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________________ वितिकांत तसे गएघ के महावीर मो बिगया तिवार नवस्य वर एके दशमासय वरासनई पल परिपूर्त राम श्वास सदस्या नववासयामास एकल्पासित प्रतिकेलिषा एउ मलिनारदेन जोगमेोषिगयायला 6061091 जावि सीशमबारका लिला भाव Sas कल्प पविवरसमय सदसला गए वोरासी सदरावर से गए महावीर में बिया नवसयवर निमिनाथ मोषिगयापब यह एप एहिचाससय सदस्पाई चरासी इंच वास सदानंद पूरे गएधके दसमासयवर सनसीम बरसि समया विताई दसमा वामसयासी शमसं वचरेकालेग अरेनार्थ अरहंतनई डॉलगइं सर्वऽपधकार हित्तनमषि एकसदसाको विरसग एकत्र गयांपर स्तके लिबा न ५रा Suswag हाथ सप्पही एस्एगे वासाक डिसहो श्रीमलिना घाम विगयाधाक मल्लिनाथन ईमोगियाबकहीय पब चौरासी महरा चरसेग तर जिममस्त्रिनावनी पर ई पसविलाब वरसे गए ने मिनाभ मोषि धके विश्वात सद्दाम त्रिमा संचये उस डिलरका अनरासीवास सदस्
SR No.650029
Book TitleKalpa Sutra
Original Sutra AuthorBhadrabahuswami
Author
PublisherNagor
Publication Year1677
Total Pages234
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_kalpsutra
File Size100 MB
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