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लाभः य०यरियाश्या एां पाजा प्रा० विश्वस्स विजय मेताइल विद्यान व्यातिथि कार लिएन कहा य लावा नासान
गोन जोवान नकल्प से०ते:
लि० साधः लि० साधू वाः
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आवारा यारपायरिया राना नोमगाहेका छन्) र सेनिरक्तवा
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जाए सावन सेवते साधः जां० गृहस्वनधरिगम पु०३ ला जा०ला उयकउः
सर्विसेस कन्करीरुगवन एहवा सेजमाना कातला ते वनस्पतीदा स्पाईस विसेव नाडालिदा
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जावसमासे से जागे झामेरगंकक रेखयंवा कसेरु
सिंव सिंघाडा प्रसिद्धः पू० पूतिया लगवाता ० मेरा ततया कारना ते दुबावन मा०का विसिबालिना: स्पतिविसेवक हुइ
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नाव एस. ०गृहस्वन घरि 'गयउयकउ
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जा०एस०नलाई बजाजल काठ वनावन स्वतावित प्राकहइ
परियं जावसोय मिगादेका। ४२० सें तिरक्या जावयवसमायें
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