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________________ 2 सुकुमारातील वा सरायममा इवेता तिमरका या शांतवणा वा दिवानापडि पत्रवणा वादादिशिवाजवताॐ मारापाशवाणानातिषु वाला सामोरा ग बावडवणकुमारादिव। परिवति तदवयवदिव यापरिवसतिसिस हाकु मारा ॥ क दिशालाएं गाऊमा दिवा पात्रावरणा रात्रा का देश शाnaa रिना गऊ मारादि वापसूत्रारणापत्र))कदिशांसारि वाकुमारादवापरिवसंतमा Jalt Educat सरयापलापजा त्रिरिल्लाण्डव मागचा त्रास तणावास सयमदस्माल वेता तिमरकायत चत्र रिल्लासवण कुमारादिवाश्विति । मदहिया कावविहरति ॥वणुदाली यह कुमारारायापरिसर मडिट्टि समंज दाणा गऊ मारा दिन माराणावया लाग यात दासमा मदानावरील गारा त्रयरिदासा साव इमीटिंग दा हिंग घासलात विवादबाव वाघ) ४१ स'नवनना संख्या जुजुदिना नाम जूदा जूदा केहि वाद वर्णनानाम जूना जूनाकहिया परिधान खूनाना मजूदोजूदा कहिदा 1375 माहि• एवागाधारकसमका 31312 ternational For Private & Penting the पच बदाव शिंदा
SR No.650030
Book TitlePannavana Sutra
Original Sutra AuthorShyamacharya
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages558
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_pragyapana
File Size250 MB
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