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________________ तेसंनिपधालोकणामि भूमिकानो चतुरंग उतारियानो क्रियादिनपातिकले कः एका वरंही येवीयाधरते वाऽथ इ झुकारें एन लो वेक तेसमाथूर लोगो प्रदेशते कुटक गंमतेखें मिलेंलो कूतेक सहिया को घरनी दोडके हाय कलानगं बल नसार कोटयें १७ नीसेरा तेयाघर दिखें टा क्षेत्रभूमिका वैसे समायो सय थलिर्सेला खधारे। मधेसंवहको हेय (१७ / सुटयरासु घरे सुवाए विकल्पारादिकम आदरें रखी सालासाला कहितो एल प्रकारे क्षेत्र था 3 कोदरी (पिटारा ने माकारि भूलीगाव कृमनादिकते ही मतोम मेरी गोद राते येटाकल माता को सरेते गोव ऊ इंटीयानात ते प्राकारे Desd वमेत्तियां खिला कप्पइएमा रानीपरे बुटेरे ममावर्त्तनावरमाथिका आदि गोवरी (गोरा- सरलहरि का बाहिरका माहि दीदियविदास बुकात हाय लें करें विचरतो तर विश्रयक‍ प्रहार योग वैकाल एवं चरण प्रालेोखलु कालो झालं मुले सच्चे प्रवातइया एयोर सिए ऊ लोए घा बोलीं बाथको कालायकी ऊ एगद थाई स्त्रीजा अवरुष आर सहित च्यान रखे रहित पवनऊ के एमएले प्रकारें ग्रहण करतो. एवं खेले एक सय ६ माया गोमुत्तिपयग का लगा जाईबेंच लेंगल, प्रत्यागतनावरी दिवसनीजे पोरसीहर प्यारिनोजतलो कालवेंतलोज लगेच फरिवोल्वो गया गया वहा १५ दिवस्स पोरिसीलाचन पिलिजन स २० अवावीत्री जीयोरसायें काको कालीकोट्य जलदो २९ तिर जाति 21 F समे सेतो चन लागूला एवा एवं कालेाकलवा २ अनेंएबालकद्वयच्छ्रध्वायो वनक्य था अनेरा के इस्पटलसति अथवा रवताको कदयात्रासहित वादिन्यन्नयस्वय होवो। अनयरेच वयले इसी चापुरिसाव अलंकित वा नलं कि राजयि चारति अब गाल गोरादिक वर्णसहित कार सादिक बसाए महिलेने दिकसहित कोदा तातो तोनसः २२ अन्नविसेसेलावन्न लाम कम shou
SR No.650033
Book TitleLokashaha ki Hundi
Original Sutra AuthorN/A
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages424
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript
File Size200 MB
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