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पासडतासं जता संजात दाणां तामुवास) (दशा उच्च को डिपा से ऊणा अखंड पत्र संडवा संडात सादी पद्यव सिपदारं सागरात अनुएलात नहाए .अकास विद्या रात्र विश्वाच वदायादारांतात्प्रयागाच्चादारण्डवि raataमाहारण्याकवलिया हारण्याचा हा रणात बार कालात कव चिदागदासारखा गलग्रहण समकाका सरा असावछे का ले असारवद्याउ उस णिनि सपि का लालासारखा तिलागाव लिया दारात कवलियाहारपत्रिका चाकव विरोदाइ। कासि दाच एका खणदारपणासांत aaणाहारण्या कवलि झगा हारण्य महारा येनाका सा] दोसमय बाकवलिहारणाला ताकवाला हारयन्त्रिका लाता |कव विशेदा। इंगा कवलिया दारण्डविरपणात्रात सिद्वाक वलि अगाहारयते वाकवलिया दारयसि शशा
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