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________________ समेकिं तंसञ्चिते । दवरकंधे अगं बिटेपन्नन्त्रे नंदा दयरकधै गयरकं चेकिंड रिस रकमहोरगखं गंध वरकं वा वसेर धै सेतसचित्र सकिंतंत्रदिवरकंधे नररकंाधक न २षदे बिपन्नत्रेतंऊदा । पयसिपखंचे। तिपए सियर धे सिधे संखिहाय यसिएखंधे/ असंखितिपयसिप रवं।सेवित्रेरकं । सेकिं तंमीस दह बिदेसि स्वधे । सेायम शिमरकंधे से गाए पश्चिमे बंधे। सभी सदस्वधेवाग शरीरल दिया राबरित्रेदचरखंधे तिविपत्रते । तंजदा किस क्षेत्र कस परवक्षेद बियरकंधे। सेकिंतक सितं देशसेवेव दयखघावन सेव से तंक सिधे सेकितंत्रक सिर से देवसियाई कामतेयए सिएराधा से तंत्र कसि एवं ।। सेकितं गदवि यामधे तस्मादेवदेवस्वे वदेवनिवधि सेतं गदबियेवं । सेतं का रजवारा रबर वेदधे सितंनो आगमनंदन खंधे से बंद बरकंश मेकिंत ६
SR No.650025
Book TitleAnuyogadwara Sutra
Original Sutra AuthorAryarakshit
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages112
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_anuyogdwar
File Size44 MB
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