________________
a
| २०३नविक्षनादि। २०पर्वत ने विधे । १०५क्तनांदिs अण्अनेराई ततथाकार मिस्थानकवि
मास्थानकनेवि PR१ याचारोण शिवाणगाणिवा पचयाणिव|पक्ष्यगाहिलवा) अन्नयरतरण २२
विधिविनानाक सोसा अर्थाणीपन असा मनमा गजप्रवास प्रकारे निया
ही स्थईने हिवातको नववि गाराविरुवरुवाशकणसोयमियाए। गोअनिसरडांगणए ऐसे सारुसा अण्ड एकेक | ससुसान तक गाणंम् जिहांगा नगरजिहांगलिक धवी दिवेशहवा,
जीने के बे मिनोकरेला पनपनाकरन
. शिअदावेगइया सद्दासपातंजहाँगामाणिवा एगणिवागि वाणवाणीयावराणराजा निजि आता पसादिक एपहाजिहांसग सम्सनादिसपझपत्तेहविक सितेनिहाराजादसेते । नाम जोक्स्त नोनपशि नमत्यादिकतिहाको
स्थानक
तगाको वाजिवनजामत्यादिक रामाचा
समाजवादहएण न्निवसाणिवाणि
थी
Lihianahorary.oro