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________________ याए‍ विद्यावयपइयापति सद्दावनियमावशगंधा शमालवैतपरिया चित्रा शिवामही या पति जावपि लीन चिह्नितया परिवतित साईपास रुप मे जे बुद्दी विदीवि महाविदाहि वासाचा विद हिवरवादादा दवरकरास विचिनिसढनील वंता । चित्राशिवाय यात्र गचित्रा रिंगा ऊयमय अघाएं | जंबुद्दी व मंदस्य स्म वरकार या पतचित्रका बेसल डान लिएका डाएगा सालाना रिंग सया हाईदा चिनारिव रावला विसमरणकाडा एरामदानदी लाचा १२पाया।पते॥ राजाचारि कूलचन्नार स्वपद्य प्राच ala समपद्ययस नागप छप्प सोगंधम चित्रारिबला तावित सहसाल वारणा नद प्रकावरी बेसा नरकारचयापा विदिसाम्राच वामहाविदे दिवास । जहा उप्पधिमुवाउप्पांतिनाउप्पधिम लागव सिलारित्र चक्क वही पद्यतिच वालाच शारिरी केबलसिला मंदर मिलाप पंऊ के बल मिला। इपेड लियागंज व स्वित्ता रिजोयल] [शविरकास एवं धाय मोडे ही वेदविरचिमदेशिकाले याद करिता | जाव में देर धूल येत्रिएवं जाव पुरकरवरदा वाद्याथिमाइ जाव मंदर तुलियत्रिद्दिवाकाला जाचाधाय सोड em राया
SR No.650038
Book TitleThanang Sutra
Original Sutra AuthorN/A
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages180
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript
File Size48 MB
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