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________________ वंदराव ३६ साधीनसके वो कार मदिरामदिश्रोवर राजा गतव ई धन्याकन्यामलालच ते हवियते हवी बनाई श्लोक प्रेमला लचील सीतहवारे माघारतिरागी मोतिहारे मा १२ राज्यारवेम एवरवज के राजमो लागतमा रहने महो वायुन हो या वातरो मारे वारमतीदलतमावजी नवरीनिश्वाच्यावारे की कीमती सरिरंग लगा वरि २४ एहनीलगनतलाघवेला वरकन्याय यारे चोरीच्यरिमंगल दश्ती विजेतिदायरा व्यारे ते हवेंतु पावली देशास्त्रमें एवश्तालयातेोरे बाईडेम नन्ही विश्व विश्वावदाता २६ सानुकानगिना स्कं विमनधीररा बारे बाका सीमोदन विझमें शोलमीटालए साबीर २८ श्दा गाईवरदानही रामु कोक घरी शिमला साची दरसो कि १ व्यामिश्री मिमि एद बाईमुको एसाचोसेदेद ३ चमकर मुधामधर संदेह चंदर होना री वरकन्याका एद समानयनंद प्रगटनिरापार मंच मनाग तादात शिवचनमादानाग में सरियासरिया गतिमें मुघलस ६ मंनिंनदीगु पावली शास्वचनविगार शासकन्धकार दल बीलल गरिबा २४ मी गास दत्तपितो व दलीसमो ३६
SR No.650028
Book TitleChandraras Patra
Original Sutra AuthorMohanvijay
AuthorKesharvijay
PublisherYakruli
Publication Year1760
Total Pages208
LanguageMarugurjar
ClassificationManuscript
File Size97 MB
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