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________________ তুখরে थपट्रि लोएम जादाथकी साडी गनैमुक्या तिवारे | सा०द्रदां यकीसा हरी जतोपुंए जाने एका मुनेनेरेसाह रिस्पे जिवा वीजा लवन कालथ कीर्त्तमा बैति ले जाएंगे एड् दांगहारनोक दरेस्सा मितिजा राई | साहरिमितिजा एाई सादरिक माऐवजा कुतेका सो श्रम जिम्मा सरक देवे | राजा कषावंते इमजां एगो ते ते कालने विषे एड्रेस मानसो पाहि वेजन्मादिकारक देवें। शंकाएं |तेसम हिने एक दास्ता नन्नरमास वि | तित्रिसला दे | रव खत्री या | एतिसला एखत्तिया हि अन्तयाक या पति पुरंपुरा ६ रा०दिनरात्री ऊपरे | विनयतिक ते समय मेविषे अपसाटासा a + ऊप दिन्ना || ६६ मा राई दिया विक्रेता एंग जैसे गिन्हा घ रा नव् एना. साएं ब ਕੇਤੀ ਸੂਚ न्हा लोहनी एव हि म लो ity.om
SR No.650018
Book TitleAcharanga Sutra
Original Sutra AuthorSudharmaswami
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages594
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_acharang
File Size220 MB
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