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________________ यासहरु होते कोलका केशकुमार मोतक देवें के एवोक केंवो बोलतो ४२ रामआदिदेवले केतकरा पासेयइति के बुले ही सी गोयम मछवी के सिंएवं बुवंत मोलमची ४२ ( राम दोसान स्त्री मातादिकनास्त्रेद्यास ते विल तिर्वेदी निवारी पासस मलावीतराग ने उप दिम्योक सैक्विसं४ तमस्वाक है के ब नयनाकर हारपरिवसिकरीपासनी नमाज्ञामानला ] यथानुक्रमः जयमा तिज्ञा नियासाला कस ते बिंदिउडानाय विरामीको नाते संदेहनां ज्योमा अनेरो बलीसदे तिसदेहना अमुकनै ४४ लगाउरिवानोक्षरक हैं उदय जतावेलीरहे हो hay हेगीतम मी हायनांवें की थी बिन्नो मेनोदितं कद सिगोयमा ४४ तो दियय संलया। ल याचि६ऽगोयमा क तिबेजहीनासिफ लबेंना तेलीत किया तिकाबेली लतासलखि मूलयको उद्देषादिरहित प्रावसे उप सजाई दनिज बेली ना 7 वीतरागर्ने न्यायमा देशक नेविसलरकीला माननुरिया को तेजस मोहित्रा६ रित्ता सम्मूलियां विरुराम कर्मसुपविष आहारसमान थी ि | ४९ | रुला देगी कोणतेही किशीगोतप्रतिएक इतौ | तिवारी ते केश कुमा अकेशा 53 फलता रक डहानां मुछोमिक्सिलरक धान यादा इत्ति का कुत्ता किसीमोयममबुदी के सिंबुवंत गौतम र स्करतोयो ४७ नवसंसार विजेट लौज जयनादयमहारानी महलोजीका का ते वली जताबेली की नादे नाकारु लादेश की राग दे उ (गोयमो इलमध्वासवत न्हायाबुसा (सीमासीमफलोदया । तमुद्दा नायं विह
SR No.650033
Book TitleLokashaha ki Hundi
Original Sutra AuthorN/A
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages424
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript
File Size200 MB
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