SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 106
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ यानिकका अधिकायाटघाडि दानाका कारक हे गतिर एम •हिएकाकाकीव नाना विदाना लिया मा विश्वकर्मन शिवापूर्व नानाप्रकारनीय कोनानाप्रकारांवर प्राणी विचित्रवाण हली महिमादिकमहामहिम दाती मादामा घिसाई निदाग्रजा महामहिमा मणिकायका विउतिक विकाले डियर ईकानिक म तक्रियांचा रन विदाउ सरवनस नाप्रकारना तियाशणादिकनविचित्राधिज्ञानताal आजा पिया उदगाणं सिह माहारें तिल जीवा श्राहारतिर विसरीरं जाव संत तमपापण रानागाव जावमरका दाद पुरस्कात शहा तिया सत्ता नागा विदाजा लिया जा वकमालिया एं मानापाविदाता कायनापदिति तिजौदत सिंना गा विहा सावरा पाण सचित्र वा श्रगणि पंत सघाय मदमादार तिज यणात सिंतसेवा सरारीरा। सत्रा नारा सचित्र सवा वाश्राहारेति प्रविसावतं वारवि नावमा जामरकात समातिमिश्रालावगाडा दाउद विहाजा लिया जावकम्ममा नातिसारास चित्रा वाक्कायनाय विउ है नि जाहा गणांत हातापिय वाचता शिगमा सहावरं पुरस्काये शह समावर नां सिम क्षेत्रागमं समानिणि श्रानरात्री लावा जहाद गाजिम पूर्वउदक नाका तिमत्रिनापति श्रीमायानिक पिरामिदिमादिकपालादिकग्रिमाहारा ग्रमादित्रमपात्रकारका प्रागतिया सज्ञान माहिपकाकाएक जीव नागा विहान चित्र शीरन दान काया का कारनामाहासचित्र तिज नामकासाला ताका नेहाला या तिकायनाच्यारखाना वाकवाष्टी का दिवान धान की कार का एकाकाईए की कमीना ॥ 니코
SR No.650027
Book TitleSuyagadanga Sutra
Original Sutra AuthorSudharmaswami
AuthorLalchand
PublisherZZZ Unknown
Publication Year1645
Total Pages170
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_sutrakritang
File Size88 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy