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________________ नहानि मोदकर मुंकाई कि बार एक कोई कालनेदिनें कराविवाकदिनी कि सं शरीरमननेस खे अनऊपाल बएफ जालो | मुद्दिजकया इस डरका | एवाय रिएहिं श्वायंजिहिंदू प्रांली जीवनी ही सान करेन करावे तेसमिति मही करतांनुमोदन ही यैजीवनुं पालक का अहिंसादिक रुमुं तेथकीया परूपकर्म 14 air मोसाऊधम्मो यो । न वालेय नायवा इयासिसमीति साइत ऊसे यावयं का स नो कर्मयावर कर्मन उदय नही तेहनें यादिकथथिव्यादिकदान उत्तरी जाई जिमचोली चनउंचीनम थकी उत्तरी जाये एड्नुअरिहंत अथवा आाचा आपत्य चैक सुजे डकनें जगत्रलोकतेनेंच्याप्रेरला तवाली मनिद्या येवलानीलजगनिसिएहिंस एहि। तस्स नामे दिथा वरेदित्वचा नातेस करें पीडवा मनेकरी वचने करी का यायें करो करैन हा १० समच्या हारादिक एमएागने ते एकानें विद्यासा रु जीन माणमा सप्तारंते दंड | मल्सा वयसाकायसाचे वारसलाई नचाएं तच्चविद्या सिकु | दोषनिवारी संयमयात्रा ग्रासकव सरसरसने विषेश्न थायैनिकावरी ९ प्रांत नीरस आएर पोलीसेवें नादिक आरगनेंनें रागद्वे बरतनोजन कर पाएं | जायाए घासमे सिद्यरस गिग्छनसिया सिखाए। ११श्यं तालिचेव से विद्या। सी
SR No.650033
Book TitleLokashaha ki Hundi
Original Sutra AuthorN/A
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages424
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript
File Size200 MB
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