SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 124
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ शरार दिवसा पू० कनई: लउ एका र दिनप्रतिज्ञा १३२ वीतराग एउपदेस आवाद निरक्त एंव दिइन्न ४ जना तगारा ईकुल ६ १०तिक्षा का ताना कार्य मेथ पनवस इयानक सः नि नीकल है जिनक5 सेवते साध तं ते स्खलननकुलः मा या कि स्व कह दू ख ma जन्मे नोवन हातन्त प्रकार नाना ०६ ई कुकुलन इति 1955 ईमेवनारा।। या मारावा | विसेवा)२॥ सेतंमाया रागंत से० निकाल गोरइनि नितिग्रामादिकमां लगतिकानाला हि का०तिका नावे जाइ कुछ से० ते साय as एवं एकांत म०प्रा प्रा०को इमारतीनः बानी कोई बतउनथाति म सकर तल सा०साधू घरनाका मव मे । त्रावाय मसलोरा विकासेत काले वसे इावः तते कु कुलटाला स्वजानना तेरा मेराक का ०३६गमनदी बत्तव्याः ०२त्पाद नाही बरदिद विं०ए विंड पात्र ए० बाकराः ६२ २ तचितरातरे हिंकुले हिंसामुदालिये। सियं वेसियामिवाया सि nelibrary.org
SR No.650018
Book TitleAcharanga Sutra
Original Sutra AuthorSudharmaswami
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages594
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_acharang
File Size220 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy