगनगरतनीणा ज्ञानदी वारीडोपी राजमार्गमानदण्टीररियति माहीशीलगवा . नेटमग्रव्युने होनेरस्तुलगयंतलेलीगारीनपी प्रेयसीलगतीमनि टहीनदी पोनानी रहीयीस्वारीयेपोताब्दीशप्रेमापोलानीमा छबाटीनएज्यापशष्टतोपोपमायापाछेनेगलरथलन नास्टर, जाटनेबारे हिंसाधरमी हेरोन्ननथालननेोपमारायपुराण न्नपातोरातनयनकोशषलेभितशमनोनयीतुमेपमाबा यशटडीमन्नम्योत्तर उत्तराध्ययनत्रेयीसमेमध्ययने उत्पा . संडाकोडगामीयागपापाषंडीजन्यर्शनी रेडीतुष्ठीमीमगपशुरार मलगीपर पापडी हापापीठौतीमुगने वालेजोपमाघीने "मीयायामान थी उत्युरीएमृगवान्न एण्यातयाशापीठातीनवमेग्नध्यारेजीमें सेसातमीमायानापोयापमानवनीत शिष्यने उत्युंडागाने विगहेंदीया पायोडासरीग्नातथाढंटरपीछे सरीरचीसोलारनेहवामपनीनधी जोडीसीयहनी. . गगाइयनधी उत्पंगाशनोडासरजानलगवातीमान तेरानलसरमापएननुनलननतम्लएनपएसपीतनहींवटी उपाध्ययनमारमेण्त्रीशनीयायामाहरोसीमनी नेशनरीधापछीटरपं नहियंगधोदयेपुष्फयासंदेषातहिवसुधाराययुगापहियउदुभिड । सुरेहिमागासे अहोदारांचएठगीरदा मर्यन्नन्नेजपळानेचीपे गंन्सुगंधपाएगीनो पुलमो पावरसायुध्योती प्रधानन्ततीहा याघ्रव्यनीधारा पुन्य पारनडीयो पुरेव पुपुत्मीयो देवताने जानाकारी नेवीप्नेमामाश्चर्यनितीधुनिधीठीयोध्यताये Page #104 -------------------------------------------------------------------------- ________________ हांगधोउनीवृष्टीती,तेवैकेंची नांगोमभावेरसलावेतोसुघोहउहीजे पाएगीवीजीछठेसीतरभसर्वत्रनरावो.टेवस्तवस्तुनेन थीतहीनन्मएचीवसीलगवतीसतरुपहिरोजीने गारन्नतना देवतारष्टीरेनन्मल्यापाठीमवशरेतीकारोवस्टेवनेम्हेछे.पछेनेहनो जेहवालाहोयतेऽषतावरसावे.जेप्रगट पाठवैडरीवरसाव्यानोणे,तीम पुष्पलाएगी,सुरीयात्मनेसेवज्वरसाव्यो,तेपराठेवासस्रीवरसाव्योतेमा टेजयीतम्त्यो. प.वसीसुरीयालपोतेवावाजाच्योलगवंतनयंपातीधी,तीवारेलगवं ते मोलकत्यापपोरणामेयदेवारजीयमेयंदेवा इकियमेयंदेवा एकरणी जमेयदेवाएाचिनामेयंदेवाअनन्नयमेयंदेवा.जर्ष-पोनुहोनहीं खेडार्ययीरंतर्देवतास्मेपाराजेपर्यीघोजितुम्हारास्नेगाररएर डीनुमा इंजेहउरतव्यारवान्नेपर्यीघोउत्तुमारी हारपीछेठ जामायारया बेग्यछे,पामा जनेजनेरतीयम्रेपराजनुजाज्ञाधी पु. नेण्डोसवांरवाजाश्रीरह्याछे.पणनाटगनीजाज्ञामाटेनी । उत्यास्यामारेने मागत नुरीयालरहेस्येनेगोतमाधीश्रमरानेजत्रीशवी घनायटेाऽी एयमठनोआपाईनोपरीयाणाईतुसंएवंसंचीपर्यः मेनेहवावयनप्रत्येनोमाटरनोरेनोजनुभाज्ञापरानन्तु जगजो ल्यापसंरहे. सलजोल्यारयापदाजाज्ञानपीधपी.नारी उरणी सापडमारतीचारे उहेस्येनाररमाणात्मन्नरोछेतोलगवंतेनाट:भानाम्हीडतेत्तरसुरिया त्मसाथैवताचगाछेतेनेपोतपोतानेगमेनारी उन्मुघनुध्यायछे.कहां संगेसुरीयालनारम्नांछेजनेलगवंतसुरियालनोनारम्नीजेपछे.तीया रेसर्वपोतानेगमेनयन्मुधमुचनार थायहींसाधएीवघे.तेमाटेसुरियाल नोनाटस्नीजेयोनही जेजर्थराफ्सपीनीरीसमध्येछेतेन्नेन्नेजने नारीमध्येऽमनिराहोपेतोजाएंगमध्वोपीउशन्न हपाप्रमुजेसा क्षातलमचंतजागलानीपोचसी मेसहोडोनेशवरामशाहपर प्रतिभाजारसनारीउरतातीर्थरगोत्रजांध्यो.जनजाताजा मेजच्या Page #105 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( ८१. यनेवीसस्थानकेळवतीर्थसरपाटपिपराने,तेमध्येतोनारी उरतातीर्थरगोत्र नधिमनत्यु. ५. पाणीसुरियालवतायेलगपतने पुछ्यु. . अहां भंते सुरीयामेदेवे किं भयसिधिए कि अभवसिधिए समीठीए । मि दीठीए परीनसंसारीए अतसंसारीए सुखभवोहीए दुसभषोहीए पारा हए चिराहए चरीमे अचरीमे न जालंहेलगवंत-सुसुरियालध्व. किसुमलव्यकि.म.मलयससमदृष्टी.भी.मीथ्याष्टीप.तुम्छर योगे) संसारीमजनंतसंसारी-सु-सुर्सलोधी रिनधर्मनीशसिसोहली.पुरे दुर्बलोषीमालिनधर्मन्येभारापीमतीवीराधीय हेवनोलोनवनेन तेयरीमेमपएालवतमयशेमे. तीवारेमगवतेजोलनलाम्त्या मेसेजेसुरियालविभ्यनेजारनतना मंचसुरीयालपोउपनतान्नरामे.वनीत्मगपतीसतरबारमेटेसेसातमेछापी भावागजुष्टातस्यु सोजमरीनोवातेमध्ये अयासहस्सं परिचयेजागने उन्नरजहरीलरीछमासषगेवारामांराजीतनसरीनेतियार पासवराजेननल, संघाएगा,वीतापीत्तशुक्र,ओएल.सींग,मुजाय,पग,पुंछवानाजुशयेऊरीसर्व पानीलुभीरसागीतागोयमा पराओरजाउरीप्रदेशमात्रलोमराज एनसीपारसीपए, एयंसिए महापयसि लोगसि लोगस्सय सासपं भावं संसारस अपादियं भावं जीवस्स नीचभावं कम्मबहुत्तं जम्मा मरां बहसं पहुच नथीकेइ परमाणु पोग्गले मेते विपएसे जथांअयं जीवेरा जाएगा मएवा ए जीवे अर्थ मेन्जेनेविषेजेकामाखायलोग्नेवीपेपरमा गुपोगनामेनेवीपसे यारियोस्तिमलीलामसिंघमहात्वपणा पहीलोऽनेडीभरह्मोसीमासंगायनयाने छेलो.लोनासारचताना वप्रत्येमानेवनीसंसारनामना पलायप्रत्येमाश्रीनेलवनामित्परमार प्रत्येजाश्रीनर्भनाजसपणापभनेजसपोगन्माधिमेजष्पपरो उस्तार्थनहुन्जेनेरलाभाट लत्मवप्नीन्नमानरपानाहुल्यस्मानीले. ननहीं से परमाणुगनभानपएरामटेशनोशनेविषेशलवार नहींमुवोपरानथी . . Page #106 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ૦૨ ) सर्वलोकु उपल, मरीनेइरसी मुस्योछे, प्रदेश मात्र लोमडापावीएाइसे रहीनहीं-योरासीसाजनरायासा, सातको जोहोत्तेरलाजलवन, पांयथापर, भारिगद्वितीर्यय, मनुष्यनाम्जसंज्याताजावासयोरासीला `जसतापुंरुन्न्ररत्रेचीशवेमान, श्जेरसे ठामे त्यांयजनुत्तरवेमान चरल सेज सर्वामे) सर्वषुवत्नन्य,जलव्य सर्वपिलयुडयाछे. असई अदुवा प्रांत रघुत्तो भेडेगमेनेडेऽवग्जनंतीबार उपनो.खेसेजेसुरियालविमानेपा सर्वलबलव्य,जलव्य प्रभुजजारजोलवाजाकवश्जनंतीवार पियुस्या छतीबारे सुरियात्महेवताने परान्नएयुं ने माहारेविमाने जारजोना सुरियालपोपरेछे, ते मध्ये हुंडे वो छु. जेम (निश्वयवानेपुछ्छे, वजी त्रीछेसोजसम्पाता द्वीपसमुद्रछे.परावीसकोडाडोडवानामंडनेटसाछे. तेथीयोगापोलीयाछे. ते सर्वचिन्य पोसीयाले पाछे नीहांपासर्वक बीयपोसीयारोननंतीवीर उपन्युस्याछेतीबारे चिन्त्यपोली यानी परे सर्वेषे प्रतिमा पुलछे. पराप्रतिमा पुल्पाथडी सर्वकवलव्य, जलव्यसम दृष्टीथया नहीं. तेचियारी ब्युग्जौ. बजी चालीगममध्ये पीपती उद्योछेले. सोघमीसारो सुते कप्पे सब्बेपाशा सव्वेभुया सब्बेजीवा सब्बेसत्ता पुढवीकाइयत्ताए जाव वास इकाइया देवत्ताए देवीन्ताए व्यासल सया जाव भंड मत्त वग रणन्ताए उपन्न पुन्वा हंता गोयमा असइ अदुवा प्रांतखुतो सेवेसुकप्पे एवं देववारी नोचेचरा देवी साए जाव गेवि जवा अयुतरो बवानिए सुविध नीचेवणं देव चाए देवीत्ताएण सेतं देवा. अर्थ-सुधर्मा सानदेवलो हो लगरंत सर्वप्राणी, सर्वभूत, सर्वलव, सर्वतत्व पृथ्विकायपणे. लवतवनस्प तिङायपणे, टेबलापणे, हेवांगनापणे, शिरासन, सल्यान्न्पानलांडा.उपेगर लामो उपन्ना छे. रजतीत डाजे. प्रतिप्रभःत्यारे भगवंत हे छे. हागौतमबारंबार निस्येश्तनंतीय्जनंतीघारमि सर्व हेवलोडे पिनाछे. पण हेयागना लेती नथी उपनाने सरोत्सादेवांगनान थी. पांय जगुत्तरवेमानेपण पृधिव्याहि उपणेग्य्जनंतीबारउपनावे. पण हेवताग्जने देवांगनापणे. तीहांनथीपना. मोतीझं देवांगनानथी. जने हेवतापांती हांना उजेडावतारी प्रभुजछे. Page #107 -------------------------------------------------------------------------- ________________ तेलीदेवतापरोपासर्पयससारीनपीफिलाम्मेटसेटेषतापुराषिया. महांपएसईलववीमानी ठेवतापणेउिपायुस्याउत्यागीलव्यमलव्य जारपोलमध्येटाल्योनहीं.वप्नीलगवतीसतनारमे उसेसातमह्यो अयभंतेजीवेचोसठीएसुरकुमारावाससयसहस्सेसुएगमेगंसीअ सुरकुमारावासंसिंपुढवीकाइयत्ताएजावचएस्सफायत्ताएदेवताएदेवीत्ताए आसरासयभंडमत्तोवगरराताएउपबन्ने पुबहंतागोयमाजावप्रांत चुत्तोसबजीवाविभंतेएवंचेष अर्थ-जेह हेलमयंतयोसहजसुरमारमावाससतसहअनेविषेजेम्ज सुरभारनामावासनेविषे पृथ्विस्यपरो,मन्नवत वनस्पतिमयपरो रेयपसे, देवीपरो,स्वासनासयन, मंडभानापगरणपऐपिनापूर्व.तिप्रभातिर हागौतमजनेस्वार, जप वामनंतवारसलवपरो.हेलगवानयाधम्ममात्तिरर्थमहीननंतपार उचो. जेवंन्नर थीयभारेसुंपपृथव्यटीसन्नवतभनुष्यनोसुत्रेपणाम नपुल्यो. वाराज्यंतरजोइसीय सोहम्मीसाणेय जहाँ असुरकुमाराएं. जय चाव्यतर,न्योतपी.वैमानीमारेसुधर्माईशान,लगेजेहनेविषे मसुरडुमारनेउखुतेभउबु. · पछेमन्त्रीन्नोलोज्पीमस्तजारबलोह,नवग्रीवेऽसगेपराजनंती वारपिनोपण नोचेवणं देवीनाए नहीनीस्थेष्टेवीपणेपिनो शामाटेने शानदेवसोसत वीउपलेनेमाटे. . भिजणुत्तरविमाननेविषेप्रयच्यापिउपयोपिनो नोचेवदेवताए देवीताएनजगुत्तरविभाजनेरीषेध्यतापरोजनंतीवार उपले जनेवीपणे तोसर्ववानपिलेसानसगेलयीनापिल्वामाटे.. - जेमसोमंतिपणेपराजयपरोपनोअसअदुवा असंतरयुत्तोगाजने स्वार प्रत्यर्थःजयरामनंतीचार.त्यर्थः । हालव्याजत्नव्याटियरोष्टनासर्पलबपन्यउत्पाजामायोमोटोछेतेनुप्रयीनेन्ने.महापरमार्थ-पत्रहीत योगेपोके .. " एवमीहांस्य परपीछेले सुरियालवतानयोउपन्पोतीचारेसाभानी: Page #108 -------------------------------------------------------------------------- ________________ देवतायेभावीनेऽघुसुम्हेसीद्धायतनमध्येन्नीनेजेसोमामिपीमा नेसुधीसल्यामाग्निपठानेपुन्ने जेतुमनेपेहेसारयान्नग्य.जेतुमने पछेउरवान्लेग्पनेतमने पुनि पछा हियाए सुहाए रखमाए निसेसाए प्राणुगामीयत्ताए भविस्सह। जर्प-पु.पुवै पन्त थापछेपाराहीहीतरी. सु.सेजलालपीज.मेगतामएीनियाल्याराडारीला परंपराग्जेसुज त्मशीलस्ये. ईमपुतेन्नुमोजेयतापाप्रतिमापुल्चीवतावीरेन्तेऽत्तरसुरि यात्माधि जित्रीसलाजविमानप्रथमवलाछे,तेसर्वयिभाननीजेरीतछे. विमानक्षेप्रत्येपायपायसनाछेजेजेसीडायतनछे.जेवंछछवस्तुसई विमानमध्येछेन्वारे रेवतानयोउिपन्यो तीवारेजेडेचाररानजलिपेड़ उरतांसर्वप्रतिमापुनेछेतेसमंदृष्टी,मीच्यादृष्टी,लव्य जलव्यसर्वउपने तेस प्रदेछेसर्वउपन्तीवेनारजेसवतानेपोतपोतानासाभानीरवता मन्महेछेले प्रतिमामनेघापुन्हामुन्थीले समष्टीहोरे तेहीन पुनेनेभीष्यातीनपुन्नेलतच्यवहारभाटेसबपुनेछेनुभमनुष्ययो उमध्ये समदृष्टीलोवतेलोतीर्यउरजनेसापुनेबारेछे.जनेमीच्यातीहोवे ते,घोर मसीतामीरां पीर, मोरहारा,विष्णुभहेरीगणेशामाता,हनुभानोजेपासाघऊनेपुरेजन्यमतीमनुष्यहोयेताग्निमतन्यदेवतागुइने वांडप नहींनेभमनुष्ययोऽनीरीत.नैन,सीक मुसलमाननांदेहरांपएा स्नुन्नमाणे.तेभोवतोऊमध्येमतमतनांहरांन्नुरांन्नुधछेनहीं समदृष्टी जनेमीच्यादृष्टीने पुन्याने पुन्यानोसीहायतनग्जेमहीनछेतेहना हरां मुघरयांकावेतोसुअसोजडेजाओ.समष्टीमीय्यादृष्टीनाधर्मव्यवहारतो म्भपछे सनेलोऽव्यवहारजेउछे.भमनुष्यलोभास्नान,पतालोर न,वरू लक्षण,वाहन सयनलोग,रिसारी,समदृष्टीभीच्यादृष्टीनाले जो धर्मव्यवहार न्नुघनुषंछे,तीमचतामध्येसोऽव्यवहारलतमाया रसभा टीमीथ्यादृष्टीनोउनछेजनेग्निवघ्नप्रभुजधर्मव्यवझरनु. पन्नुपछे,अनेसमदृष्टीदेवताथीमीध्यादृष्टीक्षेचताजसंज्यातागुराम धी. मष्टीमीथ्याष्टीनाचीमानमध्येसीडायतनजेशरजाभीष्यानीना Page #109 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( ८५ । वीमानमांघोर,मसीतारद्वारातोनयीउह्याने तेवीमानजेमतेसीडायतन ज्ने प्रतिभातोसुरियात्मनानेहवीछे तेहनेलव्य जलव्यासमदृष्टीमीयादृष्टी सर्वरीतेपुनेछे.जेमाधर्मउरतव्यस्यानोपियोरजनेप्रतिमापुजेटवास मदृष्टीनयायनोवील्यपोलीयाघजसंज्यातापोलीयासर्ववीण्यपोप्पीयादीप रेप्रतिमापुन्छे,तेतमारमतेसर्वसमदृष्टीयासेजनेसर्वश्ववीन्यपोसीयापटो रजनंतीयार उपन्याछेतोप्रतिमापुन्यामाटेरजनतलबभरवापऽयारसमडीतवंतनेजनंतानवहोयनही सुत्रसाजछे,जराऊश्राव रामदेवश्रा उनेपरीसरुधधाते देवतात्यागोशानामतीनमासीमती,न्यास्तीमतीजेठवा भीथ्यातीदेवताग्निमारगनाघ्रजीतेपएउिपनतीवनाजेतियाथारमारे सीहायतननीप्रतिमापुनेछ.मसीत गरहारापुलतानथी,नेतेछेपानीले सीडायतननीप्रतिभातीर्थरनी होवेतोभीय्यातीसरीमपुनेरजेसायारग्नि व्यवहारमध्येप्रतिभानीपुन्नन्नरावीपरासमीतजातेनहीं जेम्सासभदृष्टी पतापुल्ताहवेतोघरमजातेथाय पणसर्वसमडीती,मीथ्यानीलेनी पुन तीचारधर्मापारस्यानोर ' स्वप्नी प्रतिमातीर्थडरनीनहीं,तेरीमन्नणीयेतेसीद्धांतनीसाजस्लोज़ीछे, प्रेयमसुरियालवतानेराल्यालिथयोतीवाश्पछेव्यवसायसलामध्येजा व्योतीचमीयेसथेवाएतिवाजेहवोपाठछेले.धर्मशास्त्रांच्या,जेधर्म शास्त्रछे पाउँनधर्मनीरीतसमंधी छेपएग्जाशारंगाघवाशांगप्रवरान नयी तेजीभन्नेमायारंगाघाटशांगीहोयेतोभीथ्यात्वी,अलव्यसीमया यीमसहेरैजनेग्निवयनसान्यांडीमन्नएरोरमनेवायचातोसई पडेछ. जनेमीथ्यात्वीनाजोगरात्रीशपापशुतडीहान्नुघंपराउयानथी नेसमष्टी जाप्यारंगाघवायेजनेमीथ्यात्वीरान,पुरानवांयेतेमतोनथी.नेरपाजार जोलवामाउिपन्यतेसर्वहील धर्मशास्त्रायेणेतेभाटेनेधर्मशास्त्रातेपए। सोमनरीतनान्नावां-वनीसाघरमीछेले श्रावसमदृष्टीसीद्धांत वांयेतोसनंतसंसारीथायाहवेमेहनायासेजेन्मुझोन्नेखायारंपारीक धर्मशास्त्रलेवोतोसमष्टीचतास्पद्धांतवायीनेअनंतसंसाशस्यानेथा। लेभारेजेधर्मशास्त्रवेलरीतनाछेलममनुष्यमध्येोहोतेरउन्नान 'शा Page #110 -------------------------------------------------------------------------- ________________ तथाज,धर्म,उमसामडलेत्याघस्यतेसरवान्नरावान्समदृष्टी . मीयादृष्टीने समजावेमनायतेरुवाछे.जेप्रतिभाजनेजेशास्त्याने जातेणे. जनतालवानंतीचारध्वनाथने प्रतिभापुलमपुस्तउवाखापणसमतोपाम्यानही.. . ८. पछेजपुस्तम्वासीनेधम्मीयं यवसाइयं गिन्हिजागधनधर्मसंघ. वव्यापार गिन्या.मेहयोपाछे. - जेधर्मनाच्यापारउयोपटपएसमुपपर्यभनयाने प्रतिमाफुलतेधर्म व्यवसायासमुन्ययपटमध्ये प्रतिमा.पुतप्नी, पालापीयारत्रसापोलीजऽय, पुस्तऽजीरावानांपुल्यांतेसर्वधर्मव्यवसायग्रह्याउडेपुन्पाछेनेभारेधर्म व्यवसायपटतेपरासाचारापाठछेठिीनेशानजुरोसीडायतनमध्यंशीयो. मानेऽसोसाठल्पिीमाछेतीहाभाव्योतेप्रनिभानेशरीरथरण्योतेसुत्र थडीरहेछ. . - १ चीन्यध्यतानी प्रतिभावामीणममध्येवरणाचीतील रोठमपामसुरीष्ट रतनभेदीतहीछेरायपैसेपीमांसुरीयाले पुलनेनेद्याठीनही तेरेर. २ कणगामया चुचुअातेउन मयस्सनछे.स्तनमुगलहनेलवे श्री ववाभध्ये श्रीवितरागनोशरीरबजाएयोतीहास्तन मुगलभुषयीमडबोनयी. तीर्थऽश्यति जलध्व वासुध्वउत्तमपुष,सामंत, पोलेरखानेस्तनहोचे नहस्तेमाटेरिनतीर्थरनी प्रतिभाहयेतोस्तनहोवेनहीं । उवतीजेप्रतिभानेपाशेजेजेयाभरपारलीपडीभाजेम्वधारनी पडीमाः जनेमुजनागतेजेजेनागपडी,जेजेन्क्षपीमाहापनेडीनपीनयउरतीर हेछेभेनराग,लून नक्षी,पीमाउहेनापरीवारमध्ये होतीर्थरनेपरसेतोसुत्र मध्येममयमयोछेने, इसीपरीसाए जइपरीसार उह्योछेनेगमतिमापासेगा पर साधुन्टीप्रतीभाशेततोमगतलेप्रतिभातीलीजरीपसतेतोनथीतोऽभन्नएनेने,डोर्य लोगीध्वजाभवाघनीछे.वस्तीपएज्नेहींस्याघरभीप्रतिभा रावेछेतेनेपासेऽतिसगीयांसापुनी प्रतिमायदे,पानागलुतपक्षनीमति मानवीउययताम्जेजेनिभामध्यहीसायीनेऊहीही भाटे प्रतिमामा ग,मुततक्षागरसमजेत्रपानमसाममध्वाधरुनीनापीजेवीरोप Page #111 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४ वलीसुरियाले पुनतांपहीलायी लोमहथेरापमजइत्याछन,मारपी छनीब्ल्पीथडीपुलही. पडीयेल्यासार्थवाहीयेक्षनीप्रतिभामारपी छयीष्ठतेरीते,जनेठाएंगतुत्रपायमेधोत्रीले उदेशेरह्योछेले. कपइनिगाथाएगषा निगाथीरावा पंचरयहरणाई धारीत्तएषा परिहरिनएषा तंजहा उन्नएउट्टिएर साराए ३ पञ्चापिचिए ४ मुंजापिचिए ५. जय-उ.उस्पे.नि.नियदा निनिग्रंथीने.प.पायर रत्नेहपापाचारवा पराजया.तं.तेहेछ.डजसउिननोउटिन्सरौमनोरसासरएको उ.प.तृगवीरोजेरीततेहनो.४ 'मुमुन्नोउरीतनो जेमध्येलीीतया न्नारनेहराअपबाहेरोजचाउह्यापीणमोरपीछरा जयनीनाहीतो ग्निभारगमध्येभोरपीछनीजच्योछेजतीसुभाषछेतोपएर जन्यतिर्थियडीभसतोवेषयायतेमाटेनीजेथ्योछे.न्नुमोसाघुनेभोरपीछजिया नीनाऽन,तोसाघुनास्वामीलगवंतने शरीरेभोरपीछनोपुढत्योरीहापरिजने लगवंतनेतोभुसपील्रब्नेयोनयी तोलगवंतनीप्रतिभालेमोरपीण्डीभर स्पररखेजेपशवीवीतरागनीजेप्रतिभानही. पावतीसुरीयालेप्रतिमापुलतीचारप्रथमयी प्रनिमाने जययवीपर्छ अह पाई देवदुसजुझ्यलाई नियसेइश्त्ता उहेतांजामुरुधां वपुषरानुभुगस वस्यनि-पहीरावेपहीरातीने. नेपाछे ले लिनप्रतिमानेग्रीगटरहीतरनीयांपरहीतरसेखोजेड स्वनोब्नेडोपहीराज्योधनपाठोत्या.रजनेतीर्थरुरतोजयेसछे. वस्त्रपही रेनही तोतीर्थरनी प्रतिमाने धोतीले डीभपहीराव्याडिशेपेजेतोप्रतिमाया ग्निनी एरीजात्रानेवस्त्रतो रीतेचे. ब्लेडस्पेतोजेहुनेनेनपेतोले उहीनेनस्पेजनेहींस्पाघरमीजालप्रतिभाने पुनेछ,तेपरावस्यनपीपही रावता, तोऽवतात्मणवंतनेजस्पेसन्नएरी ने रघडीमन हीरावेरेपीरार्थमन्न । राजेप्रतिभापत्यनापतीराहररहेवतानीछे,पालगवंतनीनहीं पसी कीस्याएरमोसनेमेतोबस्ननगवंतनेभुजसागले झ्याछे तेजोटुंहे छेभुजलागमयख्यमुख्यातेतो वधारूहरा पाहन्नु छे. वन्नारुहरा धुलारु हां पुफारुहरा वाल्हाभरणारुहराउहेतांक यानालाशेपरा युन्युरी Page #112 -------------------------------------------------------------------------- ________________ बाराजेपन्याचे मुसन्यठावे.बावस्यरडावेझानालायढावेतमालाव्यो पराहातो देवदुसा जुयषीयं नियंसेइरत्ताउतां ध्यदुधरामुम्बुगलस्पनी पहीरावे पहीराचीन __ ह्योनिर्यस्यापहीराव्याउयाछे.जेमज्यलायलाव्यातेमुघअप हीराच्यातेपरान्नुघ.सेवस्यजानराजेचस्तुलगवंतनेजमेग्यतीमतगवंतनी प्रतिमाने पराजनेग्य बसी हील्याघरभीउ शेलगवंतनेतो जेजेवस्तुजन्नग्यछे,परालचिंतनीरगतिछे.लेसारवस्तुहवेतोप्रतिमा नेलगवंतनेनीभीतेरे तेत्तरन्नेत्यागीपुरषनीलगतिलोगवडेवायतो स्त्रीमनगठाच्योर सर्वलोगमास्त्रीप्रधानछेनेभयनजामुक्षरातेम स्त्रीजेपरातभारेलगतियातेराराने.परासेहवीलगतिग्निमार्ग मध्येनपाउने नएन. ५ वप्नीप्रस्नच्याउरणपांयमेजध्यापनेजाबहारेटेवतान्यपैस, विपुल परीग्रहमध्ये ज्याछे.तेपाटलण्योछे. एवंचते चउविहासपरिमावि देवाममार्यति भवण याहरा जारा विमारा सयाणा सणालियनागायिह वय भुसणाणी पवर पहरपापिय गावामी पंचवण दिवच भायराविहं पाशाविहं कामरुवे वेउब्लिय अथर गरासंघाने दिवसमुढे दिसाउ विदिसाउ चेझ्याणिय वराषंडे पीयवासंडे पवते गाम नगराणीए पारामुंजाला काण पापीय कुवसर तलाग वावि दिहिया देवकुश सभ पचा वसहीमा इपाइंच हुकाई कित्तराणिय परिगेन्हवा परियहं विपुलं दब सारं देवावि सईदगा नविर्तिउतुचिं उवसभंति. अर्थहजे.रजेएगीपरे तेतेहेचतात्यालवनपत्याधयारभरारनामपरी जघासहीतजेपुरै उत्पाते हेवन्तेमभाहारानेहवीममताम्रेजेरखानोसपिरेने पातेरहेछन्त्मघवाज वाघेउरलासयपि.विविमानर स-पापडाघीकुलसींघासनाघिउप्रतेमभताउरेनानानामशरना यावरुन ७ मुलुषराप्रतेत्पप्रधान पहथीयारमतेनमताशेरुणानान्मार नाभीपापायव हिप्रधान लालोन्नाना-नानाप्रहारना. डा.र्पावतारपरके वेठीयसीधाहत्यामा परारान्याउगा Page #113 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( ८८ )... समोहतेहावृत्तपते.ध.द्विपारस समुम्भते.पी.याचसाप्रतेपरू. वी.यारविधीसप्रतेश्उये येत्यप्रतिमाते जन्यग्निनीतिमापरापरी ग्रहमध्ये.२ठवावजडे प.प.पर्वतरपु.गागामारण्नानगरप्रते.२८ सासाराम.रूपीध्यानन.जसंननवननतेउपप.स.स रोवर उउ.ततलाव.उवा वाव.पी.टीर्घि.अ.हेसीजयो हराउण्ससमा उटप.पर्वस्वतापसनाच्यायनमा जाके ई.जयएगापघर्ष तेजी-जेमहेन्जेमाहरामाहराजेमममतारे.प. ग्रहीने वापपरीग्रहनेपरीग्रहज्हेवाछ.चीवीसी..व्ये तो धानजेहवापरीयहनें मारीने हेप्टेबपराससहीतध्वनातिक पामे.जी.डी.टेवा. . जेपाठमध्येलेलेवस्तुहीतेतेवस्सुनेदेवतानेपरीग्रहमध्ये मध्येदेवल प्रतिभातेपरापरीयामध्ये गएयाछेतेपरीय न्यो धर्म होवे.हीस्याघरमाउरुस्येपूर्शन माघउन्क्षछे.तेहनीप्रतिमातेन्शनी परीग्रहजातेछे.सेजप्रतिमापरीयमानहीं.ने उत्तरोत्रीछासारव्यं तरदीप्रतिमाछे,तेप्रतिमापरीग्रहमध्येऽहेस्योनाईहांतोपचवी हावीदेवागज्ह्याछे.मुसहिततेहनीप्रतिभात्रीछालोउमाहीडीयां छेजनेकुरापुळेछेमनेपदीवसमुदेचेझ्यापीयाऽद्युतीयाव्यं तरनीप्रतिमाछे.तुमेत्सर्वहीपसमुनीप्रतिभातीर्थस्नीमानोछे.. हांतोतेपरलेलीजावीछे.जनेवसोमध्येविमानीप्रतिमाछे, तेपएविमानवासीनेपरीग्रहजातेछे.तेहीम.पोतपोतानाविमाननी सर्वपुछे.जेजीन्ननीनयीपुनतारजनेसुरियालनेसामानी न्पोनोस्योछेत्तेएरोपएसुरियालविमाननासीहायतननीप्रति मासुरीयामदेवने पुन्तीही जाती-जनेतेरोपएरातेहीन पुलाम .न्यथालनीन्मेश्नी,नोसरद्दीपनी पुनवीवताववीनयी पहीसा, छत्तमायारमापुल्यानीछेले वतावीजेटसेपोतानीऽरीवतावेछे तेमाटेपरग्रहजतेनहीजन्यतीर्थरनेनन्माीमहोछावर रतासर्व लेजाययाछेतेडीमनगवंततोमरथ,ठरवत,महा Page #114 -------------------------------------------------------------------------- ________________ वीरेहनानेटलाछेतेनटेवतानापरीयामाहीनयीसनेप्रतिमातो नेहनीहटमर्याधाविमानमांहीरनावीतेपुतेभाटपरीय जातेउहीज नेतीर्थरसापुर्यनीहरूमध्येउवापरानथी वसीहीस्पाघरमीउहे. सुरीयालनीप्रतिमातीर्थउरनी नहीं. जेहचुतुम्हेसायी मएयुत्ते पित्तरसेप्रतिमानासक्षणलगवंतथरीनघपयां भयमगढीर स्तनाउमोरपीछ. टनाग,लुतनोपरिवारपउपशंपहीराव्या,एमालु परापहीराव्यातेरोडरीब्बएयुले.सेप्रतिभालगवंतनीनहीं-मेछनो सवीइ अनेद्रुपीनीप्रतिमानेपछेसातमामस्त्रीनोसंघटाजेसात वीइड वसीहीस्याघरमीउस्यग्निप्रतिमावितरागनीनयीतोप्व दानराजिरावराराणीमातेत्तर.ने ग्नियरघुप,सुगंधसवतोसुरि याले प्रत्यक्षलगवंतने युपीमनडीयोहितेरहो. ने धुपसुगंधनालोगीध्व तेग्निवरीप्रतिभान्नएचीवप्रस्नमाध्ययातीवारेहींसाघरमीले शेने तीर्थरनीप्रतिमानथीतोसुरियालेनमाथुरांशमउत्पुरतेपत्तरसु रियामनु नमोथुराधर्मजातनथी.उसाचारव्यवहारसायछे. नमोथुरा त्रएराप्रकारेउछे.सोसेरीते.रभावयनीरीतेउसारोत्तररीते... - सोसतेसोसटेवगुरेष्टेवगुरारहितनेजागसेनमोथुराउहेलम. दुपधपोतेमीथ्यात्वीजनेनीयागासहीतपहीलोगीदेवनीप्रतिभामाग से,नमोथुरारत्युते.ने भजोशवासमामाहान नमागेपोउरालो हियोचीसन्निनानामसुगावे परापोतेसहनहीं खालघसमरये उतेममरापुंजेमाधर्मनथी. - २. उप्रावयजीतेगोसाला,नभाषीनाशीष्य,श्राव गोसाला,त भालीनेनमोथुरांउहेतेप्रापयनीतथाजनुन्नेगहारे व्यासउनाऊ रहारलेजधारीतथाीगजरनमोथुराउतेसर्वप्राव्यनीड. - उसामोत्तरनभोथुरातेसाघु श्रावऊ ,श्रीवितयगनेखोलोजी.गुरा भएरीनेज्युंतेजेसतमुस्तिहेतुन्नरा. मसुरियात्नेप्रतिभाजागेनमाथुरंधुतीमजसज्यातावीन्य देवता जसज्यातावीनयंतवता,जसंध्याताल्यंतचता,यसंध्याता Page #115 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( १ ) अपराठतध्वताजे नेहामेजनंताथयाजनेजनंताथासेसमीती, मीथ्यात्वी-लव्य,जलव्य,तेसर्वनमोथुरांउरेमसंज्यातालवनपती, जसंज्याताईतर मसष्पातान्योतषी,जसंज्याताविमानीतेसर्व सुरियालनीरीतेप्रतिमापुनेडाढापुने, धर्मशास्त्रायेल्ख्य जलव्यस पंचतानीजेऊरपीछे.तेमाटेलोसरीतमानमोथुरांणीपाय.न्नेजसा समदृष्टीनपुन्नरेतोसमठितजातेहोवेतोवलीप्रतिभानीपुन्नधर्मजा तेहोवेतो,मनुष्यलायन्न सेड सेन्टापती श्रावप्रतिमापुलघरमांमांडी, · हेहराउराव्यासंघसयासीमनस्यारऽवतारजेप्रतिमानागलेनमायुर उघुगर्लमारधाजवीरतीनेहनेनभोथुराऊत्युंपणसाक्षातरेसीलगवं तनेयंपाउखानाच्योतीहानमोथुरांनउयुं.तोसुप्रतिभायीलगवंत पितरताहतारपराहेवतानीनेहवीरीतसायारनव्यवहारछेतीमरे छ.धर्मउर्भनोवीयारजनरह्यो. - वसीसुरियालेप्रतिमानेनमोथुराउांतोहसा जातेछपरापरलो उजातेनथीतहनीसोजमगवतीसतउजीने से पहेलेछेतेघम्स न्यासीयेश्रीमाहाचीरस्वामीप्रसेपुलमर्यगायापत्तीघरजसतो? जीधनाढतेर्षभन्नरोजेसमे. निगारीएसमारो पुचि पग हियाए सुहाए रखमाए निसेसा .. ए अणुगामीयत्ताए भविसई॥ __मर्य-नि.नीस्तारपाभ्याजेमाहरीजात्माजनेसेडेसुनीजस्याय पु.पहीसा.पजनेपछे,हि.हीतनेउलेसु.सुजनेअनेज.क्षमाने जाने. बी-मुस्तिहेतु.ज.जनुगामीउपरो.ल.हुस्ये. मेयन जत्योपशेमुबनेपहीलांजने पीतजीप्रमुधारोन्जे पोष्टांतेजघाउहेछेखोरमध्येजाीपप्रीत,त्रा,मराइपरजशीला गीछेते माहीथीसारसंऽहुंमाहारोजात्माशुढुंमुखजानासंसारथ गयोभुनने पचो हियाए सुहाए रखमाए निसेसाए अशुगामी यत्ताए भविस्सई ॥ अर्थपपरत्मवानन्तरे हि होलापीपया नीपरेसु-सुजलपी.जगतालगीरोगनोबिनासरयाओषधनीपरे Page #116 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ___(८२) नि.मोक्षमपीसलवनी परंपरायगे.जेहसुजनुज्रएराउ.म.से. पेयारहेतापरसोडेहीताप्रमुजथारोहाहीतायेप्रमुजपायजोस् तोसरजाछे,पराधनांढ्योतीहांपुचीपछारामुने,जेलोऊमध्ये जेघनायोथोपहीयांसनेपछीधनम्हीयायेगमुजपायजोपया सेजनेसनभषेलांपायोखतोतेहीन पहरापेयाहेतापरलोस्नेविषे .. पहीआयप्रमुजपाशेमस्यो.जेहवाशष्टमाझेछे.तीमसुरिया लेमगवंतनेनभोथुराऽह्योतीहारपेचाहीयाएगप्रमुजपायजोबा ह्यासन मलेताजघत्या.तीभसनेप्रतिमापुल्वी सामानीदेवता जेवतावीतीहाप्पुवी पग हीयाएगाप्रमुजपायजोलउत्साधनाढ वानाजालावानीपरेजेरोलेजेणेपउनोसन्मजनेसुरियात्मनोल गवतनेनमोथुरांपरखो जाते,सनेधनाढयोजनेप्रतिमापुन्वीह पोऽजातेथीयोजेहपरमार्थ. - ११ वसी हींसाघरमीउहे, प्रतिमापुलतीहानिसेसाएज्योछे तेनीसेषसज्जनोजर्थमोक्ष®हेतुमियोंछे.तेमाटेतेप्रतिमानीपुन्न मोक्षहेतेय. तेत्तर लगवतीसंतपरमेयोथायरानोशे उताजेउपुक्षेपरल्यातेपुरषयमाशेडशहारपुषनो. हियकामए सुहकामए पढकामए निसेसियाएं ॥ अस्यार्थटीकायां हितकामए हिंइहहितमपायाभावं सुहकामए । त्तिसुखमादनंरूप पथकामए निपथमिवपथ्य आनद कारणं वस्तु अणुकंपएति अनुकंपाया वरतित्यानुकंपीक: निसेयसिरतिनिः श्रे यंसयन्मोक्षमिति तिनियिक: हीतनोवाछज्यानं पतेहनोवाछपथ्यनी परेपथ्यतेनो वांछम्मोक्षिन्यवाछा,हांनी प्रेसमडेमोक्षजर्थमयोहामोतिनों अर्थाररसुंहतोरणधरनेधीरेनियात्योचनकटतांतीहां. धनउठवाभांमोतिनोजर्यस्योहतो प्रत्यक्षपनेतोऽहलोस्नोज शेतीमससरोजोपरात्माचार्यचीयारचो.प्रतिभानीपुन्नमोक्ष नोजर्थहोवेटोमव्य, जलव्य,पुनराहारासर्व मुउितन्नयंतेत्ोनथी. Page #117 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ___( 3 ) वसीओ हेरोजलव्यध्यतायेप्रतिमापुलतेहनीसाजीहांछेते पित्तरस्सीडातमध्येतोजलव्यवसध्वसोडेशपातीहानीस्थी तीराजद्यमाटेसर्वतोप्रतिमापुजेसुत्रसाजाम उरतांप्रत्यक्ष पाठब्यहोयतोशोधनियुज्तिनीरीमध्येतमेमानोछतेमध्ये घोछेने. हव्वंमि जिराहराइ तिवारल्या द्रव्यविंगि परिगृहिता निचैत्यानि सम्यक्तदृष्टीनसंभाक्तिा निइतिकस्मातजस्मात द्रव्यसिंगी मिथ्याद ष्टी त्वांत्ययेवंत हिदिगंबरसमंधी निचैयानि अयेतत्सत्यंतर्हि स्वर्गसो के घुसश्चितानि चैत्यानि सुर्याभाद्यादेवा सम्यगदष्ठय प्रपूज्यते तत्चै सानिसंगमकवत् अभव्यदेवा मदीयंमदीयं मितिबहुमानात्मपूज्यंते पूर्वापरं विरुईनस्यात् ननुसुर्याद्या देवावर्गसोके षुसास्वतानि चैत्यानि प्रज्युते तंत्कल्प स्थिति वशानुरोपात् अतएव विरुधनसं भवति . -भिमुहांजलव्यसंगमरूठेवतानीपुन्नप्रतिमासुर्यामाधीच तालीमपुतीयारेज्योटेवनानीस्थीतीमाटेपुतेस्थीतीनोल्पजेह वोल्छेनेतत्वजेसेजेजलव्यसरंजातेपए प्रतिमापुने धर्मशुदिरही तछेतोपएछतव्यवहारमाटेपुरतोहवेलोडीग्रीतेहहरीडेचरीत हरीतेवीयारीन्नेन्ने २१ डाटा पुजी कहेछेतेनोनुत्तर. पर वसीटीस्यापरभीउछेसु रियाले,चीन्यपोलीये गिनालापुलछेडासानेसीघेसुपर्मिसनामध्ये लोगलोगवतानथीतेमादेशलानीपुब्बभुउितरतेछे.तेजपत्तागठानो पुल्चोसमडीतजातेनथी. धम्मीयसधैरजिरापडीमारजिणदाढाले जानेछेडाकाजेपयालव्याजलव्यसमष्टीमीयादृष्टी,सर्व मुले. सर्वनेलवनमध्ये, विमानमध्ये,गारमतनावतानेसरवेनेई.मनंता तीर्थरमुत्तेगयानेहनेयारागाठाहतीमनेनेहनालेगारपरायाएपछीसकेंद्रीसान उपभरं अ हीलप्यछे.तेहनेघना मांघासीपुनेछेनेघलाधरभन्नएरीनेष्यते धर्मपएसधर्मठतव्य Page #118 -------------------------------------------------------------------------- ________________ (४ ) वहारश्पन्नलीनेत्येहांश्रुतयारीत्र३५ धर्मन्नगीने लेतानथी. धर्म मशीने लेता होवेतोरजय्ययते द्रा ही सर्व थडी मोटराछे ते डाले तानथी? जेहने डोएावर राडे ? पाने हुने सेवानोकतघवहारछेतेही नसेदेछे जनेतेहीन रीते ष्ये छे. डीपरनी नभएमाढा सतेंद्रस्ये, हेल्सी डाजीगढार्यसानेंद्रस्ये, हेटसीन्मणीगढखसकेंप्रत्ये. हे वसीडाजीडाख सानेंद्रस्ये, हेन्सीन्मएपीडादाय मरेंद्र ल्पे, हे बीडाजीडाढा जसें द्रस्ये, जेरीते ज्येछे. जेन्यारडाढावीहारी परीणामछे जसंज्यात डासठीपरां तुरहेनहीं ग्जनेहोवेषएायारनेवीमाने छे खनेडादानीपुन्नतोसड़ाही तपासुरीयालाही सामानीतथावीन्याटीङपोलीयातथाजसंज्यातात्नयनपत्याधिङसर्व पुने छे ते सर्वनेविनडा ढाडीहां पीरजाची पार्घ मन्नएको नेसास्वतापुछ्गलडाढाने नाडारे परीणामेछेडखाने जाडारे तेहने पुनेछेोहनोनामतेग्निडाढा छेपणअंतिर्यन्मयतेस घास रहे तथासर्व ठामेहोषेऽभिनथी-लभन्माली, भेषकुमारेही क्षाली पीते वारे मातायें यस्तस्नाङेससीधासेसमे अपबिमे दरसणे भविस्स जे मोहनी र्मनोद्येतीमस्नेषएामोहनी मम्मीत तखायार मारेल्वेखे-प्रखनोसेवोतथापुन्नबोधर्म जातेन थी. मे धर्म जाते होवेतोहेवताडाढाजन्नियतीवारे मनुष्यश्रावक, समदृटीलीये? फ्लाग्जेमांडाधिर्मजाले नथी. हेवतानोन्प्रतव्ययहार छे तेलीये छे. ने डाटा पुन्येडे वसीपरप्यो धर्ममेवे - तोलव्य, जलव्य, समदृष्टी, मध्यादृष्टी सर्व डी मधुले जिलव्य भी ध्या दृष्टीनेग्निमार्गनीश्यीनहोबेन्जने मनुष्यलोनी परेबोङमाहेवता पेएासमदृष्टीमीयदृष्टी जेन्युपव्युहाछेपीएानिनम्मर्गिनापुस्तङबुहा बुहानथी. जनेनिनमागिसीद्धांत वांछे, जनेजन्यमार्गिकुरान, पुरान वांछेतीमतोनथीन्सर्वने दम्मीसथे खे कुछे . ते सोडीमार्गेसर्वनेमानवान्लेगसरजोछे प्रतिमत्परा मनुष्यलोम्भांसीवनेमुससमानन्धनुछे पहेलो कुमांसमदृष्टी. मीथ्यादृष्टीनाहेहरा नुतन्तुहानयी वी भानजेमतेोडखे कुसीद्धायतन, निनपरीभाछे ते हीन छ तेहने सर्वपुणे छे. Page #119 -------------------------------------------------------------------------- ________________ र चलीमनुष्यसाडेपोतपोतानागुइनाजंगपुन्चायोग्यन्नहोछे. ग्निमतितयाजन्यमतीतीमध्वसोमांरिनभतीनिनाठापुरेछे. जनेजन्यमतीमन्योवनीठापुरेछेजेमतोनथी-सर्वहीनदिन ठापुरेछे. १तेमाटेनेसमसमदृष्टीनरेतेडामतोलोडोत्तरजाते. २ जनेनेगमलामीध्याप्तीबउरेतेप्रावयनीभीध्यातजाते. उसनेनेजामसमदृष्टी,मीप्याष्टी-जेहुउरेतेसोरीमतव्यवहारत थापोतानास्वार्थहन्तन्नरोपापपराउरचोपडेतेसोसिस्रीतत्तीमगठा समजेती.मीय्यातीसर्षपुन्तीपारेखोरीउपुरणीम्ही.जेत्रावस्तुम नंतेलवें जनंतीचारपुलपरासभरीतीथयोनहीं. .. - - वलीसुधमीसलामाहीहिवताल्सेगनथीलोगवतातेगानोभहीमा छेनेभउछेतेनोणत्तरुझातासोलमेजध्यायनेपृष्णयासुध्वनपरा सुपीसलाहीछेतीलंग्निडालाछेनींतेमाटेसुंसुधीसलामध्ये मोगरतास्यधपीनरे, यहांडाठानोमुतजडेजाडयातेलj, परारिनपडीमा,रासारणारजान्नरहाटप्रमुजहरमेलिनाका नयीतमाटेसुंलोगउरेछेोलोगतोलोगनेहाभेहोवेपरातेहीग्सुपमीस लामांशलाछेतीहजेहायताबारेलाषाजालेछेत्तथासाबद्धलाषा छयवीराद्धनाइपमाषालोषेर्छन्तथासर्वसुधमंप्रसलामालेमप जहास्याप्पिनो,विलास, तृराक्ष,समयेष्टा जायेऊनीरीक्षणगीत, श्रयदात्याधीउत्तोरेछे,तेसंसारीकवनोखंोछेजेभालव्य,जलव्य, समझीष्टीनेसरजोमायारछेन्जेमासमडीतनोजराजेनिथी. - उ तथासर्वलवटेषतापरोणपनातेरोबीधीपुर्वउपुस्तऊप्रतिमा, ठापुलछेलव्य जलव्य,समदृष्टी,मीच्यादृष्टीमुघनपऽयालतमा यारमाटे, तीवारेहींसाघरमीहेछेने विमाननाजधिपतियेप्रतिभा पुलछेतेतोमतसमष्टीहोर,भीथ्यात्वी विमाननाजधिपतिपो पिने नही,तेवातसुत्रविसुज्छे.सुत्रमध्येतामसीतापासजालन पसीपुरपाजालतवसीमीप्यात्वी असउरीसानेयमाप्रपणे. Page #120 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( 49 ) श्रीपनात्यातेएरोपोतानी स्थीती कृतजायारभारे प्रतिभा पुल होसे }नहींपुलहोबेग्जनेसमडीत लोप छेपाम्याछेनेप्रतिमातोडीत्पातसी ल्भांहीथीपीठतोथोपुनेछे. ते माटेमिन थीबे समदृष्टी पुणे. वलीहु रीलद्रसुरीनोडीघोजपव्यङ्कुसङछे, तेमध्येभिङत्युछे. बेंद्रपणे, सामा नीडपणे, त्रायत्रीसह पणे, लोडपासपणे, परमाधामीपणे, तथाप्रति माथायतेपाचारणपणे, प्रतिभाना लोग नाकुलपाशीरोजेटलामध्ये जलव्यलवणीपने नहींस्त्रेहुवुङत्युछे. तेनोत्तर. १द्रपोनीपले, वीमाननाघएपीपएोनीपले, तोजारमा हेक्सोङनार्घद्रथडी पानवजीवे स्नाहेवताजधिमा छे. अहीमीं छेतेमध्ये जधीडीज्योती, अन्ति, पुना योस रुद्रथडी पाजवीडीछे, तेमध्ये जलव्यजनेमध्याहीप नतासुत्रभध्ये उत्पाछे. लगवती मध्ये सर्वष्ठव नवग्रीवेम्पोजनंती वारणीपनाऽत्ह्याछे नेमारेहिां नवग्रीवेङसुधी खलव्यनोजिपन्वोमि उद्योपीयारी. रतयातमारेब भतेजाचस्य नीरति जावीसहुन्नरीहुरील सु रीनीडीपीतेमध्ये सामायनाभजध्ययनमीटरीडा मध्ये जलव्य, संग मो हेवतानोअधिकारछेले श्रीमायी रमेसर्गराजाव्यतीहां पेहेलासकेंद्रजोल्यो, माहावीरनेडो यिताषी मसडे. तेपारेसंग नोख लव्य देवता सनो सामानीकुछेतेजोल्यो. अहंसंगामो नाम सोह म्कप्पवासी देवो तकसामालीर्ड सोभसीइ देवराया होरागे न वई कोमासो देवो न वाजीसह अहं चासेमि नाहे सकोत भवारेति मांजालिहिति परुनिसाए भगवं तवोकम्मं करेति एसो - गतो. हिांसंगामोहेबता सामानीद्र सकें द्र मोरजने जलव्य उद्यो 3 चलीसंदेह घेाघसी ग्रंथछे ते हनी वृति मध्ये उद्योः मन्वेवंतहि संगमक: प्राय माहा मीध्यादिष्टी देवे विमान छंसियतनं प्रतिमा श्रापीनातनमिति चेत्नन्योत्पच्येषुदि संगमवत्प्रभव्यः प्रपीदेवा मदियमिति बहुमानात्कल्प स्थितिवसानुरोधात् तद भूत प्रभावा न कदाचीत असमंजस किया प्रारभ्यते । जे Page #121 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संगभोटेचताजत्नव्यम्योनोसामानीऊह्यो.सामानीटेयता सरजाविभाननोधएपिपल्तीवेवासुरियालनीपरेप्रतिभाडाठा के.पोतानी उपस्थितीमाटे.साज.... नवपीसीद्धांतसाजमुमो.जलव्यजनेमीच्यादृष्टीसाभानी वतापरोनोपोतोत्रीमहावीरप्रत्येसुरीयालेरी पुथुले,स्वामी हुंलव्य,जलव्यसमी भीध्यादृष्टीसाधीलारजोखीमपुयार लेसुरियालरिभाने मीथ्याशी जलव्य, नपनेतो,संहस्यानो पिनोमजनुत्तविभानेजलव्याभीच्यादृष्टी,नहोवे तेनोत्तरः ब्ने प्रतिभापुस्तांसमटीहोपेतोसुरियात्मेरिपन्तीयेलारप्रतिमा पुलछेपछेलगवंतपाशेषांध्यातोमाव्योछेप्रतिमापुलतानसमह ष्टीनेलव्यतोयम्युयो,संघहनरह्यो.तोवपीलगवंतने पुछवासुं. आरएहोतीयारेहीस्याघरमीउरुस्ये जेरोन्नएरातांयसपानि: संघहयायामाटे पुण्य, महेन्तेनोगत्तसन्नन्मएतोनिःसंझेरुपा चामाटेपुछेतोभनुष्यलोभागापरसाधुश्रावस्समदृष्टीयन्नासेठ सेनापतिपोतानाचमाश्रीतथाजील मनुष्यजाश्रीजारोप स्याम्पुख्याह्यान थी.यहांतीहाजारखोलनीपुछारेषतामाश्रीयन छे.सनामारखोलगौतमेपुख्यालगवतीसतासोसमेणसे जीने.साने रामारणोपगोतमेपुण्यात्मनताभारनाजारो खगोतमेपुख्यालगवतीसत्तात्रीनगरेसेपहे.सुरियाले.सुरिया । नो पोतेपुड्या रायपसेएपिमध्यभन्नवरीष्टमध्येज्जारज्येषनीपुछा घरोघानेहीछे परागपावर,सायुश्रापऊमनुष्यनापुछानयी रक्षा भाटेभन्नगन्नेले विमाननाघीपरोपएराजारजोलवालाणपन्छे. तेसर्वप्रतिमाने,गठानेपुतेभाटेप्रतिमा,गढानीपुन्नसंसारहे तेलतजायारमान्नएरावी परासुत्राथारीपर्ममध्येनहीं पयली हीसाघरमीज्छेने प्रतिभानीपुनवतानेपर्नजातेछेतेनोणित्तर. प्रतिमातोलगवंतनाशरीर परीनुपिपासापपललगयतनोश रीरतेनोभोरखवध्यतानाछतवान्यारमध्येह्योछेतोजनिमानी Page #122 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चुन्नधरमय्यबहारमध्ये यापही पाशतेहनीसाजन द्वीपपन्नती मध्यछपनधिसाउभारीभावीतीहालतमायारहोते.पाठ नुपन्ते खलु भो जंबुडीवे२ भगवं तिथयरे तं जीय मेयं तीय पञ्चुपन मपागयारा अहोसोगं वथवा अठन्हं दिसाकुमारी रां भगव न तिथयरस्स जम्मरामहिम करित्तएः जर्षणमनोज नीस्येलोति सामंत्ररो.नं.जुटीपनामट्टीपनेविषे.लालग वंततितिर्थरतं. तेलगी..छतजायारणे..मेरुजाजती तसलथयो.प.रुषणावर्तमानालछे.जमनागताले थारोज. जयोलोउनीषसनारीमाजाष्ठशिउभारी मालगवंततीतीर्थ रनो.न.मम्ममहोरछावरपामोजायारछे पली पत्न देवस्थामीनीरचारासमयनेजधीरे उत्युने:जुद्दीपपन्नती मध्येसचेंजेभवीयायुले परिनिए रवतु जंबुडीवे २ भरहेवासे उसमे अरहा कोसलीये तंजीयमेयं तीयपच्चुप्पन्न मगा गयारां सकारांदेपिंदा देवराया ती निथगराए परिनिष्वारा महिमं करीत्तए ॥जय:-प.परीनी वृतमोक्ष होता.जजीस्येनं. नंजुद्दीपनाभाद्दीपनेविषेललतजेपलदेव.म.नरीहंत. जोसेसपीऊतं.तेभाटेलतमायारछे.जमेहयतीतोपावर्तमान. जमनागतमुलनाससुधर्मवताना हेवतानोरान्न होयतेतीतीर्थरनोर.परीनीए.मामहीमाकरे . जेमसनेवीयारपासनीपरेनेसाक्षातरिननासरीरको महोरछवछतन्यवहारमध्येस्यो.छेतोप्रतिभानीपुन्नधर्मव्यवहा रमध्येडीहाथीयाशीजन्ममोरछपाहीलामहोरछयानिवारामहो छयेजनेसकोऽपतारमावतेसरलतव्यवहारमध्येण लतव्यय हारलहाऽत्योतीहांसमष्टी मीथ्याटीलव्याजलच्यनुजगराउ युंजनेसासुरीयालप्पुवताना जसहीतबेलगवंतनेयांवा रजाव्यातीष्ठतव्यवहारनउयोत्तोर्यभन्नगन्नेदेवतालेनेउरत व्यउरेनमोथुरां,पुन्नाननममोरच,शामहोरछयानि रामले Page #123 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( ১৯ छबडाणलेवीयुलङराववां, जे सर्वामलतव्यवहारनाछेले धर्म ववसायनाहोबेतोमनुष्य, श्रावऊ, समदृष्टी, रान्न, शेक, सर्पिषाहा घडीमनम्रेड हींस्यार्यरमीहेछेशेजलोवस्वामीत थानवाशुलाई मुक्तिग यातेरुनायैत्यद्युत्मत्मरथैशरेऽराव्या महेछे. ते वातजोरीजुड़ी पपन्नंतीमध्ये शेजलहेबनोथुलने हेवताश्नेहीघोलरथेशरनोनाम पानथी. अनेत्रेचीसतीर्थकुरनाथुमडीघां पोताना उतरजायारमा टेपीएडोर्यमनुष्यश्रावङेडीघांनथी. उत्पांचसी द्रिसरजे गर्लमारत्या तीर्थेऽरनेनमोथुडघा, मतीभारजागलड़ीघांपाश्री वितरागनेषांवा जाव्याती हांसाक्षात भगवंतनेनभोथुएांडो हेवतायेनडीघोतोसुंप्र तिमा थडी लगवंतीतरता हु ताई पए। देवतानो कतव्यवहारजेड़वोन न्नएजोधेतयात्भगवतीसुत सतर भेजी हेसे जीने उत्युंने. जीवाएंगंभ ते किधम्मेठिया अधम्मेठिया धम्माधम्मेठिया पुद्धा गोयमा जीवाध म्मे विठिया धम्मेविठीया धम्माधम्मेविठीयानेरड्यापुजा गोयमा नेरइयानोधम्मेठिया अधम्मेठियानो धम्माधम्मेठिया एवं जाव चउरिं दियाएं पचंदिय तिरिख जोएगी यारां पुछा गोयमा नोधम्मेठिया अध म्मेठिया धम्माधम्मेठिया मासा जहाजीबाबाामंतर जोइसिय मा एलीया जहा नेरड्या. जर्थ लबहेलगवंतसुंधर्मनेविषेशत्याही ये जवारजधर्मनेविषे रत्ह्याहीये. अथवाधर्माधर्मविषे रत्याहीये? छतिप्रस्नःतीत्तरः हेगोतमनुवधर्म नेवि पे रह्याहीये. जधर्मनेविषेपा रह्याहीये.धर्माधर्मनेविषेपार त्याहीये. नारडीह लगवंतत्याही प्रस्न:पीत्तर:हेगोतमनारडीने सर्ववीरतीनाग्जलावथडीधमीस्तििानहीं, जयभीस्ति उहीये, हेसवीरतीना जलावथडीधर्माधमस्ति पानहीं जेमन्नवतयणरेलिगेङघो. पयेद्विश्रीर्ययलेनीनो प्रस्नडीघो: पीत्तरः हेगोतम धर्मनेविषे रह्यानही येग्जधर्मस्थीङीये धर्माधर्म नेवीषे पएराहेसवीरतीनासलाव थडी मनुष्य भवभयातीमवा. पाहाव्यंतरज्ज्योतीषी, बेमानी, लभ नारडीङ ह्यानी महेवा Page #124 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मेसेजेवतानलगवंतेमपर्मस्थितियातेस्तव्यधर्मनथी.स. भ्यन्तिलाश्री सुनलेगनाश्रीदेवतावरमीडीयेमनेरायफ्सएगीमध्ये पुस्तज्वायीने देवताठयोतीवारे पम्मीयं पषसाइगीन्हीजाउद्यु नेपाष्णपरहीसापरभीरहेछेने प्रतिमापुछतेधर्मवीवसायमध्यछे. तेणत्तर.जे धर्मव्ययसायग्रयोउत्थुतेप्रतिभापुलवामाश्रीनवीर यु.जेधर्मव्यवसायब्रह्योतीचारपछेलेमेवस्तुपुलतेपोतानाष्तमा थारनीविधतेसर्वधर्मव्यवसायमध्ये जावीतोरराजग,प्रभुजपुन्या तेधर्मव्यावसायपत्याउडेनथापुस्तस्वारयाडेपुलतेयस्तुतोधर्मव्यवसाय. मध्येगएरासोतोपुस्तन्योपाययोजेस्यामांगरायोरिधर्मव्ययसायरत्यो नेमध्येतोश्रीमागसमेघरोसप्रकारेघग्योछे. दसविहे धम्मे पचंते तंजहा गामधम्मे नगरपम्मेरठधम्मे पासंडपम्मे कुलधम्मे गए धम्मे संघधम्पे श्रुयधम्मे चरीलपम्मे अथिकापधम्मे।। अर्यास प्रकारे.याधर्मपं.स्वातं.तेरहेछेगा यामतेखाउनुस्थानस्तेहनोधर्मजाया रतस्थितिग्रामघामप्रतिनुनुपयायामागीययामतेहनोरनगरधर्मते नगरायारतेनगरप्रतिबुनुपररराषद्रधर्मतेरेसायार.उपापाजंउधर्म नेपामंडीनोखायार सपतिप्राचीनुसनोमायारपागागापर्म देगरधर्मगरछस्यार.एस-संपवर्मतयतुरचिपिसंघतेएनोधर्मसुं सुतपर्नतेनायारंगाघेहासांगीनोधर्मउरगतीपातांनएीमाएगीनघरे तेलगीधर्मत्यागारीधर्मतपयमावृतस्मात्तेपास्तिसयाही जोस्वलापपर्मः मेघादी कृत्यीयार प्रतिमा,गठाप्रभुनपुन्याते सर्वसधर्मरीतमध्येनेमारे पम्पीय वयसायउयोपदार्यश्रुतधर्मश्रधाईप घरभनहीं मेयारीत्रनीउरणीपपराधर्मनहीं थारीत्रेधर्ममनुष्टानपाला वीरतीप,नेतोडेवतानेछेनहीं मनेशूतधर्मनोअधारपाछेउर्तिव्य नहीं, मनेशूनधर्ममध्येहचावी हाथीयार प्रतिभागणवृक्ष,वारी पुरवा उह्यानथीलेसुतपर्ममध्येमेहबाजोमपुरयाउपाहोलो मनुष्य रानी आवडेभन पुन्परिश्रुतयारीत्रापर्मनास्वाभीतोमनुष्यछतेतोपुता नपी.नयासुरीयालश्रीभाहापीरस्वापीपाजाव्योतीहोमपाए, Page #125 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( १०१. ) परुन जानाथरीप्रतिभापुलतीममाहावीरनेपुल्याडीमनीम तिमासागपउएछे घुवंदानराजिएायराांतीपारेसाक्षातग्निवरमेघुपतिमीपोनहीड तेउहोतीपारेउँहीस्पना पहीलाथी सेपपता मान्यातेरोमाइपोपुल्यो,टयो वरसायो, पुप्योरजेटलारामडीया छेतेपत्तरस्नीइंतोमज्युछेनेभाउलोसोध्यो,परस्सतडयो धुपए रीन्नेलो दोवंसुरामीगमनजोगं करेहरुलाटेषताने जापधान्लेग्परो. भयो परामन थीउत्युंजेलगवंतजेरहीवान्नेग्यउरोजेयपर प्रस्नोत्तरे उरीजेउसुरीयालनो प्रस्नज्यो. _____२२ चीघ्रामरानी पुत्तलीजोषाधी रागनुपजेतेमप्रमाथीवेरागनपजे हीस्याघरमीउछने सविडालीगाठभेजध्यसनेउदोछेने. चित्तभिर्तिननिझाए ॥नारीवासुअसंकियं भरपरंपिव दठुरां ।। दिठिप डीसमाहरे॥५५॥ अर्थ:-थी.लितेमालेजीस्त्रीन्यपने नन्नेण्ये नहीनोन्नासयेतनीस्त्रीने, वालवधारो.सुजसंगरपहीरीवेसेउरी सहीतस्वीनेडीमन्नर्थसही नरेद्रष्टे.लसुर्यने जनभाजीने. ही. माजीने.प.पाछीवालेतीभस्त्रीयीघ्रष्टीपाछीयावं. __ जेपथामांमउत्थुनेलीतयीत्रीमस्त्रीतेन्मेवेनहींगभरागणप तेमाटेरुवेतमपुतलीघोटेरागर्गपनेतीमप्रतिमाघीडेवैरागीपनेते माटेप्रतिमाहनीछेतेनोगत्तरप्रस्नव्या-रामध्ये पायमेसंबर हारेतोप्रतिमारजनेषुत्रीजहुन् पीनी पीते पाह. विनिपं चरषुइदिए रंग पासिय रूपाणि मगुन्न भडकाई सञ्चित्ताचिन मीमगाइं करेपो थप चिनकम्मे सेपकम्मे सेलय दंतकमेय पंचहिवरोहिं अरोग सं गण संठियाइचीए गयिम वेटिम पूरिम संघाइ मणिमलाई बहु विहागिय अहियं नयरा मरा मुहकराई वराखंडे पञ्चएय गामागर नगरागियरपुडीय पुष्करिणी वाषी दीहीय गुंजाप्तिय सरसरपनिय सागर विषवितिय पाइय नदी सर तलाग वप्पिरा फुष्प्प ल फ जम परिमंडियाभिरामे अरोग सनुराग मिहुरा विचारते. मंडव . विविह भवरातोरा चेश्यः पिभासिये पुन्च कर तब प्पभाष सोहंगा Page #126 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संपनते नड नट्टग जस्स मस्स मुठिय वेखबग कहक पावक लास ग आइरव संरव मंख तुराइल तुंबवीशिय तासायरं पगरणागि य बहुति सुकरणाशि अरोसुय एचमाइएसुय रुवेसु मन्नभद्द एसुनतेसु समरोरा सजियध्वं नरजियव्वं नगझियव्यं नमुझियव्वं एविणिग्धाय माषजियष्यं नसुभियचं नतुसियव्यं नहसियचं नस इंच मइंच तथ क्रुजा॥अर्थजीतीलमायनानुस्वईपन्यन्यजुट्टी येऽरीपाजीने इ. पउलेवांछेपामभनोज्ञालख्याएजारीसमयीत. खजयीत.मीभीश्रतेप्याप पोटीयानेबीजेपतयाऊपष्टना पो.वस्त्रने वीजेउपवस्त्रनाइपरन्यी यात्रामपा उसेमारीनोइपहा.सेपाजाएगनाइपर यतनाईपपं पायवर्णेउरीममनेस्सहीत.सं. संडारोमाजरे.सं. सहीतगामालानेगुंथीनेनीपायावेचीटीहिवतापपुलरीनीपन्नच्यो पीतलनीप्रतिभा संग्जनेम्वाउडेनीपज्मव्यापयदिउँसभालापतः जेममाला.ज.पएराप्रारना.माजत्यंत नन्नवरान.ममनने.सु. सुजनापब्यवहाराइपचा वनजंडवनजंगटषध पपर्वत. गाः गाम १५रमान्जागर.१५ न.नगर. जुनलाअयपुउभससहीत वारसीवाव.पत्वा-योजुएीवाकपघेखाजी वावरूगुवांरीनीरी.रा. सासरोवररने जेसरोवर भाहीयीजीने सरोवरे पापीष्मयजेरुवी पंज्तिरउता.समुरकाजी धातुजएवानीपध्यतिरपाजारपुन, नपरण्साजराजएयातषाचारटताजएपातलावारस्यउयारावि उस्यापिनीलोत्पलं पजीन्नपसमझतेोडरीपामंडीतजसोहाम पाल्सनारमाश्रयशेजाजनेउन्स.पंजीनागसमुहलेहनाभीस्त्री पुरेषन्यन्ने लातेरोजरी,वी,व्याज्याछेतेरो.भमाऽवा.उपची नानाप्रज रामनवनघर. उरतोत्तोरए.उउये प्रतिमा-उत्त्यी वस्त्राधान्य बिल्लूपाऊसहीत.उ.पुर लघेऊ.सीपांततपप्पानेहनामालावे उरी सोसोलागेसासहीत.नन्नय्या नानयावहारलालसामा भताभुःभुडीकेचेखनउ उउपक-पप्पयरवालासमा राज्या तवं.संजाम भजन्तु पातुंतुंजनीविएपन्तात्तापायरनेट Page #127 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( १.३ ) सानी-पाउरबांया वतीन.पा.सु.३ऊर्भमरजेथीजनेने माघीने इ.पनेवीभमनोज्ञालल्याएकारी नन्तरपनेयीजे. स.साघुयेनिस संबंधनस्रवोपन रागन घरको नयाधुनहीं उन. मोहघरचोनहीं. नव्याघातजंतराप.नसानरचोप नसोलमऊरयो. नसंतोषनपामयोन हसनहीं व संसारयो भन्चीयारोत्तछुनहरे, अपाटमध्येभयो,जेटलापघार्थनेवांनहीं पुग्नेयाहोयेतेसला रयापीएनहीं,तेमध्ये पैत्यलेप्रतिमामने ध्वसतेोहरांदेपरलेखांड ह्यांतोप्रतिमानेयांची रीहारहीरनेटलीयस्तुन्नतांडरमजयनोगराउ योजनेमीनीपुतलीघटेरागणपनतेतोसुत्रमापाहजेपराप्रतिमा रागपिनोतयाणपनेनेवोसुबपाहोजागेमनेपुतलीलानोहोसप्रति भारेरायोततोरहीरेनहीं स्यामारेले पुतलीघटेरागपिले जेतोजनंतराल नोयाललवनोछे.मोहनीर्भयालानेशगरिपोजेणेद्यलायछेमनेवे रागपिनचातेतोसपूर्ववातछे.जयोपसमलाचहोचतोधर्मशुद्धिपीपले मंवस्तुपरैराग्यप्पिनेमाश्तांप्रत्येरुजुधीथयारेहनेजाइय सरजीज्ञानपन्यो.सन्मसीधोनेभारेजबजायगररानेवायो नयी.लरयेशरेशानीसोलवेनबोंयोनी जयोपसमन्नेगना हायसराइनीज्ञानपने पीराजाहयकाराचंनीऊनहीं तेभाटेप्रति माहेलीओर्थषुभ्यो,ज्ञानपाभ्योसनमसीयोशातसुत्रमान्यायाहीनथी. २७ देहेरा, प्रतिमा करे मंदबुधीया दक्षीगीदसना नारकी याय. . कोस्याघरमीउकोरा,प्रतिमाउरावेलरावेपुल्येजारमोचलोडेन्मय तेवातसुप्रपिछलगवंतरान्नश्रेणीने त्यारोलमध्ये गर्यरेतोतुमेनररेनन्नयःमतीशाप लेंसानमारपीलासाधुनेछ नटेके, पुराीयोश्रावसामाया तुमनेजापतुंनोहरसीभाभपयभागारे, तो, जरनन्नयजेमज्यामध्येउछे पीपहरां प्रतिभाराव्योप्रतिमा पुन्याचसोउमध्येन्नयनारीरसमजेडीमनग्युरेरनेमतोओपीऊह पाधीउनेपानारडीरालयीसहीसहती पराजे मध्येलामघोनहीं. • “यसीप्रस्नव्याउरएराप्रथिममा श्राबहारेउयुजेंटलेसप्रथवीना Page #128 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( १ . , खारनउरतोमंजुधीहीयेनेलक्षीराधसीनीनारडीजेन्मयतेपाल इमेहिं विधिहेहि काररोहिं किंते करिमरा १ पोरपरिली २ वापि ३ चप्पिा ४ कुव५ सर ६ नलाग ७ चिनि - वेति ९ रखोइ १० आराम ११ विहार १२ थुभ१३ पागार १४ दारं १५ गोपुर १६ अद्यालग १५ चरिय १- सेतु १९ संकम्म २० पामाय२१ विकप्प२२ भषरा २३ पर २४ सरा२५ खेए२५ श्रावण २७ चेइय२८ देवकुल २९ चित्तसभा ३० पया ३१ अायतका ३२ वसह ३३ भूमिघर ३४ मंडपापकए ३५ भायरा ३६ भंडो ३७ वकररास्स ३८ विविहस्सय अठार पुढर्षि हिंसंति मंदबुधिया. अर्थतन्हीसुते.वी.नानामगरनेशसरण उरीने नेहरोछे.जीओगतेउररोछेजेरजेऽचानेज उरसाधी सर्वपपर्यजोलमध्येस्रावेलेमेलनाजेशाहारीरिजेत्राबाहारै रहपापृथिव्याघउत्रसम्याउलोबमाघीउनेजर्थनमध्येजाज नार्यमतीनासर्रमाव्याजेभसघलेहामेटोलवीयारपाराहार उरायाहाररन्जनुमोनारउनएजुरयाउनउरवालोजोलजये समेसेपिामउनेत्ररार्थनाधीभंजुधीया(महाषुधीनांपली) उत्पाजंतरंगरतीयायतयायापर्युबेलतुंन्मएतेभारेजेभसामे मेचीयारउरयार पाणेजुशी भलसहीतरघाबासीउभससहीनउ. वजेत्राष्उिनास्याराभापासज राजऐगलासरोवर पु.ताजएयात लावण्यी वृतज्नीधरतीजणवीट वेपिडाओरगरूजोत्नरगमीणा पन्यवतीमावारीपपिडीगनाथान तयाजोधापीउनाथान पर थुःमृतनापगसांपाउपागलपघाजारणपपगोणोलमाटरपु. जगणीपबाहरण्यगरुनगरयल्योटापनोमार्गस्सेि पान पसंगितरयानोमार्गतचापापीयांरपा यन्ननाभंधीररारी घरनालेतरलत्योसाडाघर रउपसामान्यघरासतपानापररप सेपर्वतापरघर.रएमाहारर छोपाध्यायेत्प्रववृत्तोये प्रतिमा. रदोसीजरजंघमासाहरांरस्यीयीत्रामरानीसला उम्पर्षण खारेवनाथाना रचन्तापसानाधान उठल शिंउमंगृहला Page #129 -------------------------------------------------------------------------- ________________ (१०५ ) . गलमांडवोरजेपुर्वोत्तसर्ववस्तुनेन उपतयारसीला धातुनाला नन.उपल्भार्टीनापात्राउणीघरवजराजसमुसबाटीनेजये. जे उनोसनोनये उत्तयाविनेमवीवीघसरनेत्यवतीजाजने प्रमरनेमथे..पुढचीननेही हो.मं.माहीजुपीनाथगी. पाठ मध्ये हरां प्रतिमा,उरावतेपराखामहशुद्धियाउह्यान्समदृष्टीपणा जेटलामाहीलाउरखामसमरेङस्यायनासीधापरातेजारन. नेअनुमोत्तानथी संसारहेतुन्नरोछे,तेरोउरीनेभाजुद्धियानयी-निमलजुद्धिछमनेघमनेजरयेतोसमदृष्टीमारमननउरेनेसारंल माधभन्नगतोसमदृष्टीपोतन्नयतथागारलमांधर्मन्नरोतोसाधु नेलाधारमीनाहारजनापेमोख्यत्वेयाती)माएीपरानयीलाप तातेमाटेमंजुडिनयी,जनेहरां प्रतिभा,तोपहीलांजारांघीश्रा चलराव्यामहीं,तोजीनसानेडराये? बषीहीस्यापरभीरहेस्येमंजुडियामायेठीहेच सह्यातेलया . पायभेजाअषद्वारेदेवतानायैयपरीग्रहमध्येऽह्यातेसथापायमेसंबर छारेपी वसन्यानीजेच्यातेजेत्ररोहामेष्टेछुराधेसिभा,जन्यध्वना न्नराधापराग्निप्रतिमान हरांनहीं स्यामारेक्षेत्राममेहेवालयां छतेमाटेजजेमिमाहेहरानेतोसीवायतनम्त्याशेजोसीमारेरघपोछेन्तेपित्तरशाताजच्यायनजीनेनागपरेमक्षाघर मूतपरयेस मएराधरे,सोपतानाघरहनेघरउद्याछत्तीमद्रुपतीनादेहरानेपालि एपरेगनमोणेत्तीछापतनजीउयोतीरनाझराने सीडायतन उहेस्येतेनथीयारेसीडायतन, रेचकुस,ध्यालय सर्वरहीयानान घरउहीजे.पहाटेच सजनेसीहायतननोयोनउरेतेभुर्जीपणपरमा जेउलग्निनारेहरातेसीयतनजनेजन्यदेवतानारुराने वसुलउड़ीस्यतोऽपटीनेजधीसरेन्निघरहीनयोछेसीहायतन नयीउयोजेजेपीजेप्रतिमापुछतजन्यचनीग्रसेन्तपियारीनेन्ने. २१ साधुप्रतिमानी घयावंच करे कहेले. तेनोनुत्तर. हीस्यापरमी हे छेप्रमच्या रात्रीनसंवारद्वारमाउत्युंने साघुपतिमालीपपर्षियः Page #130 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( १०५ ) उरे.जेवातसुत्रपि रडारेछे.त्रीन्नसंवर द्वारनोपाठ. अहे केरीसए पुगाइ अाराहए वय मीरां जेसे उवही भत पारा संगहरादारा कुशले अचंतबास १ दुव्बल २ गासांन ३ वुद्ध ४ रवमगे ५ पबत्ति ६ व्याय रिय ७ उवझाय ८ सेहे ९ साहम्मीए १० तवस्सी ११ कुल १२ गरा १३ संघ १४ चेइयडेय निजरठी वेयावच्चं आणिसिप दसविहं ब हुविहं करेति.मयः माहवेप्रस्न:महत्तनसागेसनेवृतजारापेते उहेर्छ उहयोसाघुपु.वलीसबारेमामाराधेवव्रतान्नेत्रीब्नने. नेले.सेन्तेसाघु.प.वस्त्राघिलनातजने पापापीयानेपरने.संनि वैषीलेवाने घागुधीरनेवानेविषेतगयोतेनारापेजसायरा पिलोजालीटीक्षेपुजलोरगाजीरापऽयाउ.बु.गरजमा संजमाघमनोजर प.सीजनेप्रवरतावे पुजा-गएराधोप.जि.पाध्या यसुत्रपाठीसेनयाधिक्षितष्साउसरेजीसमायारीसाधर्मि पर तत्वोचण्डीमोगीसंघाणेर-गगए संघाउ.सं.संघसमुघय नेयार तीर्थसर्वसाधुनोकिये ज्ञाननोजर्थिसाघुजी निरानोमर्थि साधु-वेचेयाययनेरेजानेवारहितहोयतीमहाशमारेमाचार्या हीसांधनीज,जसन पाएगीन्नवजोषपश्यावयाउरे -जेपामध्येतोऽमस्युलेबोसाघुत्रीन्नेबननाराधेतेउछे:प्रति तसरीग्रहस्थनांघरथीपाध्यमात पापीछेत्रएावस्तुजाएरीनेजाल, दुर्घखाधेयरब्बतनासाघुनेजापै.तेसापुत्रीनव्रतनेनारायजेस मारनीयेयावंयस्यानेगलेउरे चेइयठ जाननेअधानिजरठेरनिनरानेजरथैरजेजेन्नतनासनेजरपैयणनेशनीवधापयरे. जेशुद्धसरयनराबो. इसवीहरहतेमएंगशभेहरोते पाठ. इस बिहे यावचे पनने तंजहा आगरिय वे. १ उवझाय वे० २ थेर चे०३ तवसी य ०४ गीखानवे ५ सेहवे.६ साहम्मी वे०७ कुल ८ गणवे. ९ संघ वे०१० अर्यः स.वि.प्रशरेवेन्यादयते पायोछे. तंते उहे.मा.माथार्यनो केजगपाध्यायनो वेरथे थीयरनो.3 त.तपसीना गीभषाठी.यानोपसे.नवाशीध्यनो पुस्तासापर्मिउनो Page #131 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( १०७) कुकुसतेनेऽगुरैनोपरीवार. जेङगएणते घागुरानोतथासंघाडानासा धुनोत्.ग.गए. गछनोट-सं, साधुसाधवीना संघनो १०. से हसनोपया वयरे हांप्रतिमानीवेयाचन्यडवानो नामन थी, वली लगवतीसत जार मेसेजीने जेही न घ्शले हेवेयावचड़ी, तीहां प्रतिमानोनाम पानयी वसीीववार्यसुत्रेघ्शमारनीनेही वेयाययी, पराप्रति मानीवेयावयनुकामीनन थी वसीव्यवहारसुत्रमाहस प्रकारनीवयाक्य कुहीतेपएाजेहीन्नहसलेघ्तीहांपए प्रतिमानीवेयावयनुंनामनथी. सुत्रमा प्रतिमानानामनथी, तो प्रस्नव्याकरणामांप्रतिमानीवेयावंगडीहाथीरजा वीरजने बहुवीहं राज्हङह्यो, तेजेरलामारेने यारसुत्रेघ्शघ्शले बेयावयही जनेर्यहांहले उह्याते भारेजहुवीहंडी तयासी हैजगगारे रेवतीनाघरथड़ी जी रापाजीसाप्पो, श्रील गवंतनेतथागएगीगएपावछेङनीव्यवहारसुत्रमांवेयावयहीते जायार्यराजयडीनुहारीहछे, तेमारेखणीनाममांसेनामनखाव्या. तीवारे जहुबीऽह्यो.तेमासर्वसाव्या हवेनीवेयावंयस्पायडी कुरेते पूर्वेत्रमाछेने से उबही भक्त पाए संगहादारा कुमसे सोपष्य,लात,पाएरीपेङीयनीवेयावयते वेलुखोडेजेीप ध्य, लात, पाणी प्रतिमानस्येामजावेतनजातीनथी, पाणीपीतीन थी, उपध्यरजोढती, पेरती, जीछावतीनथी. ही प्रतिमानीसीयावं उरेतेवीयारीलेले. २५ नंदीसुत्रमां सर्व सुमनो नोंध तथा प्रकरएाना पीरुद्ध. हींसा धरमी छेनमे तो सुत्र योगं मानोछोकने मध्ये प्रतिमाघवची, लरात्री, पुन वी,प्रतीष्टाची,संघाढवोवीगेरे जेह वांडाडीपे साल थायतेजधीश रनायंधछेते तुमेन धीमानता, प्रतिमानाजषीसर मारे. जे मछेते वीत्तर.नंघायारएण, वीद्यायारए। सुरीयाल र बी ने पोसीयो ऊ ग्रुपही येयनीचेयाच्यरेप, योगीराजतीरायपुसणंह संजड, जर्मरेंद्र नस्यजलीङम्मा १० सेटले डामे तये प्रतिमा ठरावोछो. तेसुत्र Page #132 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवतीरायपसेगी, रिवानीगम,झाता प्रस्नव्यारासम्बायंग,पपास गाणिवाई सेसुत्रतोसमेमानीनेडीजेप्रतिमानीजोर मुज्यातोनथी. मेगाततमेजोरीही प्रतिमामाटेसुत्रथोडांभानेले पराजेभछेनेनंहीसु मानेनेसीद्धांतनानाभउह्यातेरहेछ.तेमांप्रथम उसीउसुत्रास नाम.सवीजसीरप्पयाप्पीय,युसउपसुयं,महारप्पसुर्य,जयवाई, रायप्रसेपीलिवानीगम पन्नवगा, महापन्नवरापमायपमायंनंघ, मनुब्नेगहार टेरेसवातंपुषवैयालीया,पंद्रपिल्यासुरसन्नंति,पोर सीमंस,भऽसप्रस,विनयारापिएपीछीय,गएीचीन, भागरिलत्ति, भरगविलती,मायावसाहीयैरागसुय,संजए, व्यवहारउपयर पिही, खापरपयजामहापयजाएग. हवेशी सुचनाउना.पीत्रा ध्ययनमासुतजपावृत्तिउत्प,व्यवहार निसीयामाहानिसीय रेजीलानीत,जहीपपनंती, हीपसागरपन्नती,यंपन्नतीजुडीयाविमाएप विलंती महतीयाविभाएपरिलत्ति,जंगयुसीयावंगयुतीया,बिया युलीयासपोरवाळवदेशोचवाईगुलोरवा परोपवा,ये समगोषवार्ड,चेरघरोचचार्य, देवीघोषचार्य, पिएामुयं समुहाएर सुर्य, नागमरीयारीया,निरयावलीया, उम्पीयाउप्परेऽसहयापुरी यापुश्युतीया,वन्हीसा जेवंसाहारमावस्यरजेडसठनेणारे जंगजेबोहोतेर तथातोहातेरसुत्रनानाभनंहीसुत्रमाउह्याछे. तेमाहिथीवीणेशयातेतोगयारुमगानेसमयसुत्रजत्रीसतेतो. समेभानीखेजमे.तेणेपरांतहींसापरमीञानपीसताटीसमागम भानेछनेत्रीसथीतेरजघीशंभानेछ.तेमध्येोषघ्युशोतंदुरुषेया लीया,गीएवीन्नाभररावित्लन्तिजाणरपयनारामाहानीसीय माहापयजाए,संहपीनामाम्नानामलोनीसुननांछपराजेग्रंय मुषगांनथीते भन्ने मुलगाहोचेलोजागार्यनाडीपाडीभरायमा यायनान्नेऽयातेमाटे पछेन्मेडाएगानगन्नतीभद्दाइसांगीलगवंतगराधरनीधीयतेमांओमायार्या मेथुनामोर्यसीहातमान थी.तेभारेजेजा ग्रंथनानाभतोमुसंगार मां,पएराग्रंथमायायेने Page #133 -------------------------------------------------------------------------- ________________ (१०८) ऽयाछेतीममाहानसीपनामतोमागलोछे पगम्याडेजात्यायेमलीने जाध्योछेसेजसुत्रतेरमाहीलारह्यातेरोरारजानामास्यरिसराप मतपर्ण,संथारपनोतरुप पीउनियुडित. • जेपायनयमतोमुससुवांसोजमात्र परानयी तोतेहनेसुन्नपीनेम प्रभागरीने जेपीसतातीसवटीमाहासुहीरालायना यारानावनातेयनीस जाएंजासीविसलायनाटीडीवीसलावनासेपाय बनानामन्यवहारसुत्रमाणे. जेपामनेण्पुसामलीऊययावसीहाएंगहसभेठहोत्ससुयनालामत्यातेर्म विपाशाततोविपासुऋषिपासगशापासगजंगभांजाव्युंरगतमासातेजा ठमोमगमपुत्तरोपवासातेनवमोजंगनव्याउहाशातेशमोजंगमाया र साते सासुतपाजंघसा-रोगंधीसा, 3 - 'हीर्घसारसंबीयसानेयारनानामतयाग्रंथसप्रसिद्धले. नेवण्यासीनामनोसुत्रमानामसाजपाभीजीने.सर्वासेयोरासीरहे छेपरात्रेवीसनामतोलामतांनधी तेमाहीथीने पुर्व सागापरस्त. होतेटसानोप्रमाणे.सेजनातीपातेमेअंतसुद्धनही.सुद्धासुद्धमीश्रोतेसीद्धांतसरजारीरीमभनायेरतीचारहींसाघरभी लेने सामाचार्यनााग्रंथनेसीहातउरीनभानोतोहसविासी सुत्र सीयंलवार्यनीजीपीसीमभानोछोशुत्रगोणे सीयंभव गराहरा जीरापडीमा दंसरोण पडीचुधाओपाय मारे ययो.तेजतरासरि सीउत्तोलगवंत यानीछे.नंधीसुत्रमांसाजछेनेपायमेारेथ होये तोनंधीसुत्रयोथामारानो तेभानामपहीसांथीमधलायरवस्तीही स्याधरमीरहेछेले पन्नवएगातोपाठ रउभेसामाचार्यथयातेरी छेलेपएन्नुमेहेछन्नेवीशभेपास्यहोवेतोलगपतीलगवंतने गोतमनीरीतेमापन्नवणानात्रीशपनीललाभरामीमधीपीएनेप छेथीछेतोनीसुत्रमायोयेचारेनामीभनोंधाएगोसामायायविस भृतजधीर राठी नेलघुइपुीधीछेपानवोशाखड्नुलसघाल्यो नयी तेभाटेपनवगातोपुर्वलाछे.तथाहीस्या परमीछेमीसुत्राबचायग्नो योनेपराजोरोछे.नंघेसुन्नगरापरतछेनी Page #134 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( ११० ध्यन नीनोनामछेनंधीसुत्रनेधुरेपन्यासगाथाछे,पायमारमारानाजा यायनानामनीजेगाथादृचवायतले परानीसुत्रतोपुर्वस्या तथा लघुसुत्रनीसीयविसाजागगिनीधीछे,तेपराजसत्य रहेछेनंधी सुत्रेनामनसीयनोऽभिपुयायनामानवधारेनेसुमाया येऽर्याछेतेमृजाउछे. - वली गितल्यग्रंथनेछसुत्ररहेछ,तेनुन्यमनसुत्रमासा भानपरानयीतेमापोतानोभतरघानेजेरुवापाहन्नध्याछे,तेरे छे. से भयवं तहारुवं समरां वा माहारा या चेइ घरेगळेजा हंता गोयमा दिने २ गते जासे भयवं जठ दिने नगजा तन पायजित ह वेजा भयवं किं पायबित्तं हवेजा गोयमा पमायं पडुच्च तहारुवं स मणं वा माहाणं वा जो जिराघरं न गजा अहवा दुवाल समंपाय वितं उवर्सजा से भवयं समयो वासगस्स पोसहसालाए पोसहिए पासह बंभयारी किं जराहररं गजा हंता गोयमा गडेजा से भय के राठेशं गडेजा गोयमा नारा दसरा ठयाये गडेजा जे केइ पोसहसाला ए पोसह भयारी जो जिराहरे न गजातो पायतिं हवेजा गोयमा जहा साहु नहा भाणियवं उढ़े अहवा दुवासा समं पायरितं उचदंसे जा ॥ सहचाऽस्पीतपाइन्नेपाछे,श्रावधमाश्रीलगवंततपासाघुने चाहीनसज्योतोतेहनोपश्चात्तापरे,पीणप्रायच्छीततोओर्यसुत्रमास्त्यो नवीन्तथा वृत्तिस्य,व्यवहार, निसीथमायारंगमांसाधुनामायार जाएयातथाप्रायरशीतनीवीपीयुवरणवीतीहांडेहेरेनगयानोतोप्राप रछीलसुत्रेयोनथीलोलतमुस्पप्रकरणनेडीनेनेमाघाल्यो तपाभार यस्छीतपघुमासागुइभास,सपुयोमासी,गुयोमासीपघुछभासी रज्भासी,नेहवेनामेप्रायरछीतनीसंताांधीछेपारधारोपपास, हमहम, जाजराजेशसएायोखो,पयोपोह्योनयी,परासुत्रसी तीनामनरामीच्या दृष्टीनवापाठन्ने परापिघज्यायगर नरहे.तथा जलव्यपग्रंपलयामध्येहरीलासुरीहतारोथणसेंग्यभारीस जोधभनिने संत्रनेनेगेहोभ्यानेहवाट्यावंतभारुव्रतनावगीतेहनोरी Page #135 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पोछेतेरहेछे. जेह अभव्य जिवेही॥ नफासीया एवमाइया ॥ भावारं दमणुत्तरसुरं॥ सितायनरनार दतंच॥१॥ केवली गाहर हथे॥ पवजातिथवबरंदारां ॥ पवयसूरी सुरनं॥लोगतिय देव सामित्॥ २॥नयात्तिसग सुरतं ॥ परमहिम्मिय जुगल मणुपत्तं । संभिन्नसोति तहा। पन्चधराहारपुषायत्तं ।। ३।। मइजागा इंसुषद्धी। सुपत्तदारा समाहि मरणंच॥ चारादुगमधुसिप्पिय ॥ रवीरासवारखीरा ठागतं ॥ ४॥ति थयर तिथपडीमा॥ नपरी भोगाइ काररो॥ विपुगो पुढवाईय भाव मियं ॥ अभव जीवेही नहुपत्तं ॥ ५॥ चनदस रयरात्तपी॥नपत्तं पुशोपि विमारा सामीत्तं॥ समत्तनारा संयम ॥ तवाई भावन भाव दुग्गे॥६॥ अणुभव जूत्ता भत्ति॥ जिलारा साहम्मियारावाछसं॥ नपसाहेति अ भाचो। संवेग तनसुपखं ॥७॥ जिरा जराशी जाया। जिराज रवादीचगा जूग्मप्पहागा ॥ आयरीय पयाई दसगं ॥ परमथ गुरा ढमपन॥ अणुबंध हेनु २ सरुवा ३ ॥ तथ अहिंसा तिहां जिणु ठिा॥ दव्वेराय भावराय ॥ दुहावी तेसिंन संपत्ता ॥९॥ इति अभव्यकुसक॥ जेभाऊत्युंजे जलव्यवझेटसावानानपामेतेमांणीपसमजायलाच संजंधीतोवस्तुनपाने,नेप्यत्लावासुत्रवस्तुत्तोपाभेनारपणो परमा घाभी,न्नुगसीयो,तीर्थऽश्नीप्रतिभागालोगभानावेपृथ्वी, पारशिवनस्प. तीतेभयपिटरतानमा,चीमाननाघएगीमा,सासनवता,सासनदेवी, शेचीसल्झयोवीसन्दरीजलव्यवसेटसावानानपामेउयुमने सीहातमातोजेसर्व वस्तुमालन्याजव्य नववन्न पुवा असई अदुवा अरांतरचुलो उताणपनाछे.अतीतजसेवारंवारनिश्प्रेसनंतीमनं तीवार तोले मुससीद्धांत थरीनभलेखेवाप्रपाब्लेड्यातेहयंयनेसीद्धान उरीमभनायोचलीहसाघमिरहेछे. सुतंगराहाररइयंतहेवा पत्ते यदुद्धिरइयंच ।। सुकेवलणारइयं । अभिन्नदसपुविणारइयंः गएघर प्रत्येषुद्धी, पि, पउ. परपुर्वि जेसातनोउयोते चयनसुत्रहीये.जेवाततोडीउछेतेभाटेपुर्रयार्य पुर्वधरहतातेहना लेडया ग्रंथप्रमानवातेनोत्तरःहींसाघरभीपुर्चधारीमायार्यचो . Page #136 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( ११२ ) तोस्रोद्दोषीञ छेखनेपछीतोविनापुर्वधारीनाम्धिार्थयनेपलसुत्रकुरी प्रमाणमाने छेते डीमकुर्भग्रंथ, ही वाली हल्प, सेयंन्त्रमाहातम, चीवेऽविषा सालरथैसरवृत्ति, भेगशास्त्र त्याहिग्रंथवीना पुर्वधारी नाडीघांपा मानेछे.ग्रजनेपुर्वधारीनाड़ीघांग्रंथ प्रमाएानेवातसत्यछे, पाडेवसीनीने श्रयेऽरीडीघांहोचेजपयोगसहीत पोमुषसुत्र थडीयोजवाहनपतेत्र माएाछेसीद्धांतगण धरनाडीघांछे लगवंतनीनी श्राययेडीययाते माही सोहनहीं, जनेयेडामायामसंदेह पज्यात्यांतत्वनुंडे यती गम्यत्युं तेभिन्नान्नेनेटरीनचीन्हेडीछे लगवंतने सन्मुजनथीनेडाली.स नेरापुर्वधरनाचयन पासंडासहीत होवे, सत्यासत्य होवेछ स्थैपणाभाटेछदृमस्येपुर्वधर जागम व्यवहारी पालाषां युद्धेछेतेसाज सुत्र यसरी उहे छे. १. श्री तीर्थकुरष्टेचछदृमस्थहोचेत्यासंगे सुत्रपश्येनही. डेवलपम्याउंडे परपे. छहभस्थपणामांतीर्थकुर ने पागल होवे परमननान्यारव यमना, नेपीहारी कुतेभारे असत्यनात्मयथडीसूत्रपरपेनही. २. श्री नेमनाथस्वामीचे श्री कृष्णानागते सोमब्राह्मणनोनामन यो दृष्यने द्वेषीपले तेमारे; जे हवोऽवसीनो मार्गळी एगो छेजने धर्म गोजरजाथार्यपुर्व पाहता ; वेशेनागेसरीने हेसाबी, नंघवी, दुजीकुरी. जे छहमस्येपणानी लूस. 3. सुमंगलासाधुजवपनाएसीसागभव्यवहारीतेयार घोडा, रथ, सारथी नेवीभसपाहूनराम्रोछनेजालरी. जने लगवंतनाभुजजागलेगोसा सेवेसाधुजा पालगवंते खरी मात्र द्वेषनस्य सुमंगलारागार नेछहभस्थपानी लुसोर्यद्देशे सुमंगल साधुने प्रायय्छीतडी मनत्यो तेत्तरा प्रायणीततो जेवंता भुनीने पानी त्यो पाखेामप्रायछीतनुंजई डेमनुभोदृचानुंतेवीयारो. ४. जेसीकुमारयी नाणी, यजीदृपुर्वितेो, प्रोसीराब्जनेन्द्र मुर्प,तुछडपो, नलापाखोल्याग्जे छहभस्थपणा नीलुल पगोतमस्वामीभृणालोडीयाने हे जवागया, जेछ भक्तपणानो Page #137 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( ११3 , रछरत्नावले हमस्यपगानील्नुष. - पु. वतीगोतमस्यामीमेरजन्यनिर्थिनीप्रसंसातयापरीयय:श्वाना समदृष्टीने तोपयोजाएगउराव्यांकृतांजनेपोतेजपनेसामाण्याच्या नोजमुमोद्योजेण्टमस्थपणानीनुष. -७. लगवतीसतपथीसमेपुर्वधर पाय, उसीसतथानीयंहायरी पवाध्यायजेछभस्थपानीलुसः ८. वसीपुर्वधरमे पगलाषायानानेगया तेजसत्यनेमीश्रमाचा जोलायछेतेष्टमस्थपानीलुष.. पुर्वधरजाशरस्शरीरउरेसंपन्यतेनंशवतीसतम्सोलमही सेनाहारउशरीरनेजयीडर एउह्योछे.तथापन्नवयापहछत्रीसमेजा हारसमुध्यातऽरतापांन्यकीयामागेतेनाधारस्पधीशेरचेतेण्टम स्थपणानीलम. प.पुर्वधरजाहाररारीरीजनंतानीगोमांपामीयजसज्यातानार सीमापाभीमेण्टमस्थपएानीलुष. हिसायरेपुर्वघरेगोसासानेसंगीतारमधोशीष्यथनरयाले मस्थपगाजीलुस.. १५. वसीसवितासीमाऽभेजध्ययनेगाथापभीभाउमुआ यारं पत्तिधरंग दिठिवाय महिजग्गा वइविरवलियनच्चा।। नंतं नुवहसे मुगी समाजायारंगनालगनार पाविवाहप प्रतिष धरणहारीष्टियाहनाजालनारसाधु-वययनेउरी.वी. जलायाने नन्गशीने.तं.तेसाघुने.न.पीहरोनहीं मु.सायु जायारंगत्लगयतीनोन्नप्रष्टीयानोमवयनोमतालुले तोतेहनोहास्यनम्रबोजेटसेमुषपणेलोछे छमस्थपानील समेसाजरीथडीतेभारेपुर्वपरनोवयन ग्रंथ सर्वज्ञसमीपेगराध रनाउह्यातरजोनभनायासने पुर्वघरनेस्त्यो अजिपाजीरासंकासा जीशाइवअहीतघागरेमाला जेहवाउत्यातसत्य परालेन्नएपापपर्थछे वसीलाजीतानेपुराधार्याछोपयोगसहितजोलताग्निसरोजाब Page #138 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उहीजे.बटीस्यापरभीनेहीजेलेलगवंतनिर्याएपछीजेन्नर वरशलगेपुरचनोज्ञानरह्यो पछीपीछेगयो,सीपंगायार्प जत्नय देवसुरी,मल्यागीरीसुरी,हरीलासुरी,मेमोरीमनाराहारच्याए धारीहतारिनेटणानेपुर्घनोज्ञानतोनहत्तोसनेतेहनान्नेऽयावृत्ति भुजजनेऽग्रंथछेतेसीयंतजरोजीमहोवेर येतोसुत्रनाराज नगर्थछे पाहांमुतसुरनोशष्टनहोयेतीहांजालन्नुसभतरस्य नानोघाल्योहोचेतसंगनोहामनरावोल्नुभयणिहमेसतरेसानमेण हेलेनगपतेगोतमनेऽद्योताहरेभाहरेघशाासनीप्रीतीछे. हा थीयव्याप्तुल्ययासुनेहवोमर्थीसभापगमेहेनछपराजष्टाप नमो,लस्यनाराव्याजीजवांघे,नटखुटीरामांघायुतेज्यामुषसुत्र नाशपरेर तीमटीसमांजनेशग्रंथमालेटसामर्थसीद्धांतडीभी सतावेतप्रमाणपगरीशतयारसनेराग्रंयमानतांसुत्रनोजविघ देतेयजनमागवायसीयतनामजहबीनारीशमानेजरेतान्यो. तेहनोपरगीरोगरवलीरीजनजागमछेमरहेछेतेयातजरीछे, पराभुषशहवेतहनीतोटोराजरी परासीहातमांमुसगारीष्टनहींने टीसमारजीहांथीभाव्योर - वसीमुपसुबतोलगवंतनावारानागराधरनाउाछ नेपछेडापत्र लावेघव्यांछेपरगनरत्यांतेतोशुद्धछे.पराजागतीचारानौरीगोम रहीनयी नेमायार्यनेनवीन्नेऽवीपीतेभाटेलागेरतियुगपुरुत्तीरे नहती,सर्वनवीन पर्षी मायारंगनी, सुगांगनीत्ति सीलांगायाधी,सेजनपजगनी रतिजमव्यदृचसुरेटीधीनंघी अनुन्नेगहारनी वृत्तिमलयालीरीजा यारीपीसविडापीउनीटीजहरीलसुरेसीपी जावस्यग्नीरस्तला आइयेरीधीतोपुर्वशखनीटीसहीतुमारेसाजलरवाडीमनरही । हरेसीद्धांतगापरतयडीसत्याप्रारणामांडेटसापासर्पविइड पोछेतेभानतांसुचनीजसातनायायर्छ,तेडेरराषोलनीयेसजे. १. ठाएंगसुत्रमध्येसनामारयकीनंतकीयाडरी भुस्तिगयाउया. Page #139 -------------------------------------------------------------------------- ________________ (११५ ) . अनेजावस्यऊनीर्युस्तिमध्येत्रीने देवलोकेंगयाङछेडागगनीटीडा मध्येपरात्रीनवसोगयारहेछेनेसुत्रवीडः । २.पियवार्थलगवती पन्नवराभारयुपायसें पनुष्यनीजवरणहशा थोडीपरहोपेसेनसीक्रेतेनेनुगलीयोऽयो सतऽयोयीसमेमनेनाघस्य उनियुक्तिभामरेवासवापायसेंघनुष्यन्ांसीड्ययाउछेवीरक. - उसमवायंगसुत्रमध्येइजलदेवालरथा आहुजस,वाशीसुरी, पायनोसरजोसगिजोयोरासीबाजपुरवनोमुत्रपाठे योजनेजा वसनिथुस्तिमध्येउछेइजलदेवपोतेनवाए{पुत्रलरवीनाजनेलरय नाजापुत्रजेवंजसोवा पितृष्टीअवगाहनानापपीजेरुसमयेसी डातेगावाजवसनियुस्तिनीनीयेमुल्ज.सभो सवस्स सुयाा भरहेराविवजियानवननाभरहस्सवसुया सिद्धा एगंमिसमयंसे हवेइजवरेवनेजाजखसरजामाजानासायडेभसीडाविश्छ. ४ महीनाथस्वामीनेयारीत्रजनेडेबसाल्याराज्ञातासुत्रजाठभेज ध्ययनेपोशशुद्धगीयारसनेघनउगोरखनेमावस्यनियुउितमध्ये भागशरशुजगीयाराधीन ऐजेसुत्रविश्छ. ५. मावस्यनिर्यस्तिमायुंसायुपंयभाहीसलाउरेतोपान्य पुतष्ठा अलमारीलेखाजालवांजनेसानग्रहस्थलसावेतेपराडालनान थीउरतानथीजासत्तां.वृत्तिम्स्पसुत्रमाताजेभउंयुनेसायुउरालउरे त्यारे चासनीळोलीसरीसायुवनमांपरगनाचे दुन्निपदविषतेदभ मया पूनला कायवाा समखिमको अबढ़ अभिनकायचो गाजावस्यनियुज्निपारीठावगीयासमीतनीरांतसांडरपांजेसुत्र विश्व यनपुर्वघरदानहोय. ७.लगवतीमास्युंने पुषनेटसृष्टापुत्रहोवत्तोपृथसाजहोपेपर अधिशनहोवे प्रशामात्नरयनेसवाशे पुत्रउधास्वीरह.. गोसायोनगवंतनोपराधीजेसान्दोमारणहारोपालगवंते. मायोत्तोनहींपराभारवानीजज्ञा पानीधीजनेसास्नीपंगनीरी अतथासंघाचारदीरीडामध्येउखुन. संघाइयागकजाचुनीजा Page #140 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( ११५ ) चकवट्टी सेनं ।। पीपि नमुपीमहप्पा ॥ पतायजडीसंपन्नो ॥यक्रप तिनीसेन्याथुरची, विष्णुमारनीपरेधर्मजपराधीनेमारयोत्तेविड ८. सुत्रमध्येनारसीटेषतानेजसंघीउद्घाछेजनेउरएरामांसंघेरा भानेछेजेसुत्रविरह पनवणातथालगवतीमापायथावरनेरछेउमीथ्यात्वगुपागोर योजनेर्भग्रंथपरोपहेलोजीनेजेजेगुराहाणामानेछेतेविर १. सविडालीउजाइमेजध्ययनेजाचीसमीगाथामांउत्युंन,अर्थ गयमि आइचे । पुरथाय अणुगए ॥ आहारमइयंसव्वं । मासा चिनपथए २८ रंजर्थ-जसाथमेछतेजा-साहित्यरसुर्यपु.पुर्वीस सुर्यजगणगेतररात्रीजेाजासाहाराघउभात्रससर्वभभनेरी पणन प्रार्थनहीं रनेटसेराशयेनहीली नहीराजे रद. उयुंजनेत्तिास्पनीवृत्तिमायुर्णमांसाधुनेरात्रीलोन्नायुंतेपाठ दासी कप्पीया भराई आगायोगे दारगाहा आगाभागेरांयाराइभत्त भुजेजागीसारा काररोग वा अापडी सेवणवा दुल्लभदव्वंटुं तावा१ नुत्तम मठ पडीवन्नो राइभत्तं जेजा पनसकामी गगणुं कंपीया एचा राइभत्तंशुगा सुतथ विसारएवा राइभत्ताणुंनाएसंवेषयो इदानी एकेक स्पहारेस्प विस्तारेरा न्यारव्या क्रीयते जेरात्रीलोल्नउरवोरह्योतेसुत्र विश्ड. तथावृत्तिऽस्पनीयुर्णमध्येसापुनेउसीसशेववाउत्पा.जेममाहानी सीयमध्ये पाउशीलरोवपाउयात्मनेठारामजीले गरोसीलराजरा भारेजापपातउरीभरयोउयोते पाठ दोठगाईअपडी कुठाई पनंते तंजहा वेहानसे गिइपठे. मर्य-यो.जेमरराजागले उहीरोतेडाररासी साधम्राजचानेनीभीतेनीजेप्यानथीतं तेउछेवे जामरानेवीजेण पर्नुतेदेहार्यसतेगसेपासपने भरे गीगंपईसवूछेबेमरानेचीजेते ग्रंघस्पष्टमयवाग्रयनेनेलक्षवान्लेग्यतेस्पष्टपिराधजन्ययहा थीजियघेउनातेमाहीपेसीनेलमहासत्वना धीमरेतेगंपस्पष्टभरणे. लेमाटेउसीलशेववाउयातेसुत्रपिइद्ध Page #141 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - परलगवतीमध्येण्डेनध्ययनेण्डोमारोजेसतांवैत्याढयवरल सर्वपर्वतपीछेलस्येत्युप्रऽररोज्योसेन्नेसास्यत्वेनेसुत्रचीरेद्धः । १७.लगयतीमध्ययनमाठमेणिशेनवभेतमवस्तुनीस्थीतीसंज्याताजपनीही प्रकारह्योसंजेश्वरापारसनापिनी प्रतीमारजाह भायंप्रलयनिग्ननावारानीछेनेभञ्छतेसुत्रविरह १४ जातामध्ययनशोलभपायपाउवेसेत्रंन्नपिपरसंथारारीचा प्र रामांरहेयीसठोडसाघुसायसीछानेसुत्रविड १५.लगवत्तीमध्येलगवंतनेसासनेसातसेंरेयसीसीऽह्या प्रग पंघरोतापसवतीयधार्याग्नेशुची पद्ध १५.सांगयोयगएरोभानुजोत्तरपर्वतेयार फुट उह्या, प्रनासायास तीहांथारसीडायतनभानेछे सुत्रचीइड. . . १७.सुत्रमांसाधुसाधीनेमुख्येखाएयोनाहाराधिनस्पेउयोमा रामांसातजेत्रमांसापुसायचीगणीजेहनेने पनऽढावेतेचिरड. १८.शुत्रमाइन्य हिपपंटरमोटोप्ररशतेरभोउछतेविश्छ.. १८ःशुत्रमध्ये पनजंतरहिपस्थीतरीउद्यान्नरमायार अढापरउरुछ-सुत्रमांकानोनाभपएनयी सुत्रविरद्धः२० पद्यापहजारमेछमस्थमाहारनीजेसभयभीस्थीती हो प्रहररोत्रासमाजगारी भाने.सतसात मेरोटेसेपेरुलेयार. समानीयीयहगतीउही, मारणेपायसमाविग्ररुपिष्टीतेपिइड, २१. सभवायंगमांजायारंगनोमाहापरीज्ञामध्ययननवभोडह्योछे. प्रररोसातमोजेसुत्रविरद्ध, २२.सगवायंगेयोपनमेसभेवायेोपनपत्तमपुष उमाप्रारोग्रेस हमानेछेजेसुत्रपिरहः, - २३.पन्नवएणमान्मभुमिमनुष्यनेसर्वपर्यान्ोजपर्यापोउयो ने प्रामांत्रए,साठीत्रएपर्याभानेतेसुत्रविरड. . २४.लगवतीसतउपडभोसेसमेसवंसवेराबंपइयुलव प्रोसेशेउनोउभरेससनंत्यनषिमागपतीरछेपीजोवेष्टीतल्यो. Page #142 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ૯ ૧૧૪ > सर्वप्रहेसेडर्भोसरजनंताछे. प्रकुरणे जाह इयड प्रोसी देश विधान माने. जे सुत्रविद्ध २५. पीत्राध्ययनरतमेछांया, ताप, सह, अंधार, उद्येतनाचीर सापुघ्गलसीधान जावेऽत्यो. प्रङरोगौतमेसुर्यङीरापरडीडहे.ते. विशेड़ २५.सुत्राणागेजसीळायत्रीसहीछे, प्रकरणे खाशोन्नेयै त्रमासेनवनवट्टीनग्जोलीनासीन्मसुत्रविद्ध २७. जनुन्नेगद्वारेपीछेांजांगुलथांप्रमागुतंगुसहन्नरगुणो यो मेसेजेयार हुन्नरगाणिनो प्रभाब्लेन्नछे, प्रकुरोसोल शेंगा तीनोमानेनेसुत्रवीरज. २८. भगवतीसत सोस मेगरी छठे, डासंग हसमे द्वाणे, श्री माहा वीरनादृसस्वप्नाछदृमस्थपणानी छेली शत्रेही घडे ह्यां. जावस्यडेमथमयोमाशेघगं.उÇतेनाइल वसीउत्पसण्याह्यरोङत्यांउछे,तेचिउड २८- संम्भरजाहरतांसमयमात्रनो प्रभाहनश्यो- तराध्ययनसमे ऽत्युंग्जनेगणीचीन्यप॒र्घनामांङत्युंश्रवण, घनीष्टा, पुनर्वसुखेत्रल नक्षेत्रमांरीक्षान पीडछे. ते गाया. 3 श्रवणे घणीठा पुनर्वसु नकरिजनिस्रमणं जेसुत्रविश्ङ ॐ० वसीयारनक्षेत्रेसोयवरनचोड छे से सुत्रचिङ, फतियाही बिसाहाहि मचाहि भरलीइ वाएएहिं चरखेहिं सोकमाइ वजए. ३१ धपीठाहिं समभिषासाई ॥ सचलोय पुरावसु । एगुरु क सुषा चेइयारांन्च पूयणं. जे पांयनक्षेत्रे गुरनीपुन्नडरवी सेजन क्षेत्रमां नहीं.बेसोङोत्तरपक्षेग्जने घरमपक्षेजेोपन्न छेतोपायनक्षेत्रनंशुं मरणासाग्नेऽखीन्सीद्धांत मध्ये तो गुइ. हेवनी सेवानीयकुरबी उड़ीछे. रोपांमनक्षेत्र ह्यांतेसुत्रविद्ध. ७२. . सुत्रमापासमेजारे छसंघेपा, छसंगानंजुद्दीपपन्नंतीमांड त्यां जनेतं दुसयासी यापनाभांपाठछे. जे सुत्रविद्धमासीय असोपुब्विं मयुपाए। डविहे संघ यो तंजहा वजरीसह संघयले Page #143 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( ११८ ) जावसेवठ संघयरो संपइरसु आना सोमणुयाएं बेयरसंघयो वठइ. ३३ अासीय' मणुयारां छवि हे संगरो तंजहा समयरंसे जावहुंडे संपइषषु अानसोमाशु याए। हुंड संहारो वठइं. ३४.लगव तीसतउमाठमेरोटेसेशमेशारापनाअघीसरेभायपउनेणत्कृष्टापार मर उत्था जनसंघपीनयएईमामांत्रएरलषी उदाजेसुत्रपिर मेयंघवीन्यपर्यन्यनीगाया. आराहणो चनतासम्म । कानुरासुधिहोकायं उकोसं तिविभवे ॥ गंतुरासाभि जिनिवारा। उप.सुत्रमा मुवनेयउचर्तिपणापतृष्टोजेवार पामतोम्योजनेभाहापयजारापर्ण नानीयोसम्मीगाथाभांजनंतदारयज्यतिथयोध्मयोजेपुत्र .. विभाहापयजारापनानीगाथानीयेमुनज. इदंतंच कवट्टीतं तपाइ। उत्तमाइ भोगाइं पन्नो अरांतखुत्तो। नहुतितिन तेवी॥६॥ ३५. लगयतीमांउखु. केवसीभंतहसेजक नुसुयाएजवा नोतिगठे समठे. उवलीनेरुसवा,रमयो, घबो, नाययो,भोजुपीटनीत मनहींऽभयोनेप्रउरणमध्यउहेपीलडेचलीयेल्लीपरयोरानागते नारीपोरेजेसुत्रविश्ः ३७.सविंशती पायमेनध्यायनेसाघुनेवेस्यानेपाउन्नयोनीजेध्यो.ने. प्रारोउहेथुप्लीलवेस्यानेघरेयोमासोडीयो.सुत्रविरह.. ३८ लगवंतगमयीसाहरतांझायारंगेउयुनेसाहरीज़माणे जागइ जनेऽत्पसुत्रमारयुलेसाहरीजमारोनोजाइजेविड, "उलघरोसुनेउयोछेनेभंसाहारतेनारळीनोमरणतयासाधना बीरउद्यावयार्थ प्रस्नच्याउरोत्यां अमज मंसासीएमवासन लंगवतीनीटीसभाटभंसशज्नेरनोभंसामनरभंसनेवोश्रुय भागहीनर्यसहरुलगवंतेभंसाहारयोरेनेसुत्रविड ४०.जान्यारंगेमंसरवसंवामनवसंवातीलांमसमर्थ रेनेविरद्ध, सुत्रमाणभमंसनिजेहछेतीममीरापगनीजेधणेजनेज्ञाता पायमेसेसंगराब्धीयेमद्यपानीपोनेननहेलेसुत्रविड. ४२.सुत्रमध्येमनुष्यनोन्नमवारेजेन्लेनीधीहोवेतोप्रथा Page #144 -------------------------------------------------------------------------- ________________ . ( १२० - नएनोहोवेऽयोसनेप्ररररामध्येसगरगाठीनेसामनरनेटाने डेयारेनन्माउछे.जेसुत्रविड सुत्रेडयोसारवतीयवीनोदृसत्तरेनहीं जनेउरोज्लेख सगरपुत्रेतोड्योलबनपतिनाघरमागंगानोप्रवाहयाख्योतेविड. ४४.सुत्रमध्येमास्याये,पाध्यय,तीर्यउरनीतेत्रीशजसातनायब वीसी.जनारामांप्रतिमानीयोरासीजसातनाऊहेजेविरह. ४५.पिकासमांपापीवीनालीब्य्योजावानीजम्योजनेत्ररो तमाउँहरे,जेहेडगाजतीया,घऽमनाछोडगमगातार हेतेचिइड. ४५.सीहातमालगवंत सहसबुपाउदाजनेस्पसुत्रमध्येनिशण सेलरावास्याउहे सुत्रविरड. .... ४७ सुत्रमाहाउनीजसकारहीछेजनेप्ररणामांसाऽसनाथापनाया 'यथापेछेनेसुत्रविड ४८.सुत्रपन्नवएपमानीनेपोटेनाम्सेन्ननननीपोलाएमावागष्यंतर रहेछेभयोजनेप्रोजेंसीन्नेनननीपोखजीलरतेविरद्ध.. ४८.ग्निभारगीवनरसन्नवानेनामेपरालयपामेछेसनेप्रनगर छोपीउरान्नसातमीयन्नवाभाटेसारमारतनातोडगेएीरान्नसमर ष्टीन्जिवयननोन्नएनेतेरभोयीसभयारोथाचानीहुंसीमर सुत्रविड पापुत्रवसपाम्याडेछभासघरमारघाउहेछेतेंविरद्धः . ५१.सुत्रमध्येसर्वधनमांसाघुनोनीत्कृष्टोखालउद्योजनेप्रउरए। भाचिन्यरोगरोधाएगीनेन्ग्भाग्योयोरासीहबरसाधुनधानहेवेतेहलो . इस हेसुत्रविक, . पर लरथेशरेइजत्लवनोजेनपापुलाध्नायुिलराव्याप्रकरणामा उहेछेनेसुत्रविइन्छ, पउ.पाइवेशेनंन्नपिपरसंथारापासनेप्रारामारहेछेने,रोत्रन पिपरपंवीधारउराव्याछेसुत्रमांतोणधार उरल्यांनथीउत्यानेहरा प्रतिभावांद्यापरानथीऊह्मानेपुष्यतीधारीयारहेतेविदितः Page #145 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( १२० ) पष्ठपायमभुडीयोयनीस्वंछरीहेछेतेसुत्रविद्ध. पप. सुत्रमार४ निवानी मोक्षाय उद्याछे जनेवीवेम्वी सासमा हेजेस्वीसतीर्थग्रनी प्रतिमाघरमांमांडवीत्रशनीन भांडवी.मल्लीना थ,नेमनाथनेमहावीरक्षेत्रणने पुत्रनययातेमाटेग्जेलो म्हेते पुन्ह रीजेसत्रविरद्ध सेहवाग्रंथपोतानीमतीडीपीने यतिसुत्रप्रमा एोडेभभनायवसीप्रकरएासोडीड, डराए। पुराणले रासीद्धांतसा थेभीसेनार्यययनहोवेतेप्रमारा. जनेने वयनसुत्रथजीविघटेरजेजप्रमाण. पजायारंगसुत्रपाहमापेयीस लावनापायमाहारतनकुने टीझमांपांयत्लाघनासमजीतनीवधारीने मांडामामतीर्थभूमीगये नत्रालबुंधास्युं. जेस्थापाडीपरे१पायलावनावधारीते सुत्रविद्धः पण्र्मग्र्यप्रस्नमग्ने॑म्मोहनी र्भरताश्री नवमागुरामला गैरछेतेऽर्भग्रंथनोभत म्हुछे. पीसेगुएाोसमीतवेध्नी, समभी ध्यातवेद्दनी खेजेनोरिय नहीं जेसेजश्पुनोगघ्य. मी ध्यातमोहणीसममथ्यात्वमोहनी जनुतानजंधीनी यो डीस्ने छचरण्सेज नोगिध्य. पांयमेगुएा योथानी परेछतेही नेसपन्यजाएगीनी जेवंदृश्यपटनो श्रीध्य. छडे गुएाहाले. जे इस प्रतिजनेयारप यजाणावरणीय अहजारमेगुणठाएो घुरसीपं घर प्रकृति वरण्५सेजतेरनोपय नवमे गुएाठाणेसंन्सार, बेहभराजे सात मतीनोमध्यसेजखेड बीसनोपध्यनहीं. ७, १०, ११, १२, १३, १४, मेगुणसुत्रवतछे. हवेसीद्धांतभांपफेलेगुएगठाएो जेनोपध्यस्ह्यो. स्नेचिरजी ऋामोहनीघ्र्शननीनो ूघ्यउ त्यो. जेवी रडत्रीने जेनोगध्यस्त्यो खेविरङ. उ, ४, ५, ९, ७८ गुएाठाएोसमनीत वेहनीनोगध्यत्यो खेबिश्द्ध.नवमेगुएराठाएोयार सनसनात्रणवेघ्जेसातनोतीध्य विडमारेसीद्धांत मांडते ही सत्यन्नराकुं तथापुरामांडरलाग्नेङजोसबिश्डुछे ते छे. ५०. पोरनीडांरेश्खी, मंत्रथकी सत्रुनाभाथांपाऽषां खेरजायारे Page #146 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( १२२. ) गनीयुगमा ५८ तथानीसीपयुरणमाहायेवाहाटीरहथेली जपाची. ५० भैपुनसेचवां परात्रीयेमाहारसंघो.५२ अनंत अयोधणे सेवो. पु. भत्रलरावा. पुजडेसांसादे इसजावां परायुंपा. पीपीयु.५५ मतलेएकाजासांपेहेरवर पुटपानजावा. ५८ लोहारनीधभराधमवी.छकुलसुंघचां.रूनानश्यां छः जनतायनेळाडेयऽवां..जापाउरभीमाहारसेवो. तापीघासीराजयु.प.धातपाउबी.ए.निधानणघाइयां जन्मलींगनोवेशमुरवो.पाथलीविद्याप्रन्नुभची. भूजा चाजोलवुज्यावीशयुश्यना तेसुत्रविडछे. ८०.रुवेल्लायामानावस्यनीलाषामहावीशहन्नरीभामाहारा रणलवत्या.तेमांमुळे मनुष्यभरीयरुपति थयो सुत्रपिवद्ध १.लाष्यमांरनरीष्टनेमीनेगराघरजगीयार उत्पा. नेसीद्धांतमा असार ज्या सुत्रविरुद्धः१२.पार्थनायनेसुत्रेगराघरन्छेने नियुस्तियेपच्छे.तेविडः ६३.साघुग्रहस्थपएामांरपातीर्यउरनेवाऽऽहे. तेसुत्राविर ४.संथारपर्यनानीगाथासाठभीनीयलजीछे.माणुकीए करुण षजंतो ॥ घोरवेयरातोची ।।पाराहगा पवचो झारोगा अवंती सु कुमालो॥ नजेएनयरीए अयंतिनामेवा विस्सुर्नयासीपाडवा प. वन्नो ॥ सुसाग मझिम एगंतो ॥ जेवंतीसुरुमालनागपीजरमारे पठनोयोधाभारानानेज्यापायभायारानान्नेमार जेधांजेवा रिपोजनेपिरछतेन्नरावाभाटेयोडालज्याछे. २६. सुत्रमा श्रावक फमा तेमा कोइये प्रतिमा पुजीनकही ने विषे. सीडांतमानेश्रावधावीसंथयांतेनासर्वासेनामउऐछे. . १श्रीमायारंगमांन्सीपारपरान्त्रीसलाराणी.रार श्रीसुयणं गमा पगाथापती उश्रीमागमान्सुलसा. श्रीनगपती मां-व्यती भृगावती,सुदर्शनरोरजीलपुत्र,पत्पलासंजापो Page #147 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १२३ २ जतारान्मारजीभार डालिसे, मंडुकावसोती, चरणनागनतुरखो, १ऊ पश्रीज्ञातामां-पोसा, सेतंगराव पवरप्रधान प्रनुजपाय से मंत्री शर, सुदर्शनरोड, नजरएयस्श्रापड, कुंभरान्न, मलाव तीराणी, छतसत्रुशन्न, सुबु धीप्रधान, नंहमणीयार, तेतसीप्रधान, उन उध्वनरान्न, पुंडरीकशन्न, प१3. श्रीणिपासगहसा मां-जाणंह, अमहेव, सुसणीपीता, खुराहेब, युससत्तड, हुँड्डुलीग्जो, सडडास पुत्ते, माहासतऊ, नंदपीपीया, तेतसीपीया, सीवानंघ, अज्ञीमीत्रा, १२७ संतगड मांसुदर्शन. १. ८. श्रीविपाङमां-जहुकुमार भरनहीकुमा सुन्नतकुमार, सुवासकुमार, निएए हास कुमार, बेसमाकुमार, मा हाज सकुमार, मद्रनंही भार, महाचंद्रकुमार, वरहत्तकुमार. १० ८. श्रीविवामां जजंड श्रायडने तेनासातसेंशीष्य, ७०१. १०धी रायप्रसेणीमां-रायप्रोशी, यीतसारथी, २. ११. श्रीनंखुड़ी पपन्नं तीमां श्रेयांसकुमारला. २. १२. श्रीनीराचसीयामां सुलश, सोमीपत्राह्मण, निषेषकुमार, रजनीची हुकुमार, बेहकुमार, प्रस्ति कुमार, युक्तिकुमार, हसरीकुमार, द्रढरथकुमार, माहाधनुषडुमार, सतधनुषकुमार. ११. १३ श्रीडीत्राध्ययनमां-पास, १. १२७०. तथारान्ज्ग्ग्रही नगरी, चंपा, द्वारसं, जासलीया, साबर्थि, यासीग्राम, हथीएणापुर, पोलाशपुर, तुंगीच्या वनीताश्नेनाहीघणीनगरीमांघश्र वस्श्राविडानावासछे, ती हांडे हे रां प्रतिमाङद्यान थी. वसीमरथैशर, बहु, श्रेयांसकुमार, कृष्णबासुदेव, श्रेणी इरान्न. डोणीउन्नत पडी, पांय पांडव जे जाहीराननारान्नग्निमार्गनालाची थया तीर्थरनागातिवंत थया घर भने सहायनाधातार यया डो येसाधुने धनहीपांडोईये संन्नसीधा, डोयेजगीयामजीमाखा घरी, डोसा मायस्पो साहुडीधा, प्रस्न पुछ्या, जेजधीकारसुत्रमां उद्याछे; पराधनजरी हेहरा, प्रतिभाङ राज्यां, पुन्या, संघडापातेज धीकारसी डानमाह्यानथी. सुत्र मांहेहेरां, प्रतिभाडुराव्यानीबिधी, पुनवानी विधी पाहीन थी. प्रतिभा पुनवी हेहेरांकुरावां,संघाट Page #148 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( ૧૨૪ ) वानासामपएासुत्रमांङत्यांनथी. सुत्रमांजरामात्ोयतोप्र कुरामांघगोवीस्तारछेते पण प्रमाएायाय; पणसुत्रमांसंमुरामात्र, नाममात्र हीनहींतेरेमप्रमाएाथाय. श्रीलगपती सतीशेपांयमे तुंगीयाज पीडारेत या सुयांगसुत्र मामीश्रपक्षनेरजपीडारेतथा वषार्यसुत्रमाश्राप नीनित्यडरएपीनोन्जा : सावो. हिंगय जीवाजीवे नवसद्ध पुएापाचा प्रासव संवर नजरा किरिया हिगरा बंध मोरव कुसला ॥ १ ॥ साहजार देवासूर नाग सुच जखरखस्स किन्नर किंपुरिस गुरुस गंधव महोरग्गा दिएहिं देवगणेहिं निग्गंधाने पावयालाई प्रारक्कमणिजाई ॥ ३ ॥ निगथे पावयले निस्संकिया निकंखिया निवितिगिता ४ सद्धठा गहिया पुनिया अभियगठा विशिंबियठा ५ ठमिंज पेमा रागरता ६ प्रयमानुसो निग्गंथे पांचयले काठे अयंपरमठे सेसे मराठे ७ सय फसीहा ८ एवं गुयंदुवारा ९ चियंत तेनुर परघर प्पवेसा १० बहुहिं सीलवयागुरा बेरमा पचबाएा पोसहोवबासेहिं चानुदसठ मुदीठ पुएरामासीसीस पडीपुन्नं पोसहसम्मं श्रणुपासेमाणे ११ समो निग्थे फास एसीजेएं असणं पाएं खाइमं साइमे चथ पडीग्ग कंबल पायपुबरोएं पाढीयारु पीढ फसग सेजा संथार एवं सह भेसजे पडीसा भेमाला महापडीग्गहिएहिं तवोकम्मे हिं त्र्यप्पाणंभावेमाणा बिहरति ॥ जर्थ जन्नएयाछे. कु.कवजलव ना.पी. साधाछे.पु.पुन्यपापनाले जाजाश्रवसंबर. नि. निर्जरा.डी. क्रीया रज रजपी कुरा. जं. जंप. मो. मोक्षनेविषे गद्याछे. जेज्ञान गुप्सीहुबेर्ट्सनगुराङहेछे.ज.मुष्टीपने हेवनीसहान नेविषे. हे. हेच - ज्योतषी. विमानीङ लवनपति नानागकुमार.सु. सुबकुमार. न. नक्ष राराक्ष स.डी.डीन्नर अँडींपुष-गु.ग.गं. गंधर्व. म. महोरगा जा.जाहीर्घ ने. हे. हेवतानासमुह.नि.नीर्यधना. पा. सीद्धांत थंडी. ज. जतिमावरी (यसाची नथडे.नि. नीग्रंथना. पासीद्धांत नानिसंडारहीत छे.नि. जन्यधर्मनीषांरछारहीत छे.नि. धर्मनोइसतेसंहेरहीत जे.स.साध्या Page #149 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( १२५ ) छेसुत्रनामर्थनेनेगग्रवाछे.पु.मुख्याछेरजर्थनेरोल्मसन्मजये याछेमर्थनेनेवी नियछि .यसर्थ ने.स.लवसळवनाम श.प.धर्मपरागरंगेउरीरंग्याछेनेनेजन्जेहजोगिजात. निनीयंथनोलाज्योपासीद्धांतग्निमार्गमार्थसारछे.स परमरपित्कृष्टोमोक्षनोर्थछे.सेषपुत्र उसत्राहीजजनर्थ जसारराजेर्शनगुगरहवेयारीत्रगुएराउछे-पोयी-इ. रोनेलोगसाजा उघाडांछे एरनावारगहनांची प्रतीतछे जंतेउटरनेविषे.प.पारघरनेवीषेधशारजायारसीयपव्रतनी वस्तयागोष,सापपसीऊन्यान्यपिइसमजामती जभावास्यातथाउल्याएराउतीथी.पु.पुनमत्ररायणमासासंबंधी नेवीषेप्रतिपूझिाइपहर.पो.पोषालसीपरेजतीयाररहीत.म. पालताथासश्रमरानि-नीग्रंथने झजयीतघेवरहीतशुद्धमा जन.पाल्पाएगीरजा.सुजी,मेवोउसामुजवास दयावस्त्र प.प.पात्रांएजसीनीमतण्पारन्नेहरएरोरीनेपा.पाटी यारोरमाटीस पाछुहेररूपी जान्नेहरुइपाटीचा पिसे डी. पाश्रयतथापार पर.सं.संथारोरमलताहीजाउजिलोष घलेषधाधीउपप.प्रतीलात्मतारबोहोरायताये.जायथायो ग्यरपोतानीशस्तिप्रभारोतन्तपस्याइरताथाजा.जात्माने लावताथानिमतनविषेचीयरे. जेसरशीनाराहारनित्यप्रत्येजेहवीउरएीरेछेतेश्रायः उहीये.पराहेहराराव्यांनयी प्रतिमापुनथी,तेभसंघपराडाख्यानयी. २७ सावड, परमकरणीमाजिनाज्ञानथीते विषेवलीसायडर तव्यसहीत घरमउरी येतेभध्येलगवंतनीमाज्ञानयी,र एरकारनीरछान्नापीतेउरतव्या १.सुजुधीप्रधानेछतसुत्ररान्ननेजुळवचामाटेपागीसमायो तेसापीरछा. २. श्रीमदीनाथस्याभीयेमोरुनघरऊराव्योतेनापी रछा । Page #150 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( १२५ 3. श्रावकेन्यातनमाडीवेचापपीराः ४. शेएरीउरालयेनगरसीएएगायोतेजापाणीध्रछा. ५.धर्मगोजमायायैनागेसरीनेहसीतेमापएगीरछा. ५.प्रदेशीरान्नयेधनरालामंडावीतेनापपीऽयणः । ७. यीतसारथीयेघोसनोमीसप्रिटेशीनेझाएयोतेरजापएगीरण ८.सुरीयालोवतायेनाटीयोतेनापीछाः, ८ समयमार लरथेशर परमोत्तररामयनठमध्यतिरलापशीरण. १०द्रुपधियेप्रतिमापुष्ठतेनापशीरछाः११.श्रीराब्जयेसेवरसायेसापुनेथानमनीमाज्ञादेवरावी तेजरात १.२ ओएगीरान्नजेन्यत्स्वधार्थीधीतेखापपीछा. १७. दीक्षाभोहेयवहानामघाछेतेलापीर्थया. १४.श्रीरोडीदानीसासीहारामांपडहोईरव्योतमाया. १५. प्रेतयाघ्रतायेलम पक्षानी रानामहोपर्यातजाम १५. हेवताहामहोपछवरेतेजापपीध्यछा. १७.नंपात्यरात्रभुजसाघुलजयीझेरयेतेनापणीयछा. . १८. जंजाआवासोसोपरेपारणोउरेत्यायासोवसेतेसाप्रतीध्य्छा. १.न्यभरें लगवंतनीनेश्रायरीतेखापपीछाः २०.संजश्रावन्मयोलेसोपरप्योतेरापणीया. २१. माहासतरासंधारामास्त्रीने छोरवयनोस्यामा २२. तेतसीप्रधाननेपोटखवतायेभायाउरीसमन्नव्योतेणारा . २3. तोर्यरनेसवनीघनाप्यातेजापएपरिणः २.६ देवताप्रतिभागठामोपुन्तेमापशीरछाजेभाग्निनाशा २८. द्रव्यनीषेपाविषेहींस्यायरमी उहेछे,तुमेप्रव्यनीजेपोपट नीउनमोत्यारे इजलदेवनासाधुनेयोचीसंस्तवमावस्पारोम यालोरुरीतपीसतीर्यउरतोलधयानथीतेहनेनवोत्यारेलाव निजेपतोरजलयोनजेनेवांध्योगीसंरवाहीमपातोहरो, Page #151 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( १२७) मगुरारहीतघ्रव्यनीजेपोभनावीपणेगुसरहातथापनामनाये मवेजासउरेन्तेरत्तरासुत्रमध्येतोमनुन्नेगद्वारमारमावस्या नामध्ययनउपाछे. सावज जोगवीरइं१ नक्कीत्तरा २ गुराव न्य पडीवत्ती ३ रयत्तीयस्सयनंदगा ५ यातितिगज ५ गुणाधार रसा चैव।। १॥ अर्थ- सा सावन व्यापारपापनेवीजेमनन्नेग, वयनन्लेग,जयन्लेगतेहनीवीरतीतेमभायफायतीर्थ परमाणुएगा मारनामलगवातेयोवीसंथोर पज्ञानासन,यारीत्रगुए वंतनीलस्तितेवाहपाइपन्नरावा. उजव्रतनेयीजेले रजतीयार तेहनोरनासोवयोतेपीभपाईपहेतु सामतीयार पथरान गुंजोतेरूनीतितिगीजोजपपासगपगुवतनेचीजेमुस गुएपितरगुएरानुं घरवतेपरजाएगपुजेछनावस्यउ. जेण्यध्ययननानाभण्डयांतेमायोयीसंस्तवनातोलोउछ. जेहनोनामतोणितजीर्तनयोछेन्मेणतजीर्तनलेतीउरफुयाछे होछेतेरसानेचंपारेयोवीशनोभेषनथीबेन्यनीजेपोहो वंशारगतमाहोचे,मवती अपयजादीहोतेहन्वतवंत,पायण्गुरु मागावासोरीभवांसेजनेयोचीसग्निवांद्यावीन्यायोचीसंतोनवाय तोभालचीजेतोयोवीसनोभेलनीअनंताययानेथाशेच रनमानेतोचीन्यधीरजेहोवेतीरारेयोचीरांनोभेलनसावेतमाटे पिचकीर्तनजध्यायनमा निरानवर्तमानपरोहोर्वतेहनेया. नेमहापीछेरुन्जेऽग्निरांद्येयोचीससंस्तवथाय तो इजलोपने पा रे जलदेवपांद्याथीयोचीसंस्तवीभनथायरतेचीयारीनेन्नपात व्यनीजपोघालवानोठाभनथीरहयोः ___२६. स्थापना नीरयेपाविषे. हीस्याघरभीउहेछेतुभेस्थापनानीजे पोनभानोतोभायार्य, जोपाध्यायनाणपगररानेसंघाडीमनथीमर सारसुत्रांसपिरासीमनवमेध्ययनेजीनटेशेजारभीगापामां उत्तूंछे. ... संघद्याइना काए। तहाउचहिक्षामपि। रयमेहावरा हमे। Page #152 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( १२८ वएजन पुगो तियार मर्थ-संसंघटोरीने.रारायाजेउरीतती महीनरमवी.वसी..पधीनोसंघटोथयोकोयतीवारेशीष्यजेभउहेज जभोल्सअपराध मे.माहरोवबलीरुनहीं इंजीलारसंघाची उजवीनयति वसी.जेभाणपगरगनेत्यासाचार्यनेपायरीसंघय्या लीवारेभिरहेजभोभाहोअपराधहवेहुनहीं जेसेजेपिगरापार, सीन्यासंथारो,थापनानीमासातनायरालवीरहीछे.नेत्तरजाया मातोसत्यउ छेनेरिपारणमायार्यनीनेश्रायमांछे.छमशरीरमयोगपरणम्यापुगपछेतीमगिरीपगररापराप्रयोगपरीणम्या व्यछे. तेहनालोगभांबावे.सायार्यलायनीजेपछेतीमगिपगरणलाव नीपानालागाछेशरीरनीपरे वसीउद्योजभोजपराद्धवतीनहीं. रंखायार्यपरी प्रतक्षवयनछेप गरमयेतनजमाव्योनेवांद्यो सुंनगरजेणपगररानीजातनायलीतेमायार्यसहीनपिपगरण नरीमसातनायसीछे.मेथापनाउहेवायनही यापनातोऊहीने, नेखागार्यतोगयाजनेतेहनापगररानीपछेउसातनारालेतो थापनाहीये,पीराजायायनासयरामासराशीप्यनत्मनोगये,जसा तनासागेतेमाटेपछेमायाचीहारर्याउडेतहीनसयाणासएशिरीष्य सुजेलोगलमयंपानगरीयेजागभांप्रययीशीसापटछेतेणेपन गवंतेजेसीनेणपशीयो.मेणववासुत्रमाउयोछे.पणेलगवंतेवि हारी पोपछेतेहीन पृथ्वीसीलापरपिरगौतमसुधर्मास्वामीसमो सयतिजेठानीन्नेनहालेयतोणपगरानीजसातनायतीर हीये,जनेतीयारेतोलगवंतनीलायनीजेपानीमसातनाटासी उही.भजायायनापिगररानीपशब्बराब्ने तथातभारेभतेणेपगर रानी, पापनानी,भोटेरानापगसांथाप्याोयनेहनीमसातनारास बीउहोणे.मेसेजेतोगुनाण्यंजनीयापरेछेतेप्परपरापगडेवोन एटेकछायागुरनीगहरीतेभारेनथाइडेडेशीष्ययासतोहोयतहनेगु. इनापगनाजयापऽपानीपरपरापगडेवोनघटेन्नेभुरागुइनापगसांपु नोलोलवतागुदिनापगलानीतोमासातनायलोपएजसोवीवस्नथी. Page #153 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( १.२९ 3. धर्मअपराधीने मारे लाभ कहेले ते उत्तर. पक्षीहीसाधर्माउछे..त्तराध्ययनजारमेगावाजत्रीसमीमाष्टा लानापुत्रवतायेभार्यात्यारेवाहरानेहरोसीमुनीयउयुंडे पुर्विच इंहच अशागयंच ।। मरांपदोसोनमे अथिकोइ ॥ जवाहु वेयाचं पड़ियं करेति ॥ तम्हाहु एए निया कुमारा ॥ ३२ ॥ रजःपुर पुर्वशष,वर्तमानालालमनागतहासयपुररोन्म प्रदेष मेन्मुनने सनहींजिपमानपक्षनेलगी देवेयावयाउरेछे. ततेमादेजेन्तेमतनहऐया.कुमार.. - .. -भारतोत्रएराजालमांजेोऽरापपरहेषनयीपानक्षमाहुरीपेया वयडरेछेतेरोजेञ्चरमार्यानुवोरोशमनेरेसीभुनीयेषयावंय रीजोलावीतेभाटेपराधीनेहएताशेषनहीं भरीनेसावलस्ति हराछेतेगित्तरमेचीमनुष्यनेमायैरस्तिन्नपोछो तोतुमारेभते ब्बुसीजन्यायउभाउंड डांसपीछी सर्प जुळवसापुनापगरए माहीलाजाधारीलोवेवेहनेतावडेनाजयाभारयासुजेउपेनरामप राधीनेमारी नेसापुंने साताणपनवेनेहनोपापतोनथी तो प्रतापीने मारतांशंशयोडीमछोरजेवीलजितोसन्यतीधिसुषलजोधीहोवे तेपरानीरता ऐनतपापथीनीनेजनेगराघरेतोसुत्रमालस्ति:हीजोखावीततोहरसीनु हीराघुछेलेहरेसीयेनेभउखुनेहरसेन सीमुनीतोछमस्पछे.यारलाषानाजोखाहारछेमाटतेलाष्यनी मुली सीलगवंतनेशमनेलस्तिनन्नरोजेरुवीलग्निनिमारण मांडरचीहीकोयतोगोसाटोलवतोडेभन्योतेरीयारो.तथासायरिंग मांउघुसापुनारायजेहाछेअनेनावडीयोरीसागोयसेपाएमाजोखेतो तेसमयेलगवंतनीजाज्ञाछेने, नो सुमीरो सीया दुमीणेसीया जो नचाययं मां नियबेजानोसेसिंबासारा पायाए वहाएसमुठेजा। मर्थतन्तेनोनहीं सुलहुं भनउरेनहीं तेभानुभाकुंभन पराउरेनहीं मरीनश.नो.तेमपन्यामननोपरावीयारउरेनही नोन्तेजापज ज्ञानीरनाजावायोतेनी धात परायीत्वेनहीं रत्तेभत्तेनेपडीनेवर Page #154 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रदेसायीलवेनही. मनमापस श्रेजनारायोज्योतेनापुत्राउनीचातनीतवताए टीमायोक्तिरागमतिम्रो भन्नोरन्जेतोभाय्यातमोहनीहर्मनो वियन मारेछे, जनार्यनीपरेछवहींसादीसुगगातानथी... ३१. वीस चैहरमाननानाम विषे. हींसापनिरहेछ तमेसुत्रमा नोतोऽशेवीसवैहरमाननानामग्यासुभानेतेसुननांनधीतोमा नोभेडीते उत्तर सीतन्जुद्दीपपन्नतीमध्यमुले, मुद्वीपमांत घनपरतीर्थउरहोयल नेनीहीपभारहोयनानेटघुउखुछ तेवीस . सासवत्साहोरेनासेजनात्मक मानेश्रीमंडीरमेनुजनामउछत्तेतोसुत्रमा नथीजनेसुत्रयीमततापरानवाले भावीपाऽसुत्रेसुजविपाउंमध्ये जेजध्ययनेउपुछेलनंहीभार पुर्यलवेमाहाविजेत्रांपुर गए नगरीनेविषेमुगजानिने प्रतिक्षाल्यासंसारपरीतज्योमशुसानोए निबधे इनपन्नेमभाहावीर स्वामीगोतमने तेलवेत्लनी कुंभारेमाहावीरपारीसंत परादीपोमाजवादतीवल्यमां श्रीमंघरनामेतीपरतोनथोऽह्यानुगड्यनामेउवाकै.तुमेउलेछ। मंघरस्वामी सतरमा,जटारमाग्निनाखतरेननभ्याछेवीसमानेपारधी शालीपीछे जावटीयोवीसीमांमुस्तिजरोपरानेखेजेनाभमप्योनथी. वसीवीसनामनियमानहीनछेतेमनथी.जेनामनीलग्नाछे.ज्ञानी मोतेवीसनामपरंपरायीछे वाटतोपक्षपातरजमारेनयी तेन्नरान्ने ___३२ चैत्य शब्दे सुत्रमा साधुकयाते कहे. १ येध्यंशज्रेती रतथासाधुरत्याछेप्रयमनोत्रीन्सुयगडांगनेजीलेसुरजंघेसातमेजध्ययनेगोतमेरिपेठासने उद्यं. अनुसंतो उदगा जेखसुतहारूब स्स समएस्सवा माहरास्सया अंगिए एगमवि पायरियं पम्मियं सु वय सोचा निसम्म अपणो येच सुहुमाए पडीलेहाए अशुत्तरं . जोगरम पयसभिएसमारो सेवित्तावितं अढाइ परीयाराइ वंदइ, नमंमई सकारेर समारो कस्साए१मंगलं देवयंचेइयं ४पजूवासई Page #155 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( १३१ सार्थनजारजोरजापजावंती ..नीयतत्तथासस मा.माज्जारानीजंसमीपजेरजेउपानार्य.ए. धर्मसंबंधीयो. सुनयन सोसात्मीने नि-सम्यउप्रारध्येधारीने. जाए थीन्सुसायनीपरेतिक्षगजुरी प.जाटोचीनेन्मुखोडंपराग्नेह बुप्रधानमसर्वथोपटले भुस्तिसाधाब्लेग्य.प.पहलाधुंजेता वतारहवीजेउपहुंदाधुंसेतेपुषनेपरात्तापहीलोखोडी पो. तंपिटेशनोहेराहारनोजानाधरउरे पाने पुन्यजेसुरीन्नरो.व. तेइनवाटतेनेनागलेलंग्सोरेन माउन्नमाउ.सवयापही ताले.स.जन्ल्युस्थानासनभानछे उलमा भोटुडस्यारानीपन म.मंगलीधर्मष्टिवये.थैयमननेप्रस्नाडरीसाधुने.प.सेवा सामान्यसोपा होतोपरायतारनेपुतीसुहेलोचनुत्तरधर्मनाणि पदेशनायालारोउनाधीवांरखनही त्यापीतेसांत्मसन्दारेते परमापौपारीलपीयवारहितविनयाधीसभामरवू. थारनामसाधुनातेमाटरजनन्यैत्यशजेसायुनरावा. . २ श्रीमएंगत्रीनागपहेलेअसेसुलीर्घजाणजोजांधेतीहां. . तहारुबं समरांवा माहारांवा वंदीता नमसित्ता ससकारता सम्मा रोत्ता कस्सा १ मंगसं २ देवयं ३ चेइयं ४ पुजवासीता जतात थाइरश्रमामा-माहएानेपं.दांडे.नं.नमस्तारउरीने.सावत्याधडे सत्तारदेसासनमानल्यापारीमभंगररी पर, ये. ज्ञानसहीतछे.प.शेबाउरे.यैत्यसाधु..... 3.साएंगत्रीनेधोत्रीदेणसेदेवताधर्मायार्यनेवांध्याजाथे। प्रारिरनिरानुक्झायनिवारपवतिएतिचापेरेतिवाउगगी तिवाएगरापरेतियागलादतिवा ज्वंदामी नमसामीत्तकारे मी समारोमी कसारांशमंगरदेवरं चेइयं ४ पजुवासाभी जनजान्धर्माचार्य/लीज.पाध्यायछे.पायनाप्रपाला हारछे येथीवरसाघुछे..गाणीगसाधीपतीपागापरते लगवंतनाशीय पुगगरछनारसहरसोमसमुघयतेले पीयरेः Page #156 -------------------------------------------------------------------------- ________________ .. ( १७२. ७. रजेसातने.वं.चांपुघुननमसारईससारण.स.सन्मान एणं.ऊख्याएसरी.मं. मंगलकारी.हे धर्मध्वनेत्ये. ज्ञानवंतपासे वाजेमन्मएरीनेजावे.जत्रौत्यरेतांसायुनः योगोपांपाजायेतीहांपासातनेपाम्जेतील. . ५. लगयतीसतरजीनेणसेपैसेज भयीतव्यु समां भगवं महावीरं वंदीता नमसित्ता सकारेमी समारोमी कस्साणं में गवं देवयं चेइयं पजुवासामी ॥ जयनस अभए लालगवंत. भंभवपीरपंचांपुर्घंन नभस्सारस.सतारऊरीने.स.सन भान उरीने ऊउस्याराडारी मं.मंगलारी धर्मध्वःये ज्ञानवंत. प.प्रत्ये सेवा पु.ईहां शरीहंततेयैसजघडेप्रतिभानयीसलारी. ७. चटरीज पडेप्रत्यक्षलगवंतनेवंचनामीधी त्यांपगतेपारछे.. . ७. वलीसतउज्जीने रोसेपायभेतुंगीयानेश्राव भयीतन्यु थेरे भगवंते वंदामी नमंसामी जाव पजुवासामी सत्रचीवरलगवंततेयैत्यन्मएवा. . . ८-८- सतनगीयारमेणसेनवमेसीवयनषा तथासतज्ज गीयारभे पिसेमगीयारमेपोगलन्यभेपरीवान भउा. तंग लामीरा समशं भगवं महावीरं वदामी जाव पजुवासामी एयरो इहभवे परभवे हियाए जाव भवीस्सई॥ अर्य-तंतेलगीहुँमण.. सश्रमाललगवंत मन्त्रीमहावीरप्रत्येवं वादुन्नन्नवत.प.से. वारजेशपरोक्षमाने सालवनेविषेतथापरलरनेविषेर्थयाधी जागामीपत्तायेसेजेरालगेउवोत्रथैसतेश्रीमहावीर नएगा . . .... . . . . १०-११ सतउनवमेगसेत्रीसमेजिनान वानंघनेरघुसतारमेणसेप्नीलेल्पतीयेभृगावतीनेउपुतेपारपानेमनः १२ सतउगीयारमेसेजी जाटलीयानगरीनाथावरेल गवंतनेयं पातुंगीयानगरीला त्राएदीपरे १७ सतउभारपिसेपेहेलेसंजनावरेजातलीयानाआपउनी Page #157 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( १337 परेवएगाडीधीरजेतेरमममलताउया. एयंणे इहभषे परभवे हिआए जाव अणुगामीयत्ता।लगेपुरा पानाभासवाउया तेयारामेभाहावीरने थैत्य उदा. षषीसतांसोलमेटेसेपाय गंगतद्देवता गीतज्यु. समएं भगवं महावीरं यंदामी जाव पजुवासामी॥ १५.सतात्मेणसेसमेस श्रीमहावीरवांद्यात्यांयतेपाउछे. १५. रायप्रोसीजभपानगरीयेरहा। " " १७. जलीयोंगीदेवतायेउ तथापीतेसयभेवजाच्या... १८.सुरीयात्नेतथापिल्यपोसीयेतेनल जनेराध्यतायेप्रतिभापुल, अढरपुछतथाजभायोगीदेवताये प्रतिभापुलवतावीलेसीद्वायतनमा सोनेजाइग्निपरीभानेडालाखेतुभनेतथासुरीयालेविभानवासी देवताये अचसीजाई वंदपीजार्ड जाव पजुवासपीजार्नु उगुंतेभापण कल्ला मंगसं देषयं चेइयं पजुवासणीजात्युंतेजीबुलबुंवहीं पूर्व लान नेपए अजीजाओ जाव पजुषासपीजाओ जेरवाजोलउ ह्याछतेसोडीसंजयवीउल्याएंप्रभुजबएरावा.तीमप्रतिमानापरा लोडसंबंधीउल्याएंप्रभुजब्बाधा पुर्वसाधुतयालगवंतनी परेउस्याएं प्रमुजपोरेत्तरपक्षनेयानहीं तेमनलव्यजलव्य,समदृष्टी,मीच्या दृष्टीसर्प पुनेछन्तेमाटेलोडीउल्यापा. १८. सासुतणधभांसभाजध्ययनेशन्नएरोपेलगानेउत्युं. तहा कषाएं अरहंताएं भगवंताशं जाववंदामी नमसामी सकारेमी सम्भारोमी कसारा मंगवं देवयं चेइयं पजामामी एयरा इहभये परभषेश हियाए ५ बोल ॥ अर्थतन्तयारपजाजरीहंसनेमही भावंतने.ल.लगवंतने बनवत. बापरोस्तवीजे.नानापरोपण मीयेसुयायी साजापरोसतजररीजे.स.आपरोसनमानले. ल्याएानाहेततेमस्याएनंपुरीतयलेतेमंगसंन्ट्रेषछे.येतेपैस चीरयीत्तप्रस्नहीजेहवाने पपर्युपासनानेसेवाउपजेमेनगन नेहनापी जापराने हलवनेविषेपापरलचनेविषे.ही हीत Page #158 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( १37 तेपथ्यतेहने पसुजनेजर समानेसर्थ मेरसंगते.उमोदनेशर्य नयतश्चानुभाभीरतेलवनीपरंपयर्थमुलानुजयनोजोसेजे पायजोसाजरपत्य श्रीमहावीर २०ीवाभाशालोम्जेभउहे. समशं भगवं महावीर चंदामी जाप पजुवासामी उहेरांनभएलगवंतश्री महावीरजेनरोत्तवीजेवत पर्युपासनातेसेचाररोजेस्त्रौत्यतेप्रीमहावीर माथाः २१. रायप्रसेपी मध्ये यासहजत्रयैततेसाधुनराधा२२. वतीप्रसीमेपासानीमास्तिजासोतीहांडत्यु.बेजथेव भा रियं पासेजा तव वंदिजा जाप पजुवासेजा उहेतालाहयेधर्माचार्य 'नेहेजेतीहावांटेजवतपयुपासनाउरेजनन्यैत्यदेसाधु. ... २७.तीपासणेशामाहाराजयुजन्पत्तीथिनाटेवा जन्पत्तीधिनायु इरजन्यतीवियेत्रवाग्निन्सयैत्यउत्तेवांदुंनी जोलाघुनहीं दानहन ही ठहाजन्यतीथि ये ग्रह्यायैत्यत्तेसाधुपराप्रतिमानहीं ने प्रतिभायैत्य होयेतोजोलीमर घनतीजेनिमरते पटेयैत्य तेसायुभएाषाः ২৮ সমালেমেসেনজাইমাসীলেন্সীবনসাধনী परेलोराज्यातमोजमाराध्थीब्युधामीभपोरते मारेन्जरीरुततेपाते तो रजरीतनेनी हतनी प्रतिमाजेजेवमध्ये जाव्यातोगुसाघुरावा नोपाहीहारतेमाटजनयत्यतेसाघु. शेगोषीससाजन्यैत्यनीही तेभाजहितनेसाघुनेपर्यत्ययान्तेज्ञा मायादेतेलपाइयाछ. २५. ज्ञाननेयेत्यसमवायंगेऽयोछेतेरहेछे.एएसिांचोवीसाए तिथय राग चोचीसं चेइ रुरवा पन्नता सोयीसगैत्यरक्षाका लेशयल झानटपमोतेवृक्षयसवक्षाहीसत्यय देऽह्यार' । कोवरहेडेरेषलज्ञानपाभ्यातेज्ञानयनी ने प्रान्जेक्षनेत्यज्यां. ...२९ वसीसतररुचीसमेगिटेसेनवमेचे झ्याइ वंदीनए उद्युतीहांश्रीवितराग यैत्यनेवांद्याछेभानुजोतपर्वतेप्रतिभानासीहायतननामुरमुस्थीनयीत्या तेभारे . Page #159 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ૧૩૫ ૩ २७. तथायमरेंद्रनेजासाचे अरी हंते बा खरहंतचेड्याशिवा प्रण गारेवा भाली अपणो बिसार नरं नृप्पयति त्ड़ापा "जरीहता लगवंताएं जागारारांग सज्देखेउन जरी हंसन लावा पाछो सके वीर्योत्यायेनाम मुसगोन्ननथी. "जरीहंता लगवंताएं जागारासंग शब्देजेहुन जरी इंतन भए वा पाछोसकेंद्रे वायार्यो त्यांपायेर्धमामसगोन न थी. जेत्रराशंज्मेरजरीहंतनेयैत्यराजे प्रतिमानीनेश्राय होयतोन्यमरेंद्रनालवनमांसास्वती हती. त्रीछे.सोडे, घीप,समुद्रेपपासास्वतीप्रति माहती, युं मेश्पर्वते प्रभुजे तया सुधर्मवि मानेसीयतनमान कृतीते हुने सरो डीमनगयो ? प्रतिभानीनेश्रा यह नहीं. २८. वसीठीत्तराध्ययनेवनवृक्षनेपाल उद्यो. अध्ययननवमे गाधान वमीना पैसा जेपमां मिहिसास चेइएवडे । सियायमाणो रमे उता मीथीसानगरी विधान माहेवृक्षहतो, सीतलछायाछेने हुनालेचो, मननेरमणाीत्तराध्ययनमेजीण गाधानायो पापानामंडी कुठिसी चेइए उहेतां भंडी कुक्षी नामावननेवीषे. २८. ज्ञानवंतमाटे लक्षने पाचैत्यङ त्यो जिव वाईयां पुलिडव्यंतरनुं स्थान छे. सचे सचोवार बहु जरास्स प्रचलिजे बंदगीजे पुजलिजे सक्कारणिजे कल्लाएां मंगल देवयं चेयं पजुवास गिजे ॥ अर्थ- सं. सायाछे.रा.सायो.प.रिपायछे. ज. घणा. न. सोने.स. अश्यवान्लेग्य छे.. वाध्वापोग्यछे.पु. पुलवायोग्यछे. स. सलार डरायोग्य छेउड व्यापारी. मं. मंगलीङनो डरला हार है. प्रत्यक्ष हेवर पाये देवतानीम तीमा पसेवाश्वायोग्य ७०. जारंमनेामेप्रति माने पायैत्य ह्याछे. ३१. पुढवी हिंशंति मंदबुधिया उद्देतां पृथ्वी डायने हमारी जुडीवाला तथापायमेरा श्रापद्वारे यैत्यपरीग्रहमांड याती; तथापांन्य मे संघरडारे प्रतिभान्लेवीनीजेपी सांजेत्रो कामे प्रतिभाने यैसङह्या ३२. हेक्सोकुभांरौरक्षाछे. ते मतिमानी श्रतछेते मारे. Page #160 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( १७५ नेमन्तीहातमायैत्यशष्याशयोऊपछेलेहवोहामहोयेतेह वोल्यैत्यशजन्दोगाजर्ष मावो.. _____ ३३ धर्म करणीना फल कहया ते विषे. सीतमाससमायारीनासपत्राध्ययनज्वीस यांनी यउरगोत्रजांघधानावीस पररझाताराहमेअध्ययनेह्यांतपसन्मनासतुंगीयाजधीरेड ह्यांतणतेरोषना सन्तराध्ययनसोगरात्रीसभेउपांत्तस्थान्य इसणित्तराध्ययनत्रीसमेहलांप्रययनमातापाख्यानाइणत्तराध्यय नयोवीसमेऽत्या.ब्रह्मचर्यनाइसत्तियध्ययनसोलमेउया.उसके यायनाईसमरांग लगवती प्रीववार्छवियहारसुवेडयां पराप्रतिमा घडाव्या मराव्या,संघकालवानाइपरपावीधीओसुवेजहीमथी.नेते मनुष्यलोडमध्येसुत्रां प्रतिभापुलपटीहोछोन्तेपरानियन थीउराडे,ज्यातीर्थरची,रोग्यवी, ज्येबारे शादीते माहीपनाम रमपानहीने पुन्ननीविधीतेपणाविरती देवानीनपाभराधथी. जाएंघशमध्याहीपावउनीलयमापरानपी.पुन्नपाण्डायनावप सहितलगवंतनेनउत्पतेरुधी वटीतुभानप्रतिभा पुग्नेछोनेनेचुस्त्रः तीनोइरसनथीरता,ने अलोगीध्वनीप्रतिभामाटे.त्यारेजेटघुन पीवीयारतामेस्त्री,वरूनालोलगवंतरजलोगीछेत्तोसुक्षुष पारी घुपटीपनालोगीलगवंतनेतोडेचस्तुनरुत्पे,त्यारेसुन्नएरीने प्रतिमापुग्नेछरिसाहमोलगवंतने संडगावोणलेजलागीने लोगउरावाछतेसाउरतानथी. . __३४ . महीया शब्द फुलश्री पुजा कहे तेविषे. हींसाघरभीरहेछ लोगसमध्ये कीतीय वंदीय महीया पाहणेते महीयाग शजेपथी पुल्याउपाछे. जेवोजोयेजहेछ. ते पत्तर.. मेलोगसमा उरएतारतोगरायरेवछेसाघुसापपी,आवा विजनेसीघ्रपदोसन भी पीरती,सामापऊ,पोषान्य घीसाबरी नोरिपशनीयजनेतुमे महीयांशडेगलपुलनात्यायीन एगीगापरनाउयाथीनशी गापरने पुरेसे पनी पुन्नी Page #161 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( १३७२ तीपारेशासवानासुरेशमगराघरपोतेनरेतोसमनीप्नीलनेमा शामधीयोगाधरनेतोनवमेटीयेफ्यजाएरछे.सावरकरीत्रीवर खानापजापागेमहीयाशशेतनावपुन्नही पुन्ननेलगवंत सत्तारेजरपीछे.जनेसथडीलगवंतनी पुन्नगरधरेनाची होयतोपायरस्मीगमसायवतांसपीतवसमोसराभांमाएपानीना उभरतेवीयारम्ने. ___ ३५. लंकाराना प्रारंभ निखेद्यानो प्राखायो. श्रीमायारंगप्रथम सुतधेसवपरीशारजध्ययनेसाछेतेमाछापनोरनारलनिने द्योछेतीलांजेमउयुछेले. नथखषु भगवया परीना पवेवेइ इमस्त क्षेत्र जीचीयस्स १ परिवंदा २ माराणा ३ पुयाए ४ जाइ मरा मोपरगाएए दुरखपड़ीघायहेन ६॥ अर्थ-तत्यारउर्मजएननाारणनेविषाजा . निश्यललगवंत माझानजुहीये पाहींसायेऊभजपाध्यायेरेनिया जेमज्ञाही.ईरोन्ये पुररोडवतव्यनार्थ प.प.प्रसंसानेजथे रभा.मानवानेजथै उःपुनसलाधापामपानल] नाम मामर राभोमुरुषानजथे पडसंभारीपुरजापत्यालवानेजय ५. . जेण्डाररोजयनोजारनउरे तेरुनेइलसागरोने तसे अहियाए तसे अबोहिए उतांतेपृथ्वीनाकारलतेपुषनेण हीतनोअर्थहोतेजारलतेनेजोघजीत जापामधानोजर्थहोय.जही तनापुररथासे.जजोपीते भोथ्यातनोडररथारोवली. ___ एसरवलु गंथे एस खलु भोहे २ एस खलु मारे ३ एस रया नीरे ५ रहेन जेपृथ्वीनो झारल,नीश्येडजिधनगरगोनीस्येन्सनपणानुं उरगरजेनीर पेजनंतभररानुवधारनार उजे पृथ्वीकोजार नीस्येनरउनुजारा. . . ... . जेण्डाररानीहीसाहीतमेधहतेहींसारोछोतेछशारदामाहछे उजाहेरछेरसातमुंघरातोहीसानुलगवंतेऽत्युनपीजेलेजे पुन्ननी हीसानाजलागेनखागोजनेसमदृष्टीसंसारहेतेछभरलमान थपापहरेछे परापागोन्नरोछेतेरोरुरीसेहवाइजमषागें.नेत Page #162 -------------------------------------------------------------------------- ________________ तोपुलस्ने जालीनेजमुमोघमारलवधारयानामामीणे. तभारीसीगतीयाशेंतेसुत्रन्याययीयारीनेन्ने.. वलीहीत पार से सेवनस्पतिमनुष्यनोतुल्यपरोउत्पोते. इमपि जाइ धम्मियं एयपि जाइ धम्मियं १ इमपि बुढीपम्मिय एयंपिकुली धम्मयं २ इमंपि चित्तम तयं एयपि चित्तम तयं ३ इमंपि विक्षसो मितिर्य एयपि दिनको मितियं ४ इमपि अाहारगं एयपि आहारगं५ मपि अणि एयपि अणिञ्च ६ इमपि असासय एयपि असांसय ७ इमपि च. यावञ्चयं एयपि चयापचयं मंपि विपरिणाम धम्मियं एयपि पिपरिणा म पमियं ॥९॥ जय भिमनुष्यनेशरीरन ने मनन्मने यस्त लावेजमाछेजेसेननुष्य शरीरमामनुपस्पलापी मेमनुष्यनु शरीर.वृद्धस्वलावपामेछे.जे.जेवनस्पतीनुरारीरपए. धु-वृद्धीपामेछ. रममनुष्यनुशरीर वियतनावंतछे.जेजेमजेपणा येत्नावंतछेप जेमनुष्यनुशरीरमेनछीछेथे. मिभुडायसेती मपरायोमुसया मनुष्यनुरारीरक भन्सारवाहारलीः जे.तेमपानराहारलीयपाठ मनुष्य शरीरजनिताणपीर रोजेमजेपराजनीयजयीर. .जेभनुष्यनुशरीरनेभामा अतास्पतुरखीराक्षीणनावाथीभरगामेन्तमपराजसास्वत्तुपर्ण जेमनुष्यनुशरीरने मन्य पुष्ट,महीघुयाय.जेतेभजेपरापुटीयु थापदार्थ जेमनुष्य-शरीरनेभाविशेगावएरासवानोस्वलाव जेजेतेमजेपरारोगाधरी विचारासेर... ___ जेजालावे भंपी तेवनस्पतीजोजनेप्नेयंपी। त्युतेभनुष्यजाप्रेसरजुंएपनवधीपाभवंशगपशु-वीपासयुंभरचे खजुटेजाऽयंतेवृक्षहेरामाणिग्यु होयतोसाघुरुण्यछे छतांपुष एएनहीं रजेयुउतापरंतोउनोलयनथीगणतातेनपी.वनस्प टीनोसंघटोरेतोसुभभापायरिछतमुछेभनेतमेवृक्षनेहातां पापीयारतानयी वाजधर्मरोछो. २६. जीप दयासारु साधु रयोटुं बोले कहेले तेविषे. Page #163 -------------------------------------------------------------------------- ________________ (१३) होसापर्मिङसाधुनेविहारउरतांवयभांजेर्धवद्धवागुइनेषु खेतमेक्यां मृगाठीङटीांतीयारेग्जायारंगने भाषामध्ययने पहले पीसेउत्पोछेने, जातिवा नोजरांति मोषदेजातीहार्यमग्जर थकुनेछे के न्नातो पडो (साधु)नधीन्नरातोत्रेमध्याने सथै बहुजोसे, जेवातसुत्राविउछे सुत्रमांतोपायेजाश्रपनाइससरजांडांछे. कचीगार्यानोन्नुहोजोत्याग्जेमासापु॑ने॒जन्तु॑व्रततोन साधुन्नुहुंजोजेनहीं लगतीयाग तासापुन्नातोथो मृगाङने, “नोन्नरांती म्हेतान्नधुनेम "नोवहेन्भ”हेतांनङहे, जेटले मौन रहेतीबारे हसानेनुहुने घोषयत्याने जीन्jतपापास्युं. जेमसुद्धजयन्यावोजोसचा नुसुंडामधे ने मसीहांतनाजर्थ देख्योस्यो साल छविकाली मेजध्ययनेपहेलीगाथामांङछेने. पन्हं खलु भाषारा । परीसंवा चपन्नवं ॥ दान्तंतुविरायसिखे । दोन भासे जसव्वसो || जय यार. जनीये. ला. लाषानास्वरपने पसीने. प. प्रज्ञावंत साप घे. सत्यजसत्य जसत्य २. जेजे लाषाने तु. पुरणवी-जोलवानाीपयो ग. सि. सी. ऐ. जसत्यवीलाषाने सत्यासत्य र जेजेलाषा नजोसे. स. सर्वयामारे. " मांससत्यसने मी अलाश जेारोनी डारोपाजोलवी विजे पीछे, वसीपन्नवान्जगीयारमै पहे उत्पोछे. सरीर प्पभावा भावा दोहि समहि भासए भासं भासा चनुप्पगारा दोनिय भाषा - मयाई ॥ जः ससरीर प्रलावता पुर्वेक ही छे. पांडाययोगे लावा पुछे जाहुण्याला जाहुस्यामी गीएऐये डोयेणं निसरे. तहव याग्नेियांन्भेगेातिग झेडसमे डायायेग्रहे. जी ने सभेवयननीसरे जेटसेजेममये लाषा. जेम्समयेलाषानापुछ्गलग्रह जीने संमये लापारजनुमती सत्यमाषा रजसत्यासत्या रजेजेलाषा. मापणसत्य व्यवहार जेजेलापानीज शुजाज्ञातीर्थरेपीपी. तथाखायारंगजीने सतजं पेलावासध्ययने पहेले आहे सेङछेने. प्रतीता जेय पप्पन्नाजेय अणागया अरता भगवंता सयेते एया Page #164 -------------------------------------------------------------------------- ________________ (१४०) शिचैव चतारी भाष एजाताइ भासिसुवा भासतिया भासस्ततिषा ॥ अर्थ- जे.जे.यन्यारलावानीन्नतने जत्रेजेमनङत्युंने तीर्थहरयार लाषासेना तेला. सपनेलापनडुबा ला लाजे छेवर्त्तमानमन. लाजागतीर्थरलाजरी. (अर्धमागधी लाषाये) हासापरमी हे तीर्थउपायारलाषाले मलुखो सकुंलो हरेछे, नेमतेम उरी जोस हरेतो पछी हसापलरेपल खेमगीताने श्रीतीर्थकर बुजो लेग्जे वातडे मजोसे. हांतोजेम उद्यछनेत्राम्रमनातीर्थकुरयारलाषाना सरपने उपेछेनेजेसत्यला वह कुमार जोसजावे. ने भजेप्रन्नपी, जेसप्रन्नपी जे जोसची जेनजासो तथा लेडीने जोस जावीजेमम्योछे. परातीर्थम्रनु राजाले जर्मनी तथा समष्टीचारलाषाजोसतांनारापपन्नवणा पहजगीयारनेज्पोछे रखनेजसंनतीयारलाषाजोसतापाविराधक, सारसासन नोज हथयो होवे, योयोखाश्रवसेव्यो होय, तो जोसो, ढांडवोजे हवे समष्टीनुहुंजोसे. जे खर्थजोयेड हेछ. समष्टीयारलाषानास उपने नयार्थिन्नातोय डोजोले छे. नेमारे नयनापीथयो, जारापयोः खने मीध्यातीयारलाषास पपड़ी नरपाषिनाजोसेछेते मारेपीययो भन्नतेतोज्ञानछे. परा मध्यात्नीने श्रायेत्राज्ञानत्याः तीनसमदृष्टी यथार्थन्नातोला बाजोपाधड जने मी ध्यातीस उपयएयाबीना जोसेतेारो यारोसतोची पडद्या. हांयारलाषासमष्टीने जोजवानीलगवंतनी खाज्ञानयी ३७ नदी उतरे आनी माग्ना साधुने बेलेम फुलथी पुजा हींसापरमी कुहे जये उरीनेछे हवेतेनी जाग्ना छैते प्पर दृष्टांत नहीनी जाछे सापुणे तेम तमने पास ही स हुमनी पुल डे ठेडाडो छे तेपाठ सुत्रमा थी जो नही हैजी साधुग्नासो जवसोजारो पडतो होखेवीजंम तोप राजेश वीजं मलषुपए। नहीनीतर! वी.तेशीवाडोर्य रातो न होतो तिरेने मतमोडल नमले लीलायर बता होतो Page #165 -------------------------------------------------------------------------- ________________ इशंतमजेपरातेमलभोनयीउरतोरशतवीनाजानाम्होडेभ अपलानेजपपीमतीसुने सुत्रसाजोडेअरोडेजातोभनाजे तेथीनामानीजेनर्यः ३८. पूजा ते दया कहेजे ते विषे. - हींसाघरमीउछेजमारपुन्नताहीसाथायतेघ्यार.परीएरा .. भनेसुहपरोउरीनेखागसलायनानोसालघरोधायलेभावोजो हतांघुललागे,पएपछेलावनाल्सयी नेसणतरीन्नयनेणत्तर न्मापी हेहरानीनीवनोपयार्याय.पुन्न पायानारी रेतीहाँसगे तोलिंसापधुटनी धुडनी खेछेनभारेगनेहींसाथीनिवरतवानालाव ३पालीनीसेतीवारेतभारीपुन्नपथायजेषेजेतो घुडानीसरेछे, वानाजोवानोऽष्टांतपुरणपरभस्योनहीं घुऽथीपापीनीप्रति लीनछे.तेमपुन्नयरीयानीप्रतिपएलिन्नछे,तीचारेहींसाघरभीउके प्रश्नव्याउररापलेसंवरहारध्यानासानाभांछे,तमारपुयाह वोटयानोनाभछेतेभारे पुन्नतेहेयानरावी.तीवारेहीयेनेसासहीत पुन्नतेनेच्या राक्सोतो जेसाहनामध्यानाछेतेभांप्नोग(यज्ञोपनी पुनाजेहवोन्ताभपाट्यानोजलेजपसुयडरीयज्ञरेछेजेपराध याभांडररोयानोयज्ञतोहरसीमुनीरजेवालरानेणत्तराध्ययनमा रभामांन्सन्दरमायामाग्यो.यज्ञघ्याभामगीयेभागहीसा नाचीते. उजीवकाए असमारभंना' । मोसं अदतंच असेपमा पा। परीगहं थिर्न माग माया ॥ एवं परीणायचरेज दंता॥४१॥ मुसंवुडा पंचहि संवरेहि। इह जीवियं अरावकरयमाणा ॥ योसिठ का या सुचत देहा । महाजय जयह जन्नसेठं ॥४२॥ जर्मन छबनीजयनाजातजारलनेजरामरतोय.मो.मसत्यनेमजनने. पुनाजसेवतोय..परीयहने.स्त्रीने भाभान.भा.भायाने नेपूर्वउपातेन.पा.मायनपीने पयजीने प्रवर्तीमतेथः नसुलसीपरेसंवर्याजाश्रवनेोप-पायसवरेजी.जेभनुष्यसो उनेविषयसमभीष्टयतप्यनेजसायांतोषशेयोन्ममतात्मायने Page #166 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( १४५. उरचेजरीबोसरायोभयान सुभनन्नेगेउरीपवीत्रसुसुजाजपाठ खेरीतम्ल्याहने पोषासाघुतेमभोयर्भशत्रुनोग्यरेहने विकासेवालजमाहे.श्रेष्ठप्रधानण्जनेय लेने कीयाजवयननेश मेजेन्वयनछेच्या व्यन्यतेमाटे. १२.... जेयजध्याभा पराव्ययज्ञघ्याभांडीमतभेडहोणेपुन्ननाम प्यानोछेत्यारेब्रह्माविशुनीपुनसेमारजेपातमारेनतेप्यामा पररोतयासाघुनेसमशोभाहपोह्यासमपामाहातेसापुर हीये-तमाखेजेसभरासायाधिस्तथामाहरानेरवावासातेटला सर्वसाधुनधास्येन्जेमसुन्योपयोगीय मनोसोणे.घ्शनानाम मंगलपाछेतमारेटेजेजानंगलीउतयाजाजानापाननीवानरवाल जांधेरोपराध्यानासाहनाममायारोजेभलोरी पक्षनाडांनामध्या नेह्यांपाउरतव्यसोरी ऊनानयोगएयायानुनाममोसयोग युनेग्मोरावतेपराध्या मेसेजेनारी उसोरखवतेच्याहोयतोसुरी यालनेमाज्ञारीमनीपीडितधापुरतेहीन तमारे भतेध्याछेतोसाधु पुन्ननीमाज्ञामनधयोध्यानीतोशाज्ञान'छ. वसीही साधरभीपातेन मेमानसीतसुत्रमानेछेतेनात्रीनजध्ययन भाअव्यपुनलायपुर नेसायनपुन्ननाजधीर तथा अन्यपुनना नेलापने पुन्ननाईलहेजाग्यांछेतेपास्त्रीममप्यायनयी भायरा चारीत्तापुटाणं कदा घोरंतर चरणं दञ्चच्चर वीरय सीसपुया सकार दागादियोक गोयमा भावणं मुग्गविहारी आय दपथगनु एयंच गोयना केई अमुलीय समय सझावे उसनुविहारी नियवासियो अहिठपरसोगपचरवाए सयंमती इङ्किरससायागारवा. इमुबीए राग दोसा मोहाहंकार मम कारीयं संजम सद्धम्मपरंमुहे निवयं अफश एतेरां रोदकुराभीग्गहिर्ड मिरदिठीणो कयसावजजोग पचरवाराविषमुक्का सेसंगारंपरीगाहे व्यत्तातए भारतात ए नाममेनं मुंडे अणगारे महव्वरधारी समरो वीभवीसा एवंम चमारो अमहे अरहंतारा भगवंताएं गंध मल्सं यदीव धुया Page #167 -------------------------------------------------------------------------- ________________ (१४३ पुयासकारहिं अशुदियह पकुव्यागातिलुडप्पा करेमित्तं तहनिमन्च गोयमा समशुनजारोजा बुधिहीडकायहीयंतु संजभवीजनकप्पए सन्वहाअविरर सुरासे कसी पटकमाषयकारियंतु भावब्यमयुठे गोयमा मनीसेसयं देसविरय अविरयागंतु भय अचान्नघोर दुषगि दापय जखि उनन्चेवेयसंसत्तो अरांतरघुत्तो दुगंधा रवार पीत वसजषु मपुयं कढकढत खटखटलस संतो गोयमा॥ जनाएषेत्माय पुन्मती यहरनीया-यारीमनुष्टान जयघोर तत्पत्ययारीत्रनेवांघ्न मस्तार चोतेलावन हवेप्रव्यपुनव्हेछेची व्रतमारपांते.सी. सीसखायारउपपुलस.सताररबोते.घ.घन,सीयसतपालायतेस रयेप्रव्यपुन्न.गो.महोगोतमवलीलाबपुन्नतेलालावन्नवली.मुणय वीहायलगीहोयजा ध्रव्यपुन्नतेनतीने हेवुतेसे.रिनसासननेविषेगो. महोगोतमोडिजमुनी.सन्सीडांतनालावन्नएयानयीणन्सन भथीपज्याची यीयारपीथास्याहारी.नी प्रतिजंघनवाससहीतजाले रोपरसोस्नीपीअरीनथीबातानथीस.पोतानेमतेन्यासेछे.रोधी, रस,गारवसातागारवेरीभुरायायायायगावेरीसहीतमो. मोहगंधारेउरीसहीनामममतानेविषेप्रतिजधसहीत-संसन्मयील लाधरमपी पिपराहमानिध्यारीतासरहीतपापनीसुगरहीतमः उदगारहीताजेन्जेल्परोयेर प्रारमनाइरहारपापारमेनीस हीतजलीनाहीत.भी भीच्यादृष्टीनोपली.सावनन्नेगनापयजा एउरी वेगलांमुज्यासेजारंल.परीग्रस्नासंगीपिपेत्रीविजमी अरऊरीने.यच्यभार लालावभाजनानाममात्रभु-मुंडजाण रामभा महाव्रतधारीसाधुमेहबुंभनभांसन्समपोलधारसे. मेममानतायमरजभेमजीतनेललगवंतने गंगंड घेरीमा सेरी पीसीवेरी-पु.घुपेरी-पु.पुन्नसतारेरीकीन तीनवकीजियमउरताथरपन्जलात्कारेमभेतिर्थरनीस्थापनाउरसुंते सरवे प्रव्यसींगीतुंवयनतातहेननहीं.गो.जो गोतम संग्रव्यसींगी मुंवयनलघुपएनन्नएकुंजुत्तीर्यउरसायनातभरीधरमरहेभारे. Page #168 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( १४ संसंबभनाभराने पुशीपुबरेनहीं जामोरेनहींतोप्रायने सावन्पुनडेभा.सासर्वथाजवरतीनेपाजारयानेग्यनहीं,पु नउरचायनहीं. उरभक्षयरवाशनेबारमक्षयरवाउने. ला.संजभरपलायपुन्नयीरमक्षयथायगोनोगौतममजा व्रतीरेसप्रतीम-समष्टी,जवतीसर्वनेललाव पुन्नजारयाब्लेग्य. माहवेसावन प्रव्यपुन्ननाइसजाउ.मातेरोघरघपुरवस्वरेपज गननुजसवंतेहुवेपुनथी-जजनंतीवारपुजपामशे. पु-चसीपुरगंघम डोजरयाजाजारपी-पीतोशसजभतेनोसभोहछे-कायरजीपीर सेनोसभोड्छ..दुएनीपरेणिजसेणतेमाजगाटोसघागराये गलीप जलजलताशिसवसार राष्टउरे.गोजलेगौतमसावनच्या बनानेहलांसरसमेत णेरीगरेभानसीतसुनानीनजध्ययनमाजपीरघपाछेते ग्रंथव पोरवानाजजपीजतिसारंरामाप्रधाजलाउरेल छेमेथीव -धुजपीरभानसीतथीन्नेऽसेवाशीवायसेन्सुत्रनापायमान "ध्ययनभापरानेवासघीमार छेतेपदान्नदो. ३९ प्रवचनना प्रतिनिकने हातां दोषनथी कहते विषे. हीसा घभी रहे के प्रवचननाप्रतिनीम्नेहरावोलेनोशेषना लेनीसाजन सीतयुमध्येहीछेने वाटमाणाधनोलवतो तीरमायार्यप रोपरीवारेनाव्या.वाधनोलयन्नएरीनेसीयोनेउत्युंगुरछनेराजो तीवारेसीष्येडाभराप्णीयेतीवारगुहेपहीलामविराघवेपछे विराघवेराजोपछेसीयरात्रेत्रासीहमाह सीष्येप्रायरळीतमाग्यु गुरउरुतुसुद्धले.तनेभायरछीतनजावेतेंभातासापायनिक छीजागलानार्णवायीघ्याठीतेनोगत्तरन्नेसींघमायेप्राय राखीतनयी-तोगोसालेजेसाघुमायाता,जेरुचारमपराधीनरुपयो नहींरेभालगवंतेहरावानोपा रिपडेशमधीपोनहींीजनेपोता, व्रतलांगीनेजागलानेणगारे ते पापनहींतोजंजनासातसेंसी ष्यवृषापरीसहेपरालव्याभुवा.तेभांजेऊन राजाझाटेततोसातवें Page #169 -------------------------------------------------------------------------- ________________ लवताएगा पित्तरागनीनासाग्नेमनयी पोतानाव्रतनांगीने मागष्य. नेगारयो सुत्र पिरिदउछे. लगवंतनोमारगनोग्नेछेने मंतगडसूत्रे प्ररर्गेश्रीकृष्णपुछ्युले गम्सुमान.डीहांपत्यारेनगवंते उत्साहिय म"महितगमहिपार्यनर्थसाध्यो. त्यामानानटपरथानेदेष नाव्यो त्यारी लगवंते मृत्युं, माणं तुम्मं कन्हा तस्स पुरिसस्स पउभावजहिं एवं रवलु कुन्हा नेएवं पुरीसेशंगयसुकमालस्स साहिजे दिन्ने पर्ष मामारणेनु-तुम्हे हो पृष्यतने पु. पुरेष परे परदेषोतमेद्वेष मारो नेप्रेममा निश्छेउ हो दृष्यतेते. पु-पुषे गगळसुष्माष्ट समगारनेसा साहान्न्यापी सीधी - मतमे रपरिषनाटिरामाना गटाया मते परिषगसुमार ना रेरालवराज्या त्या कृष्णा तेविषनेठेममाएगीरतीयारेलगवंते प्रत्युतमने द्वारामांन्नतासाहामानी ठीयाचेब ठिइशंका लं करिसइ उहेनांगलोर थयो धोतीलेरीने ठाण. उरी . -सेमरतमा मोरणाव्यो तमनेनीजलोथलो हेठोपडीनेमररी नीवारैतुन्नीरसेनेने पुरष गन्मष्ठमानने पारणाकारोछेपएप्रग टनामलगवंते.त्युनही नोप्रतिनी पुन मारखोहरदोग्योमपिनमार गांठेमहोवेर ने दीयारी लेने २० गुरुमहावनीने देवअवतीने ते विषे-पिरापार्मिसायरस्पष्ट रीत्या थापनायार्य होगाउठानागुरीगरीबी नेने मामएप्टेवे एणते थापनायार्यने उपाएगी यूपीपपुरनिरैते मनेगरिमाव्रतीछे नेनेसम्पीतनो संघटपटेनहीं परगावीवेहविष्ठसमेटघुनन्लोरर मावतीछेत्यारै बिसंग्नव्रती मेलपीतनो संगटेदिने भएटरो। नेमतोदियारी ४१जीनप्रनिमा जिनसररची कहे ते विषेउचर-हिंसा धर्मिठो मेलिनप्रारिमारिनसरपीछेरेवतोपर्यतेतेलमन्यायपृष्टी ५०० घनुष्य प्रमाएगेले तीर्थप्टरनणयपगममाएर पुन्नरतानथु ए. पगारैछन्त्यारे पुछीयले नवग्याहनानुनोसरीपाएपएएएए Page #170 -------------------------------------------------------------------------- ________________ (१४७ नोसरीष्णपणो मनहलानाशना विगैरेमनीन्तयाग्निवरने मुजसागपायसनी गमसायवे छेमेनेने प्रतिमाने गुरपाणीपस्त्र मालूषएपधुप.घीपन्नृत्यगीन लोग डेमरावेछे । संसारमा मनुष्योटो पण हवा पुरष सोचे तेही सुनी गीतरछे ते मालेरको संससु रानालोगीछे तानेनाटेचप एएमससुरामारेछेन्मात्यले एनुमान). कलेगगी प्रमुग्नमागप्टेमन्नमहिषमारैछे विष्णुवायह्मासिब राम प्रति गणेशसरस्वतीनपिनबस्यटेबछेन्तोतेहनीपूलमा पाना “पुल धुप.ही पहोयप.एमससुरारी नहोवेने वस्तुनोलोगीवरहरेप तेरस्तुतेहनी प्रतिमाने पण पुन्नरममावे.तीमवस्तुपितरागनेछ 'ट्ये ते वस्तुवितरागर्ने प्रतिमानेयमारता होपतोमनाये प्रतिमा चित्तरागनी होयपालवनी हंशराश्रीचीतरागनहुरैरुजनतेलवर याप डी वितरागनी प्रतिमा पुलयेग्जेरान डेममफे न्ने रिचरागल पाएगी पु. सीपयस्वालुषगनालोगीहोपतोत्तोपून्नमानियहोयाऽरनारी: गसंसाररस मुमतरैग्नेटसोसाल होपपपरित्तागोबरच त्यागीटेले. लोगवाडे तोते महापापारागेकपएग्जामंत्रेनोपए पापात्रगेटिराध्य यनवीरमे मनायी मुनीने रान्नये मन्नाएपोलोग मंत्.एछेसमठीत पाम्योतीबारे पूर्षेनोगमामंतारतेमापनाच नमान्यो तेयापारय तारन मां-पुछिऊरांमए तुझंझापा विधोपजोकशानि मंनियायनोगेहिानंसखंसिरसेहिमा अर्थ-पुषीने मामेंतु उन्नने जा धर्मध्यान-गवि विप्रधान नेलेष्ठिधुनि रामंत्रएगी. मो. लोगपुर संगीतुंलोग लोग त्यापितंन्टेसर्वे. सिमस्त. उरीनमाबुछ मे माहौनपराघसर्वे. तोश्रीवितरागने वीसराव्यारे लोगडेमयुप्मवेतिपाटेवतानीरीने लप्ति पुरुन रोछो तोडेवलावरचपरेराव्यांछेतेनमे मनायी पहेरवानेटमुन्नेगरि पाएंवणीमराणीरत्याछोरी यी लिनप्रतिमान्निसरीप्नीछे तो तुमनपीठेतरेलरतर्पयतमा निर्थर रास्चताछे तीर्थ पुरनरेटरहोसुपरवाइको छोरणीनणारे. Page #171 -------------------------------------------------------------------------- ________________ (१४७ ) पणवासुदेवासुदेवल्यक्रियटिने पक्रवर्तितीर्थ पुरेती ठर. प्रेग्नेटोरमानेलेलाथायनहीनेवीग्ननादिपकनोथीतीलाबछे सने रिनप्रतिमानिनरररमी तमे होछोतोरनेड वेत्रमानौपगमे प्र. निमालेसी तुमथीजेपछेउमष्यीवर तीर्थ ठरवियरै त्याची परतापग्रीसपपीसनेयएलगे मारउमरठी सयक्र पर पकनालयविगे रेलगवतनापुन्यने मतीरे पुरी घाग्पिश्चनहींग्स ने गिन प्रतिमालि नसरजीछे तोतेमांनोग्न परालय, मटनोनपी मारेलमनायेलुरोमो. उर. हिंसाधर्मिअनेगीसातामनिनो मुकाबलोमसतीवानो- ग्रेस्सर सामातिनो मत छेन्जयगजंगली सुनमंधेछठे मध्ययने उत्युः सीउंदगंसिवउ बीयकायंअहायकंमंतह इथियाउगाएगंतचारी सिह. अम्मघम्मे तवस्सिएगो गालिसमेनिपावंगाणा अर्थसासगीत पाएगीसेरकुंजीसारगोघमासीनो एलगारको जः नाघापुरमीनाकारप्टेयोन नेम न्या. मरीनो प्रसंगपए वो जेठी विहारनेपिज्यमवंतनेणेप्राप्रैग्याप एराने परने. पठारमन्ज समाराधर्मनेविषेप्रचन्ता नेता तपस्चीने एा. पापखानिकीयरपिसीतोष्टादिष्ठायोडपपिहारीनपरची न धननयी - ----- ----- ......... . प्रदुमारनेगोराए ठत्युंररीररदरगधर्मजमारोछेसीनोगपाएगीगारमाहुराधापुरमीमाहारग्ननेस्त्रीने सेरो पुरएगेजेरांगनालोगररांतहनोहोपनहींटेसरघानमारीएएए. , नारम्परेपाछुत्युनजुन्नमातेरठेहएगेनवमीगाथामां-सीवाय.बी. उदगइथिपापडीसेवमाएगासमरगाभवंनिगाभागारीको ईवीसमगाभवंतुसेवंतिउनेवि तहप्पगागाला मर्थ.-सीपी ती दिन सारगोधुमारि जमत पाएगी रिलीयापिने टपायान परिमोगरताया सातपस्वी झालोग्रहस्थ पाटेसां तर विषे विसरतांस साधुनपस्वीरथायरसेसचे लोगवे. "खतेपात तथामडारीमतीनेमेष्ठसविताराषितेनटहस्य. Page #172 -------------------------------------------------------------------------- ________________ (१४८) नेरगधनामार्गेनेनवस्याये नासायंतनेचनपगमेडाठीटि हरपाकुसुधाषाष्टिनाटसही नेगेष्टारर तेपातपरचीगम्योर नगरतीसततक्यमेगोसासानोमतप्मृत्योत्यांसीद्धानेपाठ वेसायाएवं बालतपसीने संनाप्यो किंभवं मुएगीमुएगी निउदाहुज एसे जायरी ए.-तीमहीसाघरमीतघ्याघरमीनेहेमीने.संतापे. पपछे. ७ वणीगोयाटपालनामा नपपिपरीहारमनयतीन्नेडीने त्यामतेम हिसायमीनाथसत्रन्नमाहात्मनथापिरे ऽविष्टास. नाहीसोगमेयं यन्नेड्यापेहेरांप्रनिमान्नेडारावासंघ.प्ढरानालटेनाऽरामाटे २. यापीगोस्लामनीमोग्ने पनि कम्मगिजाइंछ वागरगाईवागरेनीतं खानप्रसाभंसुहंदुहंजीवीयंमरणं नेगरीगालवतमत होतीमही राघरमी पगारालान खाना सुन पुलपितामरणामंत्रमंत्र देतीपौष्ठरीमा लपीराइरेछे. वाफगोसाणे नेसप्पुयायेपालगवंतने तेल्लुटेनामुठी पए पापधीनगर्या नेम्दीरघरमीये पण पणिरु यमारोपने होम्यारणीयामरगी राघुनै मानेनोपापसामग्मीनो बनायेणे. 'दु गोराने शरीरे पधग्वार ययो ते चारेमाटीमीतपाएगीवाट्यो "पुगगहथगजेसमा हायमा रयानाला फनाया मांड्यांने पाठांइयाने तस्स वियर वंजरस पछाद गछयाएइमाइंअठचरीमाइ पन्नवेतित चरिमे पारो चरिमेगे ये चरिमेनट्टे चरिमेअंजली कम्मेचरीमे पोरवलसवट्टएमाहा मेहेचरिमेसेएएगगंघहथीचरीमे माहाशीलाए कंटएसंगामे बचगइमीसे उस प्पिंगीएचउविसाए निथयकराएगंच रिमे तिपयरे सीसीसईमा पर्थन्नने पएएमपपान ने गाणननीमीले स्वर्ण र स्तमाएडयरीम प्रते परिपेयापीओनहीं हुवेमहरीले उछेन्यरीम पान,परमगानयरीमनटपरीम.नं. गदीपुर्मरामिएलसंच उमेघपायम सेयनहरती एयरी Page #173 -------------------------------------------------------------------------- ________________ (१४८ म माफारदिया. पुटपुनामासंग्राम महनामयमुन्ः यहीय. रापिएपिने रिपेयोचीनीर्थपुरमाहीयर्मतीर्थरपुंसीजीसन्नर नमनहरीश तिहापानाही यारने पोनानीनपैदराये परमपाएगोरे. हुचोपोनानानिवरगगमनेरीयानी नएए रवायती नलिनानिए खेनिननेग्नावस्येवे ओहदेविषेशेषनहीं तथानहीजेहनेहो पंसम. ने फोपसमने पुरलेसेधुंधुमेहने प्रष्ठाशयानेनर्ये तयार पाठ वाने अर्पफुचे मित्युत्तेमहीराघरमा पपपीते मायारसी ससेवीने शास्त्रनापालेडीनेनवाटेनाडेछे. गोसासेपोतानोनामतीर्थ उरघराच्योरेन्नेरीपर्वलनने गोवी समतीमहीसा घरमीपणा हे महावीरयष्ठी मनाटीमेपाटे गोरमसोम बंगुने पाटेनमेगमछे - ८ गोरुपमरएतवेल्या कृत्युंमाहरोमहोपछव.सीवापारपी) पुरी एउवा पढन्ले पोवीररमो लिन मुनि गया प्रेमान्ने नीमहिंसाघरमी पएकीकीने मांडवीरावान्यन्यन्ब्रयल्य नएउहप्चे.मुवाटेरडी पगारावा छे. ~ अंतिमराइयं सिपरिणममाएगासे पडिसंघसमनं गुहेत पछी गोशासातमीरात्रीने परीएएमताथपुनीवर्तनाथनायि प.पाम्योसमष्ठिननिहां प्रत्युहाहा! गोसाटेपरमप्राप्तीपुत्रो मन एगपाती नरिहंतनोनवनीत पोयना शिष्यप्राय ने टेलीने तु. त्यंबेडाजेपरगवडीररी पी सावरानगरमांन्रा. ययोदय सेनी सर्व कामेताएगी घस.न्नेमुनमाथुपुलेने केलेले गोसासोमनाती पुत्र प्रभागघाना महापापी पानंडी छामस्थापन मुनोग्राम नरोतोतमनेमारासमणे नेमकेतोरणमुपिछे रीव्यपारष्ठपोपुलरान्तायप्पिायनापुमाऽस्यपी नगरी यीतरीथापनानीनेपोमांडीलावे.हरयेनोखतारा पगांधी तापीठीयो पस्योरोमहीने समसष्ठयो नेणेरावधीनगरस्यवधी पीतरीयापनापुरीमेवरोजरन्नरगीतेमाफिरंगघरमीपमानिने Page #174 -------------------------------------------------------------------------- ________________ (१५०) वीमाने छे. थापनाने १० उपासनाहशा छठे अध्ययने झुंड होसीयां श्राप ने गोमती हेवताये पुत्यो पठाएपुर्म"(एग्धिमे जएगपुरवे मानवीर्यनोडी घोऽर्धनथथातीथानारहोपते थाय तीम हीसाघरमी पाछे नेकी यापुर्येमुदितनयीमती लव स्थीतिपापुसे त्यारे हम विनामुदितम ११. १५ मेसन गोसा कानोमोटो श्राव जायं पुसनामेरापीत येछे, ने माहारो धर्माचार्य गोसाओ मंजली पुत्र सर्वज्ञानी सर्पदर्शनी, सर्वपार्थना रोप्नएहार तीच पेडुप्पन्न मरागप सब्बनु सब्बदसिंहने पुरसेवाहसुरजले प्रश्न पुछसुं जेमुरारने जन्निनेनि नपुरी मान्यो तेम हीसा धकमीपणा ज्ञान दर्शन यारिभ, जतीशय वाएगीवीना प्रतिमान किनने जिन पुरी माने छे खेखाही घरगां पाठ लेता हीं साधरमी गोसा दानाद्वेजयतहीनन्नाएगा गोसाखाने मते थापनामानेछे. ४. मुहुपति सदाका न राखवाथी हंशा थाए तेविषे- वजी ही साधर्मि घ्याधर्मिष्ठुहेछेले तुमे मुहुपतीस एक प्रेम गोरो छो? गौतमरचामीयेतो शीघ्र राजनीरागी (मगाराएगी) तेने मृगासोढी मोटोपुत्र छे सेनयार पुत्रमाहासुंराद्वारछेने मृगासोढीयो महादुगर्दछेलो पेरामाहे राजेछे-राएगीवेसपालटी गाडीमांसाहारलरी तेहने हेवा भयछे तेजवा मारेगौतमस्वामी गया. वाएगीबांधा पुछ्रेष वार्याछो? गौतमपुङ्गेतमारोपुत्रन्तेरा. त्यारेराणीयारपुत्र सीएंग गार्या गौतमनेपगेटरगाड्या गौतम दुहेलीपरामा राज्योछे तेजबोछे राएग्जेवरन्त्रपारस्यात्लोयरानेद्वारेगर्छ तिहामहा दुर्गंधन्नारािएगी सेगौतमने प्रत्युं स्वामीदुर्गंध घएपीछे ते माटेमुजजांघो तीवारैराएगीं पुरावा माटे "मुहपोतीमायेमुजंधे "उत्यु पएगौतमख्यामीतमारीपरे सहानुरूपेतिहेतान ही तेत्तिरः ले गौतमस्वामीये लोगंरामा नागनराणीना उत्यायी मोठे मुहऐति जांधीमानोछो, तीराणीथडीवात पुरीयार बरतो हेमवानथीज्जाव्यो. तारो पुत्लोंयरामांगजोछे तेरे जरामाटे जाग्यो छु. जेटलीवाल खुप घाडे लोकं मुहली Page #175 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ૧૫૧૩ हतीऐनहीं? नमारेसेतो गधाडे मोढे जोट्या दर्या मुहपतिने लुंपरां जागस हीधी ने पेहेलामोढे हाथ पेएा हीधी नथी त्यो त्यारे घोडेमोठे गोतमस्वामी जोल्या डीम डीघोते दुहरे ? हेवानुपीया! साधुनोवेधन रन्नेहरगोने मुहरेतिछेतुमालानेननोऽहोवे तेररीने मुहपति लोगोतम छन् पेात्नोयराने द्वारे दुर्गंध न्नएगीने राणीना दुहीएटर जवा माटेनाऐ दुर्गंध नसावेतेमदुर्यु खेती समतालाबीमपुरीषः छेषएाग्नेटलो लाप्तबंतनोवयनराज्यो· कुमरीजवहेवरचामी सोध दुरसारिता उत्यार्थीसीजा राजी नीम - ऐए। गौतम घोडे मोठे खोले प्रेम? रजीडोई दुहे वीराएग वायुनिपुले तेएगे वायुप्राण्यारमरेनेहनीन्त नाने मुले सुरुदेति साधु हेरेछे. ती वायुवराम नार्थानथी. नीतीनानोपायप्रेमनधीरोदुता? लेतिर भेटलो कोडायलेटसो गोष्ठीजे छत्रमहति हीछे पान पति नथीही नीवारे हिंस्रा धर मी दुहेनादुपए। मुजमर्यादामांछितो पूएचिंद्रभानोमोजो तीवरैनापुलेसोजाव्यो ऐनहीं? तेबारे दुहीयेने पूर्गसंद्र मुजगाएगीये तीवारेनेत्रपए। मुजमर्यादामां जाव्याते पराग ढांचाग सुत्रमांमुह तिपुहीछे ने मुजढाटुवामाटेन दुही छेतेन एान्ते. ४४ देवतामतिमा पुजे ते लोकीक खानेते विषे. सोहम्मकप्पवा सीदेवो ॥ सकस्समरिस्सेएां ॥ सामाजिय संगम । बेइसूरिं दपड़ी निविठो ॥१॥ तिलोकं प्रसमधंति । पेहए तरस चास कार्ड प्रजेव पासहइमं ममवशरणं भठजोगंच शा जे जेगाथा जापस पुनी निर्यु प्रितनीछे, सकेंद्रनो सामानीसंग मोहेबता जलव्यमथ्यादृष्टी विमाननो घएगी ते एगे प्रतिमां पुलही ब्लेस महितजाने प्रतिमानुं पुनवुहोमतोमीध्याती जलव्य डीम पुने ? नमोथुएंडीम! लव्य, जलव्य जेकु पुन्नेते प्रतिमा संस्परहेज नथीमोक्षार्थ-नववहार पुन्यानोछेले शंशा जातो. न्य· हंशा धर्मीहेछे. आपले गंएगा शाशयनोन्नए पाउंडरो नेवीशेतिर Page #176 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्रावने पुन्नतथा यैहन शजियाग्ने उहेछन्गगुन्नाप गुनहोटलोतमने गारगंपयारीने मानेनहीं चाशतेशीयातजुन्नएगपएउगा देतान थी-पोतानाछी घ्रणिगडे याराने याचा जपाने शोधेगावप्रथमायानचंन्नएर परांनटेनेतीप्रवदंगा इंशाधर्मीमहे लेमतेने माने घ्रपारंगीर्माथ्याप्रटीशाधुडेवाग्नेछे. दे.परपुरीपरम्नाछेन्टेनेग्यसेवामाथानोऽदा नवाग्रंथोरना ववरवाशते प्रेगिपरशोधेप्नेगररिजवुनहींतेपोतानुमतएनवाशतेन्हवेष्टग्जाधर्मी छलगवंते नोश्रावस्ने वान्नएर पएण्यासाहप्छे तेत्रीशश्रुमांतरोछे.पागतेणेपरातमाह नीशीथतेनीयोयोध्यान तेमाना गणमाने श्रुमतीमानतेम नागारसंग येशधारीने वारेमानही तेशुजायारंगा शालप्रेग्यान धारेनहतानतरननरम पडत वारीमाता श्रूत्रमारमामधेनमालत शत्रुरान्नने श्रुष्माघीन्समे प्रघानेलिन प्रहरिन धर्म एगावे.स्टोनथारामतीनेशनमसरधोटेग्राही रेशपिटवंतामवहायरीश्राव हुनगएपठामे हरछे वारिनेमचीयारोपयशष्ठ शुनसरयशने शरीनेछे स्यागफीनताह तरवाशतेोणिपाने उरेनो-घ्रष्टांत शरश्रु बोगटेरेज रेदीकोशीह तातोशी हेलीनीनी पाछापगदानयादा गीनेटप्लेशाश्रुष्ठरुवाबाहेशपत्नस्रोश मतोशीही होमोटो हेरीएपनुशारोतोटो शाहमुनजान्नशो पछेगा पृष्टानापयारोशष्माहपडीवानीने रेत वावलियान जीहीतायेगेरे सेशाहेशालाप्लवमेवानावरी नहटोपथरहतोतेनेशलाटेप. गटाउरोयोटातीशीह छतेमाशीहनालशन थीमारनतारीहरगारगाएपछेतारेय. बोरे हेचपिरोहा ते पंगभारोजीनाछेतेने शटरटेगा पथरपीनारने गोमातेनेठेमध्यमानछेनेटप्टेशपश्रुटिमास्टर ने एजाएगी जेन्नएटिएशिहिनवधर्मरेबाराधी घाराप राजबी हंशपथदिपुररहेकोमा भारानवाटोटे शारछे शपुरी