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________________ एहवासानें प्रियवाल नथी कोई पदार्थ 7 मलकरमा अप्रियसविल कानथा १२ घननिसानें देवला त्याग थकी सान कल्या पिपिनविद्याब रकुमुलिलोराईड देउन्मनें कारऐं सुंथकं | सर्वनाश्वेतरवरिविद्यतु | कांतिचे सेवक हूंज खेले (१९९६ श्रर्थसी नली नई लगारस्सलिरको सङ्घउ विष्णुक्कस्सा एग तंम एक वस्सी र एयम निस तिवारखळी न मिराज रुषी स्वर | देवेंद्रऽऽल्हनुनोलतो १७/प्राकारमवा लईक मित्तादिऊ कारणचोऽनु (तर्जनी राय रिसि देविंदो इलची ९जयागारं मेरपोलियागलि कि प्रामा कटक पाहवाली ढोका तिवारी राजाएदी हालेने दिकपुत्रः अहा जग को ऊबाई झिलाउंयंत्र शत प्रत 53 रावीन‍ प्राय वरई कार ईगल गोपुर हाल गालिया | अस्थूल घुसयर्ग (तरंगछसी रकसियार छी हेतुमनें कारले प्रेपृथकं तिवारी नमिराज देवेंद्र एवो बोल 7 रुवीश्वर एहन्प्रर्ध सांजलीनें तौ एयम निसामिज्ञा हेतु कारचोइसी तर्ज नमिराय रिसि देविंदंइणमवी तिरको थियंनविकाए किंचि प्रनजिनें विज्ञायेप
SR No.650033
Book TitleLokashaha ki Hundi
Original Sutra AuthorN/A
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages424
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript
File Size200 MB
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