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________________ इति श्रीसयमोस्वामीनीखवानीप्रतिकदेहीमंजिनमें तिशीर्थनासकियंलेसार्यसमा श्रीनावमहावारदेवसमापनोश्राचारोगसूत्रमाद्वितियमांधतशत म्यारेनोमध्ययनसमातरह नानासतकिये धेरणरमा अवयनमाअर्थसाजरावितिमनुक) पदमासनकिनबारमाअधानेपान सितिमि तककनुस्वमशकीरथीकदाती एगहनोसंबंधश्चश्मतकिट श्री से तेसाधसाध्वी अण्ण एकेक (स्परू पाण्देषेके नेते पाश्रीराग पटालिटी की दिवश किहां गोमादिक दिव तथा भनेक) पाहवारूप कदेवे वकार हापाविमा सतकियानविदा निविवक्तिरता पाएदवा सशिवायना धायनसणासाहेपजिसे निपणामहावेगडयोस वाईपासंतित on श्यामगंपjथ्याफुलतेणे (ग्वसाटनापजाण पूण्य माहि-नरतकार संघमघाविधिककाटकर्मक निषनागास्वस्तिकोश्ततिकादिकजीनामारुषादिकनापाका श्वावखएकहकरीष्टनायशरथा रिंडांगजागोजीमकही। रनिपजाद्याऊनिचोनादि कनिपजा दिहता का मिमाणिवावदिमाणिवाएतपूरिमाणिवासिघोड़माणिवारक कम्ना नीन नेपालमा भिजा घुस्तककानिारुपता विकविचित | RAलिविविधरलेक व्यारुप मएत्रादिकनिन्न रुपअनेक रीनेनीपजाद्यास्वस्तिका गिदानिएकम्मालिवाणेकम्माणिवाचिनकम्माणिमिशिकम्मान टेक JAISEducation.inilil
SR No.650018
Book TitleAcharanga Sutra
Original Sutra AuthorSudharmaswami
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages594
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_acharang
File Size220 MB
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