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निवादि ति पाठादनंद तिस्मा दति। विंग हां ति दस्मा
विरारती यदीति कुमादति लुमा तिम्रा धम्मा गतिकामाह तिचा धम्माकम्माहत लघुको जीवन इंद। तघादास्पधक रतिघकी
ति कुमालु प्रामुद्रा हगतिवादगति व्याख्या। को धष्ठकी मां न स्कीमायाकीना तिछक शंकधकी। एतले प्रकारे जीवन तिघाविदा कहती वादाष्ट जातही पशुधतिलज वखादि हो. मादिककर । तघा जीयक दताजीवितय तदनधितिष्ठाका मविषयसेवाअघि धन उपार्जता तिला षधर्म संसारनरिवासिला घातला जीवघातकर। वासव सा कहती आपणाश्वशिवतातघयवसाय रिवशिपड्यात शत्रसप्रणब प्रियादि का स्वावरटघिवीकायादिक मंदबुद्दीकदतां मिध्याव दबुदिरहित वलीए दजक सहसा हतियात्मवशिवर्तमान प्रसादतिप्रश्वसिपमाद स्ववशतिघा परदेश म बिऊं प्रकार ह। तामात्मा तवाज्ञाति तथा पुत्रा दि