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________________ निक डोगंड सायामानही मामानीकोपर) दिवसमा हिकास वारसवाडा सनि टोटल मुलगाऊरायाड रामफल सा समः एवचारात दामन डी एनिमीतिमा यह विवशेषणप्रवाहि यमलंब बाबतोरहदा सा भगवंतन २६३ बार एक निति कुसा देव च मितिमा सिपवित्रमा सिति पनि मेघवा पदमसारा इदि तिरक्याड हवा सागवेसावे व सत्र भयो पहिलादिन एकदा ह श्रीमानोसानदाताओं सात लदा तिल डोमाको होइ मार्च ही करडतोड काम बाहरकालासर कालाकालिका मारक क परिवइन हा नय दसकल मयमा नरादितिर मिमिमा कारणवसतिच्या दातिपांच सात दाति महाविदः सदा तिसर्वदाति पानीपतमानाय एवा महमाया दिन है दिन गए के कालाति पाणी नावातिबीजातिमातिरा२३ ਹਰ ਧੀ ਵਾਰ ਉਹ ਇਸ ਹੋਟ ਦੇ ਖਾਧ ਕੇ ਸਵੇਰ पक्चरा इंदितिरकूप मिला सत्रसत्रमितिरपा महार एण्डव मनपर हला न होराइदि मा यच राहिदिन वदतिसाठी दिना दा नियाज दिन सर्वदा तिनमा व्यानाकुन ਸਾਧਰੀ ਧਰਨ ਵਾਲੀ ਇਹ ਹ ਯੋਗ मिश्रतिमया नौतना एक दो तियर एणीनी मी अन कर दातिस्मानी दामिएन मिसनाधिन मन चोका एलडी कहा दाइदा सर्वदादिसमीना नीष मिश्रमा ग्रह वसेषतय दिवश्य हातमा एमाचपर इन दो इमम हामो कपनमा पहलादानेशा एकदा तिने न पाएन इमद समी दस कृतिदातियतादातया हलाना पकाएर मोटो एम ए प्रतमा अन्नग्रहवसे रूपति सरवदा लड़का यह सेहत हरिसाहा करना रसगर्व साधनमारमा के पर. वही मिवा एवमितिकूप मिला दमदस मिलिरकूट विणा खुप
SR No.650017
Book TitleUvavai Sutra
Original Sutra AuthorSudharmaswami
AuthorKesharvijay
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages211
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_aupapatik
File Size100 MB
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