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________________ M मोटाको तथा संसारनोपर्यवसा १९ सूत्रादिकन एपावली संदेहपूर्व पूर्व एकदा वढि लाई नबे को जेहनें वोऊ तैयारी जवन एक उपजि करनिसूत्रो उत्तराध्यः माले महानिकरे| महायजव साले सवत्तिय हिपुर लयाएां संतेजीवेहिंडायति यमिषु यः १५८ सिद्धांतनी तेट्ने अर्थे र बिऊ नोसंसय यमलवा का संदेह एहमन के घटनासह २० सूत्रनापावलि देते परिव WWWwwराने विणेकरी ने दिलो मे करे रिमोहनीय कर्म अतिशय स्कं बेदेन नाकहायते परिवर्तनाई याए सुत स्वतऽसयाई विसोदे करखामो कि मंचिं देशश्वयरियहलाएंग लेते करीलगत जीवस्य परिवर्तनाऽकरी व्यंजन अक्षरने उपजावें गुलाबी सरतापहरसाजरेकर्धनाय सूचना अर्थनीचिंतदी वो उपारजे | करीयसमथकीयदानुसार अरनी लबधिकयने हमें अनुमेश कहते | निर्जराजेन विकिंालयति (परियहलाएब अलाई जेलयति विंड एलले ६ अय्या३९२९ एकप्पे हा एवं से उपेक्षा करी जगनस्के अनुदाईदाई करी आऊ बारूप कर्मवीर नेटालीन बीजे ग्याना वरली या दिरु कर्मसातांनी प्रकृतिमूल ७० उपारजै उत्तरप्रकृतिते ६९५४ अत्यंत आकरी बांधवांधी निकाचितबांधतेच्नु प्रेाकरीनिका चिज्ञच्याक न करिवोयो तेजीवेकिंजलयति अलबेदा एलंग्रा वजन सन्त की धूलीय बंधना सिदि सिलबंधन रूपें करीएनले दीर्घ जो दिवा योग्यजैकाप्रिशु शितिनाबंहने अवकिरी में थोक कालधिति हनी एट्वेंकरें थो कालनी द्वितिकाल लगी अध्यवसायनेयोगे 7 मे कालेज जोगी ने पूरा करायें एवा करें का काल हरिया (रस्स काल हिश्यार्जवकरे सुनयापुर जे कर्मनी प्रतितीक अनुजावरसजे बघा नाप्रदेश (अस्माप्रदेश मला आऊषायीयोक ९५८ नाते मंदनी बल अावजे नोस्टी सुफलकं धूजे जातेएवी श्रतिशयस्फंकरें तिसरा दाजावाजय करेंति बपएसमा अपएस गाउयकरैति । आये ल लबंधूबधायक रेंति । दीह काल हिश्या मसिकदाचित JA
SR No.650033
Book TitleLokashaha ki Hundi
Original Sutra AuthorN/A
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages424
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript
File Size200 MB
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