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________________ 8:3 प्र दीरासमायोजना करदारो तमस्वामिशिष्य मनिहाय शोधूलीमा aa मलिकनेंच्तिविष्यात | ५ समान द्योतना कर तलं काले धुम्मतिचयरे जिले सगं ६ मा युत्तिस लोग मिस्स्सि लोग हारथयते शिष्य मोटो महायज्ञनोली तमगोत्रनेनोइंस लिएहवें विद्याज्ञानमने वारित्ररिरतियं ६ादगीपूर्वनोजां तमस्वामि- मदमात [sfa न महादिक नोपार ग भार जी वस्स सिसीसे महायसे तवंगो मे नाम विज्ञाचरणपारगे दरबारसाविक बु 'शिष्य समुदायें करी परिवस्थक्र में ग्रामानुग्रमे सगले दिसावचनविषेाव्या 417 सास्ती नगरी कोष्टक नामा उद्यानवन की करतो ते पिल ६ सीस संघ समाजले मा लुगा अंते सो विसाव विभाग||को नाम छाल (ति तस्मादस्ती नगरनिमलिं कामुक जीवरती मियावृति नगरपरिसमिः चार्ज से थारो वृणादिकनोजि छानने विवासोदाग ८ केसी कु झारनामाथी प्रयो करणार मग धरना ९/- किसा मनगरमंडले फासुए सिद्धसंधारे तलवासवाए के सी कुमार सम गोयमे यशनो बिऊंज के गोतम तिमावस्ती नगरी विरताथयात्रिगुप्तिसहित अथवा जूजू यारसाला पावसात रोगरहित नाथकी जाशनादिकसमा संघदनसंय तसा हार बिडं गोतमनाशिष्यनें h महायसेवितच विहरिस्तु मात्रीला सुसमा दिया सर्व सीस संघाणं संजया T नाकर लारन तेस्रावस्तीनेविष-आगजिकदियें गुरसहा अतिऊपनोगत केवविकल्पासंबंधी प्रादा अमागोम तादिकरू युनाप्रतिपालक श्रनाशि गतवसित चिंता समुप्यना गुण लता इलले १० के रिसोवा इमोध मे। इमो
SR No.650033
Book TitleLokashaha ki Hundi
Original Sutra AuthorN/A
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages424
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript
File Size200 MB
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