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________________ नमहेोराशि मकर में नमी स्पुं करे विहविचारामुरखतो ए ओ वोहोरा कोटा सुनदिन माटिए दो उयरि खामी सुप्रसन्न हो वो दो राशि २३ नोवेदन लि इहाभमेला वामादन्ये दावा दोरा वंदकीरतिडागविरतरी शिंहलायेवेति दो निरबेश कीमा राजि २४ विदेवारिशे श्रावामलाललीचंदतोयदयो यो दीराडि बांधो कनका ततमिओ तामा दिने नाहने यो यो दो राशि र देवैवेदने ऊपर कर सुमाना अवयवारी होरा कमी हैं मनवारयतिनासुतगिय जयगारा दोरा ६ दासयासविवेदना प्रिय प्रेमलालची रहें निननितरसतीना दोराडि दशमीचा सनी मोद विजयें लायी दाल एनियटनगी दो राजि हुदा सम्मानीसिंदल इति चेदेदीवाशीण सिंहल रैयो हता सुख देनावेदचासी १ एवै समयैवेदत्रय निशामध्य व्यक्ति चितवनाच्चावाची गुणावलीनाऊचित्त र लोदोविमलापुरी सुखैर निरविह खिल पिविधिता लावलीनादाद र वामतो सर्कट कोलकोतास मानव यदलदास मिलि सतोप्रधमनसास ४ एतो लगयो प्रेमलाल खीसंग दवेति दने मात आावात नोरंग ( चाहते दते चादि लगिघटमेशे सलल शीसे सारखे एदने दनोशाल समयोजयोतन लिख्यानरिदैलेख गुंगावलीनेरियालोरीसूरतिरामलि राहोला ऐशी जेष्यनेकदेश्यचेद हो तुलनालायक कागद देओ दो दायें तुलादली ary.org
SR No.650028
Book TitleChandraras Patra
Original Sutra AuthorMohanvijay
AuthorKesharvijay
PublisherYakruli
Publication Year1760
Total Pages208
LanguageMarugurjar
ClassificationManuscript
File Size97 MB
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