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कीया करें ज्ञान की जमाबैतेसला
5: खनानाजन
मोनानुयरी अन्यतीयांध्यासंसारनै विषैतेसंसार के टूजन्मजरामरव्यरूपी उमा अंतनदीतलं
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कारणक सर्व संसारमा मनावदि
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संसारथी बादि उंची प्रोबै रहनुजालाने
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चन ९९ वेदिति
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काकतेययाविवा शुद्ध आहारादिकें करी शरीर ९४ संसारयकीनधरे
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संयमनिदिए आरयोमी गृहस्थ अर्थका मात्रानुंजाल उदजन्माक्षर करे
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सभ्यम्प्रकारेंऽर्गतिथावयिंजेलेते लेपमात्र विलछे निष्टतादिकनी
नरदेवार जादिस्मादिस्स पूजेस सरस्तंनि
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