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________________ सत्ताकार मा० हाल म दिन्नानाप्रकार प्रथम मोठा मजबतलान २०३ ता नारेस वा तद्य्यगारेसा विरूवरू वेसा! महामदे सवट्टमास | बहवे साकादिकः प्रतिमेोजनकाले आ विश: कि०कपादेन डान् मगरांक ० साजन वे० / जा०रा सम् देबीनई: as वउ सं बघणे ति फां: सं० सम ए० एक ७०० डल माहिं व्यावसनाना जान मांदिया | समयमाणमतिहि । किविणवनिए | एगार्डनरका | रिएसिक माये | पेहा कालरा विसश्तेदाधिकःसं जे घ कालरा विविना ते करा दिकननु : ३० संकर मा‍ि सोजत पदेब नई तत्तव्या 9 कार० नउतेव ए|दोहि । जावसन्निहि [सवमा ||१रिए सिक्का माये । वेदाए॥ तदप्यगारं नादिक महा तेलता तर नयाका धनुः जा० जावा सर्वपाल या६ को तेहि: ९०९६वत निरुप्राकारमान व पु०लासाः प्याप जा प्रवाशार साझ ल्याइते कहब जापा २ः४॥ सांचा | ४ ||मरिसंतरक मंजावनोप मिगादेका|\\\\\\ (प्रण ( एवं जाये library.org.
SR No.650018
Book TitleAcharanga Sutra
Original Sutra AuthorSudharmaswami
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages594
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_acharang
File Size220 MB
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