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वात्रिहीन पुत्री दत्ता, मुन maaaau अतिशय त्राता शि
हीन पुदीन अब अत्रिपुत्री पुन लगाए विविनेमि ॥ से। गमववाशां संगममुकित्तागमारा गया ॥ सिं ॥पयां या महाराणा संगमुद्धिसंगाबद शाम की रई ॥ से किंत ॥ मारा गाव देसाया र ति anan झापुट्टी परमाणु पागल अत्री र 5 जूतियराशिया पश्म गुलाबीन 500शिया ३ विद्याशिया परमाणमूलावय झाल पुत्रीय
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