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________________ ०२६ २०२० २ 60 नीर रीक पेटी शर लिएसरीरा मेगा विकाशकाल बरखा से करता और एन की प्रदेश ते न्याती माझे सही पति ने ध्यान में लागे बरतता मी दिवस०॥ ॥ॐ ० जो जन ने एक को को डी मा बि जाए मी एक प्रदेशमा क ६६ 2 प्रदेश २ क रामशरी तेरी एरधानादी पर नाग नासिप सिटी विनईमाखद्या जामा काडा (काडीनखद्यामासदी ग्रमलाई विश्दी तर ते केसले काली काली एकही शरीर एक एक भाग तो काम के एक एक नारी ती मी नेह नही परमार कोने म अनम करी एम या जरा लियसरी रहि रानादि पर राहत का रखततलियाए ਸੂਰਜੁ ਨ दारी ०२०० ने द्वियाहारसरीराला लग क्री य ए० क्रेनि द्रराजे जयजी ट्रिम एर וב nternational म. छत्तागमतिरागांग मुनि जहा उहिया उरालियवारीय तहा तामिया जज उन्उदारीक शरीरमी परे० म म ज०म० अ०]दारीकारी कति स०एन० के०रेट्रीन ए० नवतेनेट्रीन ए. स्ट्रीने विकत जायचे निशिर्य योगिया एवं मे करुवा म २० जना भ हू व्या म マ विद्रीय काठ २० सो का का सेमा ती โค म निशान मा. पर उन नी प०जा २० बैकीय ति हैरी एश निराज गिरि २०३ की २००३ ० ५०० ०५० ते २०२ य० मु० मुकेन १००ति ए० जे००० य कुछ लक a का जेते #72 sa १ ि मुक जाए म श्री الله निक संध्या ॐ कपीसीए० एका २० जना जो संवैकी लीमा करत सेन वा सिटी गुली प्रेमव 307 यावर सारखाहि सम्मिहिं हं प्रहरति कालेन साल 1 For Private & Personal Use Only คร मुकलय ० ज दारीक २०१ 想 को एते है म तु झा www.library.org
SR No.650024
Book TitleAnuyogadwara Sutra
Original Sutra AuthorAryarakshit
Author
PublisherKota
Publication Year
Total Pages134
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_anuyogdwar
File Size58 MB
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