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________________ एक वेसारेश्दी फिरेफेरोन के बलारच्या एकेवलसमुहात वंशतीशमतिरमी प्रा वेदना सम्मको पालीमा शिवमानानि नवनी भारतमा वोल दाश डाल उसने कान को मामा (देशी दीवीसी एद दमलाला परीघरी नाच्योमकचारे चारेण श्राक लटको शैलिवर से वेदने यो वनिनासंग नमिले रावल स्वतावर पि वानर मिले पदकावरे श्रावर मला कसेसर ज्यानात करतवधाबारेको मिदादाला पीड्या मामी मुकेश नव्हते की रुको किदा मिलतीफेरारे नट हो जिसारारि ईमुक होचावी का नितमुक शलाबोरे ६ दामुपवेतनुं तनाव सारे मुकाडी मायमिलारे यादव नयनारिददावारे रोग विरा नावारे ओमूमिला नया वालेईरे मादशमनोरश्ता ईकारि के माईसवें बीटला फेराने नररूयैरे शीवन रानी का दरबार र ओसरे ०१० प्रेम बाल खीरोवें कंजर सामुरे दामोदर को नटकरताना मेरि ११ यामचरि मन्त्रमे जोवनयदनिदालारे कमनीयमिविया लागीध्याननीवाली २२ पलास में जनै प्रयोन अपने मिलारे अन्ययसारे पते मिलस्यैकमजारे बतली को रहिवास्ये शिवालि विमलारे प्रा० २४ सुदिलासामटतर्कना श्रीशिवकको विसं तस सी गी * पतिप्रेम दलिलारे मसादने श् ७
SR No.650028
Book TitleChandraras Patra
Original Sutra AuthorMohanvijay
AuthorKesharvijay
PublisherYakruli
Publication Year1760
Total Pages208
LanguageMarugurjar
ClassificationManuscript
File Size97 MB
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