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________________ विश्को ईधी कराने अन्यमा योडी दावाही होदा बाईडागळे राज यालउम्मेयो म्यारेते दव तिमगा १२ एटाले दोलाल की कमरा किमयानबारे औरविधाय हाथ लगामी दोलाल एहने राम दो लाल ऐकिमलागेरे कोईमलो १२ हदलांकरसुंदो लाल राजनीति राखि फिरिकर स्पेरे मेहिला तो वो इमसमजावी होलाल बाणावली सासनीसासादो मगर दो बिदालाल लिएको बाताइराडि बिल इकरारे दोघे रोली को स्थानमारा दो लाल चन्नते दधारासि घ्यारो रामेरेनारी निसदान कम २४ नवनवमेवादीलाल अलदलवनफलराज रोगास्वचिदामिनी कलि जाना |होलाल ढालस्यांचमीरा मोहनविडायेरे साकामी करदी गई सास्यासि बैवायमोकरी दीरराव सास किमयाबी एटमें लेई तुरग राबिय | दिशामिमति मकरगामी रचेदसमान वलीनदी मानव हील गणकसान पहने तो ये हिला की बेताच मिहमा तोरी गलिलेकरू संच प्रोसेसुरखनु रहनु एलोगवस्थ राइम की भाविप एते सोलीन बले लाउपडि करमोदाम में डालगिन के ईनमा यो गईगुणावलागे गोवनये अश्मे व सनसाईनेहा मोतीदमा साहिबमोतीमो ने ऐदेशी।। शोदन येऊर रतनेडमी राम्रो। विगतमति सिवीने समजाय उनके चत जयविवाईमा brary.org
SR No.650028
Book TitleChandraras Patra
Original Sutra AuthorMohanvijay
AuthorKesharvijay
PublisherYakruli
Publication Year1760
Total Pages208
LanguageMarugurjar
ClassificationManuscript
File Size97 MB
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