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नेबावीस वालिया
षट्दर्शमाहे
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ति||एवंघश्रमिता तेऽविसवाणी यगा// पक्ष६ सायधम्मग्गा बाहें दरिस ऐमझे। एग दनिने लसरदहता पोतानो कल्पितनेऽनावकरीनें असंख्याता काल जावत् दुर्लभ बोभूयणं विदरिसमसमा सकपियंप पहावेमा ए॥ असंश्व काल | जावन बोदिया तिहाहे अभिन एह विषपणकर
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करंधम्मपाल एसविरसई ॥। तर अगिता । तेऽविसवाायगा। 5हाजानपरिव समानुपूर्वे चार गतिमा समिएम नवा एक पर्याय द्यालीने १३ वर्ष
पन्नरवर्षमपालना
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तापन्नरस वा साई॥ श्रदिकिच प्रपुची चरंतनवनवश्वास ॥ परिभाग पान
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Vijay Vallabh Smarak Comple Kill. O.T. Karnal Road, P.O. Alipur,
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