SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 91
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ श्रावसकरवार मल्लकनई विजिलिहाय स्वामितaaaa याज्ञायकरासहित विनयकरासदिनवनकणिक विशेष काकीनई सवाऽकदाबानमा पाल्प बेवजीकाकरानएनवकह कहा साननईसातलीनई पानारमदाननकान सिरसावत्र मालिकहाववासी सामिन्निाधाएamguiaeपंपकिमारवानिवमी एडवकहतaad शिषकतावलानिचटास्यश्रीदेवावियतलाव अलिकरामानव संतसारश्रेणिकन वेवामनानातिककप्तहिरनेदाधअमाननियामानावंवद्यासाखियामवतोदवा पिया ऋणिनास्सरमोसंलमासनस्मयासिसवंत पाटनमवहाधा नेदविशेषईक धधीमोगजस्सारमोटासंयामिकयोधशालायाश्शुलट गहवाच्या विषकारगी स्तनाकरकस शृंगारा दिककरमजाकशनगारत रुपवरसानागारसम्बकरि जकनिमनह मनाइउसजाकर शंगारापमादरायाज्ञाकहाकाल कामकराना बिया यामिकायायायवरडोहकालियं वानरसापादिलि समाहिनामामालि मा निमारगवातहस्तिया उकहाधानमा बलबाऽकमेनाकटकना रहबजअजमनाAST चौमासातापविनयन की रचनविशेषमासातनई सीनलानई नायकनकामनाक अपवधिकाटितपणशक्षिा एबलवामा एयामासानायायाविण वधमिसायम बेरुनिशणयक्षमाप्राचार्यविताना वनापदेवाधका जेवनामानादिकल्पत्रकारनेछईकरामुनिशणलारना जैकजनअनेणखतराईक एकराबश्वाति नियामध्येका राहविवाहपरिववियपरिक्ष - दत मणपमिना लेझायरिअनुवामानवियाला निकायाहिंसुणि आणहिं बालोवेवनय STAane m only
SR No.650017
Book TitleUvavai Sutra
Original Sutra AuthorSudharmaswami
AuthorKesharvijay
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages211
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_aupapatik
File Size100 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy