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________________ Sain Educatio विवेकविनदीतर बिमारिति एक्च तेहमांक देवु केरे एक मेयरमीडकने व्बेटा उनी साडे सारे कहिन नही ली समाहरू एडवो लसेस ए १८ मनमा दश चलिचालिस कहल करीसमासरे तो एवद्या अदिमाहरु तिघइताशेरे ए एम सासवनेयस्वाद हीयमाच्या गलिराबार बारमा ढालर 1) मोहनविमेाबारे एका वीरमनी लटपट करे लावलाघीनोम विलोलासन दी शालाविराम १ दासीसवित्र्यायाय ऊईने कोमकरन शास्त्र र क अवसरेल ही एकंत प्रश्नृपसुता मुकन अफसर तार मदतीस साल करीसेसार म नमलहती समाविरार मिल लेखन विगतवतार नालीक गुलावज शास्त्रीकेम दिन मुकने में जमाए हयगबश्यकेचलरबल घटपतिमय रवी नारीसंसार मुखमरकलमे ऐदे टक्कू सकलवस्बेमा हुरे परिकररामेच्च उमरिया बने लेखेर ल शीव करसोई बचन को ईसानों वल दी। इंडी मोमवार धरत लेकर करिडी समके कोई तेहसंशारे सारेडी बारला कोई होई तार दो दिलुं मुश्यिते विलचाही धनकरी साहिलं ३ रूयें कोईन हरी गुटों सुनसरी दावें खमीरोदकी मंदी व स में एक दांरणा brary.org
SR No.650028
Book TitleChandraras Patra
Original Sutra AuthorMohanvijay
AuthorKesharvijay
PublisherYakruli
Publication Year1760
Total Pages208
LanguageMarugurjar
ClassificationManuscript
File Size97 MB
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