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________________ विरोधका एलकुड्मय इष्टवदना साधन गृह आसनादि कचहरिर्विध। 1 महार | प्रमाणन: ६० ह्यू ई सेवते गृहस्वामा २००६ டிஞ் " मानसजो ए|| विद्वेमा लस्सअस वा४ प्राहहुं दल एका सएवदेशा ० कोया समः सनादिक सनु म्हारिसथला 13 बावतः ३०० धनुर्विधानदूकान वि सं तेन्तेः नतु फे जामठ य०विचारस लाम हवलत वसंतोसमलाइ मेने सांच्॥४॥ सहज लाए बिसिहे तंतुद तथ्योंकिणिकार फिलिकिन सब इलाइ ते०ते प्रादा इते साधन सरंग मार्गे इतेा दारनल्य डूः संवेगतिलो पनिगा एाकार मुकनइल सि० मा मातृ 'सफर समाया स्पमनेशन इनकी मा० स्थानका एकराचीत इत 7238 माइते दूतला रियाजा एहचणं ॥ परिया जाए देवग वि०को कतमा ० बाल्या दिल उसाधः १० इमला पाइएका दारोड संतावना लिइन ३ तिलिकारणि देशानु सिग्रीनन वेदेका॥ अवियाई एवं ननमेव सिया एवं माइहाणसं फास
SR No.650018
Book TitleAcharanga Sutra
Original Sutra AuthorSudharmaswami
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages594
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_acharang
File Size220 MB
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