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________________ मायस्थगा । क्रसरकूर याप्तमात्यय । नारपूर्वदासे नागदिवालेएa यातील -सएनेसमा पेश्में कायतमथक जसाहारी वि स्मगाहावरस्साकहकरांसियाक्तस्सवेश्यस्समतरावरसिदिसला सासालनमा अण्वेग सापटकमी अमुअमें गोशोदोमनि आश्रानापना । एथकलोमहीनहाथा कथा आसणे भूमिकांनेविया एसालभरकस्सागहरसामनवयस्सगोदीदियाएआयाणाएआ पनासदि। बहनतत । अप्पाला करने का अनाचीमस्तक ५०धर्मयों तना क्तिमान रहीएतलेश्वीमाटीवए नमांदिप दारोग गतस्तता यावमास्साब एनएमए जाएमाअोसिरसायमनशा श्रीमदादा । ज्ञा०श्यको कोजानिवि ससक्तधानविकरिबेश्यकबंधितर्कसविवार एकत्ववि कापगढ08 अदिवारसमकियातिपातिनसाबिम किया शिविरमादिरलाधावतातामा जानेदध्या वयस्साशाकीहीवगयस्सासकशाएंगेतरियारवहनासविस्त साप
SR No.650018
Book TitleAcharanga Sutra
Original Sutra AuthorSudharmaswami
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages594
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_acharang
File Size220 MB
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