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________________ गल परियाना बादर निमादिशतिवादर ।। गदामाता ससागाराम) पनवरणासन्न शिकामा कामीबा बादश्तसका इगोलात वादात्तसकाइए। कवचेशदाइ गडद ।। साणं आतासुः अक्का सदा सागाराम सदस्सा तिरिaa संधिवा साहविनदामा विशाक्कास यात्रा बादशाद्यत्र (च)) [गा। जद सातिर। बादर जुटावका छिन्नां वासवद्या वासस ह स्साई (एवं आउ) मुकासासाराम (तबादरा) (ग) दाम का इतका हातात काइ यया प्रश्नागा ऊदाम तामुवाका साखद्या इशाई दिया काइयासमति काइत्र यसरी र बादरवेशास तिकाइयनुबा)) अदापात्राता वाचा सण साखेया इवास सदस्सा) बाबा दर निगाद छत्रप बागदाशविऊदामा । विकासविशता बादश्तसकाइयपत्र प बादश्तसका। श्यामहान्त्रेपत्रिकालाता। कवचिदागा जगाएं। तमुतेरका (सग सागरावमसत असा ११००० .
SR No.650030
Book TitlePannavana Sutra
Original Sutra AuthorShyamacharya
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages558
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_pragyapana
File Size250 MB
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