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३६
ਸਾਰੇ
कजाए जालो आया देऊ वा प्यावेऊया ||३६| से निराश अनि ताकेदेवताता थकिता तथा का | वश्व | किस्प्रे एकटि मं० सुकविषन्नी वदेवशकवान सोते बी गजीवन परे (नगद) उपरे
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कंरखेडा (आया विसरावा। एया विज्ञातारं संसि मं