SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 73
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ काही माणानिमाकी विका घाडा जागी चिलि विधानातिना कामको यूनियन सालको परिवादतिरति माया दिन नादिकालिका दिन फरिनाम स्त्री याद मकरादिकापले काम करताना काय मित्र डाला। जात 25 मत मिनिस्ट्रीय संदप्राणियपविशिविका नाशिनाथ नपाकादि का श्रासना सातमहतारा शातिवान पण्डि विरया जाaan / ज्ञावसानपरिगडिविया जा कहाा दिता/स मरिससमकारा श्राप उविराजका सागर जा शित्रिवित्रि मास वाकयविक्रयमासमा सरुवा चदारा अपड रामवाणधाम महिलामा त्रियसं यडिविश्यासाट हारकारा am ताला माडिति सा सामाडिरिया डिविया जायजा वाए। समापयाम यात्रागा डिविश्या/ साक 75 mazaa "कमाने वाद नाव सरादिककीविद का कल्याल विकणajकराज आसमा महाकविकाव्य पडिवितात सर्वविधान्य मनाला प्रदानादिक परिविशामा श्रीकरणादि रारा करावा कालवादक कारागारामादिककालमापनादिका सर्व नाटककरिकाल साता प्राणी की (महाड) वारदा क्षणादिकपाको
SR No.650027
Book TitleSuyagadanga Sutra
Original Sutra AuthorSudharmaswami
AuthorLalchand
PublisherZZZ Unknown
Publication Year1645
Total Pages170
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_sutrakritang
File Size88 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy