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________________ पुतला है। २९ डीसी लोकि अमोघ अचूक रखनी अली सरवडे बैतिल कर हमला राजको समजी दिशदिशनें दिषेोदिसंतोषनी कांते जिम मृगजाननागराज रुदिखें तीर मरणा उत्तराध्ययमलोगी (सउपर वारिए । प्रमोदायिडे ती दिगदसि नरइलले २१२१ के एम् साहले यनः ८२ में पतिमके हो तिल बोलला पुत्री म्हारे व बनें चिंता नवराज लोकम र कर as राज नोहे अर्थ से नि N पा मोहनक्षराते रात्रि दिले तालजी तुम्हेऽथ सर्वज-ब को माना लोकलहार नोएदवार ज्यो गो के वायर वारिज को प्रमोदात्ता जायाचित्रावर मे २२ प्रासाद लोगो ज जहाजक हे राजतालेाळीनि दिवस) सगो खा एयर वारी मोरियली बुझाएवं साय विद्याले ६२२ (जाजाका २२ यल । नसायडि हिंसादिकर्मकर्तब्य जीवेने करतल फलाये वेत्र 7 जायैवइं - अदिन मनुष्य नियत ग्रह कुल प्रोस्स लाजेति २४ जेजे जायै वे रात्रि तथा दिव तेते दिवसरात्रकाला सा स २४ जाजा (रयली (नासाथ डिनि समकित शादिकमना करणारा सकला जाये वै रात्रि अनंदिन जानें मनुष्यारा वितान् प्रति बोडिसक्त नीरुचिसहित कहे एक एकता देशनिरिति स्कंगले करीसहित यत्त एमे कुल प्राय स्सास जाजतराइये २५ ध्यायेन्द्र पुत्रौ दाहाल घर जरा ट्रक लामनगर माल्ताका विरो से सीनाएं 56 प्रताप पुत्र देवेदिताजे हवें मरणं जेनी भरनाशवानी | मित्राय दिक शुक्र बाजा यागमिस्सामा सिरक प्राध्याकुले २/२ जस्स चिमचूणासंखं जस्सलिए लाया जो ८५
SR No.650033
Book TitleLokashaha ki Hundi
Original Sutra AuthorN/A
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages424
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript
File Size200 MB
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