SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 3
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ चा Aad श्रा० श्रावककवारपवते वारुतिरिश्रमराक्षसवि पदेशदि धावठकाव्यातार नेश ४ श्रावस्यानरमalal०५४ कालिदिन दिकवार 500a4देसनवाबदेसाहिक श्रावस्मय महामाश्रावस्यवरिशसनामा श्रावस्म विनामा श्रावसयवरिश ए. एनावश्यक थकीत्रामी०शवञ्चकनी वाणकरे जात्रावणबाता- श्राप किनकि 29Ron नरामविकाला करनी Sacola scala aam कम्युमर घोरुभू १०३जीब स्थापना स्मMaasam up श्रावस्मय शामजईश्रावस्त श्रावण श्रावस्मय का श्रधाई सुद २०.मय अचानम०० ००३मश्रा याबश्य मो०० मोबावश्यक मानतश्चतीaslil नकस.स कशा ग हम तेभूतवधकही अझयशयाई आता नावावलयानअंगाई नागाश्मयस्वासनामुयरवाना जय प्राय ननावश्यते न०यावस्पकने नातिमा श्रावण तिनिधीय प्रावधना समुनि-निवेवास्वप्नुवना ख०मूतधनानिनि की बदकन चान्देसनक क निवेवाधारकास्य व शिवाचारकहिले बयानोरकरवा झयो अश्या नावामानामा ॥श्रावस्त्यनिश्विविमिसुनिश्विविस्वामि निविवि ०ऋध्यय नि.नियास्यान नि जे जे जा नाही मिनिषा निलनिवेपीक नि०समस म०जि 50 ३०० जाजी ३० न वीनारकास्पद य दिक रीय येनियर स्लामि शयतस्विविम्सामिाजशाजालिज निरनिावाव निवसनविजा जा चय। नि०नि ०ति मे० कि०कि सं० श्रा०शवश्यक २० वि०५का १०बरुतेक ना० नामावश्य स्थापनाकप २०६०ia नामावश्यक या लहसास्ते खुकहीय र रेबीया कर निनावानछामकिताभाव विह पालन नामावमाaamaमय दवावस्मय मानायलये से किंकि नानावश्य.ज.जी०जी० जीव ३०७थ जीAamtia20जी0pmeasosदोन्याकाए 5०२ नवजीव ०२ श्राव थाघ यात्री शक्तिानामावस्मय जमा जीवरसा अजीरवा जीवाचा जीनागनाaकुतयसिंवा उत्तयारणेवा ना लाही सका सावतेमाक laa बनाक
SR No.650024
Book TitleAnuyogadwara Sutra
Original Sutra AuthorAryarakshit
Author
PublisherKota
Publication Year
Total Pages134
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_anuyogdwar
File Size58 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy