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मातकान्नजयात
श्रीका सामही जेबू मंदर दा हिलली सिंध महानदी पंचमहानदी उसम ततावितथावितामा ऐरावतीचेदसागा। जैबु मंदिर अनार र नामहानदी । पंचमहानदी उसम
पंचमहानदी
वईम कुमारासमव
महा कि एहानीला दादासार वामाद्यामित्री
महानीला महा ती राजब मंदस सिलावारिसेगा। महा सोगापिचति मी सावराचमरजेचा राय हाली प ववसाय सताएगा मागणी इंदहा हिरोहिgma विसा हो। जी बालपेची वाचस्त्रांतिवाति निंदियानिधनियेजावपाच निराचे वाचपादसिया। धोतातपाद
सोमासान सत्ताटिया का मसा सास ववसायसाचिनस्क ลาย एनिश्चिति मन्त्रार दिली वर्णस दियनिहित विविध उदीराव यातह मोगा ढापायला ताप जामुल का योग्गलाः चहाएं सम्म बहिहाही संपमेाग प्रहार सास कररचाहि निग्मा नियात्रा बर्दिहा हिनिग्गी श्री जयासा
विपुरिसाए महावीरमातरम गृद्मवातिताखित्र चितादित्र चित्र जरका ६। ॐ मायाग् |इसमायारा माणा नातिक्रम्मति ताहिती बाहिनीला माल बाहिर्दितो वा निघाहिनी लमाणो । अविदुमालावा उसाव मावा वा सिली वापचयमाणामास वलयातिलपासतज्ञताध याधम्मगाया गाजी के शरीर पडबहापरिमाणापासचा एया चिवा उपप नागदन