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________________ कान्लाववितरजरवाविचारानवालकनबाध एक्तलाजात निलय संमनिरमाखित रकीको उजायनी दिसेबजार विमानस्तब्य साधजावतेणिपिसा जादान नतमस्तः । वात्रावासंबनाचविसेबा मावान माकोकंतिदा चिन्ताविमजदविदालावनिपदयेहाए।संतिपरकने।७७९९९) संसनतनयायोक्तावनितजावसाहले तिलिजन्सरसवासाकीगन्ना सेवतःसाधनसाध m . [माइमानाबूदाबनवलाजनिष्पाजावरक्षिको नन्नाइति को जाना साजमात्माविराधनसामाजिातानं विसबक sas संजयामेवापरलीजाणोनटांगलेका॥३५/शसनिरकुवा लोग स्तनधरिलेतिहाविद्यालेण्टलीवाना तथाःखा०वाननतिउचास्वलका सेकायउयक कुकृतिकबसन्त मागनकायवाट की विक्र वातवानदि कांटम का बुक जापविन्समाण॥अंतरासनवावाखानाकरएवारासिंवा विसरता कातिविबरनि निकेशन एतलोसारकर संवनिरजावान से मनति निकासाका काः वामातरातri लिक्यूमिकानाव पताइस सडिश निबुगावा।। विसमेवाविकानेनापिरियावजेका|| संतियरवास त मान 15 बान library.o
SR No.650018
Book TitleAcharanga Sutra
Original Sutra AuthorSudharmaswami
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages594
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_acharang
File Size220 MB
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